काफी बातें अच्छी लगी। लेकिन एक बात गले नहीं उतर रही है कि चारों तरफ क्या है क्या नहीं। ऐसे तो सभी घर पास पास होती हैं और हर घर का शौचालय हर घर के विपरित दिशा में ही आता होगा।
इतने गंभीर होने का बात नहीं है। हां अपने घर का वास्तु सही होना चाहिए।यह बिल्कुल सही बात है। वैसे तो सैकड़ों घर पास पास होते हैं। कोई कैसे निर्माण करते हैं यह इतना प्रभावित नहीं होता है। हां जिस दिशा में हमारे घर का मुख्य द्वार होता है उसके सामने की कुछ बातें मायना रखती है। वास्तु शास्त्र की रचना करने वाले से ये जनाब महान नहीं है। जबकि वास्तु शास्त्र के रचयिताओं ने एक मकान के बाहर उसकी उस मकान की उंचाई के बराबर जो है वो प्रभावित करता है लेकिन उस सीमा से बाहर वास्तु शास्त्र कोई विवरण नहीं देता है।इनकी बातों से लोग डरने लगते हैं।
Acha vastu samjaya sir mann khous ho gaya thank you
काफी बातें अच्छी लगी। लेकिन एक बात गले नहीं उतर रही है कि चारों तरफ क्या है क्या नहीं। ऐसे तो सभी घर पास पास होती हैं और हर घर का शौचालय हर घर के विपरित दिशा में ही आता होगा।
इतने गंभीर होने का बात नहीं है। हां अपने घर का वास्तु सही होना चाहिए।यह बिल्कुल सही बात है। वैसे तो सैकड़ों घर पास पास होते हैं। कोई कैसे निर्माण करते हैं यह इतना प्रभावित नहीं होता है। हां जिस दिशा में हमारे घर का मुख्य द्वार होता है उसके सामने की कुछ बातें मायना रखती है। वास्तु शास्त्र की रचना करने वाले से ये जनाब महान नहीं है। जबकि वास्तु शास्त्र के रचयिताओं ने एक मकान के बाहर उसकी उस मकान की उंचाई के बराबर जो है वो प्रभावित करता है लेकिन उस सीमा से बाहर वास्तु शास्त्र कोई विवरण नहीं देता है।इनकी बातों से लोग डरने लगते हैं।
आपके स्टूडियो में ये अलग बात करते हैं और जब खुद विडीयो बनाते हैं तो बाजी पलट देते हैं। इसलिए दोहरा व्यवहार हमें तो अनुचित लगता है।