YOGA FOR PREGNANT WOMEN PART 1.mp4

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 11 вер 2024
  • परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज ने इस विडियो माताओं व बहनों के लिये योग
    बहुत उपयोगी हैं इसके बारे में बतायें हैं |
    जो माताएं व बहने गर्भवती हैं उनके लिये योग बहुत जरुरी हैं, क्योकि की आज
    नवजात शिशुओं की व्याधियां बढती जा रही हैं, गर्भ से ही बच्चे कमजोर,डायबटीज,
    पैदा हो रहे हैं, पैदा होते ही हार्ट की परेशानी हार्ट में छेद होना आम समस्या
    हो चुकी हैं, देश में हजारो बच्चे इस रोग से पीड़ित हैं, बच्चो को प्रारम्भ से
    ही अस्थमा की समस्या एलर्जी इत्यादि यह समस्या शुरू हो जाती हैं | नवजात शिशु
    निरोग हो स्वस्थ हो अच्छे वजन में हो | जो गर्भवती माताएं बहने धुम्रपान करती
    हैं, उनका जो नवजात शिशु होता हैं अपेक्षाकृत वजन कम होता हैं | 200 से 400 तक
    यह अन्तर पड़ जाता हैं | नवजात शिशु का जितना वजन होगा वह जीवन भर स्वस्थ
    होगा,पुरे विश्व में अब इसके ऊपर चर्चा चल रहा हैं की कौन बच्चे आगे चलकर
    ज्यादा बीमार होते हैं और पुरे जीवन बह किस समस्या को झेलना पड़ता हैं | जो
    बच्चे जिनका जन्म के समय वजन कम होता हैं, उन्हें हार्ट, डायबटीज और अन्य
    समस्यायों से जूझना पड़ता हैं,यह गर्भवती माताओं के ऊपर बहुत प्रदयित्व हैं की
    इस धरती पर फिर से भगवान श्री राम व कृष्ण जैसी संताने पैदा हो, माताओं के ऊपर
    यह दायित्व हैं की उनके गर्भ से पैदा हुए संताने के ऊपर साहस प्रकारम बलवान हो
    तन स्वस्थ हो बीमार न हो वह देश के सभी जितने भी वीर बलवान हो उनकी तरह हो |
    इसलिये हर माँ को सीता बनना पड़ेगा | आज हर व्यक्ति राष्ट्र द्रोह का जाने
    अनजाने काम कर रहा हैं, खी वो व्यापार के क्षेत्र वह अपने कार्य को करते करते
    ऐसा कर देता हैं जिससे राष्ट्र का हित हो जाता हैं |
    गर्भवती माताओं के लिए एक कार्यक्रम रखा गया हैं जिसका उदेश्य हैं माँ स्वस्थ
    हो जच्चा - बच्चा स्वस्थ हो इसके लिए जरुरी हैं की गर्भवती माताओं को
    प्राणायाम और इसके साथ साथ खान - पान व विचारो पर भी ध्यान देना पड़ेगा, क्योकि
    माँ के हृदय से ही बच्चा का हृदय बनता हैं, अगर आपको सच्चे अर्थो में माँ बनना
    हैं तो खान - पान का ध्यान रखना पड़ेगा आचार - विचार का ध्यान रखना पड़ेगा उचित
    व्यायाम भी करना पड़ेगा जब माताएं बहने गर्भवती होती हैं तब बहुत लोगो को कमर
    दर्द, उलटी,दस्त हो जाते हैं किसी किसी का बी पी हाई हो जाता हैं किसी को पहले
    से अस्थमा हैं वो बढ़ जाता हैं | गर्भ अवस्था में दवाइयां खाने से और नुकशान
    पहुचता हैं | गर्भवती मताए बहने जो खाती है पीती हैं उसका सारा प्रभाव बच्चे
    पर पड़ता हैं अगर माँ हसती है तो बच्चा भी हँसता हैं | अगर माँ के आँखों में
    आशु हैं तो बच्चा अंदर रोता हैं, इसलिए प्रसंता के साथ माताओं बहनों के लिए
    खास प्राणायम, प्राणायाम बहुत धीमी गति से करना हैं 7 प्राणायाम हम बताते हैं
    लेकिन गर्भवती महिलाओ को कपालभाती, बाह्य प्राणायाम नही करना हैं गर्भवती
    माताओं बहनों को बहुत ज्यादा गर्मी पसीना आता हो बी पी हाई रहता हो थाईराइड की
    समस्या हैं तो उनके प्राणायामो को करने से ठीक होते हैं कुछ प्राणायाम ऐसे हनी
    जों गर्भवती महिलाओ के लिए हैं, भस्त्रिका प्राणायाम श्वास को अंदर भरे हाथो
    को ध्यान मुद्रा में , वायु मुद्रा में या ज्ञान मुद्राdepression मन शांत
    रहेगा इत्यादि जोड़ो में दर्द गर्भवस्ता में किसी भी तरह के रोग हैं तो यह
    प्रणायाम करे वो ठीक हो जायेंगे सुबह खाली पेट शाम को भी इस प्राणायामो को कर
    सकते हैं | गर्भवती माताओ को धीरे धीरे भस्त्रिका प्राणायाम करना चाहिए | आप
    गायत्री या ॐ का भी जाप कर सकते हैं या अन्य धर्म पन्त के है तो उसके मंत्रो
    का जाप कर सकते हैं

КОМЕНТАРІ • 152