BOL DIYAAN UNMA - (बोल दियाँ ऊंमा) Garhwali Short Film by Kavilas Negi.
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- Опубліковано 26 сер 2024
- Bol Diyan Unma, roughly translates to 'Do Tell Him', is a poignant tale that touches upon the perils of migration in a very subliminal way through two characters - Badri and Kamla.
Badri is rushing to catch the last bus to the city, when Kamla Bhabhi decides to accompany him till the bus stop. Now Badri must send her back or he will miss this bus.
This story will take you on a long saunter accompanied with conversations.
Director- Kavilas Negi
Screenplay & Dialogues- Meenakshi Negi
Produced by - Atulan Dasgupta (Tribal Boy Films)
Executive Producer- Piyali Roy
Cinematographer- Vijay Tomar
Asst. DP- Pratik Pamecha
Editing - Shubham Kaintura
Art - Kailash bhatt
Drone Camera - Govind Negi
Background Music- Shiv Moorti Singh Rana 'Johnny' (Kinaash Studio)
Song Credit - Folk song sung by Shri Narendra Singh Negi
• Bol Diyan Uma
Recording Studio - A plus Studio (Ranjeet Singh)
Directorial Team:
1st AD - Sohan Chauhan
2nd AD - A. Raphael Jose
Lead Actors:
Anjali Negi
Rajesh Naugain
Other Cast:
Child Artist - Baduli Negi
Neelam Tomar Thapa
Sohan Chauhan
Line Production- Abbu Rawat
Costume - Usha Negi
Hair & Make-up - Rohit Chauhan (Make-Up Dada)
Transport - Ajit Khatri
Walky - Harish Rawat
Sound - Mohit
Spot - Suraj Kandpal & Deepak
Original Story by Shri Vallabh Dobhal
A film made under the guidance of Shri Narendra Singh Negi
Never expected such a touching art . Moreover , actors are at best that has reminded me the classic of MLGUDI DAYS . This gives us new hope in garhwali film industry . Brilliant job kavilash !!!
Q
Brillent kavilash
शाबाश अंजलि बहुत ही खूबसूरत अभिनय एक पहाड़ की नारी की पीड़ा इथगा सूक्षम समय मा पूरी खैरी बयान कनु सौंगू नी होंन्दू पर तुमुन यो संभव करी, कविलाश को निर्देशन सराहनीय छ, पूरी टीम थैं भौत भौत बधै
Brilliant performance
धन्यवाद चाचाजी🙏
😢😢😢 🥺🥺🥺
केवल 10मिनट में पहाड़ की महिलाओं का पूरा दर्द बयाँ कर दिया....नमन है नेगीजी आपको🙏🙏
🙏🙏🙏
😥😥😥
🙏 गढ़ रत्न गढ़वाल के सर ताज श्री नेगी जी को प्रणाम 🙏
बहुत ही अच्छी तरह से दरसाय है पहाड़ की नारी का दुःख 🙏
पहाड़ों का दर्द और सच्चाई बयां की है आपने ❤️
Or apne inke gano ki achhi trh se li h chamoli ji😂
और आपने नेगी जी के पिसे हुए आटे को दुबारा तिबारा पीस पीस कर मैदा बना दिया 🤣🤣
@@soulofhimalaya12 gurudev pehle dekh to lo meri videos mai vlogging krne wala ladka naa ki gaane wala😕
@@AshishChamoli are sorry guru mene singer vala Ashish chamoli glt think kr lia , mine bad bro 😐
@@soulofhimalaya12 koi baat nahi bro ❤️💝
बोल दियाँ उमा , अब तुम्हारी खुद ज्यादा लगनी च
बोल दियाँ उमा अब तुमारी आणे की उम्मीद कम लगणि च
बोल दियाँ उन्मा अपणी ही गांव मा मेहमान ना बंण जाया
बोल दियाँ उमा तिबारी खंदवार हूँनी च
बोल दिया उमा पाल उजड़णु च
बोल दिया उन्मा तुमारी आण की आस मा सुपनियो मा भी कंडाली जामणी च
।
बोल दियाँ उ सब मा
Bahut khoob
🥺👏👏
Mast
😥🙌🙏
🥺🥺🙏🙏
लास्ट की एक लाइन "तुम थे सोँ छी उन्मा कुछ नि बुल्यां " पूरी वीडियो का मतलव समझाता है , सारे कष्ट खुद पर लेकर हमेशा अपनो का ख्याल करना सीखाते है पहाड़ , बस यही बदलाव आया है गाँव छोड़ कर पहले अपनो की खुसी के लिए दुख सह लेते है
आज अपने दुखो को रोना लेकर मुड़कर जाते तक नही है
Right
Sahi kaha bheji
Aakhri ki line aansu le aayi kasam se, Jhass ..
''तुम थे सों छन मेरी , वू म कुछ न बोल्या '' पहाड़ की नारी का पहाड़ सा धैर्य धन्य है पहाड़ की नारी !!
वाह बहुत सुन्दर फिल्म .... अंजली का अभिनय, फिल्म की कथा , निर्देशन सब कुछ ज़बरदस्त है तारीफ़ के लिए शब्द भी कम है ... पहाड़ की स्त्री की खैरी चिंता सब कुछ बयान करती फिल्म .. आँखो में आंसू आ गये बहुत भावुक कर दिया फिल्म ने... पूरी टीम की बधाई और शुभकामनाएँ😊👌🌺🌺🌺🌺
अंतिम पंक्ति में वो शब्द ‘तुम थें सों छन मेरी, वुं म कुछ न बोल्या’ , सच में पहाड़न कितनी दुःख सहन करती है और फिर भी अपनों को उसका एहसास भी नहीं होने देती । धन्य हैं 🙏
सही कहा आप ने वो होती है इसी है अपना दुःख कभी बताती नहीं है🙏
@@poojasati6750 जी
ये शब्द मुझे भावूक कर गया !!!!
सवाल ही सवाल छन, जबाब कैमा नि छन
मिन खैतियाल मन को उमाळ
पर तु वूमा कुछ नि बोलि
भौत मार्मिक, बधै कविलासै पूरि टीम तैं💐
खुदेड़ गीत त अंसधरि देगे आंख्यूं मा।
वाह क्या बेहतरीन गढ़वाली फिल्म बनाई है कविलाश ने। ऐसी गढ़वाली फिल्म जिसमे realistic touch है, बेहतरीन एक्टिंग विशेषकर अंजली नेगी को देखकर मैं हैरान रह गया। ऐसी अदभुत गढ़वाली फिल्म मैंने कभी नहीं देखी। मेरा आभार। आशा करता हु की आप लोगों से ऐसे ही उत्कृष्ट कृतियां देखने को मिलेंगी।
निशब्द
बहुत-बहुत आभार
जो आपने पहाड़ की महिलाओं का दर्द बहुत ही कम समय में बड़ी मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया Thanku Negida
निशब्द कर दिया नेगी जी ने ❤️❤️❤️😭😭😭 पहाड़ की महिला जितना सब्र किसी के पास नहीं हो सकता🙏🙏😭
अच्छयेई आपल शॉर्ट फिल्म इन् बणै कि आप सब्यूँ कि लेखनि न अर अभिनय न रुले दैनी आंखयूं बटि अंशधरी बि चुणा खूणि डेबलों म अट्गिं छिंन बेहतरीन शब्द निच्छन वु थैला वु ख़िरबोज व अकाळ व नांग व ग़रीबी वा कुदशा व धोती वु चप्पल वो उधारी कु लाला । वो ओंका प्रति प्रेम अर भौ आख़िर म गीत का बोलूं न मन म जन अधितु भावुक कु उमाळ बोगण बटि गए ।
शशक्त नारयूं थैं प्रणाम जु बुना कि मिन अपडु उमाल व ख़ैरि त लगेएलि पर तुम कुछ न बोल्यां😢
लाजवाब अभिनय नीलम थापा राजेश नौगाईं भैजी व अंजली जी सुन्दर 👌👌👌
आप सब्यूँ सैल्युट प्रणाम कोटि कोटि नमन नेगी जी व पूरी टीम थैं 💐💐😢💐💐
बहुत सुंदर 10 मिनट में हमारे पहाड़ का प्यार अपनापन सब कुछ समझा दिया स्वर्ग जैसा अपना गॉव और गाँव जैसा आनन्द कही नही है ये हमारा दुभाग्य है की आज हम हर कोई सुख सुबिदा के लिए आपने आपने गांव छोड रहे है
Her misery was definitely painful but something even more heartbreaking was the last line💔
तुमते मेरी सौं छन। उमां कुछ ना बोल्यां।
She would bear it all but would not let her loved ones know of her suffering.
मेरी मां और हमारे परिवार की कहानी कुछ इस तरह ही थी 🙏🙏 आज 29 साल की उम्र हो गई है बाबा जी आज तक घर नहीं लोटे, आपके पुराने गीत आप की कविताएं हर जनमानस से जुड़ी हुई है जुग जुग जिए नेगी जी 🙏🙏
""को दिन नि देखिनी, कु खैरी नि खाई""
पहाड़ का दर्द बयां कर दिया है आपने
So sad😭
🥺🥺🥺🥺🥺
Yll ham to story dekh ke ro gye or aap
@@harshitapatwal9253 kya kre bhen zindagi to jini hai , sangharsh aur mehnat karke gujar basr kar lete hain😭😭
@pradeep rawat thik hu bhaiji
कमाल की एक्टिंग, कमाल की कहानी, और अंत में कमाल की आवाज, मन पसंदीदा पार्ट "" तुमते मेरी सौ, उमा कुछ न बोलिया""🙂😞
Sahi baat
Ha bhai sahi mai mine 10 bar dekhi ye vedio
Aha! Apni matrbhumi ko naman! Parkrti MA ko Charan bandna. Sath hi Negi ji jaise vaktitwa ko koti-koti parnam jinhone hamari saskiri-savyata ko zinda rakhe hue hai.....Har ladki kisi ke dil ka tukda hoti haii....Inka drd barbas hi ankhe nam kr gai...Inke sasakt n jivant abhinay ki liye sadhubad...
शब्द नहीं हैं मेरे पास इस काबिलेतारीफ़ रचना के लिये
चंद मिनटों में पहाड़ की नारियों की खैरी बयां कर दी
धन्य छां तुम नेगी जी 🙏
I felt that when she say
द्य़ूर जी तुम थैं मेरि सौं कुछ ना बोल्या ऊंमा 😢❤❤
अंत में रुला दिया 😭। कितना दर्द है फिर भी मना कर रहीं हैं बताने से ।❣️ ये पहाड़ों में ही हो सकता है ।
yehi toh pyaar hai ek aaurat ka apne pati ke pratik
पहाड़ी संस्कृति पर नाट्य थै ई हद तक मूर्त रुप त सिर्फ नेगी जी दे सकदिन धन्य च आपकी लेखनी अर अनुभव , बहुत सुंदर अभिनय भी।🙏🙏 बहुत बहुत धन्यवाद। रूला दिया आज
Negi ji aap hamesha hamera dil me rahte hai. Aapke jaisa mahaan gaayak koi nahi hoga
Aap uttarakhand ki shaan hai.
Sir,
इस 10 मिनट 29 सेकंड की शॉर्ट फ़िल्म ने उत्तराखंड के गाँव मे रहने वाले महिलाओं ओर उनके परिवार के उन लोगो जो कि रोजगार के लिए शहरो में गये है की कई सालों की पीड़ा और प्रेम को याद दिला दिया है।
दिल को छू जाने वाली फ़िल्म बनाने के लिए कलाकारों और सम्पूर्ण टीम को बहुत बहुत धन्यवाद।
Wah sir bahut saalo baad koi garwhali film dekhi ek aap he hn jo sahi maine m garwhal ko aage pahuchana chahte hn
“बोल दिया ऊमां" बहुत ही मार्मिक फिल्म लगी। गढ़वाल से जाने के चालीस बाद पहली बार सुबह 8 बजे यह फिल्म देखकर आंसुओं का घड़ा फूट गया। उस खौरि का वर्णन नहीं कर सकता, जो हमारी माताओं बहनों ने भोगी। गांव से सड़क तक की उकाल और गाड़ी छूटने तक की यात्रा ही इतनी बड़ी व्यथा लगती है कि आंसू नहीं थाम सका। चप्पल टूटने की बात और उकाल में थोड़ा सुस्ताने का दृश्य मन को झकझोर गया। भाभी का रोल करने वाली लड़की और द्यूरजी का अभिनय बहुत अच्छा लगा। खासकर नारी के संवाद और उसकी मुखड़ी का खुदेड़ भोलापन। अंत में सर्वप्रिय गायक नरि भैजी का गीत ऐसा लगा कि मानो करुणा का सागर छलक उठा। यही असली गढ़वलि सिनेमा है, जिसने मुझ जैसे दर्शक श्रोता को जिकुड़ी को भिगो दिया । निर्माता, निर्देशक, कहानीकार को कोटि-कोटि नमस्ते। दोनों कलाकार चिरंजीव रहें।
आखिर का जू शब्द छा दियूर जी तुमते मेरा सोऊं छ उमा कुछ ना बोलियां इस लाइन ने तो आखों में आंसू ही निकाल दिया। ऐसी रचना तो हमारे नेगी जी ही कर सकते है 🙏🙏
सबसे पहले सभी को दिल से बधाई और शुभकामनाएं, यह छोटी सी फिल्म दिल को छूती हुई सीधे गहराइयों में उतर गई, नेगी जी के सानिध्य में कबिलाश नेगी जी ने शानदार काम किया है दोनों किरदारों का अभिनय दिल को नम कर देता है, इस फिल्म ने ये साबित कर दिया कि छोटे से संदेश में भी बहुत कुछ कहा जा सकता है बस संदेश लिखने वाला कोई नेगी जी जैसा ही हो👍 बोलि दियां ऊंमा👌🙏
विरासत सुरक्षित हाथों म छ,,भौत सुंदर प्रस्तुति,,अंत मां नेगी जी की आवाज़💞 ,,काश !!! बाटा की चार य फ़िल्म भी और लंबी चल्दी😄,,, हैंका भाग कु इंतेज़ार रेलु,,प्रणाम🙏🙏🙏
तेरी पीड़ा कैन नी जांणी हे पहाड़े की नारी आज आंखें तलबल सी है घनघोर यादें है हू ब हू मेरे गांव की उन घसेरियों की ये सच्ची कहानी है सोचा न था कभी की कोई बीते जमाने की इस कभी न भुला देने वाली फिल्म के माध्यम से उन यादों को याद दिला जायेगा जो आज भी मेरे हृदय पटल पर अंकित है। निशब्द सा हूं की क्या लिखूं। आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं। 🙏🙏
अंतिम पंक्ति "ऊँमा कुछ ना बुल्याँ" ने दिल जीत लिया।
बोल दियाँ ऊंमा से लेकर कुछ न बुल्यां ऊंमा तक कि कहानी भावुक कर देने वाली है.....बहुत सुंदर प्रस्तुति नेगी जी, आप तक प्रणाम पहुंचे🙏🙏
इस बार फिर नेगी जी ने पहाड़ के दुख को छुआ है और साथ ही पहाड़ी लोगों के शुद्ध हृदय, मेहनत को दिखाया है।
कविलाश का निर्देशन कमाल का है और अंजलि नेगी का अभिनय बेहतरीन है, उम्मीद है कि उन्हें और गानों और फिल्मों में देखा जा सकेगा।
Ankho me anshu aa gyi...... Lajbav short film or usse bhi umda abhinaya khaskar female character *bahin ko is pardashan ke liye sadar parnaam*
आंखे नम हो गयी इस फिल्म को देखने के बाद मन में कुछ पुरानी यादें हैं मां की वे याद आ गयी मेरे साथ बैठकर मां भी देख रही है और पुराने दिनों को याद कर रही है बहुत सुन्दर फिल्म कल्पना नही करी इतनी जल्दी पूरी कहानी 👍👏👏👏👌👌👌
The finest short garhwali/pahadi film ever made in Uttarakhand history. Akhri me pura emotional ker diya.
A great thanks and congratulations to the creator and actors.
Thanks sir.
Yes purana Garhwali cinema wapas sai start karna hoga
Is tarah ki short film banegi to Uttarakhand Cinema bhi popular hone lagega. Filhal to Garhwali songs ki wajah se abhi Garhwali dekhne ko mil rahi hai.
ua-cam.com/video/Dm1Fo7sXI7c/v-deo.html
Loved it. Made me emotional. Love you Negi Da and Team.
सच बताण त अंत मा आंशु एैगी म्यारा आंख्यूं बटे इन भी जमनु राई होलू कभी जन दिखयू च,"कैका बाबा ल मिडिल पड़ाई कैका बाबा ल राठ बिवाई"❤️ दयूरा जी और बौजी की acting कमाल की च❤️🙏🙏 धन्यवाद नेगी जी
डोभाल जी ने जीवन के यथार्थ को सलीके से कागज पर उतारा है उनकी कहानियां मेरे भीतर रची बसी है मैं जब उनसे मिलने जाता हूं तो उस व्यक्ति की बूढ़ी चमकती आंखें मुझे भीतर तक उत्साह और उमंग में भर देती है इन आंखों ने जीवन को कितने करीब से देखा है उनकी हर कहानी में एक अलग प्रेरणा है कई सारी कहानियां ऐसी हैं जिन पर पूरी पिक्चरें बन सकती तिब्बत की बेटी बहुत ही बेहतरीन उपन्यास कृपया आप उनकी कहानियों को और भी पढ़ें हर कहानी का अपना एक अलग सरोकार है 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
बहुत ही अच्छी फिल्म बनाई है छोटे नेगी जी आपके अंदर नेगी जी के संस्कार भरपूर हैं आपको तहे दिल से नमन,🙏🙏🙏🙏 यह डोभाल जी की कहानियां हैं मैं उनका पाठक और प्रेमी हूं, अक्सर जब दिल करता है तो मैं उनको मिलने चला जाता हूं नोएडा में उम्र के आखिरी पड़ाव में अकेले पड़ गए हैं अगर परमात्मा ने इंसान को अपनी उम्र दूसरे को देने की शक्ति दी होती तो मैं अपना जीवन उनके चरणों में रख दिया होता 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
दर्द पहाड का जीवित कर दिया यूँ हीं गढ़ रत्न नहीं कहलाता कोई 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम नेगी जी 🙏🙏
दोनों भाभी देवर की नेचुरल एक्टिंग है
और सोच को सलाम जिसने ये सब पिरोया
बहुत अच्छा लगा
कोई शब्द नहीं मेरे पास बस इतना कहूंगा कि आंसू नहीं रुकते इस पीड़ा को देखने के बाद।
इस तरह की रचना श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी के मार्गदर्शन में ही रची जा सकती है नमन
Ye katha adhuri hoke bhi puri h.!!! Puri h us ankahi katha ke sath jisme dukh ke sath pahadi jivan,pyar,bharosha himmat ka mel h!!aur adig himalaya ki tarah ek pahadi ki aas.....Wah!! 🥺🥺🥺
अंतिम क्षण भावविभोर कर गए!
पूरी टीम का धन्यवाद जिनकी वजह से हमारी संस्कृति जिंदा है ।
इससे प्यारा संदेश कुछ भी नही ❤️
पलायन ,बेरोजगारी ने पहाड़ की माँ को सबसे ज्यादा पीड़ा दी है आज आपकी इस शार्ट फ़िल्म से यह व्यथा फिर से जीवंत हो गई।नेगी जी का सदा ही हृदय से आभार करूँगा उनके प्रयास हमेशा पहाड़ और उसकी संस्कृति को जोड़ने का रहा है। कविलाश नेगी बहुत सुंदर फिल्माकंन किया है और जबर्दस्त अभिनय दोनों कलाकारों द्वारा👏👏👏👏👏👏❤️
अति सुन्दर अभिनय दिल को छू लिया ऊपर से नेगी जी की मधुर आवाज।
हमेशा की तरह सजीव चित्रण।एक ही दिल है कितनी बार जीतोगे 🙏
Wahh ji wah kya production kya story bhut nice and negiji ki awaz rone pe majbur kar rahi hai wah negiji baghwan lambi umar de
बहुत ही सुन्दर.... इस लघु film में उत्तराखंड के गाउँ के जीवन और विशेषकर महिला का जीवन इतनी सुंदरता से दिखाया गया मानो ये चित्रण जीवित हो... !
और कलाकारों ने अपनी अपनी भूमिका बहुत ही उत्तम निभाई है... विशेष कर महिला कलाकारा जी को मै उनके अभिनय के लिए ह्रदयपटल से सप्रेम शुभकामनायें देता हूँ। (सबसे उत्तम तब लगा जब आप बैठ के अपने दुकड़े सुना रही थीं और साथ ही साथ pros. का प्रयोग बड़ी ही सुन्दरता से कर रहीं थी...। वही सबसे जीवंत था )
तुमते मेरी सौ उमा कुछ ना बोलियां ये सुनकर आंखें मैं आशु आ गए❤️❤️❤️❤️❤️❤️
bohut hi heart touching short film negi da😍❤
रुला दिया, बेहतरीन अभिनय एवम लेखन निर्देशन ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
सही कहा 🙏
❤️❤️
कथा के मूल लेखक वल्लभ डोनाल्ड जी को (दिल्ली के लोधी कालोनी के अलीगंज क्षेत्र में निवास था) कई बार देखा था। इस लघु फ़िल्म को देखकर फिर से उनकी याद आ गई। लम्बी छरहरी देह में प्रविष्ट एक साहित्यकार वल्लभ डोभाल। 3 मई,1961को उनका लिखा हुआ हिंदी में कविता संग्रह 'कदम कदम पर' जो उन्होंने मेरे दादाजी के छोटे भाई जी को भेंट किया था। ये मेरे पास अभी भी रखा हुआ है। कबिलास नेगी के कुशल निर्देशन में यह फिल्म एक प्रशंसनीय कदम है। फ़िल्म से जुड़े सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं। 🙂🫲👍🙏
फिल्म भले ही लघु हैं, लेकिन फिल्म में जो संदेश हैं, वह बेहद मार्मिक एवं भावकुता पूर्ण हैं। एवं फिल्म के अंत में आदरणीय नेगी जी की जो गीतों की लाइन बोलीं हैं वह बेहद सुंदर है। 🙏
Don't know why tears started rolling down my eyes.. just in Few seconds of start.. such a hardship is tolerated by every person of our villages.. meri dadi meri maa.. mere dada.. mera ghr all things comes to my mind..😢😢😢
Same for me. I teared up and felt 😢
Waah shabd Nahin hai jitni tarif ki jaaye utni kam acting picturisation aur direction sab kuchh perfect dil khush kar diya 🙏
last lines very emotional is heart touching 😭
जितनी बार देखो, उतना दर्द उभर आता है आंखों m, kitna dard छुपाती है मेरे पहाड़ की ma बहिनें, कविलाश नेगी जी का आभार जो ५ मिनट m hi sab kuch samed dala
Dhanyavaad Sanjeev ji🙏
बेहद सुन्दर.
मन प्रसन्नचित ह्वेगी,
केकी व्यथा केकु गम, गाैं का बाना छाेडयां छ हम..
नेगी जी का स्वर सुणी दिल खुश ह्वेगी..♥
बेहतरीन विषय.. पहाड़ की नारी सब पे भारी...
पहले खुद देखी पर कहानी का सार समझने के लिए मम्मी पापा के साथ दोबारा देखी और अब जब समझ आया है तो बार बार इस कहानी को झलक ओर प्रतिदिन किया जाने वाला संघर्ष नजर आता है मुझे हर उन चीज़ों में जो मेरे गांव वाले मेरे लिए भेजते है।।।
बहुत बहुत धन्यवाद इस फिल्म के माध्यम से ये संदेश पहूचाने की❤️❤️
सच मा नेगी दा ,, पूरा शरीर मा झनझनाहट पोडी ,, लास्ट की लाइन सुनी त ,, उत्तराखण्ड की महिलाओं कु दर्द खेरी खाण का बाउजूद भी , अपुडु दर्द से के होरु त परेशान नी कन चान्दा ,, धन्य ची पहाड़ की नारी अर पहाड़ की नारी की सहन सक्ति
🙏🙏🙏🙏 हमारी उम्र भी आप त लग जौ नेगी जी भगवान बद्री विशाल से येही कामना करदू मै 😘😘🙏🙏
Bahut badiya Kavilas Bhai..Great work..
बहुत ही हृदय स्पर्शी वीडियो पहाड़ का जीवन दर्शाता यह वीडियो पहाड़ की कठिनाइयों को दर्शाता है ki Pahad Jitna bahar se Sundar Dikhta Hai उतना ही कठिनाइयों से भरा हुआ है लेकिन पहाड़ के लोग इन कठिनाइयों को मुस्कुराते हुए इनका सामना करते हैं जय उत्तराखंड जय भारत👌👌👌👌
वाह मन तें छुणवाली फिल्म बहुत बहुत धन्यवाद कविलास जी ।अत्यंत सुंदर ।हमन यी दृश्य बहुत दिख्य छन।याद दिले रुलै याली आपन ।
इस फिल्म का महत्व सन् २००० से पहले जन्मे लोग बखूबी समझ रहे होंगे....♥️
मी बि ऊं मा छों🙋♂️
वाह! नमन ऐसी मातृ शक्ति को। 🙏 नमन निर्देशक को।
बहुत सुन्दर!👌
आदरणीय नेगी जी, डोभाल जी, कविलाष जी और वीडियो से जुड़ी पूरी टीम को साधुवाद, बधाइयां।💐
हृदय स्पर्शी इस छोटे से वीडियो से पहाड़ की नारी के मर्म को जैसे आपने छुआ है, उसकी जितनी प्रसंशा की जाए कम है।🙏
ये हमारे अपनों के अतीत के संघर्षों का ही परिणाम है जो आज हमारा सुंदर वर्तमान है।💐🙏
Finally UMA KUCH NA BOLYA DYOOR JI TUMTHA MERI SOU CHIN...
....such a nice true story and nice actors ...hats off ....hurt touching
Tears down, that's why Negi ji is the legend. Kudos to the team...
True
right
क्या बोली दीदी आपन
दोनो की कलाकारी बहुत ही सुंदर.. जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है..
नेगी जी आप ने पहले से ही गीत और फिल्मों के माध्यम से हमे काफी बार रुला चुके हो और इस फिल्म से बहुत ही ज्यादा रो गया आप महान हो ऐसी फिल्मों से मेरे खयाल से कोई ना कोई प्रदेश से जरूर लौटा होगा
बेहद शानदार है🙏Film ने झकझोर कर दिया. गाने में जो राठ क्षेत्र की बात हुई आज भी कई गांव की स्थिति ऐसी ही है. पूरी टीम को ढ़ेरों बधाई
Such a masterpiece..
Heart touching.
बोल दियाँ ऊँमा से कुछ नि बोल्यां तक एक कथा, व्यथा, उत्कृष्ट लेखनी, कुशल निर्देशन व बेहतरीन अभिनय।
साधुवाद।
हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत लाजवाब अभिनय,, एक संजीदा मार्मिक चित्रण,,और रास्ते मे चलते चलते बात करने की कहानी बहुत कुछ कह जाती है,,,और अन्य में नेगी जी का गायन क्या कहने,,,सब कुछ perfect,,direction,, वेशभूषा,,और खासकर विशुद्ध गढ़वाली भाषा,,जो और भी आकर्षित करती है,,,
बेहतरीन
रुला दिया....
जिस ने इस प्रकार के दिन देखे हैं ये स्टोरी वही रिलाइज़ कर सकता हैं
अन्य सभी के लिए यह एक मनोरंजन स्टोरी हैं...
मेरे लिए कहने के लिए सब्द नहीँ हैं...
I have realise all about that....😢😢😢
सही बात कही भाई जी आपने
ये विडियो नही, उतराखंडियों का दर्द 💔है जिसे बहुत ही सान्दार ढंग से दिखाया है. 😊😊
वह नेगी जी आप को कोटि कोटि नमन 🙏🙏 वास्तव में ये बिडियू फिल्म कोई काल्पनिक नहीं है। ये दिन हमारे पूर्वजों ने और हम और आप सभी लोगों ने बहुत ही कठिन परिस्थितियों में गुजारे हैं। लेकिन आज कल का समाज और पीढ़ी को इस के बारे में कुछ भी पता नहीं है पता नहीं है ।
आप धन्यां हैं। जिन्होंने अपने पहाड़ की जनता को ऐसे बिडियू देख ने केलिए बनया है।आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏 बिधानसभा
घनसाली से
दिल से सभी का धन्यवाद करना चाहता हूँ!
निर्देशन, लेखक, केमरा मेन, कलाकार, उन सभी लोगों का जिसने इस वीडियो में कार्य किया, ओर आपने नेगी दा जी की जितनी भी तारीफ करु "व बिल्कुल भी शुन्य( 0 ) च इन सोच था मेरू बार बार प्रणाम 🙏चा आप हम सब उत्तराखण्डी़ का मार्ग र्दशक छा,
💞👌👌👏👏👍👍👋👋💞
रुला दिया सर जी आपने ... Amazing..
Last part amazing... 🙏
And...केकु बाबा ल राठ बिवाई..... Ye rath wali story kafi purani hai... But is video ke माध्यम आज हमे ऐसा लगा जैसे हमने आज वो कहानी live देख ली... 🙏💕
बहुत अच्छी तरह से इस लघु कथा को फिल्माया गया है |अंजलि जी और राजेश जी का अभिनय तो दिल को छू गया| वाकई में एक पहाड़ी नारी का होंसला पहाड़ के समान विशाल होता है इसलिए तो वह खुद की परवाह न करते हुए ऐसी विषम परिस्थितियों का डट कर सामना करती हैं| बोल दियां ऊंमा के सभी टीम मेंबर्स को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं| ❤
गढरत्न नेगी जी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम 🙏
जय देवभूमि उत्तराखंड 🙏
My husband is a Garhwali. Although I don’t understand the language much but subtitles were really helpful. I like the way it is filmed. Both actors have nailed the performance. Very touching story line. Thanks for making this film and showing glimpse of the culture and beauty. Congratulations! Sir @narendrasinghnegi + team
सुंदर प्रस्तुति ♥️🙏
बेहतरीन अभिनय ♥️
Hii bhawana👋👋
काफी बेहतरीन प्रस्तुति है नेगी जी 💙💙💙
Shi khaa bhai
💙💙💙🥰🥰
@@uttarakhandwale8612 hanji bhai 🥰🥰
Aha dil ko chhu gya
Sare raste bol diya uma or last ma kuch na bolya uma
Hm pahadiyon ki vyatha or bebasi kya khub ukeri h is laghu film m wah 🙏💐
वाह..... हमारी पहाड़ी महिलाएं जितना संघर्ष करती हैँ दुनिया मे कोई महिला नहीं कर सकती... सलाम है पहाड़ की माँ को... जो अपने परिवार के लिए इतना कठिन संघर्ष करती हैँ 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sir जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है सर
निशब्द हूं धन्य हैं आप धन्य है उत्तराखंड जो आप जैसे महान कलाकार उत्तराखण्ड की भूमि पर जन्मा है।।
और उत्तराखंड की जनता तथा उत्तराखंड को गौरवांगित कर रहा है।।❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
इस शार्ट फिल्म मैं सब कुछ था पहाडो का भोलापन , अपनों की चिंता , और वही कष्ट पर अपनों के सामने कम , थैंक यू टीम कविलाष
बहुत सुंदर।
इस पीड़ा को वही समझ सकता है जो हमारे गढ़वाल में रहा हो। गढ़वाल की नारी आज भी कई जगह ऐसा ही जीवन व्यतीत कर रही है। उत्तराखंड की मातृ शक्ति को प्रणाम है।
इस कहानी को देख के अपनी माँ की बीती हुई ज़िन्दगी याद आती है😣😣😣
I got tears in my eyes seing this beautiful story.😢😢.... Execellent job... Whole team👍👍👍👍
Heart touching ❤️ last line 🖋️ कुछ ना बोल्यां
Mera mana hai ki pure uttrakhand ka etihaas or mahilao ke dhuk dard ko negi g se jyada koi nhi samjha sakta ❤❤❤❤❤❤
जय हो उत्तराखंड की नारी आपते सत सत प्रणाम🙏 पिता पुत्र दोनों ते बहुत शुभकामनायें आप धन्य छिन श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी 🙏 कहानी और गीत द्वीवकोँल आखों माँ पाणी लीयेली🙏अभिनय भौत सुन्दर, पिक्चरआईजेसन अति सुन्दर पूरी टीम ते बहुत बहुत ध्न्यावाद 🙏
The last dialogue "ऊं मा कुछ ना बोल्या " have a deep meaning ❤️❤️
Hi Vicky
PPP - pahadi permanent pain
हिर्दय स्पर्शी मार्मिक ब्यथा 😢😢😢
शब्द निच्छन सैल्युट नमन 💐
जिस प्रकार आप ,अपने गीतों के द्वारा गढ़वाली भाषा को जीवंत रखे हुए हैं, उसी प्रकार इस पटकथा के द्वारा आपने पहाड़ की पीड़ा को दर्शाया है, आपके गीतों के बोल गढ़वाली संगीत में कई वर्षों तक याद किए जाएंगे इसके लिए में आपको सादर प्रणाम करता हुं नेगी जी🙏🙏
दिल को छू लिया,💜💜
सोचने पर मजबूर कर देता है कि हमने अपने अतीत से क्या सीखा , हम वहीं के वहीं रह गये,