आर्ष गुरुकुल, वानप्रस्थ साधक आश्रम रोज़ड की गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय १४ अप्रेल २०२४
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- Опубліковано 14 кві 2024
- सादर नमस्ते,
वानप्रस्थ साधक आश्रम, वैदिक ज्ञान, सिद्धांत, ध्यान, साधना और अध्यात्म को समर्पित संस्थान है।
हम, वानप्रस्थी साधक- साधिकाओं को शुद्ध शान्त प्राकृतिक वातावरण में आध्यात्मिक चेतना व साधना अनुकूल अवसर प्रदान करने के लिए,
आदर्श वैदिक आर्ष गुरुकुल का संचालन करने के लिए,
महाभाष्य तक सम्पूर्ण व्याकरण, निरुक्त, छन्द-शास्त्र, धर्मसूत्र, गृह्यसूत्र, श्रौतसूत्र, मीमांसा सहित छह दर्शन, 11 उपनिषद्, आदि आर्ष ग्रन्थों के अध्ययन का अवसर प्रदान करने के लिए,
योग शिविर, ध्यान शिविर, ध्यान प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर, संध्या शिविर, क्रियात्मक योगाभ्यास शिविर, आत्ममंथन शिविर, यज्ञ प्रशिक्षण शिविर, यज्ञ मन्त्रार्थ शिविर, दम्पती शिविर, महिला जागृति शिविर, किशोर निर्माण शिविर, किशोरी निर्माण शिविर, संस्कृत सम्भाषण शिविर, सूचना तकनीक शिविर, वैदिक दर्शनों के अध्ययन के लिए स्वाध्याय शिविर, संस्कृत भाषा व व्याकरण के लिए अध्ययन शिविर आदि शिविरों का आयोजन करने के लिए,
वैदिक ग्रन्थों का प्रकाशन और वितरण करने के लिए,
धर्मार्थ चिकित्सालय का संचालन करने के लिए,
वर्ष भर सातों दिन, १२ घण्टें अनवरत यज्ञ करने के लिए,
और अग्निहोत्र का जन सामान्य में प्रचार प्रसार करने के लिए कृतसंकल्प हैं ।
भवदीय
वैदिक ज्ञान सिद्धान्त ध्यान साधना और अध्यात्म को समर्पित संस्थान
वानप्रस्थ साधक आश्रम, आर्यवन, रोजड़, त.-तलोद, साबरकांठा, गुजरात-383307
vaanaprastharojad@gmail.com
दूरभाष - 9427059550
आर्य समाज अमर रहेगा ।छोटे से ब्रह्मचारी को ढेरो आशिर्वाद। 🙏🙏
Bahut hi achcha program yahan ki vyavastha hai yahan ki dincharya yahan ke brahmcharya ka vyavhar yahan ke gurujanon ka vyavhar bahut hi badhiya hai parampita Parmatma ki kripa hamesha ine sabhi per Bani rahe
Om Paramapurusate Namaha Om🙏🙏🙏🙏🙏
ओउ्म सभी को सादर नमस्ते जी
नमस्ते मुनि जी। आर्ष गुरूकुल का कार्यक्रम अति सराहनीय एवं प्रेरणादायी है। आर्यों का तीर्थ स्थल का निर्माण हो रहा है। ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ऐसे गुरूकुल निरन्तर प्रगतिशील रहें।
छोटे से ब्रह्मचारी को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि आचार्य ज्ञानेश्वर जी वानप्रस्थ फिर से लौट आए हैं😊😊
बहुत सुंदर कार्य क्रम। वाह वाह वाह 🙏🙏
सभी आचार्यगण को सादर प्रणाम🙏
कार्यक्रम बहुत अच्छा हुआ है
ઓમ નમસ્તેજી પ્રણામ
सब गुरु जन को प्रणामजी
छह साल का बच्चा पूरी अष्टाध्यायी को कण्ठस्थ कर के आये हैं , गुरुकुल में अष्टाध्यायी पढने के लिए।
धन्य हैं उनके मातापिता । धन्य हैं यह ब्रह्मचारी । नमो नमः ।
🙏🙏
सभी वरिष्ठ एवं कनिष्ठ आर्यजनों को सादर नमस्ते जी। 🙏😊🚩
आप सब को सादर नमन, जी ।
Namsate
सभी को सादर नमस्ते 🌹🍎🙏
नमस्ते,स्वामीजी। बहुत ही सुन्दर कार्यक्रम। नमो नमः ।
Samabesh dekhne ,sunane ,janane hetu achha laga dha nyabad
Kripa kar apke vanprasth ashram me rahnne ke kitni ayu,aur vishesh kuchh niyam ho to bata ye dhanyabad
मंच पर इतने लोगोंकी क्या आवश्यकता है