बीकानेर के राठौड़ों का इतिहास // Bikaner history mcq // Rajasthan GK most facts
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- Опубліковано 6 лют 2025
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राव बीका (1465-1504) - बीकानेर के संस्थापक
राव नरसी (1504-1505)- राव बिका के पुत्र
राव लूणकरण (1504-1526) :- अपने बड़े भाई राव नरसी(नारा उपनाम) की मृत्यु के बाद लूणकरण शासक बना। ये शक्तिशाली शासक थे, इन्होने राज्य का विस्तार किया और 1509 में दद्रेवा के चौहानों, 1512 में फतेहपुर के कायमख़ानियों, चैटवाड़ के चायतों और 1513 में नागौर के खानों से सफल युद्ध किए,नारनौल के मुस्लिम शासक पर भी आक्रमण किया। निर्माण :- लूणकरण कस्बा
पुत्री :- बालाबाई जिसकी शादी आमेर नरेश पृथ्वीराज कच्छवाहा से हुई। धोसी युद्ध :- धौसा नामक स्थान पर 31 मार्च 1526 को नारनौल के नवाब शेख अबीमीरा से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
राव जैतसी (1526-1542) (जेत्रसिंह) :- पिता की मृत्यु के बाद शासक बना मुगलों से युद्ध :- बीठू सूजा कृत राव जैतसी रो छंद के अनुसार 26 अक्तूम्बर 1534 में कामरान बाबर के पुत्र को पराजित किया एवं भटऩेर दुर्ग छीना। खानवा युद्ध :- इस युद्ध में राणा सांगा का साथ देने के लिए अपने पुत्र कल्याणमल को भेजा। पाहेबा का युद्ध(1542) :- इसे साहेबा का युद्ध भी कहते है। मारवाड़ शासक मालदेव से लड़ते हुए मृत्यु को प्राप्त। बीकानेर पर मालदेव का अधिकार हो गया।
राव कल्याणमल (1542-1573)- कल्याणमल के दो पुत्र हुए
1 राय सिंह (1573-1612) 2. पृथ्वीराज राठौड़
राव दलपत सिंह जी
कर्ण सिंह (1631-1669)
अनूप सिंह (1669-1698)
महाराजा सरूपसिंह जी (1698-1700)
महाराजा सुजान सिंह जी (1700-1736)
महाराजा जोरावर सिंह जी (1736-1746)
महाराजा गजसिंह जी (1746-1787)
महाराजा राजसिंह जी (1787)
महाराजा प्रताप सिंह जी (1787)
महाराजा सुरत सिंह जी (1787-1828)
महाराजा रतन सिंह जी (1828-1851)
महाराजा सरदार सिंह जी (1851-1872)
महाराजा डूंगरसिंह जी (1872-1887)
महाराजा गंगासिंह जी (1887-1943)
महाराजा सार्दुल सिंह जी (1943-1950)
महाराजा करणीसिंह जी (1950-1988)
महाराजा नरेंद्रसिंह जी (1988)