सम्मान का शब्दार्थ आप को नहीं मीला… वे भी एक महान सन्त हुये जिनको समाज ने अनेक पदों से विभूषित किया है आप के उद्बोधन में जी शब्द तो बनता है ,, आप के शब्द कोश में शायद शब्द ना हो, शेरे राज्यस्थान लोकमान्य संत रूपमुनि जी माहराज ,, “ संत सबके होते हैं ,सब सन्त के होते है , साध्वी नवकीर्ती…
Om arham
सम्मान का शब्दार्थ आप को नहीं मीला… वे भी एक महान सन्त हुये जिनको समाज ने अनेक पदों से विभूषित किया है आप के उद्बोधन में जी शब्द तो बनता है ,,
आप के शब्द कोश में शायद शब्द ना हो,
शेरे राज्यस्थान लोकमान्य संत रूपमुनि जी माहराज ,,
“ संत सबके होते हैं ,सब सन्त के होते है , साध्वी नवकीर्ती…