Kavita (poems) always influence me. I always listen Mr. Lodha Sir. I always listen "wah-wah kya baat hai" Raghuvanshi Sir ji ne kitna sunder love song sunaya hai
रह गये अकेले चूजे के जब पंख लग गये, फुर फुर करता उङ चला। पक्षी युगल रह गया देखता, यह क्या हो गया भला? बोली मादा कि बङे प्यार से, मैने उसको पाला था। अपनी चोंच में चुग्गा भरकर कर, उसके मुंह में डाला था। यह घोंसला भी तो हमने, बङे जतन से बनाया था। तिनका तिनका जोङ-जोङकर, सपनों से सजाया था। चील और कौवों से भी, हमने उसे बचाया है। अपने पंखों की करके ओट, आंधी पानी से बचाया है। पर आज यह खाली खाली सा, और सूना सूना लगता है। हम भी अब उङ चलें कहीं पर, यहां अब मन नहीं लगता है। चलो रानी! क्या रखा है, अब इस उजङे नीङ में। घुल मिल जाएं जाकर कहीं पर, अपनों ही की भीङ में। नाचेंगे, गायेंगे, चहचहाएंगे, मिल कर अपनों के साथ। तेरा चूजा भी शााद मिल जाए, नई पहिचान के साथ। देखो, ये मानव भी क्या, कितने ही अजीब हैं। महल अटारी बना लिए, पर रहते एक दो ही जीव हैं। मुरझाए से पङे रहत हैं, इस चार दिवारी के अंदर। बाहर निकल कर मिलते नहीं हैं, ना कोई आता है अंदर। सुना जब नर दंपति ने, पक्षी युगल का यह आलाप। जाग उठा उनके दिल में भी, अपनों से बिछुङन का संताप। हमने भी तो तिल तिल पिस कर, बनाया था यह घरोंदा। हर पल खटते रहते ही अब, झुक गया है अपना भी कंधा। हम भी अब बाहर निकल कर, मिलेंगे जन जन से। कितने ही हो जाएंगे अपने, होगा प्रफुल्लित अपना भी मन। दुख बांटेंगे, सुख बांटेंगे। भूल जाएंगे अपने गम। जीवन के जो पल बाकी हैं जायेंगे मिल कर सबके संग। *****रह गये अकेले चूजे के जब पंख लग गये, फुर फुर करता उङ चला। पक्षी युगल रह गया देखता, यह क्या हो गया भला? बोली मादा कि बङे प्यार से, मैने उसको पाला था। अपनी चोंच में चुग्गा भरकर कर, उसके मुंह में डाला था। यह घोंसला भी तो हमने, बङे जतन से बनाया था। तिनका तिनका जोङ-जोङकर, सपनों से सजाया था। चील और कौवों से भी, हमने उसे बचाया है। अपने पंखों की करके ओट, आंधी पानी से बचाया है। पर आज यह खाली खाली सा, और सूना सूना लगता है। हम भी अब उङ चलें कहीं पर, यहां अब मन नहीं लगता है। चलो रानी! क्या रखा है, अब इस उजङे नीङ में। घुल मिल जाएं जाकर कहीं पर, अपनों ही की भीङ में। नाचेंगे, गायेंगे, चहचहाएंगे, मिल कर अपनों के साथ। तेरा चूजा भी शााद मिल जाए, नई पहिचान के साथ। देखो, ये मानव भी क्या, कितने ही अजीब हैं। महल अटारी बना लिए, पर रहते एक दो ही जीव हैं। मुरझाए से पङे रहत हैं, इस चार दिवारी के अंदर। बाहर निकल कर मिलते नहीं हैं, ना कोई आता है अंदर। सुना जब नर दंपति ने, पक्षी युगल का यह आलाप। जाग उठा उनके दिल में भी, अपनों से बिछुङन का संताप। हमने भी तो तिल तिल पिस कर, बनाया था यह घरोंदा। हर पल खटते रहते ही अब, झुक गया है अपना भी कंधा। हम भी अब बाहर निकल कर, मिलेंगे जन जन से। कितने ही हो जाएंगे अपने, होगा प्रफुल्लित अपना भी मन। दुख बांटेंगे, सुख बांटेंगे। भूल जाएंगे अपने गम। जीवन के जो पल बाकी हैं जायेंगे मिल कर सबके संग। *****
अरे भाई भगवान से बड़ा पक्षपात कौन करता है आप लोगों के दिमाग फुर्सत में बनता है और आम लोगों के जल्दी में खराब कर देता है आप तीनों ही कवियों को संचालक महोदय के साथ साथ हार्दिक शुभकामनाएं भेंट करता हूं मुझे लग रहा है कि आपका मनोबल में अभी भी काफी गुंजाइश है बाकी मत छोड़ देना ईश्वर से प्रार्थना करना यह मेरा काम है धन्यवाद
**** I never liked Loda(Lodha). Me and my friends call him Over Acting ki Dukan. I thougt he must have found out by now BUT he keeps doing it unsuccessfully. *****
►UA-cam Subscribe - ua-cam.com/channels/zBCthZEBweW8Yb-2lAySwA.html
Very nice
@@avnishpandey2772a
@@avnishpandey2772qq😂1
@@avnishpandey2772l
@@avnishpandey2772qqqqq1q1q11111q111
Kavita (poems) always influence me.
I always listen Mr. Lodha Sir.
I always listen "wah-wah kya baat hai"
Raghuvanshi Sir ji ne kitna sunder love song sunaya hai
अति सुन्दर प्रस्तुति जय चिराग जी
जय श्री राम जय हनुमान जी ❤
🎉❤❤❤
Teeno kaveo ne bahut achchha geet v kavita sunai thank for you
Dinesh ji ko dil se salute
रह गये अकेले
चूजे के जब पंख लग गये,
फुर फुर करता उङ चला।
पक्षी युगल रह गया देखता,
यह क्या हो गया भला?
बोली मादा कि बङे प्यार से,
मैने उसको पाला था।
अपनी चोंच में चुग्गा भरकर कर,
उसके मुंह में डाला था।
यह घोंसला भी तो हमने,
बङे जतन से बनाया था।
तिनका तिनका जोङ-जोङकर,
सपनों से सजाया था।
चील और कौवों से भी,
हमने उसे बचाया है।
अपने पंखों की करके ओट,
आंधी पानी से बचाया है।
पर आज यह खाली खाली सा,
और सूना सूना लगता है।
हम भी अब उङ चलें कहीं पर,
यहां अब मन नहीं लगता है।
चलो रानी! क्या रखा है,
अब इस उजङे नीङ में।
घुल मिल जाएं जाकर कहीं पर,
अपनों ही की भीङ में।
नाचेंगे, गायेंगे, चहचहाएंगे,
मिल कर अपनों के साथ।
तेरा चूजा भी शााद मिल जाए,
नई पहिचान के साथ।
देखो, ये मानव भी क्या,
कितने ही अजीब हैं।
महल अटारी बना लिए,
पर रहते एक दो ही जीव हैं।
मुरझाए से पङे रहत हैं,
इस चार दिवारी के अंदर।
बाहर निकल कर मिलते नहीं हैं,
ना कोई आता है अंदर।
सुना जब नर दंपति ने,
पक्षी युगल का यह आलाप।
जाग उठा उनके दिल में भी,
अपनों से बिछुङन का संताप।
हमने भी तो तिल तिल पिस कर,
बनाया था यह घरोंदा।
हर पल खटते रहते ही अब,
झुक गया है अपना भी कंधा।
हम भी अब बाहर निकल कर,
मिलेंगे जन जन से।
कितने ही हो जाएंगे अपने,
होगा प्रफुल्लित अपना भी मन।
दुख बांटेंगे, सुख बांटेंगे।
भूल जाएंगे अपने गम।
जीवन के जो पल बाकी हैं
जायेंगे मिल कर सबके संग।
*****रह गये अकेले
चूजे के जब पंख लग गये,
फुर फुर करता उङ चला।
पक्षी युगल रह गया देखता,
यह क्या हो गया भला?
बोली मादा कि बङे प्यार से,
मैने उसको पाला था।
अपनी चोंच में चुग्गा भरकर कर,
उसके मुंह में डाला था।
यह घोंसला भी तो हमने,
बङे जतन से बनाया था।
तिनका तिनका जोङ-जोङकर,
सपनों से सजाया था।
चील और कौवों से भी,
हमने उसे बचाया है।
अपने पंखों की करके ओट,
आंधी पानी से बचाया है।
पर आज यह खाली खाली सा,
और सूना सूना लगता है।
हम भी अब उङ चलें कहीं पर,
यहां अब मन नहीं लगता है।
चलो रानी! क्या रखा है,
अब इस उजङे नीङ में।
घुल मिल जाएं जाकर कहीं पर,
अपनों ही की भीङ में।
नाचेंगे, गायेंगे, चहचहाएंगे,
मिल कर अपनों के साथ।
तेरा चूजा भी शााद मिल जाए,
नई पहिचान के साथ।
देखो, ये मानव भी क्या,
कितने ही अजीब हैं।
महल अटारी बना लिए,
पर रहते एक दो ही जीव हैं।
मुरझाए से पङे रहत हैं,
इस चार दिवारी के अंदर।
बाहर निकल कर मिलते नहीं हैं,
ना कोई आता है अंदर।
सुना जब नर दंपति ने,
पक्षी युगल का यह आलाप।
जाग उठा उनके दिल में भी,
अपनों से बिछुङन का संताप।
हमने भी तो तिल तिल पिस कर,
बनाया था यह घरोंदा।
हर पल खटते रहते ही अब,
झुक गया है अपना भी कंधा।
हम भी अब बाहर निकल कर,
मिलेंगे जन जन से।
कितने ही हो जाएंगे अपने,
होगा प्रफुल्लित अपना भी मन।
दुख बांटेंगे, सुख बांटेंगे।
भूल जाएंगे अपने गम।
जीवन के जो पल बाकी हैं
जायेंगे मिल कर सबके संग।
*****
23:36
🎉❤🎉❤🎉
पूरा पढ़े, बिना कह रहे हैं बहुत ही प्रासंगिक नेचर पर अच्छा काव्या लेखन है आपका
Bahut badhiya ❤❤
Waah Bhai waah kya baat hai 🎉
वाह भाई वाह! दुनियां पागल जिसके पीछे वह पागल है मेरे पीछे! साधूवाद भाई रघुवंशी जी!😊🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bahut hee barhiya programme..mazaa aa gaya..all the best..
S.L.Taneja GGN
चिराग जैन साहब, बहुत खूब... वाह वाह वाह
🎉🎉🎉🎉
किसी कवि ने कहा है
जब पत्नी सो रही है
तो उसे शान्ति काल कहते हैं 😂😂😂
Wonderful presentation,
Aati Sunder bhaijan 🎉🎉🎉
वाकई यह दुनिया एक पागलखाना ही है।
328,ka prsaran wah bhai, wah. Ke kaviyon ne bahot badhiya kawyya sunae. Par chirag jain kavi sahb super kavyy he. Sachhai he
Right🙏🙏
अरे भाई भगवान से बड़ा पक्षपात कौन करता है आप लोगों के दिमाग फुर्सत में बनता है और आम लोगों के जल्दी में खराब कर देता है आप तीनों ही कवियों को संचालक महोदय के साथ साथ हार्दिक शुभकामनाएं भेंट करता हूं मुझे लग रहा है कि आपका मनोबल में अभी भी काफी गुंजाइश है बाकी मत छोड़ देना ईश्वर से प्रार्थना करना यह मेरा काम है धन्यवाद
Very good video. Beautiful hasya kabita, beautiful singing, beautiful voice, beautiful composition, beautiful direction, beautiful acting, beautiful thinking, beautiful, beautiful, beautiful.
😍😍😍😍🙏🏻🙏🏻🙏🏻
प्रेम को व्यक्त किया जा सकता है?
आपकी सफलता की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐🎁💐
श्रीमती शुक्ला छा गई
गीत गीत मे बीते दिनों
भाव भंगिमा बयां कर गई😂😂😂
महोदय , काव्य , जीवन को देखने का वही ढंग है , जिस ढंग से प्रेमी प्रेयसी को देखता है ! ,,, ओशो ( सुनो भाई साधो ) ! ! ,, ध * !
Dinesh Kumar ji very nice I proud of you
नेगेटीव नेचर की कविता - पॉजिटिव स्टाईल में धन्यवाद
Sabhi Kaviyon ki shandaar Prstutiyan...👍👍👍
❤🎉
बहुत बढ़िया
वह भाई वह शैलेश जी आपने तो बॉलीवुड छुड़ा ही दिया
तरक्की नहीं इसे विकास कहते हैं।
🥰🥰🥰🥰
Good looking ❤❤
Wow fantastic 😍
All the best Rohan keep it up
😍😍😍😍
Bahut sunder.
🎉🎉😊
क्या कभी मुझे भी मौका मिलेगा शैलेश जी
Sahi kaha aapne🙏🏻🙏🏻
वैरी नाइस
Verygood
Dinesh lata mangeshkar ka bhai hai kya koi bataye.....
Vah beta Dinesh jaha bhi jate ho rang laga dete ho.
❤❤❤❤❤❤
Excellent.
🎉🎉❤❤
Pahlasehi yahi vichardhara thi kisiki succecful ho jati hai
🥰
Bombay stock excchangeNational sto k exchaage
नेताओं में भी ऐसे व्यक्ति देखे गये हैं।
"मोबाइल प्यार "
😅😅😅😅
Bhai self using hair colour why??
जैन साहिब ने अच्छा विषय चुना l हमें अच्छा लगा l इसीलिए हम बुरा मानते हैं l
इसीलिए मोहब्बत की दुकान खोली गई है।
Takatkam. Our. Battamijijyada. Pitjaneke. Lakhani. Hotehihae.
0:24
21:30
❤❤❤
Hindustan ke andar Jisne Bhi Apne Mata Pita ko vriddh aashram bhej Rakha Hai Unse Ham Prathna karte hain jao jaldi se pahle unhen Ghar Wapas Lekar aao
❤❤❤❤🎉🎉🎉
Maneesha ji ka khoobsurat geet Dil chhu gya aavaj aor soorat kungna ranaot
❤❤🎉🎉🎉
►UA-cam Subscribe - ua-cam.com/channels/zBCthZEBweW8Yb-2lAySwA.html
अभी तो दर बारी कबी का तादाद बढ़ गया है
"ये साले"
Overacting bahut karta hai.... इससे content कम हो जाता है🤬🙄
Great
**** I never liked Loda(Lodha). Me and my friends call him Over Acting ki Dukan. I thougt he must have found out by now BUT he keeps doing it unsuccessfully. *****
😮आपको काव्य हिन्दी भाषा से क्या मतलब आप विद्वेष रस आनन्द ले।
आप मार्क्सवादी आलोचक हैं जिसका समय निकल चुका है
Ise baba ko jail mai daloo
शैलेश भाई मुझे अपना मोबाइल नंबर भेजो बात करूंगा मुझे अच्छा लगेगा
Bahut sunder