अब्दुल्ला फ़क़ीर हो अमानत वारो दरश खे दुनिया सारायो आ||
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- Опубліковано 12 вер 2024
- नायब ख़लीफो अबदुल्ला फ़क़ीर जो कलाम
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गायक - शकूर खान सूफी
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रमदान पुट्र हो रहमत वारो
व्यो अब्दुल्ला वार वजाए
जेहजो जस्स शकूर गाए
सिन्ध अई संसार में
अब्दुल्ला फ़क़ीर हो अमानत वारो
दरश खे दुनिया सारायो आ
दरश खे दुनियां सारायों आ
पाक धणी पहचायो आ
रमदान दरश जे भलें तू जायो
नायब ख़लीफो पाण सडायो
पंजाब सिंध में कुर्भ कमायो
तेंखे हिन्द सिंध सारायो आ
मण्या तोखे मोहला मिलाइ
सच्ची मुरीदी सां सखा हलाई
सोभ खटे तो कई भलाई
वंजी जन्नती पैर पायो आ
अकुल वीर अल्लाह वारो
नेक नमाजी निहड़त वारो
पगदार प्रीह खे हो पियारो
वंजी बिस्ती बाग बसायो आ
दावद पोट्रो हो दलैर
रहीमयार खान जो हो शेर
ठके हैड जो हो मथेर
जिनखे रोजे धणी रसायो आ
जैसाणे चौकी जो वधाए व्यो श्यान
शकूर सूफी ही गाए कलाम
दिल सां गाराए गज्जू सुरतान
नबियत पठाण गारायो आ !