गोवर्धनवासी सांवरे तुम बिन रह्यो न जाये । - हे गोवर्धनवासी श्री कृष्ण, अब मैं आपके बिना नही रह सकता बंकचिते मुसकाय के सुंदर वदन दिखाय । लोचन तलफें मीन ज्यों पलछिन कल्प विहाय ॥१॥ - आपकी इस सुन्दर छवि ने मेरा मन मोह लिया है औ र आपकी मुस्कान में मेरा चित्त अटक गया है । जैसे मछली बिना पानी के तडपती है वैसे ही मेरी आँखौ को आपसे बिछडने की तडपन हो रही है र मेरा एक एक पल कल्प के समान बीत रहा है । सप्तक स्वर बंधान सों मोहन वेणु बजाय । सुरत सुहाई बांधि के मधुरे मधुर गाय ॥२॥ - हे मोहन आपकी वंशी की धुन सेकडौ संगीत स्वरौ से अोतप्रोत मधुर गीत गा रही है। रसिक रसीली बोलनी गिरि चढ गाय बुलाय । गाय बुलाई धूमरी ऊंची टेर सुनाय ॥३॥ - आप जब पर्वत पर चढकर गायौं को बुलाते हो,औ र उस धूमल गाय को ऊचे स्वर से बुलाते हो, वह छवि मेरे हृदय में बस गयी है । दृष्टि परी जा दिवस तें तबतें रुचे नही आन । रजनी नींद न आवही विसर्यो भोजन पान ॥४।। - औ र जिस दिन से मैंने आपकी इन छवियौं का दर्शन किया है, मुझे किसी भी अन्य वस्तु में रुचि नही रही औ र नाही मुझे रात को नीद आती है, यहाँ तक कि मैं खाना पीना भी भूल गया हूँ । दरसन को नयना तपे वचनन को सुन कान । मिलवे को हियरा तपे जिय के जीवन प्रान ॥५॥ - हे साँवरे, मेरे जीवनप्राण, तेरे नित्य दर्शन के लिये मेरे नयन, तेरी बोली के लिये मेरे कान एंव तुझसे मिलने के लिये मेरा हृदय तडपता रहता है । मन अभिलाखा यह रहे लगें ना नयन निमेष । इक टक देखौ आवतो नटवर नागर भेष ॥६॥ - अब मेरे मन की यही अभिलाषा है कि मेरे नयन एक क्षण के लिये भी बन्द न हौं औ र तुम्हारे नटवर नागर रूप का ही एकटक दर्शन करते रहैं । पूरण शशि मुख देिख के चित चोट्यो वाहि ओर । रूप सुधारस पान को जैसे चन्द चकोर ॥७॥ - जैसे चकोर पक्षी पूर्णमासी के चन्द्रमा को एकचित होकर देखता रहता है वैसे ही आपके दिव्य स्वरूप का अम्रतमयी पान करने को मेरा चित्त व्याकुल रहता है । लोक लाज कुळ वेद की छांड्यो सकल विवेक । कमल कली रवि ज्यों बढे छिन छिन प्रीति विशेष ॥८॥ - मैं समाज, परिवार अौर शास्त्र की लाज नही कर पा रहा हूँ अौर मेरा पूरा विवेक नष्ट ही हो गया है । हर क्षण मेरी व्याकुलता अापके प्रति विषेश प्रेम को एसे ही बढा रही है जैसे कि सूर्य के उगते ही कमल की कलियाँ बढने लगती हैं । मन्मथ कोटिक वारने निरखत डगमगी चाल । युवति जन मन फंदना अंबुज नयन विशाल ॥९॥ - जैसे युवतिया अपने विशाल नैनौ से साधारण जन के मन को फँसा देती हैं वैसे ही आपकी डगमगाती चाल को देखकर मेरा मन बंध गया है औ र इस चाल पर मैं करोडौं मन्मथ (कामदेव) न्यौछावर कर दू । कुंज भवन क्रीडा करो सुखनिधि मदन गोपाल । हम श्री वृंदावन मालती तुम भोगी भ्रमर भुवाल ॥११॥ - हे सुखौं के भण्डार, मदन गोपाल, आ प कुन्ज भवन में वैसी ही क्रीडा करो जैसे वृन्दावन की पुष्प लताऔ पर हर पुष्प का भोग करते हैं । यह रट लागी लाडिले जैसे चातक मोर । प्रेमनीर वरखा करो नव घन नंद किशोर ॥१०॥ - जैसे चातक अौर मोर वर्षा के लिये व्याकुल होकर रट लगाते रहते हैं वैसे ही लाडले मुझे ये रट लग गयी है तो हे नंद किशोर आप नये नये रूप में प्रेम रूपी जल की वर्षा करो । युग युग अविचल राखिये यह सुख शैल निवास । गोवर्धनधर रूप पर बलिहारी चतुर्भुज दास ॥१२॥ - हे गोवर्धन नाथ, अगर मुझे युगौं युगौं तक भी पृथ्वी पर जन्म मिले तो गोवर्धन पर्वत ही मेरा निवास हो क्यौंकि आपके गोवर्धनधारी रूप पर चतुर्भुजदास हमेशा बलिहारी है ।🙏🙏🌹🙏🙏👣🌿
Ham bhi Gurudev ke jaysevoicejust like kokilkandhi hayjasust like jal been machili kitrah aavj sooneki but achcha lgtahaysheis original voice hay ijijshres kodenvet prñam krti hay
Jo jayaj kishori jaisi narrow minded ladki hai unko samajh mein nahin aata hai Jo bhajan ka arth kya hota hai vah CG baba ke liye bol rahi hai aur vah kuchh aur sun say I Tera Love Tere pass rakh hamare liye hamare Gurudev ha have had hay
IAM also mine aasry.pad bete theyaap aur pradeep bhejiye hamen bahut achcha lagta hai sunte Hain to hamen bhi sunane ki aadat dalni padegi abhi aapke jaisi aur aashram dalte rahiye hamen sunna bahut achcha lagta hai hamen to jyada nahin lekin thodi bahut bhasha language samajh mein aati hai vah samajh mein aati hai
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल, तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥ बृजराज लडेतोलाडिले ॥ बंक चिते मुसकाय के लाल, सुंदर वदन दिखाय ॥ लोचन तल पे मीन ज्यों लाल, पलछिन कल्प बिहाय हो ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. सप्त स्वर बंधान सों लाल, मोहन वेणु बजाय ॥ सुरत सुहाइ बांधिके नेक, मधुरे मधुर स्वर गाय हो ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. रसिक रसीली बोलनी लाल, गिरि चढि गैयां बुलाय ॥ गांग बुलाइ धूमरी नेंक, ऊँची टेर सुनाय हो ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. दृष्टि परी जा दिवसतें लाल, तबते रुचे नहिं आन ॥ रजनी नींद न आवही मोहे, बिसर्यो भोजन पान हो ॥ दर्शन को यनुमा तपे लाल, बचन सुनन को कान हो मिलिवे को हीयरो तपे मेरे, जिय के जीवन प्राण हों ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. मन अभिलाषा ह्वे रही लाल, लगत नयन निमेष ॥ एकटक देखूं आवतो प्यारो, नागर नटवर भेष हों ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. पूर्ण शशि मुख देख के लाल, चित चोट्यो बाही ठोर ॥ रूप सुधारस पान के लाल, सादर चंद्र चकोर हो ॥ लोक लाज कुल वेद की लाल, छांड्यो सकल विवेक ॥ कमल कली रवि ज्यों बढे लाल, क्षणु क्षणु प्रीति विशेष हो ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. मन्मथ कोटिक वारने लाल, देखी डगमग चाल ॥ युवती जन मन फंदना लाल, अंबुज नयन विशाल ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. यह रट लागी लाडिले लाल, जैसे चातक मोर ॥ प्रेम नीर वर्षाय के लाल, नवघन नंदकिशोर हो ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. कुंज भवन क्रीडा करे लाल, सुखनिधि मदन गोपाल ॥ हम श्री वृंदावन मालती लाल, तुम भोगी भ्रमर भूपाल हो ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. युग युग अविचल राखिये लाल, यह सुख शैल निवास ॥ श्री गोवर्धनधर रूप पें, बलजाय चतुर्भुज दास ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल, तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥ बृजराज लडेतोलाडिले ॥
Jéje Shree ijijko Denver pranam ktir hay or pad Benji ye has hame maomml pdta hay grúmaa love bhi but sare pad aate haytri vjhse gay hogey unko jgada psand bhi achcha lgta hay tune bga diaya bogo
ll राधावल्लभ श्री हरिवंश श्री वृन्दावन श्री वनचंद ll
Jay Jay shree aapna charno ma panchang pranam 🙏🙏🙏🙏🙏
Dandvat pranam JJ 🙏🙏🙏
|| राधावल्लभ श्री हरिवंश श्री वृन्दावन श्री वनचंद ||
Ati sundar mara vhala
दंडवत प्रणाम
कृपया रहयोमोहय श्री वल्लभ ग्रह भावे
दंडवत प्रणाम
हरि तेरी लीला की सुधि आवे
चरणों में बिनती
Bahut acha hai
🦚 *श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल, तुम बिन रह्यो न जाय । श्री बृजराज लडेते लाडिले लाल, तुम बिन रह्यो न जाय ॥*
🦚 *बंक चिते मुसिकाय के लाल, सुंदर वदन दिखाय । लोचन तलफे मीन ज्यों लाल, पलछिन कल्प विहाय ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *सप्तक स्वर बंधान सों लाल, मोहन वेणु बजाय । सुरत सुहाइ बांधिके नेक, मधुरे मधुर स्वर गाय ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *रसिक रसीली बोलनी लाल, गिरि चढि गैयां बुलाय । गाय बुलाइ धूमरी नेंक, ऊँची टेर सुनाय ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *दृष्टि परे जा दिवस तें लाल, तबते रुचे नहिं आन । रजनी नींद न आवही मोहे, बिसर्यो भोजन पान ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *दर्शन को नयना तपे लाल, बचन सुनन को कान । मिलिवे को हीयरा तपे मेरे, जिय के जीवन प्राण ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *पूरण शशि मुख देख के लाल, चित चोट्यो वाही ओर । रूप सुधारस पान के लाल, सादर कुमुद चकोर ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *मन अभिलाषा ह्वे रही लाल, लागत नयन नमेष । एकटक देखें भावते प्यारो, नागर नटवर वेख ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *लोक लाज कुल वेद की लाल, छांड्यो सकल विवेक । कमल कली रवि ज्यों बढे लाल, छिन छिन प्रीति विशेष ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *कोटिक मन्मथ वारने लाल, देखत डगमगी चाल । युवती जन मन फंदना लाल, अंबुज नयन विशाल ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *कुंज भवन क्रीडा करो लाल, सुखनिधि मदन गोपाल । हम श्रीवृंदावन मालती, तुम भोगी भ्रमर भूपाल ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *यह रट लागी लाडिले लाल, जैसे चातक मोर । प्रेम नीर वर्षा करो लाल, नवघन नंदकिशोर ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..*
🦚 *युग युग अविचल राखिये लाल, यह सुख शैल निवास । श्री गोवर्धनधर रूप पें, बलजाय चतुर्भुज दास ॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे..
Please we plan more
Dhanyawad hai apko 🙏
गोवर्धनवासी सांवरे तुम बिन रह्यो न जाये ।
- हे गोवर्धनवासी श्री कृष्ण, अब मैं आपके बिना नही रह सकता
बंकचिते मुसकाय के सुंदर वदन दिखाय ।
लोचन तलफें मीन ज्यों पलछिन कल्प विहाय ॥१॥
- आपकी इस सुन्दर छवि ने मेरा मन मोह लिया है औ र आपकी मुस्कान में मेरा चित्त अटक गया है । जैसे मछली बिना पानी के तडपती है वैसे ही मेरी आँखौ को आपसे बिछडने की तडपन हो रही है र मेरा एक एक पल कल्प के समान बीत रहा है ।
सप्तक स्वर बंधान सों मोहन वेणु बजाय ।
सुरत सुहाई बांधि के मधुरे मधुर गाय ॥२॥
- हे मोहन आपकी वंशी की धुन सेकडौ संगीत स्वरौ से अोतप्रोत मधुर गीत गा रही है।
रसिक रसीली बोलनी गिरि चढ गाय बुलाय ।
गाय बुलाई धूमरी ऊंची टेर सुनाय ॥३॥
- आप जब पर्वत पर चढकर गायौं को बुलाते हो,औ र उस धूमल गाय को ऊचे स्वर से बुलाते हो, वह छवि मेरे हृदय में बस गयी है ।
दृष्टि परी जा दिवस तें तबतें रुचे नही आन ।
रजनी नींद न आवही विसर्यो भोजन पान ॥४।।
- औ र जिस दिन से मैंने आपकी इन छवियौं का दर्शन किया है, मुझे किसी भी अन्य वस्तु में रुचि नही रही औ र नाही मुझे रात को नीद आती है, यहाँ तक कि मैं खाना पीना भी भूल गया हूँ ।
दरसन को नयना तपे वचनन को सुन कान ।
मिलवे को हियरा तपे जिय के जीवन प्रान ॥५॥
- हे साँवरे, मेरे जीवनप्राण, तेरे नित्य दर्शन के लिये मेरे नयन, तेरी बोली के लिये मेरे कान एंव तुझसे मिलने के लिये मेरा हृदय तडपता रहता है ।
मन अभिलाखा यह रहे लगें ना नयन निमेष ।
इक टक देखौ आवतो नटवर नागर भेष ॥६॥
- अब मेरे मन की यही अभिलाषा है कि मेरे नयन एक क्षण के लिये भी बन्द न हौं औ र तुम्हारे नटवर नागर रूप का ही एकटक दर्शन करते रहैं ।
पूरण शशि मुख देिख के चित चोट्यो वाहि ओर ।
रूप सुधारस पान को जैसे चन्द चकोर ॥७॥
- जैसे चकोर पक्षी पूर्णमासी के चन्द्रमा को एकचित होकर देखता रहता है वैसे ही आपके दिव्य स्वरूप का अम्रतमयी पान करने को मेरा चित्त व्याकुल रहता है ।
लोक लाज कुळ वेद की छांड्यो सकल विवेक ।
कमल कली रवि ज्यों बढे छिन छिन प्रीति विशेष ॥८॥
- मैं समाज, परिवार अौर शास्त्र की लाज नही कर पा रहा हूँ अौर मेरा पूरा विवेक नष्ट ही हो गया है । हर क्षण मेरी व्याकुलता अापके प्रति विषेश प्रेम को एसे ही बढा रही है जैसे कि सूर्य के उगते ही कमल की कलियाँ बढने लगती हैं ।
मन्मथ कोटिक वारने निरखत डगमगी चाल ।
युवति जन मन फंदना अंबुज नयन विशाल ॥९॥
- जैसे युवतिया अपने विशाल नैनौ से साधारण जन के मन को फँसा देती हैं वैसे ही आपकी डगमगाती चाल को देखकर मेरा मन बंध गया है औ र इस चाल पर मैं करोडौं मन्मथ (कामदेव) न्यौछावर कर दू ।
कुंज भवन क्रीडा करो सुखनिधि मदन गोपाल ।
हम श्री वृंदावन मालती तुम भोगी भ्रमर भुवाल ॥११॥
- हे सुखौं के भण्डार, मदन गोपाल, आ प कुन्ज भवन में वैसी ही क्रीडा करो जैसे वृन्दावन की पुष्प लताऔ पर हर पुष्प का भोग करते हैं ।
यह रट लागी लाडिले जैसे चातक मोर ।
प्रेमनीर वरखा करो नव घन नंद किशोर ॥१०॥
- जैसे चातक अौर मोर वर्षा के लिये व्याकुल होकर रट लगाते रहते हैं वैसे ही लाडले मुझे ये रट लग गयी है तो हे नंद किशोर आप नये नये रूप में प्रेम रूपी जल की वर्षा करो ।
युग युग अविचल राखिये यह सुख शैल निवास ।
गोवर्धनधर रूप पर बलिहारी चतुर्भुज दास ॥१२॥
- हे गोवर्धन नाथ, अगर मुझे युगौं युगौं तक भी पृथ्वी पर जन्म मिले तो गोवर्धन पर्वत ही मेरा निवास हो क्यौंकि आपके गोवर्धनधारी रूप पर चतुर्भुजदास हमेशा बलिहारी है ।🙏🙏🌹🙏🙏👣🌿
राधे राधे
अद्भुत कृपा
राधे राधे
Khub khub kripa ... bhavarth dene k liye
Bht abhaar....bhawarth k liye
Khubaj sundar bhavaarth🙏🙏
Bahije aapke voec just like kokil knthi jayshrée kirßhna RS hay gatite but mita mdur hayor jayda pad Ben eyegaa hame vrj basah bhi aati hay
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे.....
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी सांवरे
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
बंक चिते मुसकाय के, सुंदर बदन दिखाय।
लोचन तड़पे मीन ज्यों, जुग भर धरी बिहाय।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे.....
सप्तक स्वर बंधान सौं, मोहन वेणु बजाय।
सुरति सुहाई बांधिके, मधुर - मधुर गाय।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे......
रसिक रसीली बोली, गिरि चढ़ि गाय बुलाय।
गाय बुलाई दूधरी, ऊंची टेर सुनाय।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे...
दृष्टि पड़ी जा दोष ते, तब ते रुचे न आए।
रजनी नींद न आवरी, एहि बिसरे भोजन पान।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे...
दर्शन को नैना तपे, वचन सुनन को कान।
मिलिबे को हियरा तपे, हिय की जीवन प्राण।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे......
मन अभिलाषा यह रहे, लगे न नैन निमेष।
इक टक देखूं, नटवर नागर भेष।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे.....
पूरन शशि मुख देख के, चित्त चोटयो वही ओर।
रूप सुधा रसपान को, जैसे चन्द्र चकोर।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
लोक लाज विधि वेद के, छाँड़े सबई विवेक।
कमल कली रवि ज्यों बढ़े, छिन - छिन प्रीति विशेष।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
मन मथ कोटिक वारिने, देखी डगमग चाल।
युवती जनमन फन्दना, अम्बुज नयन विशाल।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
कुंज भवन क्रीड़ा करो, सुख निधि मदन गोपाल।
हम वृंदावन मालती, तुम भोगी भ्रमर भूपाल।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
यह रट लागी लाडिले, जैसे चातक मोर।
प्रेम नीर वर्षा करो, नव घन नन्द किशोर।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
युग - युग अविचल राखिए, यह सुख शैल निवास।
श्री गोवर्धन रूप पे, बल जाय चतुर्भुज दास।।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
तुम बिन रह्यो न जाय, तुम बिन रह्यो न जाय
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी सांवरे....
श्री चतुर्भुज ज़ी कों शत शत नमन
Khub sundar Ghana times thi ģotati hati pan malate na hatu
Jay Ho koti koti pranam
Koti koti vandan❤
Kya khub Gaya hai 🙏🙏🥰🥰 ❤❤
Panchag प्रणाम jj shree
Radhe Radhe ❤
Dandavat pranam jj
Danvat pranam j j
Or bhi pad bejiye gaaekdam superb pad hay
दंडवत जै जै श्री
राधा राधा 😊🌹❤️🙏🏻
Dandvat pranam jj ❤
Dandavat pranamam
દંડવત પ્રણામ જે જે આપના ચરણમાં ખુબ જ સુંદર કીર્તન
Myijinshree gaetr hayvinudajijishree hay or but sare pad Christmas jayjayshree shah
Christmas beech mein kahan se a gaye kyon dalti rahti hai
Ham bhi Gurudev ke jaysevoicejust like kokilkandhi hayjasust like jal been machili kitrah aavj sooneki but achcha lgtahaysheis original voice hay ijijshres kodenvet prñam krti hay
Jo jayaj kishori jaisi narrow minded ladki hai unko samajh mein nahin aata hai Jo bhajan ka arth kya hota hai vah CG baba ke liye bol rahi hai aur vah kuchh aur sun say I Tera Love Tere pass rakh hamare liye hamare Gurudev ha have had hay
Open it its
IAM also mine aasry.pad bete theyaap aur pradeep bhejiye hamen bahut achcha lagta hai sunte Hain to hamen bhi sunane ki aadat dalni padegi abhi aapke jaisi aur aashram dalte rahiye hamen sunna bahut achcha lagta hai hamen to jyada nahin lekin thodi bahut bhasha language samajh mein aati hai vah samajh mein aati hai
श्री कृष्णा शरणं मम श्री कृष्णा शरणं मम श्री कृष्णा शरणं मम 🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺🌺🌷🌷🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏
Jày shree krishna vallabha vallbhà vallabha vallabha Prabhu ki jay shree vallabha ❤️❤️ vallabhà ki jayho
Vyou bostant vajesjikmarji paching prañam koti koti davnt parm 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Vyo bostan vajesjikmarji paching prnam jjshree Jay
Vyou bostant vajesjikmarji paching prnam jjshree you tube 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Dhanyvad
Jeje vahuji
Prabhu radayse satsang kotikoti dandvat
Koti koti vandan 👏👏👏🙇♀️🙇♀️🙇♀️
Sri Shyam sundar Sri yamune maharani ki jay... Radhe Radhe g pranam by brajwasi from Vrindavan dham 💝
Jay shree krishna vallabha Prabhu vsllabha vsllabha maharaj vallaphhap ki jayho Jay
Ahinhnm khanra search for your support 👍👍👍👍👍 may 🎉🎉🎉🎉🎉
Alok ap n shth cha wa mark kur cha aabha appna wf vnallri dhvha hg vj na foto ado bha nplaly cha🎉🎉🎉🎉
shanpo jaw appu
Sunder likh hay
Dandvat pranam Babuji na charno ma Ati sunder voice .
Jày shree Krishna
Attijaygeejust sunder pad hay
અતિ અતિ સુંદર ગાન
દંડવત્ પ્રણામ જે જે શ્રી
Jay Ho koti koti koti
Very nice voeicoe che
Grujine mymix me rkha thavo ijijshree ki yad pad hay
❤
I have like this padbut snderpad hay
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल,
तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥
बृजराज लडेतोलाडिले ॥
बंक चिते मुसकाय के लाल,
सुंदर वदन दिखाय ॥
लोचन तल पे मीन ज्यों लाल,
पलछिन कल्प बिहाय हो ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
सप्त स्वर बंधान सों लाल,
मोहन वेणु बजाय ॥
सुरत सुहाइ बांधिके नेक,
मधुरे मधुर स्वर गाय हो ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
रसिक रसीली बोलनी लाल,
गिरि चढि गैयां बुलाय ॥
गांग बुलाइ धूमरी नेंक,
ऊँची टेर सुनाय हो ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
दृष्टि परी जा दिवसतें लाल,
तबते रुचे नहिं आन ॥
रजनी नींद न आवही मोहे,
बिसर्यो भोजन पान हो ॥
दर्शन को यनुमा तपे लाल,
बचन सुनन को कान हो
मिलिवे को हीयरो तपे मेरे,
जिय के जीवन प्राण हों ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
मन अभिलाषा ह्वे रही लाल,
लगत नयन निमेष ॥
एकटक देखूं आवतो प्यारो,
नागर नटवर भेष हों ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
पूर्ण शशि मुख देख के लाल,
चित चोट्यो बाही ठोर ॥
रूप सुधारस पान के लाल,
सादर चंद्र चकोर हो ॥
लोक लाज कुल वेद की लाल,
छांड्यो सकल विवेक ॥
कमल कली रवि ज्यों बढे लाल,
क्षणु क्षणु प्रीति विशेष हो ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
मन्मथ कोटिक वारने लाल,
देखी डगमग चाल ॥
युवती जन मन फंदना लाल,
अंबुज नयन विशाल ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
यह रट लागी लाडिले लाल,
जैसे चातक मोर ॥
प्रेम नीर वर्षाय के लाल,
नवघन नंदकिशोर हो ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
कुंज भवन क्रीडा करे लाल,
सुखनिधि मदन गोपाल ॥
हम श्री वृंदावन मालती लाल,
तुम भोगी भ्रमर भूपाल हो ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
युग युग अविचल राखिये लाल,
यह सुख शैल निवास ॥
श्री गोवर्धनधर रूप पें,
बलजाय चतुर्भुज दास ॥
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल,
तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥
बृजराज लडेतोलाडिले ॥
Thank You
દંડવત્ પ્રણામ અતિ સુંદર ગાન
Dandvat Pranam
Sathe lakhelu pan aapva vinanti
Shree kirßhna Ras padhay
Today's my ekadhi ka.fassting kiay a hay baby ko bhi fasting karana hhay and have mere bad me baby had rhegy
Shreegovdhm vasi sbrr all tum bin rhoymajay🎉🎉🎉🎉
અતિ સુંદર ગુરુજી મહારાજ
Aati sunder voice hay
अति मधुर कंठ आपके मधुर स्वर में गोपी गीत का गान श्रवण करने की अभिलाषा है दंडवत प्रणाम जे जे
Jay shree vallàbha 🙏🏽 swmi ki jayja.ja. Shree pinchig pranam🎉🎉🎉🎉
Dandvat pranam Jay Jay Shree 🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️
Jày shree vsllbha ji jj jshree Guru Ji ka swmi ki jay ho 🙏🏽🙏🏽💞🙏🏽 purubhaappki kau
Jijjishree ke crhnomy.devnvet prñam karti hay aapki chhoti sesetreke chrno may Mara kotidndvt pranam hai
बहू जी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
अति मधुर वाणी में, मधुर कंठ से श्री गोवर्धन वासी की प्रस्तुति सराहनीय है
🙏 Aamaji ne dandvat pranam khub aanad thyo
Jai shree krishna jai shree yamuna maharani koti koti pranam 🙏🙏
🙏🙏
This is poof hayjinko jejiji Shree bolti hay vundajiji.hay
Jayshrée shah hay Jo sahcaa bolti hay
પંચાંગ પ્રણામ
Jai shree krishna
🙏🙏 Jay Jay Shree dandvat pranam 🙏🙏⛳⛳⛳🙏🙏
Je je mara vhala aapna charan kamal ma kotan koti dandvat pranam vhala
Sunder kirtan che
💐💐💐👌👌👌💐💐👍👍👍જય હો આપના યુગલ ચરણો માં દંડવત પ્રણામ.
Govrnti ki jay ho purbha vallbhà purbha koto koti danvt prabnam
Jay Shree Krushna 🙏🙏🙏💐🌹🙏💐🌹🙏💐🌹🙏💐🌹🙏💐🌹🙏💐🌹🙏
Khubj sunder apni khubj krupa aa jiv pyr dandvat pranam jeje
Dandavat pranam Prabhu 🙇🙇 bahut sunder
जय हो कृपानाथ अति सुन्दर वाला जे श्री ना युगल चरणारविन्द मां दंडवत प्रणाम
Very nice voice hay Gurudev ijijshres yad Taki hogo
Shree vallabha vallabha Jay shree krishna vallabha Prabhu sapman fran kryanthantu you🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Khub sundar voice 👌👌🌹🌹🙏🙏
Jayshreevallbh🙏🌷👌🌼🍀🪷☘️🦚👍🌸🌺🥀💐🌹👏🌻👌👌👌👌👌👌👌👌
જય હો જય હો જય હો વ્હાલા આપના યુગલ ચરણ કમલ માં કોટન કોટિ દંડવત્ પ્રણામ
Pppppp be of gppppppppppppppp
Jay ho prabhu👏👏👏
Govardhan wasi sawre tum bhi rahyo na jaye ❤️
Khub sundar❤
Jay Shree Krushna 🙏🌹
जय श्री कृष्ण❤धन्यवाद जी🙏
Aapki sumadhur vani se hum dhany ho gye. Vese bhi shree vallabhkul ki vani se sunana vaishnav ka param saubhagya he 👏🙇♀️🙏
Appna awj
Saro cha mat geet vdr sudr lag cha appn dada. Appn apu app man apu amat thankuappno awj shda cha
Jay shree krishna vallabha vallabha Prabhu danvat pravan vallsbha
Jéje Shree ijijko Denver pranam ktir hay or pad Benji ye has hame maomml pdta hay grúmaa love bhi but sare pad aate haytri vjhse gay hogey unko jgada psand bhi achcha lgta hay tune bga diaya bogo
App man npad mna mat yuthank youma kobhipurodn appnanhki kry joy mxathi a prubha radhkasath
Ani mhnt nkmi jas mat appnisath shr nhi kro shuapp man mat krso avi Maro nam vmi cha
App AA yhrree person fotookly bha pan hu Alli Kam marsun man sppt krto nhi
In wdcma ma pan shop cha pan bath. Rent thdr motocha to monthly ad lkhjtli kon bhr cha🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Jay je davnt. Pranmhath nha dudhuat havejamcha k🎉🎉🎉purbha bul thi hoto man mf kri doj have appmto varajigi maly atlmat shru chaa
Jave hu phada kriu chu🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
I want other Dinta and Ashray pad of Shree Vrindavahuji.
Can m
I do too. Especially Gooi geet. Dandvat pranam vahuji
Search for ShreeVahuji's name and you will find it easily. Shree Krushna sahayte🙏
Vallabh kul parivar!ne dandvat
दंडवत प्रणाम जे जे
जय जय आप श्री के सुकोमल युगल चरणारविदंमे कोटान कोटी दंडवत प्रणाम जय जय श्री
Jay shree krishna vallabha Prabhu vsllabha vsllabha vsllabha maharaj ki jay shree krishna ji shree krishna
Govvnth kijay vallabhsvallabha vàllàbhà davantpranam
Khub sunder NICE🙏🙏👌
Adbhut kanth che aap shree no vala jug jug raj kro shree vallabhkul parivar ki jay ho jay ho jay ho vala🙏🙏🙏
Dandwat JJ🙏
awesome , very nice
जय हो. . सुंदर सुंदरमं मनभावन कान्हा
जय श्री श्यामा-श्याम जी
Jai Ho Prabhu ATI Sundar Apne charno mein pranam Shyam Sunder Shri Yamuna maharani ki Jay 🙏🌷🙏🌷🙏🌱🙏🌷🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai shree goverdhan meharaj
Bohot सुन्दर
Jày shrij ki jayho Jay shree krishna vallabha vallabha vallbhà vallabha Prabhu danvat pranam Jay Shri iki jay ❤❤❤❤😂
Jay shree krishna all vashna
Aapad bhuj sudar cha🎉🎉🎉🎉
Khubj sundar
Very nice video again
Dandvat pranaam jai jai
बहुत ही मधुर..