बेटा अब्बदुल आपको क्यों बुरा लगा मेरी मनपसंद गज़ल पढ़ है वारसी जीने इसमे बादाम ट्रेन कहां से आ गई आपकी सोच अच्छी नही है नाम अब्दुल काम मुनफिक वाले है एक मोमिन होकर इतनी गंदी सोच तौबा तौबा आपको नही पसंद है कोई बात किसी के लिये सोच तो अच्छी रखो मेरे भाई
गज़ल बहुत शानदार है वारसी भाई
आज तक ऐसी गज़ल नही सुनी है
हक़ है भाई हर तरीक़े का गाते हो आप कसम से अल्लाह आपको खुब कामयाबी दे
Shukriya bhai aise hi dua chahiye apki or apka pyar
बहुत ही शानदार ग़ज़ल एखलाख
बहुत ही अच्छा हिन्दी ग़ज़ल है
वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह
BHAK IS GAJAL KA KOI JAWAB NHI H LAJWAB H
WARSI BHAI I LOVE YOU ❤❤❤❤
Ì LOVE YOU ❤❤❤ BHAI
बिजली वाला क्या ही काहेना जबरजस्त
हक बोला है परदेश में यही होता है
ABBUL TARI AUKAT NHI H BADAM KHRID NA KI 😅😅😅😅😅
यही कव्वाली है जी इससे अच्छा तो लगता है की ट्रेन में जो बादाम बेचने वाला है वह अच्छा गा लेता है
बेटा अब्बदुल आपको क्यों बुरा लगा
मेरी मनपसंद गज़ल पढ़ है वारसी जीने
इसमे बादाम ट्रेन कहां से आ गई
आपकी सोच अच्छी नही है नाम
अब्दुल काम मुनफिक वाले है एक
मोमिन होकर इतनी गंदी सोच तौबा तौबा
आपको नही पसंद है कोई बात किसी के लिये सोच तो अच्छी रखो मेरे भाई