Kuch log market me aise hai jinhone aaj tak ek chidiya nahi pakdi aur sikha rahe hai ki bahaliya kaise bna jaaye, aaj tak kisi civil services topper ne ye nahi kaha ki coaching ki jarurat hai selection k liye!
🛑🛑 देखिए सरकार का एक ही मोटिव हे, की कोई ऐसा रास्ता खोजना जिससे NEET स्कैम की तरह UPPSC/UPPCS में भी स्कैम करके पैसे खाकर सीटें बेची जा सकें,,,कुछ आगे को बुरा लग सकता हे लेकिन ये सच्चाई हे
मैं जब गांव छोड़कर निकला था शहर में सरकारी भर्तियां हो रही थीं जब मैंने शहर में पहली चाय पी फ़ाॅर्म भरने की आख़िरी तारीख़ सिर पे आ चुकी थी जब मैं कर रहा था कोचिंग की फ़ीस का इंतज़ाम बताई जा चुकी थी परीक्षा की तारीख़ बाज़ार से ख़रीद रहा था जब पुरानी किताबें एग्ज़ाम पोस्टपोन हो चुका था जब मकान मालिक कर रहा था किराया बढ़ाने की बात एक नई तारीख़ की घोषणा हो चुकी थी मैं जब परीक्षा लिख कर आ रहा था वापस पेपर लीक की ख़बरें उड़ने लगी थीं लगा रहा था जब नंबरों का हिसाब पेपर रद्द हो चुका था भर्तियां टाली जा चुकी थीं मैं अब गांव की बस का इंतज़ार कर रहा हूॅं जांच के लिए कोई कमेटी बना दी गई है। - आकाश गौतम
@@princeanand79887 aur tab tak raam mandir ban chuka tha aur ham batenge nahii katenge nahii kaha jaa chuka tha..aur yah nara 11 lakh sapno ko bina dakar ke nigal chuka tha .. aur like a demon bahuto ko nigalne ki firak tha... .. kavi chintu..
प्रणाम सर आप जैसे शिक्षाविद् की बहुत ही आवश्यकता है देश के शिक्षा मंत्री के रूप में ,काश आप जैसे शिक्षाविद् राजनीति में आते तो हम लोग को सड़क पर नहीं आते ,वन डे वन शिफ्ट
Very - very valuable msg for all commissions by virendra sir, बहुत सुलझे एवं सरल व्यक्ति द्वारा कही गई बातों को आयोग ध्यान में रखे और उचित निर्णय पर शीघ्र पहुंचे.....
विकास सर को भी बच्चों के समर्थन मे बोलना चाहिए............ हम लोग Drishti ias से ही पढ़े है और आज आंदोलन कर रहे है जब विकास सर हम बच्चों के पक्ष मे नहीं बोलेंगे तो कौन हम बच्चों का साथ देगा सर ???
So true ... Legitimate demands are neglected, innocent students are thrashed . Everyone knows that normalisation is bad . But how would someone understand this
@AbhishekShukla699 i don't know whom to reach whom to complaint whom to tell about all these sufferings of middle class and lower class peoples. Nobody is listening. Protesting isn't working. Criticizing isn't working. Raising voice on social media isn't working. I feel so helpless that I can't do anything and it breaks my heart
well said sir youth are the future of INDIA'S BRIGHT FUTURE and they should be treated respectfully with full of dignity and government must take some steps in favour of STUDENTS OR IF THEIR IS ANY CHANGES IN THE EXAM PATTERN THEN STUDENTS MUST BE INFORMED EARLYER .
पहली बात तो सर विद्यार्थी आपके आभारी रहेंगे कि आपने एक अभिभावक की तरह समस्या को समझा दूसरी बात किसी सिस्टम को ये समझाना कि देखने का नज़रिया क्या होना चाहिए सर आपके तर्क सुनकर हम लोगों का नज़रिया और साफ़ हो जाता है इसके लिए धन्यवाद सर अगर सरकार के फैसले लिए कुछ स्पष्ट कर देते तो यह और भी अच्छा होता
नमन सर 🙏सर बहुत ही अच्छे तरीके से आपने समझाया और बिल्कुल सुलझी हुई प्रक्रिया बताई है। सर प्लीज़ एक वीडियो चुनाव में या फिर देश के मुद्दे जब भी उठाये जाते हैं तो उसमें छात्र और स्त्री ये मुद्दे क्यों नहीं उठाये जाते इस पर भी आपके विचार जानना चाहते हैं 🙏
नॉर्मलाइजेशन का सबसे बड़ा दोष यह है कि प्रत्येक कैंडिडेट का एक्चुअल मार्क्स बदल जाएगा जो मार्क्स बढ़ेगा या घटेगा उसे पर न कैंडिडेट का कंट्रोल होगा ना आयोग का बल्कि वह भाग्य भरोसे होगा और ऐसी अनिश्चित का सामना कोई नहीं करना चाहेगा।इसीलिए नॉर्मलाइजेशन नहीं होना चाहिए ।
Reality is commission (UPSC or UPPSC) only sees prelims examination as elimination process. Normalisation may have its merits and statistical backing, but in an already unpredictable examination... bringing in normalisation for mere 300 odd (official for past few years) vacancies is cruel. PSC or UPSC is not same as NEET or JEE, where in even if you losse few marks due to normalisation you will still land up in a decent college, in PCS or UPSC, 1 or 2 marks are game changing.
Atleast aap students ki genuine problem ko smjhteh thank u sr❤❤ Aapko kya hi topic btye sr koi bhi burning topic h desh aap hm sb tk yska sol bhi dete h
Corruption mein Desh bahut aage chala gaya hai 😢 Jidhar dekho udhar corruption hi corruption, Dharm aur nafrat ki rajniti Desh ka halat aur bhi Bura kar diya hai 😢
We owe you sir, thankyou for supporting sir. One more point sir,ye aayog har saal 10-15 question bhi galat bante.. Aur bad me source mangte... Inke pas source bhi nhi hai.
1:55 आज सबसे बड़ी बात यह है कि उत्तर भारत में सरकारी नौकरी का इतना ज्यादा प्रचलन इसीलिए है क्योंकि ज्यादातर राज्य ऐसे हैं जहांपर, एक लंबे समय से ऐसी मानसिकता स्थापित कर जा चुकी है कि यहां के पूरे लोग सरकारी नौकरी ही करना चाहते हैं। 1. गुजरात जो की समुद्र किनारे स्थित है 2. महाराष्ट्र जो की समुद्र किनारेस्थित है 3. गोवा कर्नाटक जोखी समुद्र किनारे स्थित है 4. केरल और तमिलनाडु इनके पास भी समुद्र तट है 5. आंध्र प्रदेश और उड़ीसा इनके पास भी समुद्र तट है 6. पश्चिम बंगाल के पास भी समुद्रतट हैं वास्तव में कुछ ऐसे राज्य है जहां पर सॉफ्टवेयर कंपनियों और मल्टीनेशनल कंपनियां बहुत बड़ी मात्रा में उपस्थित है कुछ ऐसे राज्य है जहां पर की मैन्युफैक्चरिंग के लिए बहुत साड़ी कंपनियां उपलब्ध है लेकिन उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश कुछ ऐसे राज्य में आता है जहां पर रोजगार के दूसरे विकल्प उपलब्ध ही नहीं है---. वास्तव में पुरी प्रशासन व्यवस्था ही ध्वस्त और शर्म आ चुकी है
Adarniya Aap ke batane ki shaili bht achhi hai Apka dhanyawad ki apne bhi is mudde pr chinta jahir ki aur bht hi samanya aur sadhe huye shabdo me sandesh diya. Pranam 🙏🙏
7:32 मैंने वीडियो यहां तक देखा नहीं था लेकिन मुझे यह बात बिल्कुल सही अंदाजा मैंने लगाया कि इन राज्यों में नौकरियां बिल्कुल सीमित है इसीलिए विद्यार्थी और अधिक मात्रा में बढ़ जाते हैं
एक तैयारी करने वाला छात्र तैयारी के दौरान जिन बुरी स्थितियों से गुजरता है वो बुरी स्थितियां उसके हालात सामान्य हो जाने पर भी उसके भीतर गलत और बुरा प्रभाव डाल चुकी होती है और वह बदले की भावना से परिपूर्ण होता है जिसका प्रभाव उसके निजी और सामाजिक जीवन पर दिखाई देता है। फलस्वरूप भष्टाचार ,अनैतिक दुर्व्यवहार इत्यादि के रूप में हमारे सामने आता है ।
आपका बहुत बहुत आभार ।। साथ भीड़ का एक प्रमुख कारण यह भी है कि उत्तर प्रदेश में पिछले 6 वर्षों में मात्र 2 ही सामान्य व बड़ी परीक्षा कराई जा सकी है। Lekhpal और Up पुलिस अन्य परीक्षा समय से व शुचितापूर्ण न होने से भी ।। Example RO ही 2021 से अब हो रहा है 2024 last ये भी अभी कहा नहीं जा सकता।।
1:08 और सबसे बड़ी बात है कि यह कैसी लोकतंत्र व्यवस्था है जहां पर जनता अपने जनप्रतिनिधि को भेजती है कि वह उनके हित में कार्य करें और आज जनता यानी देश की युवा को सड़क पर उठा आकर अपने अधिकारों के लिए गुहार लगानी पड़ रही है आखिर या तो जनप्रतिनिधि गलत आ गए हैं या फिर वह जनता को समझ नहीं रहे हैं😢
सर उत्तर प्रदेश में अधिकांश भर्ती प्रक्रिया पंच वर्षीय योजना हो जाती है जो कि दुर्भाग्य पूर्ण है इस पर आपसे निवेदन है कि सरकार से भर्ती प्रक्रिया एक वर्ष के भीतर पूर्ण कराने की मांग की जाए
जिनके मां बाप और युवा धर्म के नाम पर वोट दिया । वोह इसी लायक है। यह तो बेरोज़गारी की शुरुआत है। कब तक सरकारी नौकरी में फंओगे। शिक्षा , रोज़गार पर वोट मिला होता है तो आज यह दिन न देखना पड़ता।
कंपनियों का विकाश होना चाहिए, और संख्या बढ़ानी चाहिए। सेल्फ एम्प्लॉयमेंट को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जैसे स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम, विश्वकर्मा योजना इत्यादि।
Ek level playing field rakhe sarkaar ya aayog...hamare paas waise hi bhateri समस्याएं hain...ki jab hum paper deke aaye aur Number jode toh assured ho ki bhai ho gaya hamara selection...but this normalisation lacks transparency....huge respect for sir❤
0:53 जब भारत का चुनाव आयोग और पूरी भारत के प्रशासनिक व्यवस्था एक राष्ट्र में एक चुनाव के लिए 5 साल से प्रयास कर रही है और उसके लिए लगातार हर संभव प्रयास कर रही है तो फिर एक राष्ट्र में एग्जाम को एक बार आयोजित क्यों नहीं किया जा सकता????? विद्यार्थी अपने अधिकार के लिए लड़ रहे हैं कोई भी नाजायज मांग नहीं कर रहे हैं।
Sir Pranam 🙏🏻 Your articulation and in-depth analysis of the scenario is so well-conveyed and insightful. I have learnt a lot with your oratory skills.
Civil services ko , police , railway ka exam bna diya h sir. Aaj se pehle phir jinka selection hua h , unmai bhi transparency** compromised hui hogi !!!! Mtlb toh yeh bhi h Yeh bhi baat h sir ki , COMPETITIVE EXAMS ko utni value deti hi nhi h GOVT jitna ELECTIONS ko milti h
6:32 जब एक राष्ट्र एक चुनाव हो सकता है तो यह परीक्षा एक बार में आयोजित क्यों नहीं हो सकता है। यह बात हजम करना मुश्किल है कि 80 करोड लोगों को हम इलेक्शन में वोट डलवा कर पूरे विश्व में ढिंढोरा पीटते हैं कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन साठ लाख बच्चों का एग्जाम नहीं करवाना चाहता है क्यों??????
जय हिंद सर 🙏 सर छात्र आंदोलन कर रहे है आप जैसे लोग इस समस्या को उजागर भी कर रहे है लेकिन ऐसी समस्याएं सामने क्यों आती है क्या उस सिस्टम के अंदर बैठे लोग अनपढ़ या नासमझ है जो छात्र के लिए ही परीक्षा लेते है और छात्र को बिना बताए ही नियम में बदलाव कर देते है ऐसा क्यूं होता है और ये हाल बहुत पुराने से चलते आ रहे है फिर भी कोई फरक न पड़ा है और सबसे जरूरी बात यह है कि उस सिस्टम में बदलाव करने वाले लोग भी कभी छात्र होंगे..
सर जी मैं आपकी वीडियो देखता हूं और आपका इंटरव्यू भीदेखता हूं आपने इस विषय पर वीडियो बनाया और भी अच्छा लगा उत्तर प्रदेश का सारे एग्जाम्स में यही हाल है कोई सुनने वाला नहीं है और हम ऐसे ही दर्द भी धोखा खा रहे हैं😢😢😢
5 lakh bss U.P mei aspirants hai joh form bhare hai UPPCS ka Poore india level pr kuch exam hota hai toh bhi itna candidates nhi hote hai uun exam mei. Bhai bahot bezozgaar log hai U.P mei😢 Sarkari naukri chhod do bhailog, ghr waale ka paisa aur samay mtt brbaad kro, khud ka nuksaan, apne parivar ka nuksaan aur state and desh ka bhi nuksaan.😭
Dekh lo India ka mhaan teacher kon hai ❤❤❤ I hope ab koi bhi kisi aur ka naam lekar chillayega nhi Saccha wahi hai jo mushibat me kaam aaye warna Gair bhi kuch wakt ke liye hamko apna bol hi dete hai
सर् पहले पहल ये shiftwise एग्जाम ro/aro के लिए घोषित किया गया था तब छात्रों ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिया था, और तब pcs की परीक्षा तिथि 27 oct घोषित की गई थी बाद में इन्होंने pcs एग्जाम की डेट आगे बढ़ाकर इस एग्जाम में भी शिफ्ट डाल दिया ।
इस सभी समस्याओं का एक समाधान यह भी हो सकता है कि सभी डिपार्टमेंट में हर साल वेकेंसी निकाली जाय ताकि उम्मीदवार हर बार नया कोशिश जारी रखे न कि पेपर लीक करने की कोशिश करे। यह मेरी व्यक्तिगत सलाह है।🙏🙏
प्रणाम सर
आपने विद्यार्थियों की समस्या को अच्छे से बताया और इसका हल निकालने का तरीका भी दिया।
धन्यवाद विजेंद्र सर
Kuch log market me aise hai jinhone aaj tak ek chidiya nahi pakdi aur sikha rahe hai ki bahaliya kaise bna jaaye, aaj tak kisi civil services topper ne ye nahi kaha ki coaching ki jarurat hai selection k liye!
🛑🛑 देखिए सरकार का एक ही मोटिव हे, की कोई ऐसा रास्ता खोजना जिससे NEET स्कैम की तरह UPPSC/UPPCS में भी स्कैम करके पैसे खाकर सीटें बेची जा सकें,,,कुछ आगे को बुरा लग सकता हे लेकिन ये सच्चाई हे
Well said sir.... Kash apke jaisa hi ye sarkar aur ayog samjhte
Subscribe kr diye hai sir
UPPCS ke pre exam me 8-10 question galat hote hai usaka kya ?
जो लोग कह रहे थे कि यह आंदोलन राजनीति से प्रेरित है ऐसे में आप जैसे बुद्धजीवी व्यकित्व का तर्कपूर्ण विचार सराहनीय है 😢😢
38 saal ka admi abhi bhi baithkar taiyari kar rha hai. Kya kuchh aur nhi kar sakta tha.
मैं जब गांव छोड़कर निकला था
शहर में सरकारी भर्तियां हो रही थीं
जब मैंने शहर में पहली चाय पी
फ़ाॅर्म भरने की आख़िरी तारीख़ सिर पे आ चुकी थी
जब मैं कर रहा था कोचिंग की फ़ीस का इंतज़ाम
बताई जा चुकी थी परीक्षा की तारीख़
बाज़ार से ख़रीद रहा था जब पुरानी किताबें
एग्ज़ाम पोस्टपोन हो चुका था
जब मकान मालिक कर रहा था किराया बढ़ाने की बात
एक नई तारीख़ की घोषणा हो चुकी थी
मैं जब परीक्षा लिख कर आ रहा था वापस
पेपर लीक की ख़बरें उड़ने लगी थीं
लगा रहा था जब नंबरों का हिसाब
पेपर रद्द हो चुका था
भर्तियां टाली जा चुकी थीं
मैं अब गांव की बस का इंतज़ार कर रहा हूॅं
जांच के लिए कोई कमेटी बना दी गई है।
- आकाश गौतम
@@princeanand79887 aur tab tak raam mandir ban chuka tha aur ham batenge nahii katenge nahii kaha jaa chuka tha..aur yah nara 11 lakh sapno ko bina dakar ke nigal chuka tha .. aur like a demon bahuto ko nigalne ki firak tha...
.. kavi chintu..
Bhot badhiya likha hai bhai literally❤😮
Hats off
Jio guru, you must be a story teller or poet. Second career waiting for you.❤
@@RDiitD❤
@jaisingh-ns5rj❤
आप ने छात्रों के हित में बात की
सधन्यवाद ❤
आपकी सारगर्भित बातचीत समस्या के मूल को समझने की समझ विकसित करती है.. आपका सहृदय आभार😊
विजेंद्र सर का तर्क और सुझाव बहुत ही सराहनीय और प्रार्थियोंके हित में सही है
धन्यवाद सर।
प्रणाम सर आप जैसे शिक्षाविद् की बहुत ही आवश्यकता है देश के शिक्षा मंत्री के रूप में ,काश आप जैसे शिक्षाविद् राजनीति में आते तो हम लोग को सड़क पर नहीं आते ,वन डे वन शिफ्ट
Abe education minister tu baad me banana. Phale is ko bol ye jo bol raha hai UPPSC ke gate ke samne bolega.ghar se bakvas karna bahut asan hai.
Very - very valuable msg for all commissions by virendra sir,
बहुत सुलझे एवं सरल व्यक्ति द्वारा कही गई बातों को आयोग ध्यान में रखे और उचित निर्णय पर शीघ्र पहुंचे.....
बिल्कुल सही कहा आपने सर, रोजगार के रोजी रोटी के केवल एक ही साधन हैं और वो है सरकारी नौकरी,जो सबको सम्मान पूर्वक जीना सिखाता है
कोटि कोटि नमन गुरुवर. ऐसी सद्बुद्धि सभी शासन प्रशासन के उच् पदों पर बैठे सभी लोगों को मिले तो आंदोलन की आवस्यकता नहीं पड़ता.🙏🙏🙏
विकास सर को भी बच्चों के समर्थन मे बोलना चाहिए............
हम लोग Drishti ias से ही पढ़े है और आज आंदोलन कर रहे है जब विकास सर हम बच्चों के पक्ष मे नहीं बोलेंगे तो कौन हम बच्चों का साथ देगा सर ???
100% Student support NO NORMALISATION ✊✊
Good evening sir
People like u are the real torch bearer of this thoughtful generation of youth.
Jo baate koi nhi smjhta to wo aap bahut deeply smjhte h sir... Very proud of you sir❤
बहुत सुंदर समझने का प्रयास किया है सर जी आपने, बहुत बहुत धन्यवाद,,
Student ki mudde par baat karne ke liye thank u sir
Uttar pradesh mein रहने wale sabhi aspirants ke dil ki baat sir ne simple shabdon mein bata di.....this is what it is...we all are suffering
धन्यवाद महोदय हमें स्पष्ट और विस्तार पूर्वक समझने के लिए।
सहृदय धन्यवाद गुरु जी आपने हम छात्रों के समर्थन में बहुत ही तर्कपूर्ण तरीके से बात रखी
I've no words to show my sorrow. Kinds of problems arising in this country with every passing day i feel so helpless. So helpless so much helpless.
true, feels like there's no one to listen the problems of common people
So true ... Legitimate demands are neglected, innocent students are thrashed . Everyone knows that normalisation is bad . But how would someone understand this
@AbhishekShukla699 i don't know whom to reach whom to complaint whom to tell about all these sufferings of middle class and lower class peoples. Nobody is listening. Protesting isn't working. Criticizing isn't working. Raising voice on social media isn't working. I feel so helpless that I can't do anything and it breaks my heart
well said sir youth are the future of INDIA'S BRIGHT FUTURE and they should be treated respectfully with full of dignity and government must take some steps in favour of STUDENTS OR IF THEIR IS ANY CHANGES IN THE EXAM PATTERN THEN STUDENTS MUST BE INFORMED EARLYER .
सहयोग और समर्थन के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर❤❤❤
Thank you very much Sir for interviewing "Acharya Prashant"❤❤❤
Good evening guru dev ji 🙏
Bhut bahut dhanyawad aapka hum logo ki aawaz uthane ke liye 🙏🙏
Vote for acharya prashant podcast with vijender sir❤❤
पहली बात तो सर विद्यार्थी आपके आभारी रहेंगे कि आपने एक अभिभावक की तरह समस्या को समझा
दूसरी बात किसी सिस्टम को ये समझाना कि देखने का नज़रिया क्या होना चाहिए
सर आपके तर्क सुनकर हम लोगों का नज़रिया और साफ़ हो जाता है इसके लिए धन्यवाद
सर अगर सरकार के फैसले लिए कुछ स्पष्ट कर देते तो यह और भी अच्छा होता
नमन सर 🙏सर बहुत ही अच्छे तरीके से आपने समझाया और बिल्कुल सुलझी हुई प्रक्रिया बताई है।
सर प्लीज़ एक वीडियो चुनाव में या फिर देश के मुद्दे जब भी उठाये जाते हैं तो उसमें छात्र और स्त्री ये मुद्दे क्यों नहीं उठाये जाते इस पर भी आपके विचार जानना चाहते हैं 🙏
41/75 जिलों में ही क्यूँ परीक्षा हो रहीं है..ये भी एक बड़ा सवाल है... sarkar 75 ज़िलों में कराए अपने शासन प्रशासन बल का प्रयोग वहाँ करें...
नॉर्मलाइजेशन का सबसे बड़ा दोष यह है कि प्रत्येक कैंडिडेट का एक्चुअल मार्क्स बदल जाएगा जो मार्क्स बढ़ेगा या घटेगा उसे पर न कैंडिडेट का कंट्रोल होगा ना आयोग का बल्कि वह भाग्य भरोसे होगा और ऐसी अनिश्चित का सामना कोई नहीं करना चाहेगा।इसीलिए नॉर्मलाइजेशन नहीं होना चाहिए ।
Pariksharthiyon ke Sahyog aur samarthan ke liye dhanyvad sir
Reality is commission (UPSC or UPPSC) only sees prelims examination as elimination process. Normalisation may have its merits and statistical backing, but in an already unpredictable examination... bringing in normalisation for mere 300 odd (official for past few years) vacancies is cruel. PSC or UPSC is not same as NEET or JEE, where in even if you losse few marks due to normalisation you will still land up in a decent college, in PCS or UPSC, 1 or 2 marks are game changing.
He is the kind of person one needs in today’s era. Such clarity of thoughts and exceptional communication skills. Pranaam Sir.
Hamlogo ke awaz banane ke liye , thanks sir
Atleast aap students ki genuine problem ko smjhteh thank u sr❤❤
Aapko kya hi topic btye sr koi bhi burning topic h desh aap hm sb tk yska sol bhi dete h
Corruption mein Desh bahut aage chala gaya hai 😢
Jidhar dekho udhar corruption hi corruption, Dharm aur nafrat ki rajniti Desh ka halat aur bhi Bura kar diya hai 😢
Corruption and religion poltics we are so close to divide once again
@25baam23 sad but true ☹️
जी बिल्कुल भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी गरीबी ये सब चरम सीमा पर है लेकिन सरकार को इस पर कोई ध्यान नहीं है
Cast ko bhi bolo yeh religion ka mat batao caste based politics is also creating huge gap or you are one of them@@25baam23
We owe you sir, thankyou for supporting sir. One more point sir,ye aayog har saal 10-15 question bhi galat bante.. Aur bad me source mangte... Inke pas source bhi nhi hai.
Apki bate students ke favour me hai and apke sujhav kafi achhe hai🙏
1:55
आज सबसे बड़ी बात यह है कि उत्तर भारत में सरकारी नौकरी का इतना ज्यादा प्रचलन इसीलिए है क्योंकि ज्यादातर राज्य ऐसे हैं जहांपर, एक लंबे समय से ऐसी मानसिकता स्थापित कर जा चुकी है कि यहां के पूरे लोग सरकारी नौकरी ही करना चाहते हैं।
1. गुजरात जो की समुद्र किनारे स्थित है
2. महाराष्ट्र जो की समुद्र किनारेस्थित है
3. गोवा कर्नाटक जोखी समुद्र किनारे स्थित है
4. केरल और तमिलनाडु इनके पास भी समुद्र तट है
5. आंध्र प्रदेश और उड़ीसा इनके पास भी समुद्र तट है
6. पश्चिम बंगाल के पास भी समुद्रतट हैं
वास्तव में कुछ ऐसे राज्य है जहां पर सॉफ्टवेयर कंपनियों और मल्टीनेशनल कंपनियां बहुत बड़ी मात्रा में उपस्थित है कुछ ऐसे राज्य है जहां पर की मैन्युफैक्चरिंग के लिए बहुत साड़ी कंपनियां उपलब्ध है लेकिन उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश कुछ ऐसे राज्य में आता है जहां पर रोजगार के दूसरे विकल्प उपलब्ध ही नहीं है---.
वास्तव में पुरी प्रशासन व्यवस्था ही ध्वस्त और शर्म आ चुकी है
बचे हुए 34 जिलों के सरकारी कॉलेजों में सेंटर बन जाए तो किसी भी प्राइवेट कॉलेज में सेंटर बनाने और नॉर्मलाइजेशन के खेल की नौबत ही नहीं आएगी।
Splendid Sir... Lucid demonstration of wise thoughts❤
बिल्कुल सही कहा है आप ने सरजी नॉर्मलाइजेशन के विषय में।
Adarniya
Aap ke batane ki shaili bht achhi hai
Apka dhanyawad ki apne bhi is mudde pr chinta jahir ki aur bht hi samanya aur sadhe huye shabdo me sandesh diya.
Pranam 🙏🙏
Urban Naxal katwi
7:32
मैंने वीडियो यहां तक देखा नहीं था लेकिन मुझे यह बात बिल्कुल सही अंदाजा मैंने लगाया कि इन राज्यों में नौकरियां बिल्कुल सीमित है इसीलिए विद्यार्थी और अधिक मात्रा में बढ़ जाते हैं
एक तैयारी करने वाला छात्र तैयारी के दौरान जिन बुरी स्थितियों से गुजरता है वो बुरी स्थितियां उसके हालात सामान्य हो जाने पर भी उसके भीतर गलत और बुरा प्रभाव डाल चुकी होती है और वह बदले की भावना से परिपूर्ण होता है जिसका प्रभाव उसके निजी और सामाजिक जीवन पर दिखाई देता है।
फलस्वरूप भष्टाचार ,अनैतिक दुर्व्यवहार इत्यादि के रूप में हमारे सामने आता है ।
आपका बहुत बहुत आभार ।।
साथ भीड़ का एक प्रमुख कारण यह भी है कि उत्तर प्रदेश में पिछले 6 वर्षों में मात्र 2 ही सामान्य व बड़ी परीक्षा कराई जा सकी है।
Lekhpal और Up पुलिस
अन्य परीक्षा समय से व शुचितापूर्ण न होने से भी ।।
Example RO ही 2021 से अब हो रहा है 2024 last ये भी अभी कहा नहीं जा सकता।।
😂bahi lakpal exam sa acha to merit pa kar lata itna paisa chala tha usma😂😅❤😊
Aap jaisa koi nhi samza hum students ki pareshani.....
सराहनीय कदम आपके इस विचार साझा किया है। सर!🙏
Bhot sahi kha aapne bhrose ki kami hona lajmi h sir ek hmara desh hi h jo ek h mgr har state lgta h desh h itni cut out h dusre state se
Thank you very much dear sir... for standing with us 🙏🏼
Dil jeet liya aapne❤❤❤
बहुत ही अच्छा समझाए गुरुदेव❤❤😊😊
Very exceptional Critical analysis of present situation..Sr ji😊🎉
1:08
और सबसे बड़ी बात है कि यह कैसी लोकतंत्र व्यवस्था है जहां पर जनता अपने जनप्रतिनिधि को भेजती है कि वह उनके हित में कार्य करें और आज जनता यानी देश की युवा को सड़क पर उठा आकर अपने अधिकारों के लिए गुहार लगानी पड़ रही है आखिर या तो जनप्रतिनिधि गलत आ गए हैं या फिर वह जनता को समझ नहीं रहे हैं😢
Hmm sir आपसे सही कारण, समस्या और समाधान समझ आया है।
Thanks❤
सर उत्तर प्रदेश में अधिकांश भर्ती प्रक्रिया पंच वर्षीय योजना हो जाती है जो कि दुर्भाग्य पूर्ण है
इस पर आपसे निवेदन है कि सरकार से भर्ती प्रक्रिया एक वर्ष के भीतर पूर्ण कराने की मांग की जाए
जिनके मां बाप और युवा धर्म के नाम पर वोट दिया । वोह इसी लायक है। यह तो बेरोज़गारी की शुरुआत है। कब तक सरकारी नौकरी में फंओगे। शिक्षा , रोज़गार पर वोट मिला होता है तो आज यह दिन न देखना पड़ता।
Best teacher hai aap hi h jo sochte h
Bilkul shi baat sir❤❤❤
सत्य मेव जयते युवा क्रांति. ..🙏🏻🙏🏻
Thank you sir 🙏 aap ne hm students ke liye awaz uthaya
बहुत बहुत आभार गुरूजी 🙏। काश,आयोग को ये बात समझ आ जाए।
Is time par gorment job milna bhgwan ke milne ke barabar hai 😢
Aapka research level bahut hi saraanih hai sir chahe wo education me ho ya politics me ho🙏🙏
Sahyog aur samarthan k liye thankyou sir
कंपनियों का विकाश होना चाहिए, और संख्या बढ़ानी चाहिए। सेल्फ एम्प्लॉयमेंट को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जैसे स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम, विश्वकर्मा योजना इत्यादि।
Ek level playing field rakhe sarkaar ya aayog...hamare paas waise hi bhateri समस्याएं hain...ki jab hum paper deke aaye aur Number jode toh assured ho ki bhai ho gaya hamara selection...but this normalisation lacks transparency....huge respect for sir❤
0:53
जब भारत का चुनाव आयोग और पूरी भारत के प्रशासनिक व्यवस्था एक राष्ट्र में एक चुनाव के लिए 5 साल से प्रयास कर रही है और उसके लिए लगातार हर संभव प्रयास कर रही है तो फिर एक राष्ट्र में एग्जाम को एक बार आयोजित क्यों नहीं किया जा सकता?????
विद्यार्थी अपने अधिकार के लिए लड़ रहे हैं कोई भी नाजायज मांग नहीं कर रहे हैं।
Unemployment and Inequality Going to rise in India..
How many of you agree ??
Good evening sirji
Bahut Dhanyawad aapka hum logo ki aawaj uthne ke liye ❤❤🙏🙏🙏
Nice video Sir mujhe bahut accha laga🥰👌👌👍👍👍👍
Sir Pranam 🙏🏻
Your articulation and in-depth analysis of the scenario is so well-conveyed and insightful. I have learnt a lot with your oratory skills.
एक गुरु ही समझ सकता है छात्र की दर्द 🙏
Civil services ko , police , railway ka exam bna diya h sir. Aaj se pehle phir jinka selection hua h , unmai bhi transparency** compromised hui hogi !!!! Mtlb toh yeh bhi h
Yeh bhi baat h sir ki , COMPETITIVE EXAMS ko utni value deti hi nhi h GOVT jitna ELECTIONS ko milti h
Abay katway itni dikat hai Tau Pakistan Chala ja na
It's not only in UP.... entire India is gone. Same situation in every state
6:32
जब एक राष्ट्र एक चुनाव हो सकता है तो यह परीक्षा एक बार में आयोजित क्यों नहीं हो सकता है।
यह बात हजम करना मुश्किल है कि 80 करोड लोगों को हम इलेक्शन में वोट डलवा कर पूरे विश्व में ढिंढोरा पीटते हैं कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन साठ लाख बच्चों का एग्जाम नहीं करवाना चाहता है
क्यों??????
थैंक यू सर आपने बहुत सही बात है परी आयोग सोने वाला नहीं विद्यार्थियों को ही किसी पार्टी का बताइए आंदोलन kamjor गोदी मीडिया पूरा
Sir aapne bilkul baat sahi khe h garib logo ke pass koi mehant ke sivay kuch nhi h 😢😢
You are greatest sir ❤❤❤❤❤ आभार aap ka
Thanku sir for taking about students 🙏🙏
Blkl sahi baat,bht he saargarbhit baatein krte h aap, shukriya 🎉
Thank you so much Sir.
Ap students k sahyog m bole h. 🙏🙏🙏🙏🙏
जय हिंद सर 🙏
सर छात्र आंदोलन कर रहे है आप जैसे लोग इस समस्या को उजागर भी कर रहे है लेकिन ऐसी समस्याएं सामने क्यों आती है क्या उस सिस्टम के अंदर बैठे लोग अनपढ़ या नासमझ है जो छात्र के लिए ही परीक्षा लेते है और छात्र को बिना बताए ही नियम में बदलाव कर देते है ऐसा क्यूं होता है और ये हाल बहुत पुराने से चलते आ रहे है फिर भी कोई फरक न पड़ा है और सबसे जरूरी बात यह है कि उस सिस्टम में बदलाव करने वाले लोग भी कभी छात्र होंगे..
सर जी मैं आपकी वीडियो देखता हूं और आपका इंटरव्यू भीदेखता हूं आपने इस विषय पर वीडियो बनाया और भी अच्छा लगा उत्तर प्रदेश का सारे एग्जाम्स में यही हाल है कोई सुनने वाला नहीं है और हम ऐसे ही दर्द भी धोखा खा रहे हैं😢😢😢
Thank you sir aap ne ham sab ke paksh me good sujhav diya
Thankyou sir for explaining it in a concisely and deliberately manner we all hope for the decision in student's favour
5 lakh bss U.P mei aspirants hai joh form bhare hai UPPCS ka
Poore india level pr kuch exam hota hai toh bhi itna candidates nhi hote hai uun exam mei.
Bhai bahot bezozgaar log hai U.P mei😢
Sarkari naukri chhod do bhailog, ghr waale ka paisa aur samay mtt brbaad kro, khud ka nuksaan, apne parivar ka nuksaan aur state and desh ka bhi nuksaan.😭
हमारा भी देश कभी बदलेगा 😢😢😢😢😢
Well explained sir! Respect for you. 🙏
Dekh lo India ka mhaan teacher kon hai ❤❤❤
I hope ab koi bhi kisi aur ka naam lekar chillayega nhi
Saccha wahi hai jo mushibat me kaam aaye warna
Gair bhi kuch wakt ke liye hamko apna bol hi dete hai
कुछ ऐसा ही हाल उत्तराखंड में भी है UKPCS का syllabus हिंदी के लिए 27% prelims के बाद दिया गया है, और कोई बोलने वाला नही है
The students of West Bengal is going through the same problem 😶
Apka bahut bahut dhanyawad sir
Sir aapne sahi kaha aur sarakar ko bhi yesha hi karna chahiye
सर् पहले पहल ये shiftwise एग्जाम ro/aro के लिए घोषित किया गया था तब छात्रों ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिया था, और तब pcs की परीक्षा तिथि 27 oct घोषित की गई थी बाद में इन्होंने pcs एग्जाम की डेट आगे बढ़ाकर इस एग्जाम में भी शिफ्ट डाल दिया ।
8:26 bilkul sahi baat sir👍
Aise hi और Vedio बनाया kijiye hme bhut help मिलती h
Aap students ki problem ko samjh rahe aur usper apne views diye , aapko dhanyawad
10:03 ekdum valid point
इस सभी समस्याओं का एक समाधान यह भी हो सकता है कि सभी डिपार्टमेंट में हर साल वेकेंसी निकाली जाय ताकि उम्मीदवार हर बार नया कोशिश जारी रखे न कि पेपर लीक करने की कोशिश करे।
यह मेरी व्यक्तिगत सलाह है।🙏🙏
One day one shift exam no Normalisation 💪💪💪