रामचंद्र 🙏🏿सागर की अद्भुत श्री कृष्ण जो🙏🏿 इस कलयुग में बहुत ही अच्छी 🙏🏿सराहनीय 🙏🏿और धर्म 🙏🏿पर चलने एक 🙏🏿महान काव्य🙏🏿 है जो मेरी बातों से सहमत🙏🏿 हैं तो यहां लाइक करें
*जो व्यक्ति अपने माता पिता की निस्वार्थ सेवा करता है,ईश्वर भी उसके आगे नतमस्तक हो जाते हैं,इसलिए अपने माता पिता को निस्वार्थ प्रेम करें,उनकी आंखों में आंसू ना आने दें🤗💖💐* *जय श्री राम......🚩🇮🇳🤗*
श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री कृष्ण राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण ओमनमशिवाय जयश्रीगणेशजी श्री हरि विष्णु जी
*सारे ब्रह्माण्ड के स्वामी श्री राम जी की जय हो🤗🌺* *प्रभु सभी को corona महामारी से मुक्ति दें तथा सभी के परिवारों को स्वस्थ एवं प्रसन्न रखें🙌🌺🌺* *जय श्री राम जी🚩🚩🚩*
विजय प्रभु भगवान राजा दशरथ भगवान जी की जय जय जय प्रभु रामचंद्र भगवान जी की जय जय जय प्रभु हनुमान भगवान जी की जय जय जय🌿🕉🌺🌿🏹🌻🕉🌿🏹🌺🌿🕉🌻🏹🌿🌺🏹🌿🏹🌻🌿🌺🏹🌿🍐🏹🍏🍇🍓🍎🍑🍍🏺🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🇲🇽💙💚🇲🇽💙💚🇲🇽
नफरतों के शहर में चालाकियों के डेरे हैं.. नफरतों के शहर में चालाकियों के डेरे हैं, यहाँ वो लोग रहते हैं जो तेरे मुंह पर तेरे हैं और मेरे मुंह पर मेरे हैं.. ।🙏🙏
*🚩जय श्री राम 🚩 संसार में चार प्रकार के भक्त हैं:------ जिज्ञासु, आर्त, अथार्थी और ज्ञानी। जिज्ञासु---- ब्रह्मा की रचना एवं इसके संचालन के रहस्य को जाना कहते हैं ,राम-नाम के अभ्यास से इनका आंतरिक विकास हो जाता है जिसके द्वारा इनको ब्रह्म के रहस्य की जानकारी हो जाती है। वे स्थूल, सूक्ष्म और कारण जगत की जानकारी हासिल करके ब्रह्म के प्रपंच यानी माया के खेल को समझ लेते हैं। इस ज्ञान के कारण ये संसार से विरक्त हो जाते हैं और ब्रह्म से इनका अनुराग पैदा हो जाता है, वे संसार के बीच रहते हुए भी अनुपम सुख का अनुभव करते हैं। आर्त---- वे हैं जो सांसारिक विपत्ति से पीड़ित या घबराकर राम- नाम के भजन में लगते हैं,उन पर भी परमात्मा की कृपा होती है और उनकी दुःख और पीड़ा ख़त्म हो जाती है। अर्थार्थी------ वो हैं जो अपनी किसी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रभु की भक्ति करते हैं,राम-नाम के अभ्यास से उनकी ,मनोकामना पूरी हो जाती है पर वो फिर भी चौरासी के कैदी ही रहते हैं। इच्छाओं का कोई अन्त नहीं है,ये तो अंधे कुएं के सामान है, एक पूरी हो तो दस खडी हो जाती हैं। ज्ञानी---- वो हैं जिनके अन्दर संसार की कोई कामना नहीं होती है,वे सच्चे परमार्थी ज्ञान की प्राप्ति करके मोक्ष पाना चाहते हैं। ऐसे भक्तजन भी राम-नाम के अभ्यास से गूढ़ परमार्थी ज्ञान को प्राप्त करके मोक्ष की प्राप्ति कर लेते हैं। चारों प्रकार के भक्तों को राम-नाम के अभ्यास द्वारा मनवांछित फल प्राप्त हो जाता है। तुलसीदास जी कहते हैं कि इन सब भक्तों में ज्ञानी भक्त प्रभु को विशेष प्रिय होते हैं, क्योंकि उनके अन्दर कोई सांसारिक कामना नहीं होती। वे भक्ति द्वारा अपने परमपिता का ज्ञान प्राप्त करने की चेष्टा करते हैं, इसीलिए प्रभु के प्यारे होते हैं। जो भक्त सभी सांसारिक कामनाओं को छोड़ कर केवल प्रेम और भक्ति के वश में होकर राम-नाम का अभ्यास करता है, उसका मछली रूपी मन मानों राम-नाम रूपी अमृत-कुंद में निवास करता है। आत्मा शरीर के आवरणों मन के बन्धनों से मुक्त होकर राम-नाम रूपी मानसरोवर में प्रवेश करती है।❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Ajj shri krishna ke mahabharat me kahi hui baat satya ho rhi hai Log bhagwan ki baaten nhi sunna chahte bolly wood dekhna chahte hai Ajj sab ne science ko bhawan maan liya hai. Parantu mere kattar sanatani sathi apne ved shrimad bhagwat gita ko hi sab kuch mante hai Jai shree ram 🙏
🙏jay siya ram jay svi deo ki jay svi sadu snty risi jgt guru mhatma gno or unke guno ka sty snatn se aap svi ko jay siya ram🚩,sbka saty sbka bikasy yviyan,🌱ped lgao 🌱🌳🎄🌲🌴priya wrn bchao yviyan,sbka saty sbka bikay 1.🌍bhart srv sreth bhart yviyan,giya bkri chrti jay svi bche pdta jay yviyan,hindustan ka svi 1+1........bche ypne desy🌍 ka vvisy he yviyan,🙏🙏
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There's only a clash of interests between the Aryans and non Aryans and there exists no such differences in morality. दोनों जिन्नात और श़यातीन के पुजारी थे The notion of Brahm stood for God's association with His lowest of the creation in might, in glory, in grace and in worship.
🙏jay siya ram jay svi deo ki jay mata ji ki jay jay svi sadu snty risi jgt guru mhatma gno or unke guno ka sty snatn se 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍yone ykhnd🌍 bhart ko soyagt or nimntrn he aap svi ko jay siya ram,beti bchao bche 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍pdao yviyan,mhila surkcha mhila sskti krn yviyan,drti khe pukar ke hm sudrege jg sudrega yviyan,🌱pes lgao priya 🌱🌴🌳🎄🌲wrn bchao yviyan,drti khe pukar ke hm sudrege jg sudrega yviyan,hindustan ka svi 1+1.......bche ypne ykhnd🌍 bhart ka 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍vvisy he yviyan,yog kre soyth rhe soyth rhege to bchega snskar bchega to 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍vvisy bchega ,jay siya ram jay mata ji ki jay sty snatn jay ma bharti🙏🙏
*🌻गृहस्थ या साधु ?🌻* *एक व्यक्ति कबीरजी के पास गया और बोला- मेरी शिक्षा तो समाप्त हो गई। अब मेरे मन में दो बातें आती हैंएक यह कि विवाह करके गृहस्थ जीवन यापन करूँ या संन्यास धारण करूँ? इन दोनों में से मेरे लिए क्या अच्छा रहेगा यह बताइए?कबीरजी ने कहा दोनों ही बातें अच्छी है जो भी करना हो,वह सोच-समझकर करो और वह उच्चकोटि का हो। उस व्यक्ति ने पूछा उच्चकोटि का कैसे है? कबीरजी ने कहा- किसी दिन प्रत्यक्ष देखकर बतायेंगे वह व्यक्ति रोज उत्तर प्रतीक्षा में कबीर के पास आने लगा।* *एक दिन कबीरजी दिन के बारह बजे सूत बुन रहे थे। खुली जगह में प्रकाश काफी था कबीर साहेब ने अपनी धर्म पत्नी को दीपक लाने का आदेश दिया। वह तुरन्त बिना किसी सवाल के जलाकर लाई और उनके पास रख गई। दीपक जलता रहा वे सूत बुनते रहे।* *सायंकाल को उस व्यक्ति को लेकर कबीरजी एक पहाड़ी पर गए। जहाँ काफी ऊँचाई पर एक बहुत वृद्ध साधु कुटी बनाकर रहते थे। कबीरजी ने साधु को आवाज दी। महाराज आपसे कुछ जरूरी काम है कृपया नीचे आइए। बूढ़ा बीमार साधु मुश्किल से इतनी ऊँचाई से उतर कर नीचे आया। कबीरजीने पूछा आपकी आयु कितनी है यह जानने के लिए नीचे बुलाया है। साधु ने कहा अस्सी बरस। यह कह कर वह फिर से ऊपर चढ़ा। बड़ी कठिनाई से कुटी में पहुँचा। कबीरजी ने फिर आवाज दी और नीचे बुलाया। साधु फिर आया। उससे पूछा- आप यहाँ पर कितने दिन से निवास करते है? उनने बताया चालीस वर्ष से। फिर जब वह कुटी में पहुँचे तो तीसरी बार फिर उन्हें इसी प्रकार बुलाया और पूछा- आपके सब दाँत उखड़ गए या नहीं? उसने उत्तर दिया। आधे उखड़ गए। तीसरी बार उत्तर देकर वह ऊपर जाने लगा तब इतने चढ़ने उतरने से साधु की साँस फूलने लगी,पाँव काँपने लगे। वह बहुत अधिक थक गया था फिर भी उसे क्रोध तनिक भी न था।* *अब कबीरजी अपने साथी समेत घर लौटे तो साथी ने अपने प्रश्न का उत्तर पूछा। उनने कहा तुम्हारे प्रश्न के उत्तर में यह दोनों घटनायें उपस्थित है। यदि गृहस्थ बनाना हो तो ऐसे जीवनसाथी का चयन करना चाहिये जो हम पर पूरा भरोसा रखें और हमारा कहना सहजता से मानें,उसे दिन में भी दीपक जलाने की मेरी आज्ञा अनुचित नहीं मालूम पड़ी,उसनें व्यर्थ कुतर्क नहीं किया और साधु बनना हो तो ऐसा बनना चाहिए कि कोई कितना ही परेशान करे क्रोध व शोक न हो,हम सहज रहें।*🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
*जय श्री सीताराम जी💕💕💕.....।।*
*जय श्री राधेश्याम जी💕💕💕.....।।*
*जय श्री गौराशंकर जी💕💕💕....।।*
*सत्य सनातन धर्म की जय हो🕉️....।।*
Jai shri ram
क्या आदर्श और सम्मान होता था पहले संतो का आज वही संत तिरस्कृत किए जाते हैं
Bulbul I love u vishvamitra jii ko ❤❤
रामचंद्र 🙏🏿सागर की अद्भुत श्री कृष्ण जो🙏🏿 इस कलयुग में बहुत ही अच्छी 🙏🏿सराहनीय 🙏🏿और धर्म 🙏🏿पर चलने एक 🙏🏿महान काव्य🙏🏿 है जो मेरी बातों से सहमत🙏🏿 हैं तो यहां लाइक करें
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
रमानन्द सागर
जय श्रीराम 🚩🙏 जय श्रीराम 🚩🙏
जय श्रीराम 🚩🙏 जय श्रीराम 🚩🙏
जय श्री राम🙇♂️🔱🍋🕉️🕉️
जय श्रीराम 🕉️
*जो व्यक्ति अपने माता पिता की निस्वार्थ सेवा करता है,ईश्वर भी उसके आगे नतमस्तक हो जाते हैं,इसलिए अपने माता पिता को निस्वार्थ प्रेम करें,उनकी आंखों में आंसू ना आने दें🤗💖💐*
*जय श्री राम......🚩🇮🇳🤗*
रामायण देखे कलस रिश्ते पर शाम 05:30
So. Super ========!The. Best ======
Hamare bharat kitne bidhwan vaigyanik rishi muni huye
Naman aise mahaan logo Ko
Isiliye mera desh mahaan ha
Jai hind
Jai shree ram
श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री सीताराम जी श्री कृष्ण राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण जी राधेकृष्ण ओमनमशिवाय जयश्रीगणेशजी श्री हरि विष्णु जी
Jai shree sita ram ji jai shree shiv shakti ji ki jai shree AnjaniLal Maruti Nandan Ji ki Jai 🙏🏵️🏵️♥️🥀🌹🌹🙏
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महर्षि_विश्वामित्र
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महाराजा_हरिश्चंद्र
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महाराजा_दशरथ
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महाराजा_श्री_राम
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महाराजा_भारत
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महाराजा_लक्ष्मण
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महाराजा_शत्रुघन
*सारे ब्रह्माण्ड के स्वामी श्री राम जी की जय हो🤗🌺*
*प्रभु सभी को corona महामारी से मुक्ति दें तथा सभी के परिवारों को स्वस्थ एवं प्रसन्न रखें🙌🌺🌺*
*जय श्री राम जी🚩🚩🚩*
Jay shree ram brata 🙏🙏
जय जय हो प्रभु श्री राम जी की🚩🙏
,
Joy sri rama🇧🇩
Jo Jo Ram Jo se pyar karte ho to like kro
Jay shree Ram
JAI SHREE RAM.......... GURUWAR............09//08//2023.......
विजय प्रभु भगवान राजा दशरथ भगवान जी की जय जय जय प्रभु रामचंद्र भगवान जी की जय जय जय प्रभु हनुमान भगवान जी की जय जय जय🌿🕉🌺🌿🏹🌻🕉🌿🏹🌺🌿🕉🌻🏹🌿🌺🏹🌿🏹🌻🌿🌺🏹🌿🍐🏹🍏🍇🍓🍎🍑🍍🏺🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🇲🇽💙💚🇲🇽💙💚🇲🇽
jai shri ram ji jai shri radhe radhe shyam
Jay Shree Ram🙏
नफरतों के शहर में चालाकियों के डेरे हैं.. नफरतों के शहर में चालाकियों के डेरे हैं, यहाँ वो लोग रहते हैं जो तेरे मुंह पर तेरे हैं और मेरे मुंह पर मेरे हैं.. ।🙏🙏
*Mange sabki Khair Baba Sab ka bhala mere Ram ji karenge sabka Bhala mere Ram ji karenge..!!*
Jai Shri Ram 🙏🌺
जय श्री राम
जय सनातन धर्म 🚩🚩
Jai ho
ओम् महापुरुषाय नमः
Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram
Shri Laxman Shri Ram Vishvamitra ki jai..
जय श्री राम🚩🚩🚩🙏
Jai Bajrangbali 🙏🙏🚩🚩
Jai shree ram 🌸🏵️🌺🙏🙏🙏
विद्वान, तपस्वी , शिक्षक को लोग मान सन्मान देते थे. परंतु अब शिक्षक की कोई किंमत नही. उनको कोई भी काम दे दिया जाता है 🙏
Hi
@@rishika3533 the 555. B by hu hu by mi
Pahle jaise sikchak ab rahe hi kaha , 4 parcent sikchak sahi hai, baki sab paiso ke liye padha rahe hai, vo bhi sirf naam ke teacher,, kaam ke nahi
बिल्कुल सही लिखा है...
Lagta hai aap teacher ho
जय गुरु विश्वामित्र
ਜੈ ਸ਼੍ਰੀ ਰਾਮ ਜੀ ਕੀ ਜੈ ਹੋ
❤❤❤❤❤
#क्षत्रिय_कुलभूषण_महर्षि_विश्वामित्र 🙂💪
Byi
*🚩जय श्री राम 🚩
संसार में चार प्रकार के भक्त हैं:------
जिज्ञासु, आर्त, अथार्थी और ज्ञानी।
जिज्ञासु----
ब्रह्मा की रचना एवं इसके संचालन के रहस्य को जाना कहते हैं ,राम-नाम के अभ्यास से इनका आंतरिक विकास हो जाता है जिसके द्वारा इनको ब्रह्म के रहस्य की जानकारी हो जाती है।
वे स्थूल, सूक्ष्म और कारण जगत की जानकारी हासिल करके ब्रह्म के प्रपंच यानी माया के खेल को समझ लेते हैं।
इस ज्ञान के कारण ये संसार से विरक्त हो जाते हैं और ब्रह्म से इनका अनुराग पैदा हो जाता है, वे संसार के बीच रहते हुए भी अनुपम सुख का अनुभव करते हैं।
आर्त----
वे हैं जो सांसारिक विपत्ति से पीड़ित या घबराकर राम- नाम के भजन में लगते हैं,उन पर भी परमात्मा की कृपा होती है और उनकी दुःख और पीड़ा ख़त्म हो जाती है।
अर्थार्थी------
वो हैं जो अपनी किसी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रभु की भक्ति करते हैं,राम-नाम के अभ्यास से उनकी ,मनोकामना पूरी हो जाती है पर वो फिर भी चौरासी के कैदी ही रहते हैं।
इच्छाओं का कोई अन्त नहीं है,ये तो अंधे कुएं के सामान है, एक पूरी हो तो दस खडी हो जाती हैं।
ज्ञानी----
वो हैं जिनके अन्दर संसार की कोई कामना नहीं होती है,वे सच्चे परमार्थी ज्ञान की प्राप्ति करके मोक्ष पाना चाहते हैं।
ऐसे भक्तजन भी राम-नाम के अभ्यास से गूढ़ परमार्थी ज्ञान को प्राप्त करके मोक्ष की प्राप्ति कर लेते हैं।
चारों प्रकार के भक्तों को राम-नाम के अभ्यास द्वारा मनवांछित फल प्राप्त हो जाता है।
तुलसीदास जी कहते हैं कि इन सब भक्तों में ज्ञानी भक्त प्रभु को विशेष प्रिय होते हैं, क्योंकि उनके अन्दर कोई सांसारिक कामना नहीं होती।
वे भक्ति द्वारा अपने परमपिता का ज्ञान प्राप्त करने की चेष्टा करते हैं, इसीलिए प्रभु के प्यारे होते हैं।
जो भक्त सभी सांसारिक कामनाओं को छोड़ कर केवल प्रेम और भक्ति के वश में होकर राम-नाम का अभ्यास करता है, उसका मछली रूपी मन मानों राम-नाम रूपी अमृत-कुंद में निवास करता है।
आत्मा शरीर के आवरणों मन के बन्धनों से मुक्त होकर राम-नाम रूपी मानसरोवर में प्रवेश करती है।❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Super post
Jai Guru Vishwamitra ji ki....Jai Shree Ram
Om
Ajj shri krishna ke mahabharat me kahi hui baat satya ho rhi hai
Log bhagwan ki baaten nhi sunna chahte bolly wood dekhna chahte hai
Ajj sab ne science ko bhawan maan liya hai.
Parantu mere kattar sanatani sathi apne ved shrimad bhagwat gita ko hi sab kuch mante hai
Jai shree ram 🙏
Jai shree Ram Jai shree Ram Jai shree hanuman ji ki jai ho Jai shree Ram Jai shree Ram
जय श्री राम जी की जय हो
Jai shree Ram Jai shree Ram Charan asparsh asankh Kan Kan me koti Pranam 🙏🚩🌹🚩🌹🚩🌹🚩🌹🚩🌹🚩🌹
हे भगवान सबका भला करो
Jai Jai Siya Ram Ji 🙏🕉️🙏
Prabhu. Ram. Aap. Mahaan. He ========Bhagwan. He ========Ram. Ram! =======!
Jai Sita Ram
Jai Shree ram
Jai Radheysyam
Jai Shree Siye Ram ji ❤️🙏🏻🙇🏼♂️
Hare Krsna... Radhe.. Radhe
JAI HO SAB KA
Jai shri ram ke hanuman ji
Thank you Bhagwan hamen bachane ke liye
जय श्री राम 🙏🚩
Jaygurudev
Ye dislike karne wahi log hain jine ramji maare the unka puarjanm hua hain to wo dislike kake badla nikal rhe hain
maryada purushottam Shri ram ji ki Jay jaikar Ho
जय जय हो प्रभु श्री राम जी की🚩🙏
@@Roastbydharma we see😮😅😅 ft ft
@@RaghvendraDubey-cu3sh😮
🙏jay siya ram jay svi deo ki jay svi sadu snty risi jgt guru mhatma gno or unke guno ka sty snatn se aap svi ko jay siya ram🚩,sbka saty sbka bikasy yviyan,🌱ped lgao 🌱🌳🎄🌲🌴priya wrn bchao yviyan,sbka saty sbka bikay 1.🌍bhart srv sreth bhart yviyan,giya bkri chrti jay svi bche pdta jay yviyan,hindustan ka svi 1+1........bche ypne desy🌍 ka vvisy he yviyan,🙏🙏
Maryada purushottam shree Ram ki jai
JAY shree krishna ji
Ramanand Sagar ke sare program best haii fir bhii log dislike kyo kar dete haii
Ye dislike karne vale hutiya h😁😁
ये अल्लाह को मानने वाले हैं
ये थूकलमान है😀
Rakshas to dislike hi karenge
डिसलाइक वाले जेहादी हैं जो रहते तो भारत में हैं गुणगान दुश्मन देश का करते हैं, मतलब ये गाँधी का भारत को दिया कैंसर हैं ओर कुछ नहीं।
jai shree ram ji
jai bajrang Bali ji
Jai shree ram🙏 ji
Jai shree 🙏laxman ji
Jai shree 🙏hanuman ji
Bharat ji ki jai....
Ramayan serial mein Raja Dasrath ka role bohot acha lagta hai.
Jai shree Ram ji ki jai ho
राम राम जी राम राम जी जय श्री राम
Jay shri ram❤❤❤
Jay Shri radhe krishna🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय जय श्री राम
I Love Ram story
Jay shree ram mata sita laxman hanuman parbhu
Jai shree ram ji 🙏🙏🙏🙏🙏
jay shree ram
🙏jay siya ram jay sty snatn jay svi sadu snty risi jgt guru mhatma gno or unke guno ka sty snatn se ypne 🌍bhart svi ko jay siya ram, 1.🌍bhartvsrv sreth bhart yviyan,stug ka nirman ho yviyan,hindustan ka svi 1+1...bche yone desy ka vvisy he, jay sita ram🙏🙏
Shree ram ko mera pranam
👈,,,,,,,,,,,,,,,,#Nice 💖💖👍👍
Jai Shri ram
Jay baba ji.
जय सिया राम❤️🙏
Jay Shri ♈ ram
Vishwa nath Mitra Akira 🦁🔱
There's only a clash of interests between the Aryans and non Aryans and there exists no such differences in morality.
दोनों जिन्नात और श़यातीन के पुजारी थे
The notion of Brahm stood for God's association with His lowest of the creation in might, in glory, in grace and in worship.
Actually before becoming bramh rishi, visyamitra was basistha's rival
Good night
Jai siya ram
Aap biswguru ban jaiye me ram ban jaunga
🙏jay siya ram jay svi deo ki jay mata ji ki jay jay svi sadu snty risi jgt guru mhatma gno or unke guno ka sty snatn se 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍yone ykhnd🌍 bhart ko soyagt or nimntrn he aap svi ko jay siya ram,beti bchao bche 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍pdao yviyan,mhila surkcha mhila sskti krn yviyan,drti khe pukar ke hm sudrege jg sudrega yviyan,🌱pes lgao priya 🌱🌴🌳🎄🌲wrn bchao yviyan,drti khe pukar ke hm sudrege jg sudrega yviyan,hindustan ka svi 1+1.......bche ypne ykhnd🌍 bhart ka 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍vvisy he yviyan,yog kre soyth rhe soyth rhege to bchega snskar bchega to 🌙🌞💫🪐📒📕📔📙📿🙏👌✍vvisy bchega ,jay siya ram jay mata ji ki jay sty snatn jay ma bharti🙏🙏
Jay shree Ram...
Vishwa nath 🦁
Kash Ye Ramayan Valmiki Ramayana ke upar bani hoti to or achha lagta
🌻🌺🌹🌸🏵💐⚘🌼🌷💮🥀l l om satyajyeshthaay shri aditya amarya namah: l l🥀💮🌷🌼⚘💐🏵🌸🌹🌺🌻
🚩🚩⛳⛳🚩🚩⛳⛳jai shree aditya amarya🚩🚩⛳⛳🚩🚩⛳⛳
*🌻गृहस्थ या साधु ?🌻*
*एक व्यक्ति कबीरजी के पास गया और बोला- मेरी शिक्षा तो समाप्त हो गई। अब मेरे मन में दो बातें आती हैंएक यह कि विवाह करके गृहस्थ जीवन यापन करूँ या संन्यास धारण करूँ? इन दोनों में से मेरे लिए क्या अच्छा रहेगा यह बताइए?कबीरजी ने कहा दोनों ही बातें अच्छी है जो भी करना हो,वह सोच-समझकर करो और वह उच्चकोटि का हो। उस व्यक्ति ने पूछा उच्चकोटि का कैसे है? कबीरजी ने कहा- किसी दिन प्रत्यक्ष देखकर बतायेंगे वह व्यक्ति रोज उत्तर प्रतीक्षा में कबीर के पास आने लगा।*
*एक दिन कबीरजी दिन के बारह बजे सूत बुन रहे थे। खुली जगह में प्रकाश काफी था कबीर साहेब ने अपनी धर्म पत्नी को दीपक लाने का आदेश दिया। वह तुरन्त बिना किसी सवाल के जलाकर लाई और उनके पास रख गई। दीपक जलता रहा वे सूत बुनते रहे।*
*सायंकाल को उस व्यक्ति को लेकर कबीरजी एक पहाड़ी पर गए। जहाँ काफी ऊँचाई पर एक बहुत वृद्ध साधु कुटी बनाकर रहते थे। कबीरजी ने साधु को आवाज दी। महाराज आपसे कुछ जरूरी काम है कृपया नीचे आइए। बूढ़ा बीमार साधु मुश्किल से इतनी ऊँचाई से उतर कर नीचे आया। कबीरजीने पूछा आपकी आयु कितनी है यह जानने के लिए नीचे बुलाया है। साधु ने कहा अस्सी बरस। यह कह कर वह फिर से ऊपर चढ़ा। बड़ी कठिनाई से कुटी में पहुँचा। कबीरजी ने फिर आवाज दी और नीचे बुलाया। साधु फिर आया। उससे पूछा- आप यहाँ पर कितने दिन से निवास करते है? उनने बताया चालीस वर्ष से। फिर जब वह कुटी में पहुँचे तो तीसरी बार फिर उन्हें इसी प्रकार बुलाया और पूछा- आपके सब दाँत उखड़ गए या नहीं? उसने उत्तर दिया। आधे उखड़ गए। तीसरी बार उत्तर देकर वह ऊपर जाने लगा तब इतने चढ़ने उतरने से साधु की साँस फूलने लगी,पाँव काँपने लगे। वह बहुत अधिक थक गया था फिर भी उसे क्रोध तनिक भी न था।*
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Jai Sri Ram 🙏🙏🚩🚩
𝙅𝙖𝙞 𝙎𝙝𝙧𝙞 𝙍𝙖𝙢
Jai laxaman ji
🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Joy sri ram
Balak relexing 🦁
🙏🙏
Bhagwan sabko buddhi dden
Jb
Khamush