जाति जन्म के आधार पर है ही नहीं अगर जाति जन्म के आधार पर है तो जन्म कुंडली में वर्ण शब्द क्यों है और जाति शब्द क्यों नहीं और जाति जन्म के आधार पर 1500 साल के बाद आई है गुलामी के समय Thanks Bharat Rahul Arya vedio मै मैं आर्य समाज से हूँ.
वर्ण व्यवस्था की सही जानकारी के लिए आपका धन्यवाद । आज हम इस भाग दौड़ वाली जीवन मे इतने खो से गये हैं कि जैसे ही धर्म का नाम सुनते हैं, हमें लगता है कि यह धरम-वरम तो सब व्यर्थ की बाते हैं, हम सोचने लगते हैं कि समाज मे जितनी भी कुरीतियां हैं वो सब धर्म के कारण ही आयी है और कुछ पोप-पंडो/प्रवचन कर्ताओं की बातों से ऐसा प्रतीत भी होता है कि अन्धविश्वास तो धर्म के कारण ही पनपता है | . किन्तु समस्या यहाँ हो जाती है कि हमने कभी धर्म की वास्तविकता को न ही अच्छे से समझा और न ही समझने हेतु उचित प्रयास किया और जैसा प्रवचन कर्ताओं ने कहा उसे ईश्वर कि वाणी समझ के मान लिया | उदाहरण के लिए *छुआ-छूत* को कुछ लोग शास्त्र सम्मत कहते हैं | . 'कुछ व्यक्ति कहते हैं कि शास्त्रों मे तो शुद्रो को नीच बताया गया है, . क्या वेद सुनने मात्र से शुद्रो के कानो मे शीशा डाल देना चाहिए और छोटी-छोटी गलतियों मे भी उन्हें मृत्यु दण्ड दे देना चाहिए ? क्या ऐसी बाते शास्त्रों मे लिखी हुई है ? . क्या विदेशी आक्रान्ताओं ने हहांरे धर्म ग्रंथों मे मिलावट किया, इसलिए हम लम्बे काल तक गुलाम बने रहे और आज भी मानसिक गुलाम बने हुए हैं ? . क्या हमारे ही घर के कुछ कुटील व्यक्तियों ने अपने वंश को लाभ पहुंचाने के लिए शास्त्रों मे प्रक्षेप किया ? इस video मे *ब्राह्मण*, *क्षत्रिय*, *वैश्य*, *शुद्र* विषय मे सटीक जानकारी दी गयी है और वो भी *विशुद्ध मनुस्मृति* के अनुसार, जिसके द्वारा इस विषय से संबंधित लगभग सभी प्रकार कि शंकाओं का समाधान सभी को मिल सकता है | Team s anshu foundation in UA-cam
जब तक समाज मे एकता , समानता , आपसी प्रेम और भाईचारा नही होगा तब तक किसी समस्या का कोई समाधान नही हो सकता .... वर्तमान सवैधानिक व्यवस्था में कोई सफाईकर्मी तभी तक सफाईकर्मी है , जब वह सफाई करने अपने कार्य पर निकलता है , उसके कार्य 8 घण्टे समाप्त हो जाने पर वह केवल भारतीय है , भारत का एक नागरिक मेरी और आपकी ही तरह ..... कोई भेदभव व उच्च नीच नही .... धार्मिक व्यवस्था में भी यही होना चाहिये था ..... वर्ण व्यवस्था में दोष यह है कि वर्ण के नाम पर किसी के कार्य से उसकी पहचान को जोड़कर उसे जीवन भर के लिये शुद्र बना देना , वह दिन के 24 घण्टे सप्ताह के सातों दिन साल के 365 दिन सिर्फ शुद्र है उसका कार्य सफाई करना या बाकी तीनो वर्णों की सेवा करना ही है , वह केवल अपने कार्य के समय ही केवल शुद्र नही है , वह खाते , पीते , सोते , उठते , बैठते , यहाँ तक कि रिश्ते नाते निभाते हुए भी शुद्र है , ऐसे में एक बंद वर्ग अपने आप निर्मित हो जाता है ..... यही जातिवाद है ......
yes itni si bat logo ko samj nhi ati or kuch log jankar bhi anjan bane rhna chahte hai .. sanatani ka structure hi varna vevastha hai but muslimo ke dar se hindu idiology ko lana chahte hai hindu idiology me bhagva flag ke niche sabhi caste ke log but hindu idiology fail hai ....sanatani hee hinduism hai
यदि कुछ व्यक्ति मिलकर engineer को एक समाज /जाति का नाम देदे लेकिन engineering तो ज्ञान है कर्म है इस ज्ञान को कोई भी व्यक्ति प्राप्त कर सकता है और इस कर्म को कर सकता है । लोगों की अभिव्यक्ति है अपने समाज का नाम रखने का ।
Pandit Ji 2021 chal raha hai Jhooth bolna band kar den kabhi kisi aadami ke Munh Se Koi Paida Hota Hai Kya aap apne aap Socho kya aapane ya aapke Baap Dada Ne kabhi Dekha Hai Ki Munh se Paida Hua Maine to Aurat ke pet Se Nikalte Hue Dekhe Hain bacche
जाति व्यवस्था ब्राह्मणों द्वारा खुद को सामाजिक पदानुक्रम की सबसे ऊंची सीढ़ी पर रखने के लिए बनाई गई एक चतुराईपूर्ण युक्ति है। डॉ. घुर्ये कहते हैं, "जाति भारतीय-आर्य संस्कृति की ब्राह्मणवादी संतान है जिसे गंगा की भूमि में पाला गया और फिर भारत के अन्य भागों में स्थानांतरित कर दिया गया।"
भारत में जातिवाद का मुख्य कारण क्या है?भारत में जाति की समस्या क्या है? भारत में, जाति व्यवस्था के कारण लोगों के साथ भेदभाव किया जाता है। भेदभाव जन्म पर आधारित है, उदाहरण के लिए, समाज में किसी व्यक्ति की स्थिति उसकी जाति से निर्धारित होती है, जिसमें वह पैदा हुआ है, और यही उसकी सामाजिक स्थिति स्थापित करने का एकमात्र मानदंड है। जाति प्रथा का अंत क्यों अनिवार्य है? “जाति व्यवस्था को तोड़ने का उद्देश्य अंतरजातीय भोज और अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देना नहीं था, बल्कि उन धार्मिक धारणाओं को नष्ट करना था जिन पर जाति आधारित थी।” "चातुर्वर्ण्य से अधिक अपमानजनक सामाजिक संगठन की कोई व्यवस्था नहीं हो सकती। यह वह व्यवस्था है जो लोगों को सहायक गतिविधियों से वंचित, पंगु और अपंग बना देती है।"
जाति प्रथा समाज को कैसे बर्बाद कर रही है? इसके कारण संकीर्णना की भावना का प्रसार होता है और सामाजिक , राष्ट्रिय एकता मे बाधा आती है जो कि राष्ट्रिय और आर्थिक प्रगति के लिए आवश्यक है। बङे पेमाने के उद्योग श्रमिको के अभाव मे लाभ प्राप्त नही कर सकते। जाति प्रथा में बेटा पिता के व्यवसाय को अपनाता है , इस व्यवस्था मे पेशे के परिवर्तन की सन्भावना बहुत कम हो जाती है। भारत में जाति व्यवस्था - जातिवाद किसने बनाया?, जाति व्यवस्था ब्राह्मणों द्वारा खुद को सामाजिक पदानुक्रम की सबसे ऊंची सीढ़ी पर रखने के लिए बनाई गई एक चतुराईपूर्ण युक्ति है। डॉ. घुर्ये कहते हैं, "जाति भारतीय-आर्य संस्कृति की ब्राह्मणवादी संतान है जिसे गंगा की भूमि में पाला गया और फिर भारत के अन्य भागों में स्थानांतरित कर दिया गया।
Jay Shree Ganesh bhagwan ki jay jay Shree har har mahadev jay Shree parvti mata ki jay jay Shree Hari vishnu bhagwan ki jay jay Shree mahalxmi mata ki jay jay Shree brahma dev ki jay jay Shree saraswati mata ki jay jay Shree Ram jay Shree hanuman ki jay jay Shree radhe Radhe jay Shree krishan bhagwan ki jay jay Shree shani maharaj ki jay jay Shree Gurudeo Datta maharaj ki jay jay Shree mataji ki jay jay Shree Ram krishan Hari Vittal keshava 👌👌👌👌⚘️🌹🌷🌹🌷🌹👌🙏🙏🙏🙏🙏
Mayank Shah Bharti Sanskriti alag hai aur Veda ka Hindu religion alag hai...kuch logon nay Sanskriti Ko Hindu religion ka part Bana diya.... --------------------+++ Kyun Kay ladki Ko cchedna, tease karna Bharti Sanskriti hai, Krishna nay start Kiya tha.....jaise nahati hui ladkiyon ko cchedna, makkhan churana, Vivah say pahle Prem karna, nangay insaano ki Pooja karna......yeh Bharti Sanskriti hai....Dhyan Rahe ye sab Hindu religion jo Veda nay bataya hain usmay nahi hai balke Baad main kucch logon nay isay religion main daal diya
Sar Apne bataya ki Brahma ji ke Mukh Se Brahman bhujao se Chhatri tatha Udhar Se Vaishya aur Pairon se Sutra ki utpati Hui kya Brahma ji ke Mukh tatha Bhuja Main Ghar Basa tha kya yah Sambhav hai isko samjhega sar
Oh bhai yeh sab insano ne bnaya tha varn system aj bhi h jo jonsa kam krta h use usi ki pehchan milti h,agr kisi ke pass dharmic grantho ka gyan h to hm use pandit khenge ,oh jo kshitrye the wo as a army ka kaam krte the us time pure desh ko wo dushmano se bchate the ,or jo saaf safai krte the wo shudra khlate the or aaj bhi jo insaan dwai deta h hm use doctor khte h wese h yeh!tumhare Kam se tumhari pehchan hoti h !
जाति जन्म के आधार पर है ही नहीं अगर जाति जन्म के आधार पर है तो जन्म कुंडली में वर्ण शब्द क्यों है और जाति शब्द क्यों नहीं और जाति जन्म के आधार पर 1500 साल के बाद आई है गुलामी के समय Thanks Bharat Rahul Arya vedio मै मैं आर्य समाज से हूँ.
वर्ण व्यवस्था की सही जानकारी के लिए आपका धन्यवाद ।
आज हम इस भाग दौड़ वाली जीवन मे इतने खो से गये हैं कि जैसे ही धर्म का नाम सुनते हैं, हमें लगता है कि यह धरम-वरम तो सब व्यर्थ की बाते हैं, हम सोचने लगते हैं कि समाज मे जितनी भी कुरीतियां हैं वो सब धर्म के कारण ही आयी है और कुछ पोप-पंडो/प्रवचन कर्ताओं की बातों से ऐसा प्रतीत भी होता है कि अन्धविश्वास तो धर्म के कारण ही पनपता है |
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किन्तु समस्या यहाँ हो जाती है कि हमने कभी धर्म की वास्तविकता को न ही अच्छे से समझा और न ही समझने हेतु उचित प्रयास किया और जैसा प्रवचन कर्ताओं ने कहा उसे ईश्वर कि वाणी समझ के मान लिया |
उदाहरण के लिए *छुआ-छूत* को कुछ लोग शास्त्र सम्मत कहते हैं |
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'कुछ व्यक्ति कहते हैं कि शास्त्रों मे तो शुद्रो को नीच बताया गया है,
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क्या वेद सुनने मात्र से शुद्रो के कानो मे शीशा डाल देना चाहिए और छोटी-छोटी गलतियों मे भी उन्हें मृत्यु दण्ड दे देना चाहिए ?
क्या ऐसी बाते शास्त्रों मे लिखी हुई है ?
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क्या विदेशी आक्रान्ताओं ने हहांरे धर्म ग्रंथों मे मिलावट किया, इसलिए हम लम्बे काल तक गुलाम बने रहे और आज भी मानसिक गुलाम बने हुए हैं ?
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क्या हमारे ही घर के कुछ कुटील व्यक्तियों ने अपने वंश को लाभ पहुंचाने के लिए शास्त्रों मे प्रक्षेप किया ?
इस video मे *ब्राह्मण*, *क्षत्रिय*, *वैश्य*, *शुद्र* विषय मे सटीक जानकारी दी गयी है और वो भी *विशुद्ध मनुस्मृति* के अनुसार, जिसके द्वारा इस विषय से संबंधित लगभग सभी प्रकार कि शंकाओं का समाधान सभी को मिल सकता है |
Team s anshu foundation in UA-cam
Jute khane ke baad bhi insan soche jute marne vala achha hai
Sir kya baat hai kya mast prate ho 😊😊😊😊
बहुत अच्छा समझाया आपने
धन्यवाद् गुरूजी 😊
Randomly opened this aur bahut seekhne mila❤
जब तक समाज मे एकता , समानता , आपसी प्रेम और भाईचारा नही होगा तब तक किसी समस्या का कोई समाधान नही हो सकता ....
वर्तमान सवैधानिक व्यवस्था में कोई सफाईकर्मी तभी तक सफाईकर्मी है , जब वह सफाई करने अपने कार्य पर निकलता है , उसके कार्य 8 घण्टे समाप्त हो जाने पर वह केवल भारतीय है , भारत का एक नागरिक मेरी और आपकी ही तरह ..... कोई भेदभव व उच्च नीच नही .... धार्मिक व्यवस्था में भी यही होना चाहिये था .....
वर्ण व्यवस्था में दोष यह है कि वर्ण के नाम पर किसी के कार्य से उसकी पहचान को जोड़कर उसे जीवन भर के लिये शुद्र बना देना , वह दिन के 24 घण्टे सप्ताह के सातों दिन साल के 365 दिन सिर्फ शुद्र है उसका कार्य सफाई करना या बाकी तीनो वर्णों की सेवा करना ही है , वह केवल अपने कार्य के समय ही केवल शुद्र नही है , वह खाते , पीते , सोते , उठते , बैठते , यहाँ तक कि रिश्ते नाते निभाते हुए भी शुद्र है , ऐसे में एक बंद वर्ग अपने आप निर्मित हो जाता है ..... यही जातिवाद है ......
yes itni si bat logo ko samj nhi ati or kuch log jankar bhi anjan bane rhna chahte hai .. sanatani ka structure hi varna vevastha hai but muslimo ke dar se hindu idiology ko lana chahte hai hindu idiology me bhagva flag ke niche sabhi caste ke log but hindu idiology fail hai ....sanatani hee hinduism hai
परीक्षा उपयोगी ज्ञान
साधुवाद.....
यदि कुछ व्यक्ति मिलकर engineer को एक समाज /जाति का नाम देदे लेकिन engineering तो ज्ञान है कर्म है इस ज्ञान को कोई भी व्यक्ति प्राप्त कर सकता है और इस कर्म को कर सकता है । लोगों की अभिव्यक्ति है अपने समाज का नाम रखने का ।
Pandit Ji Brahma ji mein kaun sa gun Tha Jo apni Patrika ke sath balatkar Kiya Usi ke Mukh Se to aap Paida hue hain
Pandit Ji 2021 chal raha hai Jhooth bolna band kar den kabhi kisi aadami ke Munh Se Koi Paida Hota Hai Kya aap apne aap Socho kya aapane ya aapke Baap Dada Ne kabhi Dekha Hai Ki Munh se Paida Hua Maine to Aurat ke pet Se Nikalte Hue Dekhe Hain bacche
Acchi video lagi keep it up..😉😉
Bahot sunndr sir
बहुत बढ़िया जानकारी जय श्री राम,🙏🚩
Apne bahut acche samjha hai thanks to you
Bahut hi achchha byakhya sunneko mila aapko bahut bahut dhanyabad
Sir aap bahut badiya samjhate hai,✍️✍️✍️✍️✍️
Bahut अच्छा explain kiye ho aap ❤
Thank you 😊😊😊
जाति व्यवस्था ब्राह्मणों द्वारा खुद को सामाजिक पदानुक्रम की सबसे ऊंची सीढ़ी पर रखने के लिए बनाई गई एक चतुराईपूर्ण युक्ति है। डॉ. घुर्ये कहते हैं, "जाति भारतीय-आर्य संस्कृति की ब्राह्मणवादी संतान है जिसे गंगा की भूमि में पाला गया और फिर भारत के अन्य भागों में स्थानांतरित कर दिया गया।"
Bahut badiya samjhaya aapne.thank you sir
thank you so much bahooot achhe se aasani se samjh aaya ❤
Well done Sir bahot khub mujhe pta nhi tha is bare me jada
Namaste sir your teaching very well done very good
Bahut hi achhe se aap samjhate hai
Nice video hai sir ji
Thanks
Nice sir g thanks 🙏
bhaut bdia sir ji
Thankyou Sir 🙏
Good job sir
अति उत्तम
Nicely Explained
Thanks sir ji
Great
Thank u sir
Very nice sir
Sir varna vala explanation thik nhi h baki pura lecture ek dum sahi hai
Thank sir
Thanku sir
Mujhe b.a 1st ki tayari karni hai ,?,.aap or video aaise he or video banawo taki humari tayari aache se ho sake.
मुझे 1st ग्रैड की तैयारी के लिए सभी वीडियो आपकी क्लास से चाहिए कहाँ पर मिलेंगे या ??
Sky Educare app par dalenge reet exam ke baad se
Great work 👍👏
Super sir
Baby Gautam
Thank you sir
Thankyou dear sir
Thank you sir very Nice
शेर जन्म से शेर होता है या कर्म से?
Super video
👌
Thaku sir very nice
Good sirji
aapke karm to Brahmin varn ke hai..... best of luck
Thanks sir
Thank you
वर्ण व्यवस्था अगर कर्म आधारित थी तो मनुस्मृति है।
Bhai nich,thag , dhurat, pakhandi, aadmbari, chhuachhut, aadmbari , dust ,papi ,haramiyo ki bato pr gor mt kro
👌👌👌👌
Sir mujhe aapki videos achhi lagti hai samjh mein aati hai kya aap ek hindi ki ek video bana denge please sir
Dob29-08-1991 time-9:30pm place-Amgaon, Gondia, Maharashtra. जय Adhivashi... 👑 🇮🇳🥀 Felling proud shatriya varn, Mesh Rasi, aswni 1 nakshtra, Gan dev...
Nice video sir
अति सुंदरम्
Me indian army me brigadier hu aur me ek dalit hu
Kese dalit hai bhai tu insan hai ,me ese dharm pr thukta bhi nahi hu
Pranam sir 🙏 kya aap Hindi ki videos bhi banate hai
भारत में जातिवाद का मुख्य कारण क्या है?भारत में जाति की समस्या क्या है?
भारत में, जाति व्यवस्था के कारण लोगों के साथ भेदभाव किया जाता है। भेदभाव जन्म पर आधारित है, उदाहरण के लिए, समाज में किसी व्यक्ति की स्थिति उसकी जाति से निर्धारित होती है, जिसमें वह पैदा हुआ है, और यही उसकी सामाजिक स्थिति स्थापित करने का एकमात्र मानदंड है।
जाति प्रथा का अंत क्यों अनिवार्य है?
“जाति व्यवस्था को तोड़ने का उद्देश्य अंतरजातीय भोज और अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देना नहीं था, बल्कि उन धार्मिक धारणाओं को नष्ट करना था जिन पर जाति आधारित थी।” "चातुर्वर्ण्य से अधिक अपमानजनक सामाजिक संगठन की कोई व्यवस्था नहीं हो सकती। यह वह व्यवस्था है जो लोगों को सहायक गतिविधियों से वंचित, पंगु और अपंग बना देती है।"
जाति प्रथा समाज को कैसे बर्बाद कर रही है?
इसके कारण संकीर्णना की भावना का प्रसार होता है और सामाजिक , राष्ट्रिय एकता मे बाधा आती है जो कि राष्ट्रिय और आर्थिक प्रगति के लिए आवश्यक है। बङे पेमाने के उद्योग श्रमिको के अभाव मे लाभ प्राप्त नही कर सकते। जाति प्रथा में बेटा पिता के व्यवसाय को अपनाता है , इस व्यवस्था मे पेशे के परिवर्तन की सन्भावना बहुत कम हो जाती है।
भारत में जाति व्यवस्था -
जातिवाद किसने बनाया?, जाति व्यवस्था ब्राह्मणों द्वारा खुद को सामाजिक पदानुक्रम की सबसे ऊंची सीढ़ी पर रखने के लिए बनाई गई एक चतुराईपूर्ण युक्ति है। डॉ. घुर्ये कहते हैं, "जाति भारतीय-आर्य संस्कृति की ब्राह्मणवादी संतान है जिसे गंगा की भूमि में पाला गया और फिर भारत के अन्य भागों में स्थानांतरित कर दिया गया।
Agar koi sc ias ho to pandit ho jayega
Hm agr uske paas dharmic grantho ka gyaan hoga
Give one example of shudra become Brahmin varna by his work
Valmiki Rushi - Valya koli naam se jaane jaate the , aage unhone Ramayan likha aur Valmiki Rushi ka ashram me adhyan ka kaam unhone kiya tha
VISHWAMITRA🙏
Jay Shree Ganesh bhagwan ki jay jay Shree har har mahadev jay Shree parvti mata ki jay jay Shree Hari vishnu bhagwan ki jay jay Shree mahalxmi mata ki jay jay Shree brahma dev ki jay jay Shree saraswati mata ki jay jay Shree Ram jay Shree hanuman ki jay jay Shree radhe Radhe jay Shree krishan bhagwan ki jay jay Shree shani maharaj ki jay jay Shree Gurudeo Datta maharaj ki jay jay Shree mataji ki jay jay Shree Ram krishan Hari Vittal keshava 👌👌👌👌⚘️🌹🌷🌹🌷🌹👌🙏🙏🙏🙏🙏
Ssc Aspirations vrn bhi hona chaiye 😂
Thank you sir
Thanks sir very nice
Thanku sir btane ke liye 🙏🙏
Jise aj or haj ka pata hi na ho to kya batayega ki barn kya hae pahle aj ok haj ke bare me pata kari tavi to kisi,ko batane ke yog hona
लोहित वर्ण क्षत्रिय में पाया जाता है
Maharishi Vyas ke pitaji dalit se convert hue the.
Happy teachers.day..
ब्राह्राण का सित शुद्र का आसित वर्ण
Sir
Aap ka samjhane ka andaz bhut acha h
varn ko jati me kisne badla
Mnu tha sala vo
Nice
Bhai bahut acha aapne bataya but ye sab kitabi bate sahi bat to aapne bataya hi nhi
Nice sir
Extramly right...Sir
Ek deen phle pd rhi hu kl paper h 😂
Mayank Shah
Bharti Sanskriti alag hai aur Veda ka Hindu religion alag hai...kuch logon nay Sanskriti Ko Hindu religion ka part Bana diya....
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Kyun Kay ladki Ko cchedna, tease karna Bharti Sanskriti hai, Krishna nay start Kiya tha.....jaise nahati hui ladkiyon ko cchedna, makkhan churana, Vivah say pahle Prem karna, nangay insaano ki Pooja karna......yeh Bharti Sanskriti hai....Dhyan Rahe ye sab Hindu religion jo Veda nay bataya hain usmay nahi hai balke Baad main kucch logon nay isay religion main daal diya
Barna byabastha to hai.ushme chhota bada Kya hai? Barna utpati ke bareme Jo barnan hua hai oh Kya biswas yogya hota hai ? Thanks
Kya Sar aap is Baat Se sahmat Hain Ki Kisi Purush se Kisi Ka Janm ho sakta hai
ब्राह्मण आदिवासी
Ans share also
Sr varn vyvstha ka ulekh srwprthm kha milta h plz bty
Reproduction by fusion of gametes only
वर्ण व्यवस्था , intercast marriage
ua-cam.com/video/7jLt2eILUEo/v-deo.html
Paida hone ka Marg hi Badal diye manu
Manu thag , dhurat, pakhandi, aadmbari andhavisvasi , chhuachhut ,unch nich vala papi hrami tha
Varna vyavsta ashram
घन सु शयाम सु ,सु का कया मतलब है sir
kon sa insaan virat purush k kis part se nikla hai ye kaise pta chalega???...
Virat purush ki stree nahi thi to purush ko dilevry karvani padi
Varn ka kya arth hai
Tho hum maan le ki baba saheb Ambedkar brahman the??
They will never accept it.
Maan lo kyuki vo brahman the me brahman paida hua par kabhi mana nhi kyuki mere karm ese nhi me vashya hu kyuki mere papa ek officer he.
Right
189 Rollno.
गुरु जी गीता का द्वितीया अधयाय का विडियो डालो
Sar Apne bataya ki Brahma ji ke Mukh Se Brahman bhujao se Chhatri tatha Udhar Se Vaishya aur Pairon se Sutra ki utpati Hui kya Brahma ji ke Mukh tatha Bhuja Main Ghar Basa tha kya yah Sambhav hai isko samjhega sar
Oh bhai yeh sab insano ne bnaya tha varn system aj bhi h jo jonsa kam krta h use usi ki pehchan milti h,agr kisi ke pass dharmic grantho ka gyan h to hm use pandit khenge ,oh jo kshitrye the wo as a army ka kaam krte the us time pure desh ko wo dushmano se bchate the ,or jo saaf safai krte the wo shudra khlate the or aaj bhi jo insaan dwai deta h hm use doctor khte h wese h yeh!tumhare Kam se tumhari pehchan hoti h !
5 varn hai
इसकी सही जानकारी प्राप्त करें
Sir aapaka video Marathi me banaye
Galat mat batao bhai
Gun Or karam ke aadhar pr aapka kram sahi nahi tha
Galat bta rha hai