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जिन्हें तुम भगवान मानते हो उनका तो पूरा जीवन दुःखों में गुजर गया BY Swami Sampurnanand Ji / PT Delhi
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- Опубліковано 22 лис 2022
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Vaidik Prachar Team 🙏🙏
नमस्ते स्वामी जी।🙏🙏
जय हो स्वामी
नमस्ते आचार्य जी मार्गदर्शन के लिए आपका आभार
परिवर्तन कारी उपदेश के लिए कृत कृत आभार स्वामीजी
Namaste swamijee
अदभुत सत्य उपदेश ।
सादर प्रणाम।
Om
नमस्ते पूज्य स्वामी जी 🙏
🙏🕉🙏🏻
ओउम् नमस्ते जी वैदिक धर्म की जय बहुत बहुत आभार आदरणीय स्वामी जी
स्वामी जी आपका प्रवचन टी वी चैनल पर भी हो तो अधिक व्यक्तियों को लाभ मिलेगा
Aadarniy Swami Ji bahut bahut dhanyvad
🙏🏻🙏🏻
🙏🙏
Thanks sawami ji app ki parwahchan both ache h om majha sawahha
चरण स्पर्श गुरु देव
नमस्ते स्वामी जी 🙏
नमस्ते स्वामी जी
स्वामी जी आप का बहुत बहुत आभार सादर नमस्ते!
बहुत बढ़िया व्याख्यान स्वामी जी महाराज का धन्यवाद
Swami Ji aapke pravachan bahut hi Acche Lagte Hain sunane se Shanti milati Hai
बोहोत बोहोत आभार जय सत्य सनातन जय आर्य जय आर्यव्रत धन्यवाद शुभकामनाएं ओ३म् ।
किसी की संपत्ति अथवा वैभव को देखकर बराबरी करने का विचार बुरा नहीं मगर अपने भीतर ईर्ष्या भाव को जन्म देना अवश्य बुरी बात है। हम जीवन को सदैव एक दृष्टि से देखते हैं।। इस जगत में कोई भी पूर्ण नहीं है। प्रकृति कभी किसी के साथ अन्याय नहीं करती अगर इस दुनिया में पूर्ण कोई भी नहीं तो सर्वथा अपूर्ण भी कोई नहीं है।। अंतर केवल आपके दृष्टिकोण का है। कि आप अपने जीवन के किस पहलू पर नजर रखते हैं।। अत: संतोष और ज्ञान रूपी जल से इसे और अधिक भड़कने से रोको, ताकि आपके जीवन में खुशियाँ नष्ट होने से बच सकें, जलो मत साथ-साथ चलो क्योंकि खुशियाँ जलने से नहीं अपितु सदमार्ग पर चलने से मिला करती है। ईर्ष्या नहीं बराबरी करने के लिए प्रयत्नशील रहो, पा लेनी की बैचेनी और खो देने का डर, बस यही है।। जिंदगी का सफर हरि ॐ !!_*
माँ का सम्मान*
*एक मध्यम वर्गीय परिवार के एक लड़के ने 10वीं की परीक्षा में 90% अंक प्राप्त किए ।*
*पिता ने मार्कशीट देखकर खुशी-खुशी अपनी बीवी को कहा कि बना लीजिए मीठा दलिया, स्कूल की परीक्षा में आपके लाड़ले को 90% अंक मिले हैं ..!*
*माँ किचन से दौड़ती हुई आई और बोली, "..मुझे भी बताइये, देखती हूँ...!*
*इसी बीच लड़का फटाक से बोला...*
*"बाबा उसे रिजल्ट कहाँ दिखा रहे हैं ?... क्या वह पढ़-लिख सकती है ? वह अनपढ़ है ...!"*
*अश्रुपुर्ण आँखों को पल्लु से पोंछती हुई माँ दलिया बनाने चली गई ।*
*ये बात पिता ने तुरंत सुनी ...! फिर उन्होंने लड़के के कहे हुए वाक्यों में जोड़ा, और कहा... "हां रे ! वो भी सच है...!*
*जब तू गर्भ में था, तो उसे दूध बिल्कुल पसंद नहीं था,* *उसने तुझे स्वस्थ बनाने के लिए हर दिन नौ महीने तक दूध पिया ...*
*क्योंकि वो अनपढ़ थी ना ...!*
*तुझे सुबह सात बजे स्कूल जाना होता था, इसलिए वह सुबह पांच बजे उठकर तुम्हारा मनपसंद नाश्ता और डिब्बा बनाती थी.....*
*क्योंकि वो अनपढ़ थी ना ...!*
*जब तुम रात को पढ़ते-पढ़ते सो जाते थे, तो वह आकर तुम्हारी कॉपी व किताब बस्ते में भरकर, फिर तुम्हारे शरीर पर ओढ़नी से ढँक देती थी और उसके बाद ही सोती थी...*
*क्योकि अनपढ़ थी ना ...!*
*बचपन में तुम ज्यादातर समय बीमार रहते थे... तब वो रात- रात भर जागकर सुबह जल्दी उठती थी और काम पर लग जाती थी....*
*क्योंकि वो अनपढ़ थी ना...!*
*तुम्हें, ब्रांडेड कपड़े लाने के लिये मेरे पीछे पड़ती थी, और खुद सालों तक एक ही साड़ी में रहती थी* ।
*क्योंकि वो अनपढ़ थी ना....!*
*बेटा .... पढ़े-लिखे लोग पहले अपना स्वार्थ और मतलब देखते हैं.. लेकिन तेरी माँ ने आज तक कभी नहीं देखा।*
*क्योंकि अनपढ़ है ना वो...!,*
*वो खाना बनाकर और हमें परोसकर, कभी-कभी खुद खाना भूल जाती थी... इसलिए मैं गर्व से कहता हूं कि तुम्हारी माँ अनपढ़ है...'*
*यह सब सुनकर लड़का रोते रोते, और लिपटकर अपनी माँ से बोलता है.. "माँ, मुझे तो कागज पर 90% अंक ही मिले हैं। लेकिन आप मेरे जीवन को 100% बनाने वाली पहली शिक्षक हैं।*
*माँ, मुझे आज 90% अंक मिले हैं, फिर भी मैं अशिक्षित हूँ और आपके पास पीएचडी के ऊपर की उच्च डिग्री है। क्योंकि आज मैंने अपनी माँ के अंदर छुपे रूप में, डॉक्टर, शिक्षक, वकील, ड्रेस डिजाइनर, बेस्ट कुक, इन सभी के दर्शन कर लिये !*
*ज्ञानबोध:* .... प्रत्येक *लड़का-लड़की जो अपने माता-पिता का अपमान करते हैं, उन्हें अपमानित करते हैं, छोटे- मोटे कारणों के लिए क्रोधित होते हैं। उन्हें सोचना चाहिए, उनके लिए क्या-क्या कष्ट सहा है, उनके माता पिता ने ...*
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, पर्याप्त है।।*
सुरज हो या समाज परिवार के बडे़ सदस्य सुबह परभात हो या सांज अपने गुणवत्ता की कांति एवम उपलब्धताओं के कारण बार बार नित्य अनित्य वंदनीय पुजनीय पातर ही हैं व रहेंगे
❤6 यूयू टू 6 यूयू❤6g❤6❤ये❤❤❤ टूयू66❤❤जाए❤6यूयू❤था❤ यूy❤ ये❤❤
सादर नमस्ते जी
Ap ne apni kam budhi ka prachana kar hi diya
Jay.shrikrishna
swami g namaste g swami g kasht or dukh me kya anter hota h ye samajh me nhi aaya
Background music is unnecessasry, disturbing. pl. don't use.
Swami ji ka number kisi ke pass hai to kripya send Karen pls
Om