वैसे तो सृजन एक निरन्तर प्रक्रिया है,जो बिना थके-हारे लगातार चलायमान रहती है,पर एक सृजनकर्ता के लिए वर्षा ऋतु एक नई जोश-खरोस और उमंग का वातावरण विकसित करता है, जिसके प्रभाव में आकर प्रकृति जगत की तमाम जीव-जंतु,पशु-पक्षी,पेड़ -पौधों में सृजन का बुनियादी आधार जीवन और प्रेम का ऐसा संचार करता है मृतप्राय जीव-जंतु, पशु-पक्षी और पेड़-पौधों में भष्मांकुर निकल आती है,जिसका असर आप प्रकृति जगत में मुरझाती हुई तमाम जिंदगीयों में चहुंओर फिर से हरियाली को खिलते हुए देखते हैं। ऐसे में प्रकृति जगत की तमाम जीव मानो मदहोश हो नाचते-गाते स्वत: झूम उठते हैं,जिसकी आहट पृथ्वी पर स्वत: सुनाई पड़ने लगती है।खेत खलिहानों से लेकर घर आंगन तक,पेड़-पोधों से लेकर बाग बगीचों तक,नर-नारी से लेकर पशु-पक्षियों के हृदयों में गीतों की स्वरों की लहरी की धमक,हम-सब की कानों में गूंजने की लगता है। एक तरफ झींगुर,पपीहा,कोयल आदि की सुर लहरी,तो दूसरी तरफ़ नदी, झरना, पोखरा और अहरा में कल-कल करती बरसाती पानी की गीत,तो कहीं खेतों में रोपनियों की सुरीली तानें जैसे मुर्द्दों में भी जीवन की अंकुर बो दिया हो, ऐसे में बिरहनीयां जिसकी बलमुवा या तो परदेश में बसते हैं या रूठ के कहीं चले गए हों, वैसे तमाम बिरहनियां के हृदयं तलों में भी पिया प्रेम की लौ जल जाती है और फिर उसके मन में पिया मिलन की ऐसी आग लगती है,जिसकी व्याख्या या अनुभूति उनके सिवाय कोई दूजा कर ही नहीं सकता है। बावजूद, हमारी लोक-संस्कृति में यह दुस्साहस गीतकारों ने करने की कोशिश की है, जिसे संगीत प्रेमी ॑ कजरी ॑ की विधा के रूप में जानते हैं। हमारे देश की हिंदी पट्टी इलाकों में वर्षा ऋतु की आगमन के साथ ही आषाढ़ और सावन मास में लोकगीत की परम्परा में कजरी गीतों को गाने और सुनने की बड़ी धूम रहती है। अब तो डिजिटल एज में सोशल मीडिया पर भी हमारी लोकगायकों और लोकगायिकाओं द्वारा सोशल मीडिया की विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रस्तुति कर उसे संरक्षित एवं संवर्धित करने की अथक प्रयास हो रही है। वैसे हमारे यहां "कजरी" गाने की एक लंबी प्राचीन परम्परा रही है। माना जाता है कि मिर्जापुर से निकल कर, बनारस के रास्ते "कज़री" लोकगीत, आज़ देश-विदेश तक अपनी धमक बना चुकी है।यह विधा मुख्यतौर पर प्रेम पर आधारित है, लेकिन अब इसकी विषय वस्तु में कहीं-कहीं विस्तार भी देखी जा रही है,जो इसकी वास्तविक सौन्दर्य को धूल-धूसरित भी करती है। बहरहाल, कजरी लोकगीत पर भी मुझे लगता है पैट्रीआर्की संस्कारों का गहरा प्रभाव है।यह सर्वमान्य सत्य है कि समाज की सामाजिक संरचनाओं का उसकी लोकगीतों पर भी व्यापक प्रभाव पड़ता है। समाज अगर पितृसत्तात्मक हो तो उसकी लोकगीत भी उसे ही पुष्ट करती नजर आएंगी,जैसा कि कजरी विधाओं में खुब प्रलक्षित होता है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कजरी में स्त्री प्रेम और विरह को बहुत ही खुबसूरत और मार्मिक अंदाज में उकेरा जाता है, जिसे देख-सुन लोग अपने को भावविभोर होने से नहीं रोक पाते हैं। जबकि प्रेम या विरह दो दिलों की अनूभूति है।जब मिलन या विरह की आग लगती है तो एक तरफा नहीं लगती , दो तरफा लगती है।क्या मर्द प्यार नहीं करता है ? क्या उसके पास दिल नहीं होता है ? क्या वह औरतों के विषय में इतना क्रूर होता है कि उसके प्रति उनकी विरह संवेदनाएं बिल्कुल सुख जाती है या मर जाती है ? बिल्कुल नहीं, तो ऐसे में कजरी गीतों में मर्दों की स्त्री के प्रति प्रेम और विरह संवेदनाएं हासिए पर क्यों है ? सारी की सारी कजरी लगभग स्त्री की प्रेम और पीड़ा को ही क्यों आलोकित करता है ? इसकी जड़ में हमारे समाज की पितृसत्तात्मक संरचनाएं है,जो प्रेम और विरह वेदना को स्त्री के हिस्से में डालकर,वह उसपर अपनी श्रेष्ठता अक्षुण्ण रखना चाहता है।अब समय बहुत बदल गया है, पितृसत्तात्मक सत्ता भी ढ़ह रही है, ऐसे में उसका असर कजरी गीतों पर भी दिखना चाहिए। गीतकारों को चाहिए कि मर्दों की भी स्त्री प्रेम की मिलन और विरह संवेदनाओं पर आधारित गीतों की संरचना हो और उसकी भी स्त्री के प्रति प्रेम और विरह की संवेदना कजरी गीतों में प्रमुखता से दृष्टि गोचर हो। अंतिम भाग पार्ट १ पर....
वाह मोर प्यारी बिटिया संजोली, आप ने बहुत ही बढ़िया ढंग से कजरी गीत सुनाया है। सुन कर मेरा दिल बाग बाग हो गया। बेटी आप की आवाज में जो खनक है, वो मेरे हनुमान जी सदा ऐसे ही सुमधुर आवाज बनाये। रखें व आप सदा ऊंचे पायदान पर चढ़ते जाओ, यही मेरी मनोकामना है।आपको ढेरों आशीर्वाद शुभकामनाएं। राम सुखगुप्ता बवानीखेड़ा जिला भिवानी हरियाणा।
आपके हर एक शब्द में गाने का पूरा पूरा भाव सहित वेदना को साफ़ देखा जा सकता है, दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं 👍🙏👍👍💐🌹 आप ऐसे ही हम लोगों को सुन्दर गाने से ओत-प्रोत करती रहें 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 बहुत ही अच्छा लगा यह कजरी सुन कर 👍👍
Viyog shringaar se yukt yah geet bahut hi hriday sparshi hai, usme bhi aapka sumadhur aawaj mann ko mugdh kar deta hai....... Aapki awaaj me gajab ka jaadu hai Sanjoli ji.
Aapke kajri geet ko mai daily bar bar sunta hu phir bhi man nahi bharta. Aaj aapke jaise singer ki jarurat hai jiske geet ko parivar me sabhi sun sake.
वाह बहिनी वाह बहुत आनंदित गीत गाया है आप ने आज हमारे समाज को ऐसे ही गीतों की दरकार है आप से हम सब को बहुत सारी उम्मीदें हैं मां शारदा की कृपा सदैव बनी रहै 🙏❣️🙏👍👍👍👍👍👍👍
आपको बहुत बधाई. बहुत सुंदर सराहनीय कार्य हम अपनी माटी और मातृभाषा से दूर रहकर भी आप जैसे लोकगायक कलाकारों की गीत नृत्य परिवार संग देखते सुनते हैं तो अपनी माटी, जीवन सजग हो जाता है.
{ धरोहर ग्रुप की शानदार प्रस्तुति} अवध की पारंपरिक प्राचीन धरोहर लोक संस्कृति एवं लोक लोक सभ्यताओं पर आधारित कजरी की विधाओं में {मिर्जापुर }कजरी गीत की सुंदर प्रस्तुति है !! आपका यह संदेश युवा पीढ़ी के लिए भविष्य में प्रेरणादायक रहेगा!! आपको हमारी ओर से अनंत अनंत हार्दिक शुभकामनाएं !! धरोहर टीम को भी बहुत-बहुत बधाई !!
Ati sunder aoum bahut badhiya kajari geet hai Ms sanjoli Pandy ji aap ko is behtarin aoum madhur kajari geet ke liye bahut bahut dhanyabad aoum tahe Dil se sukriyai is behtarin kajari geet ke liye bhagwan aap per hamesa kripa banay rakhen aour swasthya rakhen 🙏🙏❤️❤️🌹🌹🌺🌺🌺🏵️🌸🌸🌺❤️ binay Kumar choubey Patna Bihar
वैसे तो सृजन एक निरन्तर प्रक्रिया है,जो बिना थके-हारे लगातार चलायमान रहती है,पर एक सृजनकर्ता के लिए वर्षा ऋतु एक नई जोश-खरोस और उमंग का वातावरण विकसित करता है, जिसके प्रभाव में आकर प्रकृति जगत की तमाम जीव-जंतु,पशु-पक्षी,पेड़ -पौधों में सृजन का बुनियादी आधार जीवन और प्रेम का ऐसा संचार करता है मृतप्राय जीव-जंतु, पशु-पक्षी और पेड़-पौधों में भष्मांकुर निकल आती है,जिसका असर आप प्रकृति जगत में मुरझाती हुई तमाम जिंदगीयों में चहुंओर फिर से हरियाली को खिलते हुए देखते हैं। ऐसे में प्रकृति जगत की तमाम जीव मानो मदहोश हो नाचते-गाते स्वत: झूम उठते हैं,जिसकी आहट पृथ्वी पर स्वत: सुनाई पड़ने लगती है।खेत खलिहानों से लेकर घर आंगन तक,पेड़-पोधों से लेकर बाग बगीचों तक,नर-नारी से लेकर पशु-पक्षियों के हृदयों में गीतों की स्वरों की लहरी की धमक,हम-सब की कानों में गूंजने की लगता है। एक तरफ झींगुर,पपीहा,कोयल आदि की सुर लहरी,तो दूसरी तरफ़ नदी, झरना, पोखरा और अहरा में कल-कल करती बरसाती पानी की गीत,तो कहीं खेतों में रोपनियों की सुरीली तानें जैसे मुर्द्दों में भी जीवन की अंकुर बो दिया हो, ऐसे में बिरहनीयां जिसकी बलमुवा या तो परदेश में बसते हैं या रूठ के कहीं चले गए हों, वैसे तमाम बिरहनियां के हृदयं तलों में भी पिया प्रेम की लौ जल जाती है और फिर उसके मन में पिया मिलन की ऐसी आग लगती है,जिसकी व्याख्या या अनुभूति उनके सिवाय कोई दूजा कर ही नहीं सकता है। बावजूद, हमारी लोक-संस्कृति में यह दुस्साहस गीतकारों ने करने की कोशिश की है, जिसे संगीत प्रेमी ॑ कजरी ॑ की विधा के रूप में जानते हैं। हमारे देश की हिंदी पट्टी इलाकों में वर्षा ऋतु की आगमन के साथ ही आषाढ़ और सावन मास में लोकगीत की परम्परा में कजरी गीतों को गाने और सुनने की बड़ी धूम रहती है। अब तो डिजिटल एज में सोशल मीडिया पर भी हमारी लोकगायकों और लोकगायिकाओं द्वारा सोशल मीडिया की विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रस्तुति कर उसे संरक्षित एवं संवर्धित करने की अथक प्रयास हो रही है। वैसे हमारे यहां "कजरी" गाने की एक लंबी प्राचीन परम्परा रही है। माना जाता है कि मिर्जापुर से निकल कर, बनारस के रास्ते "कज़री" लोकगीत, आज़ देश-विदेश तक अपनी धमक बना चुकी है।यह विधा मुख्यतौर पर प्रेम पर आधारित है, लेकिन अब इसकी विषय वस्तु में कहीं-कहीं विस्तार भी देखी जा रही है,जो इसकी वास्तविक सौन्दर्य को धूल-धूसरित भी करती है।
बहरहाल, कजरी लोकगीत पर भी मुझे लगता है पैट्रीआर्की संस्कारों का गहरा प्रभाव है।यह सर्वमान्य सत्य है कि समाज की सामाजिक संरचनाओं का उसकी लोकगीतों पर भी व्यापक प्रभाव पड़ता है। समाज अगर पितृसत्तात्मक हो तो उसकी लोकगीत भी उसे ही पुष्ट करती नजर आएंगी,जैसा कि कजरी विधाओं में खुब प्रलक्षित होता है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कजरी में स्त्री प्रेम और विरह को बहुत ही खुबसूरत और मार्मिक अंदाज में उकेरा जाता है, जिसे देख-सुन लोग अपने को भावविभोर होने से नहीं रोक पाते हैं। जबकि प्रेम या विरह दो दिलों की अनूभूति है।जब मिलन या विरह की आग लगती है तो एक तरफा नहीं लगती , दो तरफा लगती है।क्या मर्द प्यार नहीं करता है ? क्या उसके पास दिल नहीं होता है ? क्या वह औरतों के विषय में इतना क्रूर होता है कि उसके प्रति उनकी विरह संवेदनाएं बिल्कुल सुख जाती है या मर जाती है ? बिल्कुल नहीं, तो ऐसे में कजरी गीतों में मर्दों की स्त्री के प्रति प्रेम और विरह संवेदनाएं हासिए पर क्यों है ? सारी की सारी कजरी लगभग स्त्री की प्रेम और पीड़ा को ही क्यों आलोकित करता है ? इसकी जड़ में हमारे समाज की पितृसत्तात्मक संरचनाएं है,जो प्रेम और विरह वेदना को स्त्री के हिस्से में डालकर,वह उसपर अपनी श्रेष्ठता अक्षुण्ण रखना चाहता है।अब समय बहुत बदल गया है, पितृसत्तात्मक सत्ता भी ढ़ह रही है, ऐसे में उसका असर कजरी गीतों पर भी दिखना चाहिए। गीतकारों को चाहिए कि मर्दों की भी स्त्री प्रेम की मिलन और विरह संवेदनाओं पर आधारित गीतों की संरचना हो और उसकी भी स्त्री के प्रति प्रेम और विरह की संवेदना कजरी गीतों में प्रमुखता से दृष्टि गोचर हो।
अंतिम भाग पार्ट १ पर....
Apki lekhni achhi jai Ranjan ji.
Good song
nice
amreet jaisa hai aapka ye kajri geet . Aapko aur aapke samast team ko mera Sadar pranam 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद
Sawan ke bad bhado me bhi aapke kajri ko sun raha hu. Mp chhindwara me kafi baris hoti hai. Baris me kajri ka aanand le rahe hai 🙏🙏
बहुत मनमोहक गीत पांडेय जी
पाण्डेय जी ,इस प्यारे कजरी के लिए आप को बहुत बहुत धन्यवाद ।
सारगर्भित शब्दों के साथ सुन्दर कजरी गाया आपने, बहुत बहुत धन्यवाद आपको, ऐसे ही शानदार संस्कृति को बढाते रहिए😊
बिटिया पांडे जी को धन्य बाद बहुत अच्छा गला चलता है उसके लिए बहुत बहुत बद्याई व शुभ कामनाएं
Bahut bahut dhanyawad
अति सुंदर सन्जोली पाण्डेय जी
Bahut. Sunder. Sawar. Aur. Bahut. Sunder. Geet. Aur. Bahut. Hi. Tanamaiyata. Ke. Sath. Dhanayabad
वाह मोर प्यारी बिटिया संजोली, आप ने बहुत ही बढ़िया ढंग से कजरी गीत सुनाया है। सुन कर मेरा दिल बाग बाग हो गया। बेटी आप की आवाज में जो खनक है, वो मेरे हनुमान जी सदा ऐसे ही सुमधुर आवाज बनाये। रखें व आप सदा ऊंचे पायदान पर चढ़ते जाओ, यही मेरी मनोकामना है।आपको ढेरों आशीर्वाद शुभकामनाएं। राम सुखगुप्ता बवानीखेड़ा जिला भिवानी हरियाणा।
बहुत सुरीली आवाज आपकी पाण्डेय जी इसी तरह आप भोजपुरी को आगे बढ़ाते रहें।
खूबसूरत शब्दभाव व संगीत संयोजन, भावपूर्ण प्रस्तुति, शानदार फिल्मांकन।
पूरी टीम को बधाई, शुभकामनाएं💐💐
बहुत खूब सूरत दीदी
संजोली
तू अपनी आवाज़ से दिल में उतर गई है......
बहुत-बहुत धन्यवाद
गीत से अथाह प्रेम और विरह झलक रहा है, आपके स्वर ने एक अनुरोध जोड़ दिया है।
बहुत गज़ब गाया है 👏
(Kajri Queen👍)
Sanjoli ji
Song queen
@@pappusonkar5929 the
Hi
बहुत-बहुत दिल से आभार आपका बहुत सुंदर लिखा आपने अच्छा लगा
अति सुंदर कजरी अति सुंदर लोकेशन अति सुंदर रचना अति सुंदर आवाज प्रशंसा करने के लिए शब्द भी नहीं है❤❤❤❤❤
दिल से धन्यवाद आपका यह स्नेह सदैव बना रहे
Aapko koti koti pranam 🙏🙏 . Itni sundar kajri geet bahut salo ke bad suna. Meri aatma prafullit ho gai.
Thanks a lot
आपके हर एक शब्द में गाने का पूरा पूरा भाव सहित वेदना को साफ़ देखा जा सकता है, दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं 👍🙏👍👍💐🌹
आप ऐसे ही हम लोगों को सुन्दर गाने से ओत-प्रोत करती रहें 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 बहुत ही अच्छा लगा यह कजरी सुन कर 👍👍
Bahut dhnywad
Wah bahut pyara kajarigeet sunakar man prasann ho gaya superb 👌👌👌👌
धन्यवाद
Bahut Sundar lag didi ji 🙏👌
बहुत ही भाव पूर्ण प्रस्तुति। आप के गीत का इंतजार रहता है।❤️❤️ शुभकामनाये।
समग्र मे आहाँ के कजरी बहुत बहुत बहुत निक लागल , सँजोली बौवा
👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Waah bahut sunder kajri geet ❤👌
Laajawaab prastuti 👍🎉🌹
Thank u soooo much
Bahut Bahut Badhaee aapko Mirjapuree kajaree sunane ke Leeye Savanee Sanjoli jee .
Bahut hi sundar geet
Jai ho Pandey sanjoli ji
Wonderful very much appreciated for song and acting of the singer
May God bless you for great success in future
कितना अच्छा लगा ये लिख सकता जरूर लिखता , बढ़िया🎉🎉🎉❤❤
ये गीत मुझे बहुत पसंद आया संजोली जी आप हमेशा खुश रहें 👍
सावन का बहुत ही सुंदर गीत
बहुत ही सुन्दर है जय माता की जय गुरूवर की जय गुरूवर की जय गुरूवर की जय
Wah ati sundar
Viyog shringaar se yukt yah geet bahut hi hriday sparshi hai, usme bhi aapka sumadhur aawaj mann ko mugdh kar deta hai....... Aapki awaaj me gajab ka jaadu hai Sanjoli ji.
बहुत सुंदर बोल और उससे भी प्यारा स्वर❤
वाह क्या बात है 👌
वह जी बेटीयां आप के गीत बहुत सुन्दर है
Thank you
Bahut sundar Kajri Geet hai thank you very much Sanjoly G God bless you like you
Aapke kajri geet ko mai daily bar bar sunta hu phir bhi man nahi bharta. Aaj aapke jaise singer ki jarurat hai jiske geet ko parivar me sabhi sun sake.
इस प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत आभार
वाह बहिनी वाह बहुत आनंदित गीत
गाया है आप ने आज हमारे समाज को ऐसे ही गीतों की दरकार है आप से हम सब को बहुत सारी उम्मीदें हैं मां शारदा की कृपा सदैव बनी रहै 🙏❣️🙏👍👍👍👍👍👍👍
बहुत-बहुत धन्यवाद भैया
🎉🎉🎉bahut achha laga
क्या मधुर गीत वाह वाह....
आपको बहुत बधाई. बहुत सुंदर सराहनीय कार्य हम अपनी माटी और मातृभाषा से दूर रहकर भी आप जैसे लोकगायक कलाकारों की गीत नृत्य परिवार संग देखते सुनते हैं तो अपनी माटी, जीवन सजग हो जाता है.
बहुत बहुत धन्यवाद आपका।ऐसे ही साथ बने रहिये🙏
Sundar geet
बहुत सुंदर कजरी
{ धरोहर ग्रुप की शानदार प्रस्तुति}
अवध की पारंपरिक प्राचीन धरोहर लोक संस्कृति एवं लोक लोक सभ्यताओं पर आधारित
कजरी की विधाओं में {मिर्जापुर }कजरी गीत की सुंदर प्रस्तुति है !!
आपका यह संदेश युवा पीढ़ी के लिए
भविष्य में प्रेरणादायक रहेगा!!
आपको हमारी ओर से अनंत अनंत हार्दिक शुभकामनाएं !! धरोहर टीम को भी बहुत-बहुत बधाई !!
आभार आभार आभार
Bad nik. महादेव❤
Bhut Sundar kajare geet 👌👌
Bahut sunder..kajri bahanji
मनमोहक प्रस्तुति,शानदार ,गायन मन को छू गया
Sawan ki fuhaar
Phir kajari aapake swar me bahut hi sundar lag raha hai.
Very lovely song.
Bahut sunder kajri
Bahut sunder Kajari ki prastuti
Bahut sundar
🎉🎉Bahut bahut badhai ho🎊🎊🎊
Joradar Kajri
बहूत सुंदर गीत
App to gazabe gatee hai. Wonder full presentation.
महान गीत और महान गायिका।
जय हो अति सुंदर प्रस्तुति सादर प्रणाम जय जय श्री राम🙏🚩
बहुत बहुत सुंदर💐👌
Bahut hi sundar singing kiya hai sister🙏👌
Supar git kajari
बहुत ही अच्छा
अत्यंत मन मोहक प्रस्तुति।
Bahut bahut sundar geet, us par aapki aawaj superb. 👌👌👌👌
Nice beautiful bad main pahale doosari kajari jaldi bhej rkplus👍
Bahut sunder Manmohak swar mein Mirzapuri kajari ki prastuti sanjoli Bahini Jay siya Ram ji
bahut sundar
Ati sunder
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
बहुत मनमोहक आवाज़ है आपका
दिल खुश हो जाता है।❤👌
अति सुन्दर मनमोहक प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।
खुश रहो।
Very nice
गुड फ्राइडे बूआ जी s k t
Bahut hi Sundar Bhav Kaun dhang se mirzapuri Kajari ki prastuti Sanjauli ji bahut bahut dhanyvad aapko
Bahut hi Nek Lagal mirzapuri Kajari sanjoli ji
भोजपुरी की स्तम्भ हैं आप
Ati...sundar
Ati sunder aoum bahut badhiya kajari geet hai Ms sanjoli Pandy ji aap ko is behtarin aoum madhur kajari geet ke liye bahut bahut dhanyabad aoum tahe Dil se sukriyai is behtarin kajari geet ke liye bhagwan aap per hamesa kripa banay rakhen aour swasthya rakhen 🙏🙏❤️❤️🌹🌹🌺🌺🌺🏵️🌸🌸🌺❤️ binay Kumar choubey Patna Bihar
बहुत सुंदर गीत है ।
Bhut hi sunder ❣️
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
Bahut Sunder Geet Didi..😍😍
Shanjoli,Jee,Bahut,Shundar,Geet
Very nice
खूब मधुर आवाज है
बहुत ही सुंदर आप ऐसे ही गाती रहें 👍🙂
थैंक यू सो मच भैया
Sundar Geet
Sundar Singing
आप का प्रयास सराहनीय है
Bahut sundar gaya ki pratibha kedhani sanjo
Sundar atisundar madhur swar dard bhari kajari. Excellent perfomence.
बहुत सुंदर कजरी 🙏🙏
शुभकामना👍
Good sharing aap bhi aao
Bahut accha hai bhabhi jii aap ka kajre geet
Thank you ji
Weldon sanjoli pondey
मीठी आवाज मे अद्भुत गीत
Abhar apka
आभार🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर 🙏
Nice👌👌👌
Very very very very very nice video I like your video
म्यूजिक और गीत दोनों बहुत खूबसूरत है
बहुत-बहुत धन्यवाद
Very beautiful 💐👌
Atti Sundar Songs