Pandeyji yeh strotra samast sankat nivaran hetu nahin hai, yeh Brahmand Puran main manush ke yis jeevan se mukti hetu likha hua jiska parinam kuch hi samay mein Bhagwati Radha Rani ki kripa se mil jata hai, yesa likha hua hai.
जीवितं क्षणविनाशि शाश्वतं किमपि नात्र। अर्थ: इस क्षणभुंगर जीवन में कुछ भी शाश्वत नहीं है। इसलिए जीवन से मुक्ति अर्थात् समस्त कष्टों से मुक्ति। हमारे मानव जीवन में 'पुनरपि जननं पुनरपि मरणं, पुनरपि जननी जठरे शयनम्' बार-बार जन्म, बार-बार मृत्यु, बार-बार माँ के गर्भ में शयन होता है। यही तो हमलोगों का समस्त कष्ट है। आप, हम इस 84 लाख योनि से मुक्त नहीं हो पा रहे यही तो हम सभी का सबसे बड़ा कष्ट है और इसी से तो हमलोग मुक्ति चाहते हैं। राधे राधे जी 🙏🚩
आप सभी भक्तजनों को राधाष्टमी की बहुत-बहुत बधाई हो 🎉 श्रीराधारानी हम सभी को अपनी भक्ति प्रदान करें 😊🙏
Jai shree Radhe Radhe ji 🙏🙏
🕉 श्री राधा कृष्णा य नमोस्तुते 🙏🌺🌹💐⚘️
Jai Shri Raadhey Krishna Ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
RADHE KRISHNA RADHE KRISHNA KRISHNA KRISHNA RADHE RADHE
Panditji koi bhi stotra chalte, phirte मन ही मन पढ सकते है क्या?
जी अवश्य। मौन से या व्यर्थ के वार्तालाप से भगवान का भजन, स्तोत्र पाठ बहुत ही अच्छी बात है।
Pandeyji yeh strotra samast sankat nivaran hetu nahin hai, yeh Brahmand Puran main manush ke yis jeevan se mukti hetu likha hua jiska parinam kuch hi samay mein Bhagwati Radha Rani ki kripa se mil jata hai, yesa likha hua hai.
जीवितं क्षणविनाशि शाश्वतं किमपि नात्र।
अर्थ: इस क्षणभुंगर जीवन में कुछ भी शाश्वत नहीं है।
इसलिए जीवन से मुक्ति अर्थात् समस्त कष्टों से मुक्ति।
हमारे मानव जीवन में 'पुनरपि जननं पुनरपि मरणं, पुनरपि जननी जठरे शयनम्' बार-बार जन्म, बार-बार मृत्यु, बार-बार माँ के गर्भ में शयन होता है। यही तो हमलोगों का समस्त कष्ट है। आप, हम इस 84 लाख योनि से मुक्त नहीं हो पा रहे यही तो हम सभी का सबसे बड़ा कष्ट है और इसी से तो हमलोग मुक्ति चाहते हैं। राधे राधे जी 🙏🚩