ब्राह्मण कोई जाति नहीं है ब्राह्मण कोई जन्म कुल नहीं है ब्राह्मण है वर्ण चरित्र पद शूद्र ब्राह्मण बन सकता है और ब्राह्मण शूद्र बन सकता है मनुस्मृति 10/65 में भगवद गीता 18/42 में ब्राह्मण वर्ण के 9 गुण होते है. ब्राह्मण वर्ण का मतलब है ब्रह्मज्ञानी सतगुरु
आचार्य श्री नमस्ते आयुष्मान भव: ओ३म् ।
नमस्ते आचार्यजी।
आचार्य जी सादर प्रणाम
सादर नमस्ते आचार्यजी
आचार्यजी,सादर नमस्ते जी
🙏 nameste aacharya ji
ब्राह्मण कोई जाति नहीं है
ब्राह्मण कोई जन्म कुल नहीं है
ब्राह्मण है वर्ण चरित्र पद
शूद्र ब्राह्मण बन सकता है और ब्राह्मण शूद्र बन सकता है मनुस्मृति 10/65 में
भगवद गीता 18/42
में ब्राह्मण वर्ण के 9 गुण होते है.
ब्राह्मण वर्ण का मतलब है ब्रह्मज्ञानी सतगुरु