Chittorgarh Fort Part 2 | Padmawati Ka Johar Sthal | Padmawati Ka Gufa | Place to Visit in Rajasthan

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  • Опубліковано 1 жов 2024
  • Chittorgarh Fort Part 2 | Padmawati Ka Johar Sthal | Padmawati Ka Gufa | Place to Visit in Rajasthan
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    Videography - ‪@ExploringAbhishek‬
    Credit BG Music: Reality
    Musician: ASHUTOSH
    #history #placetovisit #fort #rajasthan #padmawati #johar #explore #exploringabhishek
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    भारत का सबसे विशाल किला
    यह किला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित है, जो भीलवाड़ा से कुछ किमी दक्षिण में है। यह भारत का सबसे विशाल किला माना जाता है। इस किले में मौजूद प्रवेश द्वार, बुर्ज, महल, मंदिर और जलाशय इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। अपनी खूबसूरती और समृद्ध इतिहास की वजह से यह किला एक विश्व विरासत स्थल है। चित्तौड़ के इस किले को 21 जून, 2013 में युनेस्को विश्व धरोहर घोषित किया गया।
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    इसी किले में हुआ था पहला जौहर
    यह किला कई मायनों में खास है। अपने समृद्ध इतिहास के साथ ही यह किला अपने पहले जौहर का गवाह भी रहा है। रावल रतनसिंह के शासनकाल में अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के दौरान सन 1303 में रानी पद्मिनी ने अपनी 16 हजार दासियों के साथ यहां पहला जौहर किया था। वहीं, राणा विक्रमादित्य के शासनकाल में सन् 1534 ई. में गुजरात के शासक बहादुर शाह के आक्रमण के समय में रानी कर्णवती ने अपनी 13 हजार दासियों के साथ दूसरा जौहर किया था। जबकि तीसरा जौहर राणा उदयसिंह के शासन में अकबर के आक्रमण के समय सन 1568 में पत्ता सिसौदिया की पत्नी फूल कंवर के नेतृत्व में हुआ था।
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    इन वजहों से भी खास है यह किला
    इस किले में एक विजय स्तंभ भी मौजूद हैं, जो 47 फुट वर्गाकार आधार और 10 फुट की ऊंचाई वाले आधार पर बना 122 फुट (करीब नौ मंजिल) स्तंभ है। इसे महाराजा कुम्भा ने बनवाया था और इसका निर्माण कार्य 1440 ई. में शुरू होकर 1448 में पूरा हुआ था। इस किले में जलाशय के बीचोंबीच पद्मिनी महल स्थित है। ऐसा मान्यता है कि जब अलाउद्दीन खिलजी ने शीशे में रानी की झलक देखी थी, तो वह इसी महल में मौजूद थीं। किले में राणा कुम्भा का महल भी मौजूद है। माना जाता है कि रानी पद्मिनी ने इसी महल में जौहर किया था।

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