BOL DIYAAN UNMA - (बोल दियाँ ऊंमा) Garhwali Short Film by Kavilas Negi.
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- Опубліковано 4 лют 2025
- Bol Diyan Unma, roughly translates to 'Do Tell Him', is a poignant tale that touches upon the perils of migration in a very subliminal way through two characters - Badri and Kamla.
Badri is rushing to catch the last bus to the city, when Kamla Bhabhi decides to accompany him till the bus stop. Now Badri must send her back or he will miss this bus.
This story will take you on a long saunter accompanied with conversations.
Director- Kavilas Negi
Screenplay & Dialogues- Meenakshi Negi
Produced by - Atulan Dasgupta (Tribal Boy Films)
Executive Producer- Piyali Roy
Cinematographer- Vijay Tomar
Asst. DP- Pratik Pamecha
Editing - Shubham Kaintura
Art - Kailash bhatt
Drone Camera - Govind Negi
Background Music- Shiv Moorti Singh Rana 'Johnny' (Kinaash Studio)
Song Credit - Folk song sung by Shri Narendra Singh Negi
• Bol Diyan Uma
Recording Studio - A plus Studio (Ranjeet Singh)
Directorial Team:
1st AD - Sohan Chauhan
2nd AD - A. Raphael Jose
Lead Actors:
Anjali Negi
Rajesh Naugain
Other Cast:
Child Artist - Baduli Negi
Neelam Tomar Thapa
Sohan Chauhan
Line Production- Abbu Rawat
Costume - Usha Negi
Hair & Make-up - Rohit Chauhan (Make-Up Dada)
Transport - Ajit Khatri
Walky - Harish Rawat
Sound - Mohit
Spot - Suraj Kandpal & Deepak
Original Story by Shri Vallabh Dobhal
A film made under the guidance of Shri Narendra Singh Negi
Never expected such a touching art . Moreover , actors are at best that has reminded me the classic of MLGUDI DAYS . This gives us new hope in garhwali film industry . Brilliant job kavilash !!!
Q
Brillent kavilash
वाह बहुत सुन्दर फिल्म .... अंजली का अभिनय, फिल्म की कथा , निर्देशन सब कुछ ज़बरदस्त है तारीफ़ के लिए शब्द भी कम है ... पहाड़ की स्त्री की खैरी चिंता सब कुछ बयान करती फिल्म .. आँखो में आंसू आ गये बहुत भावुक कर दिया फिल्म ने... पूरी टीम की बधाई और शुभकामनाएँ😊👌🌺🌺🌺🌺
🙏 गढ़ रत्न गढ़वाल के सर ताज श्री नेगी जी को प्रणाम 🙏
बहुत ही अच्छी तरह से दरसाय है पहाड़ की नारी का दुःख 🙏
''तुम थे सों छन मेरी , वू म कुछ न बोल्या '' पहाड़ की नारी का पहाड़ सा धैर्य धन्य है पहाड़ की नारी !!
बहुत सुंदर 10 मिनट में हमारे पहाड़ का प्यार अपनापन सब कुछ समझा दिया स्वर्ग जैसा अपना गॉव और गाँव जैसा आनन्द कही नही है ये हमारा दुभाग्य है की आज हम हर कोई सुख सुबिदा के लिए आपने आपने गांव छोड रहे है
Ankho me anshu aa gyi...... Lajbav short film or usse bhi umda abhinaya khaskar female character *bahin ko is pardashan ke liye sadar parnaam*
भौत ही सुंदर फ़िल्म,पहाड़े की नारी की बेदना अर चपलों कु मर्यू च धागु वाली बात सुणिक बचपन भी बौडी ग्याई अर लास्ट वाली दृश्य बहुत ही बढ़िया छे, पूरी टीम थैं बधाई व शुभकामनाएं
शाबाश अंजलि बहुत ही खूबसूरत अभिनय एक पहाड़ की नारी की पीड़ा इथगा सूक्षम समय मा पूरी खैरी बयान कनु सौंगू नी होंन्दू पर तुमुन यो संभव करी, कविलाश को निर्देशन सराहनीय छ, पूरी टीम थैं भौत भौत बधै
Brilliant performance
धन्यवाद चाचाजी🙏
😢😢😢 🥺🥺🥺
केवल 10मिनट में पहाड़ की महिलाओं का पूरा दर्द बयाँ कर दिया....नमन है नेगीजी आपको🙏🙏
🙏🙏🙏
😥😥😥
शब्द नहीं हैं मेरे पास इस काबिलेतारीफ़ रचना के लिये
चंद मिनटों में पहाड़ की नारियों की खैरी बयां कर दी
धन्य छां तुम नेगी जी 🙏
I felt that when she say
द्य़ूर जी तुम थैं मेरि सौं कुछ ना बोल्या ऊंमा 😢❤❤
अपने भाइयों की टीका टिप्पणी देख के स्पष्ट प्रतीत हो रहा है की हमारा कोमल हृदय पहाड़ और अपने पहाड़ियों के प्रति किया संवेदनशील है।
हम सब अपने मूल स्थान पे जाना तो चाहते हैं पर जा नही पा रहें हैं। बड़े बड़े मोटिवेशनल स्पीकर भी इतना मोटिवेट नहीं कर सकते जो इस १०मीन की चलचित्र ने कर दिया। इस फिल्म की पूरी टीम को सादर नमन। जय उत्तराखंड।
अच्छयेई आपल शॉर्ट फिल्म इन् बणै कि आप सब्यूँ कि लेखनि न अर अभिनय न रुले दैनी आंखयूं बटि अंशधरी बि चुणा खूणि डेबलों म अट्गिं छिंन बेहतरीन शब्द निच्छन वु थैला वु ख़िरबोज व अकाळ व नांग व ग़रीबी वा कुदशा व धोती वु चप्पल वो उधारी कु लाला । वो ओंका प्रति प्रेम अर भौ आख़िर म गीत का बोलूं न मन म जन अधितु भावुक कु उमाळ बोगण बटि गए ।
शशक्त नारयूं थैं प्रणाम जु बुना कि मिन अपडु उमाल व ख़ैरि त लगेएलि पर तुम कुछ न बोल्यां😢
लाजवाब अभिनय नीलम थापा राजेश नौगाईं भैजी व अंजली जी सुन्दर 👌👌👌
आप सब्यूँ सैल्युट प्रणाम कोटि कोटि नमन नेगी जी व पूरी टीम थैं 💐💐😢💐💐
सवाल ही सवाल छन, जबाब कैमा नि छन
मिन खैतियाल मन को उमाळ
पर तु वूमा कुछ नि बोलि
भौत मार्मिक, बधै कविलासै पूरि टीम तैं💐
खुदेड़ गीत त अंसधरि देगे आंख्यूं मा।
Sir,
इस 10 मिनट 29 सेकंड की शॉर्ट फ़िल्म ने उत्तराखंड के गाँव मे रहने वाले महिलाओं ओर उनके परिवार के उन लोगो जो कि रोजगार के लिए शहरो में गये है की कई सालों की पीड़ा और प्रेम को याद दिला दिया है।
दिल को छू जाने वाली फ़िल्म बनाने के लिए कलाकारों और सम्पूर्ण टीम को बहुत बहुत धन्यवाद।
Aha dil ko chhu gya
Sare raste bol diya uma or last ma kuch na bolya uma
Hm pahadiyon ki vyatha or bebasi kya khub ukeri h is laghu film m wah 🙏💐
Aha! Apni matrbhumi ko naman! Parkrti MA ko Charan bandna. Sath hi Negi ji jaise vaktitwa ko koti-koti parnam jinhone hamari saskiri-savyata ko zinda rakhe hue hai.....Har ladki kisi ke dil ka tukda hoti haii....Inka drd barbas hi ankhe nam kr gai...Inke sasakt n jivant abhinay ki liye sadhubad...
पहाड़ी संस्कृति पर नाट्य थै ई हद तक मूर्त रुप त सिर्फ नेगी जी दे सकदिन धन्य च आपकी लेखनी अर अनुभव , बहुत सुंदर अभिनय भी।🙏🙏 बहुत बहुत धन्यवाद। रूला दिया आज
अंतिम पंक्ति में वो शब्द ‘तुम थें सों छन मेरी, वुं म कुछ न बोल्या’ , सच में पहाड़न कितनी दुःख सहन करती है और फिर भी अपनों को उसका एहसास भी नहीं होने देती । धन्य हैं 🙏
सही कहा आप ने वो होती है इसी है अपना दुःख कभी बताती नहीं है🙏
@@poojasati6750 जी
ये शब्द मुझे भावूक कर गया !!!!
“बोल दिया ऊमां" बहुत ही मार्मिक फिल्म लगी। गढ़वाल से जाने के चालीस बाद पहली बार सुबह 8 बजे यह फिल्म देखकर आंसुओं का घड़ा फूट गया। उस खौरि का वर्णन नहीं कर सकता, जो हमारी माताओं बहनों ने भोगी। गांव से सड़क तक की उकाल और गाड़ी छूटने तक की यात्रा ही इतनी बड़ी व्यथा लगती है कि आंसू नहीं थाम सका। चप्पल टूटने की बात और उकाल में थोड़ा सुस्ताने का दृश्य मन को झकझोर गया। भाभी का रोल करने वाली लड़की और द्यूरजी का अभिनय बहुत अच्छा लगा। खासकर नारी के संवाद और उसकी मुखड़ी का खुदेड़ भोलापन। अंत में सर्वप्रिय गायक नरि भैजी का गीत ऐसा लगा कि मानो करुणा का सागर छलक उठा। यही असली गढ़वलि सिनेमा है, जिसने मुझ जैसे दर्शक श्रोता को जिकुड़ी को भिगो दिया । निर्माता, निर्देशक, कहानीकार को कोटि-कोटि नमस्ते। दोनों कलाकार चिरंजीव रहें।
कोई शब्द नहीं मेरे पास बस इतना कहूंगा कि आंसू नहीं रुकते इस पीड़ा को देखने के बाद।
देखिकी आँसू ए गिन ।
बहुत सुंदर ।
नेगी जी ते बहुत बहुत ध्न्यवाद एक और सुंदर प्रस्तुति के लिए।
लास्ट की एक लाइन "तुम थे सोँ छी उन्मा कुछ नि बुल्यां " पूरी वीडियो का मतलव समझाता है , सारे कष्ट खुद पर लेकर हमेशा अपनो का ख्याल करना सीखाते है पहाड़ , बस यही बदलाव आया है गाँव छोड़ कर पहले अपनो की खुसी के लिए दुख सह लेते है
आज अपने दुखो को रोना लेकर मुड़कर जाते तक नही है
Right
Sahi kaha bheji
Aakhri ki line aansu le aayi kasam se, Jhass ..
बोल दियाँ ऊंमा से लेकर कुछ न बुल्यां ऊंमा तक कि कहानी भावुक कर देने वाली है.....बहुत सुंदर प्रस्तुति नेगी जी, आप तक प्रणाम पहुंचे🙏🙏
Ye katha adhuri hoke bhi puri h.!!! Puri h us ankahi katha ke sath jisme dukh ke sath pahadi jivan,pyar,bharosha himmat ka mel h!!aur adig himalaya ki tarah ek pahadi ki aas.....Wah!! 🥺🥺🥺
बहुत ही सुन्दर.... इस लघु film में उत्तराखंड के गाउँ के जीवन और विशेषकर महिला का जीवन इतनी सुंदरता से दिखाया गया मानो ये चित्रण जीवित हो... !
और कलाकारों ने अपनी अपनी भूमिका बहुत ही उत्तम निभाई है... विशेष कर महिला कलाकारा जी को मै उनके अभिनय के लिए ह्रदयपटल से सप्रेम शुभकामनायें देता हूँ। (सबसे उत्तम तब लगा जब आप बैठ के अपने दुकड़े सुना रही थीं और साथ ही साथ pros. का प्रयोग बड़ी ही सुन्दरता से कर रहीं थी...। वही सबसे जीवंत था )
निशब्द
बहुत-बहुत आभार
जो आपने पहाड़ की महिलाओं का दर्द बहुत ही कम समय में बड़ी मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया Thanku Negida
सबसे पहले सभी को दिल से बधाई और शुभकामनाएं, यह छोटी सी फिल्म दिल को छूती हुई सीधे गहराइयों में उतर गई, नेगी जी के सानिध्य में कबिलाश नेगी जी ने शानदार काम किया है दोनों किरदारों का अभिनय दिल को नम कर देता है, इस फिल्म ने ये साबित कर दिया कि छोटे से संदेश में भी बहुत कुछ कहा जा सकता है बस संदेश लिखने वाला कोई नेगी जी जैसा ही हो👍 बोलि दियां ऊंमा👌🙏
नेगी जी आप ने पहले से ही गीत और फिल्मों के माध्यम से हमे काफी बार रुला चुके हो और इस फिल्म से बहुत ही ज्यादा रो गया आप महान हो ऐसी फिल्मों से मेरे खयाल से कोई ना कोई प्रदेश से जरूर लौटा होगा
बोल दियाँ उमा , अब तुम्हारी खुद ज्यादा लगनी च
बोल दियाँ उमा अब तुमारी आणे की उम्मीद कम लगणि च
बोल दियाँ उन्मा अपणी ही गांव मा मेहमान ना बंण जाया
बोल दियाँ उमा तिबारी खंदवार हूँनी च
बोल दिया उमा पाल उजड़णु च
बोल दिया उन्मा तुमारी आण की आस मा सुपनियो मा भी कंडाली जामणी च
।
बोल दियाँ उ सब मा
Bahut khoob
🥺👏👏
Mast
😥🙌🙏
🥺🥺🙏🙏
वाह क्या बेहतरीन गढ़वाली फिल्म बनाई है कविलाश ने। ऐसी गढ़वाली फिल्म जिसमे realistic touch है, बेहतरीन एक्टिंग विशेषकर अंजली नेगी को देखकर मैं हैरान रह गया। ऐसी अदभुत गढ़वाली फिल्म मैंने कभी नहीं देखी। मेरा आभार। आशा करता हु की आप लोगों से ऐसे ही उत्कृष्ट कृतियां देखने को मिलेंगी।
आखिर का जू शब्द छा दियूर जी तुमते मेरा सोऊं छ उमा कुछ ना बोलियां इस लाइन ने तो आखों में आंसू ही निकाल दिया। ऐसी रचना तो हमारे नेगी जी ही कर सकते है 🙏🙏
बहुत लाजवाब अभिनय,, एक संजीदा मार्मिक चित्रण,,और रास्ते मे चलते चलते बात करने की कहानी बहुत कुछ कह जाती है,,,और अन्य में नेगी जी का गायन क्या कहने,,,सब कुछ perfect,,direction,, वेशभूषा,,और खासकर विशुद्ध गढ़वाली भाषा,,जो और भी आकर्षित करती है,,,
पहाड़ों का दर्द और सच्चाई बयां की है आपने ❤️
Or apne inke gano ki achhi trh se li h chamoli ji😂
और आपने नेगी जी के पिसे हुए आटे को दुबारा तिबारा पीस पीस कर मैदा बना दिया 🤣🤣
@@soulofhimalaya12 gurudev pehle dekh to lo meri videos mai vlogging krne wala ladka naa ki gaane wala😕
@@AshishChamoli are sorry guru mene singer vala Ashish chamoli glt think kr lia , mine bad bro 😐
@@soulofhimalaya12 koi baat nahi bro ❤️💝
निशब्द कर दिया नेगी जी ने ❤️❤️❤️😭😭😭 पहाड़ की महिला जितना सब्र किसी के पास नहीं हो सकता🙏🙏😭
Such a masterpiece..
Heart touching.
बोल दियाँ ऊँमा से कुछ नि बोल्यां तक एक कथा, व्यथा, उत्कृष्ट लेखनी, कुशल निर्देशन व बेहतरीन अभिनय।
साधुवाद।
हार्दिक शुभकामनाएं।
पहले खुद देखी पर कहानी का सार समझने के लिए मम्मी पापा के साथ दोबारा देखी और अब जब समझ आया है तो बार बार इस कहानी को झलक ओर प्रतिदिन किया जाने वाला संघर्ष नजर आता है मुझे हर उन चीज़ों में जो मेरे गांव वाले मेरे लिए भेजते है।।।
बहुत बहुत धन्यवाद इस फिल्म के माध्यम से ये संदेश पहूचाने की❤️❤️
बहुत ही हृदय स्पर्शी वीडियो पहाड़ का जीवन दर्शाता यह वीडियो पहाड़ की कठिनाइयों को दर्शाता है ki Pahad Jitna bahar se Sundar Dikhta Hai उतना ही कठिनाइयों से भरा हुआ है लेकिन पहाड़ के लोग इन कठिनाइयों को मुस्कुराते हुए इनका सामना करते हैं जय उत्तराखंड जय भारत👌👌👌👌
अंतिम क्षण भावविभोर कर गए!
पूरी टीम का धन्यवाद जिनकी वजह से हमारी संस्कृति जिंदा है ।
सच बताण त अंत मा आंशु एैगी म्यारा आंख्यूं बटे इन भी जमनु राई होलू कभी जन दिखयू च,"कैका बाबा ल मिडिल पड़ाई कैका बाबा ल राठ बिवाई"❤️ दयूरा जी और बौजी की acting कमाल की च❤️🙏🙏 धन्यवाद नेगी जी
Such Mai Dil ko chu Lene wala h 🙏 meri mummy jub apni baatein btati h ki kaise unhone or papa ne apni Zindagi m hr dukh hr preshani ko jhelkar apna Jeevan chlaya h . Kaise ek ma apne choty bacho ko chodker khet m jati thi ek pita 2 waqt ki roti ke liye apne goun or parivar se dur rhty thy or kyi mazburiya unhe gher leti thi or ghr pr ma sabkuch na hoty hue bhi roker ghr or bacho ko dekhti thi.. dhanywaad apka ek choty se short film ne ek ma ek wife uske pure jivan ko bta diya h ,,hume kush hona chahiye ki hmre ma ,pita ne hr dukh takleef jhelkar humee ye jivan diya h seriously bahut bahut hi jyada inspiring h 🙏🙏🙏
बेहद शानदार है🙏Film ने झकझोर कर दिया. गाने में जो राठ क्षेत्र की बात हुई आज भी कई गांव की स्थिति ऐसी ही है. पूरी टीम को ढ़ेरों बधाई
दर्द पहाड का जीवित कर दिया यूँ हीं गढ़ रत्न नहीं कहलाता कोई 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम नेगी जी 🙏🙏
The finest short garhwali/pahadi film ever made in Uttarakhand history. Akhri me pura emotional ker diya.
A great thanks and congratulations to the creator and actors.
Thanks sir.
Yes purana Garhwali cinema wapas sai start karna hoga
Is tarah ki short film banegi to Uttarakhand Cinema bhi popular hone lagega. Filhal to Garhwali songs ki wajah se abhi Garhwali dekhne ko mil rahi hai.
ua-cam.com/video/Dm1Fo7sXI7c/v-deo.html
Loved it. Made me emotional. Love you Negi Da and Team.
इस कहानी को देख के अपनी माँ की बीती हुई ज़िन्दगी याद आती है😣😣😣
अति सुन्दर अभिनय दिल को छू लिया ऊपर से नेगी जी की मधुर आवाज।
One more most talented artist in Uttarakhand is in future who has gotten all the experties from his father.Congratulation and thank you.!!!!!!!!
इस बार फिर नेगी जी ने पहाड़ के दुख को छुआ है और साथ ही पहाड़ी लोगों के शुद्ध हृदय, मेहनत को दिखाया है।
कविलाश का निर्देशन कमाल का है और अंजलि नेगी का अभिनय बेहतरीन है, उम्मीद है कि उन्हें और गानों और फिल्मों में देखा जा सकेगा।
विरासत सुरक्षित हाथों म छ,,भौत सुंदर प्रस्तुति,,अंत मां नेगी जी की आवाज़💞 ,,काश !!! बाटा की चार य फ़िल्म भी और लंबी चल्दी😄,,, हैंका भाग कु इंतेज़ार रेलु,,प्रणाम🙏🙏🙏
कमाल की एक्टिंग, कमाल की कहानी, और अंत में कमाल की आवाज, मन पसंदीदा पार्ट "" तुमते मेरी सौ, उमा कुछ न बोलिया""🙂😞
Sahi baat
Ha bhai sahi mai mine 10 bar dekhi ye vedio
तेरी पीड़ा कैन नी जांणी हे पहाड़े की नारी आज आंखें तलबल सी है घनघोर यादें है हू ब हू मेरे गांव की उन घसेरियों की ये सच्ची कहानी है सोचा न था कभी की कोई बीते जमाने की इस कभी न भुला देने वाली फिल्म के माध्यम से उन यादों को याद दिला जायेगा जो आज भी मेरे हृदय पटल पर अंकित है। निशब्द सा हूं की क्या लिखूं। आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं। 🙏🙏
Sir अपने तो पुराने जमाने की याद दिला दी।
हम ने तो नही देख कभी ऐसा but अपनी दादी से सुना है की जब लोग गांव से काम करने दिल्ली जाते थे तो बहुत सालो बाद आते थे।
उस समय सिर्फ चिट्ठी बजते थे। ओ भी अगर कोई लिखने वाला हो और चिट्ठी पहुंचने मै इतना समय लग जाता था की कभी कभी जिसे चिट्ठी भैजी थी वो ही घर a जाता था पर चिट्ठी नहीं पहुंचती थी।
You're great sir👌👌
अंत में रुला दिया 😭। कितना दर्द है फिर भी मना कर रहीं हैं बताने से ।❣️ ये पहाड़ों में ही हो सकता है ।
yehi toh pyaar hai ek aaurat ka apne pati ke pratik
बहुत सुन्दर!👌
आदरणीय नेगी जी, डोभाल जी, कविलाष जी और वीडियो से जुड़ी पूरी टीम को साधुवाद, बधाइयां।💐
हृदय स्पर्शी इस छोटे से वीडियो से पहाड़ की नारी के मर्म को जैसे आपने छुआ है, उसकी जितनी प्रसंशा की जाए कम है।🙏
ये हमारे अपनों के अतीत के संघर्षों का ही परिणाम है जो आज हमारा सुंदर वर्तमान है।💐🙏
बेहद सुन्दर.
मन प्रसन्नचित ह्वेगी,
केकी व्यथा केकु गम, गाैं का बाना छाेडयां छ हम..
नेगी जी का स्वर सुणी दिल खुश ह्वेगी..♥
आपको सत सत नमन इस तरह के सराहनीय कार्य के लिए इतनी अच्छी तरह से आपने पहाड़ की नारी का दर्द बया किया
पहाड़ी नारी का यिन व्यथा से रुबरु कराया आपन
असल मा पैलु एनी छो पहाड़मा
धन्यवाद पुरी टीम कुड़ी 🎉
Wah sir bahut saalo baad koi garwhali film dekhi ek aap he hn jo sahi maine m garwhal ko aage pahuchana chahte hn
इस शार्ट फिल्म मैं सब कुछ था पहाडो का भोलापन , अपनों की चिंता , और वही कष्ट पर अपनों के सामने कम , थैंक यू टीम कविलाष
My husband is a Garhwali. Although I don’t understand the language much but subtitles were really helpful. I like the way it is filmed. Both actors have nailed the performance. Very touching story line. Thanks for making this film and showing glimpse of the culture and beauty. Congratulations! Sir @narendrasinghnegi + team
Negi ji aap hamesha hamera dil me rahte hai. Aapke jaisa mahaan gaayak koi nahi hoga
Aap uttarakhand ki shaan hai.
लाख विपदाओं के बावजूद अपने परिजनों को पर कोई आँच न आए एसी मज़बूत ओर धेर्य को रखने वाले देवभूमि उत्तराखंड की साभी माताओं को नमन 🙏🚩🌺 बहूत अछि short film thi congratulations and keep it up 💪☺️ ...... Jai uttarakhand 🚩
वाह बहुत सुन्दर 🙏👍 नेगी जी 👌 जुग राज रॉयां तुमरी कलम जुग राज रॉयां तुमारी आवाज सादानी 🙏🙏 बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद 💞
दोनो की कलाकारी बहुत ही सुंदर.. जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है..
दोनों भाभी देवर की नेचुरल एक्टिंग है
और सोच को सलाम जिसने ये सब पिरोया
बहुत अच्छा लगा
बहुत सुन्दर नेगी जी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ❤🎉
हम गड़वालि औरतौ कु दर्द भोलेपन और बच्चों कु भविष्य की और बुड्या सास ससुर की चिंता सब दिखायूँ ये फिल्म मा बहुत सुन्दर धन्या हैं आप महान हैं आप जो कि हमारु गड़वाले कि बोली भाषा रहन सहन संजोए रख्यूँ च 🙏🙏
एक पहाड़ी नारी की मन कि भावना थैं बहुत ही सुंदर ढंग से और कम समै मां प्रस्तुत करण का वास्ता पूरी टीम थैं बहुत बहुत धन्यवाद। 🙏
अति-सुन्दर रचना, पहाड़ की नारी की सच्ची कहानी । धन्य हैं नेगी जी जिनकी रचनाओं में पहाड़ बसता है । धन्य हैं श्रीमती ऊषा नेगी जी जिन्होंने इतनी सुन्दर पहाड़ी वेशभूषा का निर्देशन किया । अभिनय में तो क्या ही कहना अति- सुन्दर..
पूरी टीम को बहुत - बहुत शुभकामनाएँ 💐💐💐🙏🏻
मेरी मां और हमारे परिवार की कहानी कुछ इस तरह ही थी 🙏🙏 आज 29 साल की उम्र हो गई है बाबा जी आज तक घर नहीं लोटे, आपके पुराने गीत आप की कविताएं हर जनमानस से जुड़ी हुई है जुग जुग जिए नेगी जी 🙏🙏
""को दिन नि देखिनी, कु खैरी नि खाई""
पहाड़ का दर्द बयां कर दिया है आपने
So sad😭
🥺🥺🥺🥺🥺
Yll ham to story dekh ke ro gye or aap
@@harshitapatwal9253 kya kre bhen zindagi to jini hai , sangharsh aur mehnat karke gujar basr kar lete hain😭😭
@pradeep rawat thik hu bhaiji
आंखे नम हो गयी इस फिल्म को देखने के बाद मन में कुछ पुरानी यादें हैं मां की वे याद आ गयी मेरे साथ बैठकर मां भी देख रही है और पुराने दिनों को याद कर रही है बहुत सुन्दर फिल्म कल्पना नही करी इतनी जल्दी पूरी कहानी 👍👏👏👏👌👌👌
Mare ankho m anshu h is time ....really dil ko chu jane wala h ye ....last ka wo sanwad rula deta h insan ko ki (u ma ni bolya )...ye sachai h garwal ki skayat to kar leti h yha ki beti but jb bat btane ki ho to mna kr deti h ki mt bolna .....bahut khub sir ....ye film ki jitni tarif kare kam hi hai ....bahut bahut dhanyawad is bat k liye ki hmare yha sachai ky h use btane k liye ...ajkl nhi bnte ese visay m kuch ....bhut sukriya apka
Sir जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है सर
निशब्द हूं धन्य हैं आप धन्य है उत्तराखंड जो आप जैसे महान कलाकार उत्तराखण्ड की भूमि पर जन्मा है।।
और उत्तराखंड की जनता तथा उत्तराखंड को गौरवांगित कर रहा है।।❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
बढ़िया काम । नेगीजी के काम का विस्तार इतना है कि पहाड़ की जिंदगियो का शायद ही कोई ऐसा पहलु हो जो उनके गानों में अनछुआ रह गया हो। ये लघु फ़िल्म "दिल्ली वाला दयुरा' और 'सुण रे दिदा तेकु अयुच भौजी को सावला" गानों की याद दिलाता है। keep doing good work Kavi.
अति सुंदर चित्रण पहाड़ी नारी की व्यथा का ।
कलाकारों का काम भी अति सुन्दर, धन्यवाद नेगी जी ।
बहुत ही शानदार अभिनय बहुत अच्छा संदेश दिया वाह
Kitni karuna bhari Jindgi h humare Pahado ki nariyo 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭 or phir bhi yeh apne bare m sochne se pahle apne ghar baar ke bare m sochti h 😔😔😔😔😔😔😔😔😔😔😔 Dhanye h mere pahadi ki naariya 🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺 Humare pahad aaj in Nariyo ki badolat hi aabad h , Jai ho humare pahado ki Mahan Nariyo ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Bhoot hi sunder film bilkul dil ko chu gye 💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖 jai Uttrakhand or jai Uttrakhand ki shaktishali nariyo ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बेहतरीन
रुला दिया....
जिस ने इस प्रकार के दिन देखे हैं ये स्टोरी वही रिलाइज़ कर सकता हैं
अन्य सभी के लिए यह एक मनोरंजन स्टोरी हैं...
मेरे लिए कहने के लिए सब्द नहीँ हैं...
I have realise all about that....😢😢😢
सही बात कही भाई जी आपने
बेहतरीन अभिनय और लाजवाब लेखन कुछ हद तक यही कहानी है प्राइवेट नौकरी वालों की ❤️
Don't know why tears started rolling down my eyes.. just in Few seconds of start.. such a hardship is tolerated by every person of our villages.. meri dadi meri maa.. mere dada.. mera ghr all things comes to my mind..😢😢😢
Same for me. I teared up and felt 😢
बहुत ही सुंदर नेगी जी प्रणाम आप तैं ओर आपकी पूरी टीम तैं ।धोती वालू सीन त मैन म पट्ट बैठिगी । 🙂😍🙂
बहुत सुंदर कविलाष जी आप इस संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे दो इसके लिए आप बहुत ही बधाई के पात्र
This gave tears in my eyes , I can understand and relate with the situation of the woman. Most of the new brides in Garhwal region are spent half of their life without husbands. thank you the whole team. I'll definitely recommend this video with my family and friends. thankyou for showing the reality.
@Yogendra Singh Rawat Awwww. Certainly:)
रुला दिया सर जी आपने ... Amazing..
Last part amazing... 🙏
And...केकु बाबा ल राठ बिवाई..... Ye rath wali story kafi purani hai... But is video ke माध्यम आज हमे ऐसा लगा जैसे हमने आज वो कहानी live देख ली... 🙏💕
वाह मन तें छुणवाली फिल्म बहुत बहुत धन्यवाद कविलास जी ।अत्यंत सुंदर ।हमन यी दृश्य बहुत दिख्य छन।याद दिले रुलै याली आपन ।
Negi ji kahani v achi aur film k and me jab aapka gana h na us gane ne kahani k hishab se mujhe ekdam hatas kar diya ki hamari ma baheno k aundar kitni badi takat h dil se v aur sareer se v kya filmaya h kavilas ji ne waa
सुंदर प्रस्तुति ♥️🙏
बेहतरीन अभिनय ♥️
Hii bhawana👋👋
हमेशा की तरह सजीव चित्रण।एक ही दिल है कितनी बार जीतोगे 🙏
रुला दिया, बेहतरीन अभिनय एवम लेखन निर्देशन ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
सही कहा 🙏
❤️❤️
नरेंद सिंह नेगी जी को मेरा सादर प्रणाम आप एक ऐसी शख्सियत आपका शायद ही किसी परिचय की आवश्यकता नहीं हैं। नरेंद्र सिंह नेगी जी गायक, कवि , परफ़ॉर्मर, संगीतकार और महान लेखक भी हैं। उत्तराखंड के “गढ़ रत्न” कहे जाने वाले नरेंद्र सिंह नेगी जी आपने अपने गीतों से उत्तराखंड का नाम भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में गौरान्वित किया हैं।
उत्तराखंड की संस्कृति आपके रोम रोम में बस्ती हैं , आपने उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरा, ऐतिहासिकता, पौराणिकता, पर्यावरण संरक्षण, उत्तराखण्ड के लोगो की आजीविका, राजनीती, समाज तथा जीवनशैली को अपने गीतों में बहुत ही सुन्दर तरीके से पिरोया हैं उत्तराखंड की सम्पूर्ण झलक आपके गीतों में पायी जाती हैं,
कि उत्तराखंड के विष्य में अगर कुछ भी जानना हैं तो आपके द्वारा गाये हुए गीत सुने। आपका कहना हैं कि बोली-भाषा रहेगी तो संस्कृति भी बचेगी, संस्कृति को बचाना समाज का भी कर्त्तव्य हैं। श्री केदारनाथ जी हमेशा आपके स्वास्थ्य को कुशल रखे।अपने 1000 से अधिक गीत गाए हैं। अपने अपना पहला गीत पहाड़ो की महिलाओं के कष्टों से भरे जीवन पर आधारित गाया। इस गीत को लोगो ने बहुत पसन्द किया सब को लगा जैसे कि यह गीत उन्ही के लिए गाया गया होगा, इस गीत के बोल “सैरा बसग्याल बोण मा, रुड़ी कुटण मा, ह्युंद पिसी बितैना, म्यारा सदनी इनी दिन रैना ” (अर्थात बरसात जंगलो में, गर्मियां कूटने में, सर्दियाँ पीसने में बितायी, मेरे हमेशा ऐसे ही दिन रहे ) लोगो के जीवन को छु गए थे। इस गीत की सक्सेस के बाद अपने उत्तराखंड के गायन की हर एक शैली जैसे कि जागर, मांगल, बसंती झुमेला, औज्यो की वार्ता, चौंफला, थड्या आदि में भी गाया हैं। आपने अपने गीतों से हर विष्य को छूने की कोशिश की हैं जैसे कि जन सन्देश, सुख दुःख, प्यार प्रेम, देवी देवताओं के भजन, गाथाएँ, बच्चो के लिए लोरियाँ आदि।
वह उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक संगीतकार (Folk Singer) के रूप में उभर के सामने आये।अपने उत्तराखंड की तीनो भाषाए जैसे की गढ़वाली, कुमाऊनी तथा जौंसारी में भी कई गीत गाये। वैसे तो आपने हज़ारो गीत गाये हैं उनमे से कुछ चुनिंदा इस प्रकार हैं घुघूती घुरोण लगी, कैका मने की केन नि जाणी, कोई त बात होलि, छम घुंघरू बजिनी, सुना का मैना, तुम्हारी माया मा, ठंडो रे ठंडो, मेरी डांडी कांठ्युं का मुलुक, चली भाई मोटर चली, घर बटि चिट्ठी, आंसू होरि मा, जख मेरी माया रौंदी, मुलमुल के को हसनी छे, तेरी खुद किसे ते नि लगनी, ना उकाल ना उदार आदि।
आपने अपने संगीत की शुरुवात “गढ़वाली गीतमाला” से की थी जो की 10 हिस्सों में विभाजित थी जिसे अलग अलग कंपनियों द्वारा रिकॉर्ड किया जाता था जिसे संभालना थोड़ा कठिन हो गया था तब उन्होंने अपनी पहली एल्बम को रिलीज़ किया जिसका शीर्षक आपने उत्तराखंड के राज्य वृक्ष के नाम पर रखा जो कि हैं “बुरांस” जो कि उनकी सब से प्रसिद्ध एल्बम रही। बुरांस की कामयाबी के बाद आपको कई और एलबम्स भी रिलीज़ की जैसे कि छुंयाल, दग्ड़या, खुद, 100 कु नोट, नयु नयु ब्यो च, जै भोले भंडारी आदि। भगवान श्री केदारनाथ आपके स्वास्थ्य को हमेशा स्वस्थ रखें ताकि हमें नए-नए गाने सुनने को जय केदारनाथ
जय हो उत्तराखंड की नारी आपते सत सत प्रणाम🙏 पिता पुत्र दोनों ते बहुत शुभकामनायें आप धन्य छिन श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी 🙏 कहानी और गीत द्वीवकोँल आखों माँ पाणी लीयेली🙏अभिनय भौत सुन्दर, पिक्चरआईजेसन अति सुन्दर पूरी टीम ते बहुत बहुत ध्न्यावाद 🙏
Her misery was definitely painful but something even more heartbreaking was the last line💔
तुमते मेरी सौं छन। उमां कुछ ना बोल्यां।
She would bear it all but would not let her loved ones know of her suffering.
Perfect story to show the condition of a pahadi woman.... The time she said 'kuch na bolyan' was heart touching.... Great work👍👍
Heart touching story..
All time favorite negi ji.... Jug jug jiyo. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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Beautiful, Touching Film. Badhaai Bahut Puri Team Ko.
वह नेगी जी आप को कोटि कोटि नमन 🙏🙏 वास्तव में ये बिडियू फिल्म कोई काल्पनिक नहीं है। ये दिन हमारे पूर्वजों ने और हम और आप सभी लोगों ने बहुत ही कठिन परिस्थितियों में गुजारे हैं। लेकिन आज कल का समाज और पीढ़ी को इस के बारे में कुछ भी पता नहीं है पता नहीं है ।
आप धन्यां हैं। जिन्होंने अपने पहाड़ की जनता को ऐसे बिडियू देख ने केलिए बनया है।आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏 बिधानसभा
घनसाली से
Tears down, that's why Negi ji is the legend. Kudos to the team...
True
right
क्या बोली दीदी आपन
बहुत सुन्दर अभिनय, कथानक, विषय, और निर्देशन के लिये सबको बधाई, हृदयस्पर्षी पहाड़ की सच्चाई को दर्शाती लघु फिल्म।
बहुत ही गजब नेगी जी के चैनल पर सभी परिस्थितियों बहुत ही गजब दी जाती है
इतना लंबा रास्ता तय करने पर भी और इतनी ऊंची आवाज सुनने पर एक बार भी गुस्सा न आया।।इतने कष्ट सहने के बाद भी एक पहाड़ की नारी "उन्मा न बोलियां तुमते मेरी सौं "कहकर सब दुखों और कष्ट को अंदर ही अंदर पी लेती है।।। उस नारी को दिल से सैल्यूट.... नेगी जी।और पूरी टीम ते बहुत बहुत धन्यवाद 🙏..
बिण्डि दिनु का बाद आज इं वेडियो तें देखिकी अंखि भुरेगेनि दिल मा खुमार सि अग्याई ।
यु हम गढवाळयूं कू सचु अतीत च और कखिम न कखिम हम दगडि जुडीं बात भी छन ।
मी श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी तैंन सत सत नमन करदु
कि उंका प्रताप से और उंका इना सरहनिये गीतों अर वेडीओ का माध्यम से हम अपणा अर अपणा पुराणों कि बितिं खैरी बिपदा संघर्ष त्याग अर जग्वाल थैं आज भी अनुभौ कन्ना छां।
अपकु और अपकि पूरी टीम कु बोहोत बोहोत ध्यनवाद ।
❤️ नेगी जी ❤️
।। जय बद्री विशाल जय उत्तराखण्ड ।।