अब्दुल्ला फ़क़ीर हो अमानत वारो दरश खे दुनिया सारायो आ||

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  • Опубліковано 26 сер 2024
  • नायब ख़लीफो अबदुल्ला फ़क़ीर जो कलाम
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    गायक - शकूर खान सूफी
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    रमदान पुट्र हो रहमत वारो
    व्यो अब्दुल्ला वार वजाए
    जेहजो जस्स शकूर गाए
    सिन्ध अई संसार में
    अब्दुल्ला फ़क़ीर हो अमानत वारो
    दरश खे दुनिया सारायो आ
    दरश खे दुनियां सारायों आ
    पाक धणी पहचायो आ
    रमदान दरश जे भलें तू जायो
    नायब ख़लीफो पाण सडायो
    पंजाब सिंध में कुर्भ कमायो
    तेंखे हिन्द सिंध सारायो आ
    मण्या तोखे मोहला मिलाइ
    सच्ची मुरीदी सां सखा हलाई
    सोभ खटे तो कई भलाई
    वंजी जन्नती पैर पायो आ
    अकुल वीर अल्लाह वारो
    नेक नमाजी निहड़त वारो
    पगदार प्रीह खे हो पियारो
    वंजी बिस्ती बाग बसायो आ
    दावद पोट्रो हो दलैर
    रहीमयार खान जो हो शेर
    ठके हैड जो हो मथेर
    जिनखे रोजे धणी रसायो आ
    जैसाणे चौकी जो वधाए व्यो श्यान
    शकूर सूफी ही गाए कलाम
    दिल सां गाराए गज्जू सुरतान
    नबियत पठाण गारायो आ !

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