क्रोध न कभी खत्म हो सकता है न उसे अल्टीमेट आप नियंत्रण कर सकते है। क्रोध को कुछ समय के लिए कोई रोक सकता है लेकिन वह जिस वजह से उठा वह वजह अगर लगातार बनी रही या भीतर क्रोध जमा है तो वह विस्फोटित तो होगा ही होगा उसे रोकने का कोई उपाय नही। क्रोध को समझेगे तो वजह को समझेगे वजह को समझेगे तो गलत प्रक्रिया हमारी ओर से हो रही है या सामने वाले कि ओर से उसे समझेगे। जब गलत प्रक्रिया के परिणाम से क्रोध उठता है तो हम स्वयं में या किसी अन्य से वही व्यवहारित हो जिससे सही प्रक्रिया चले ताकि क्रोध की नोबत ही न उठे। कहने का आशयः है हमारे एक्शन ही हमारी दुनिया बनाती है हमारी प्रक्रिया ही परिणाम जन्म को जन्म देती है अब वह परिणाम क्या पाते है वह अपने जीवन को देखकर गवाह हो।
Krodh ko rokane ki baat nahin samjhaya hai Akshara Ji ne unhone jo samjhaya hai vah yah hai ki Krodh ki urja Ko rupantarit Kiya ja sakta hai Aap Shayad baat Ko use tarah samajh nahin paye jis tarah Akshara ji samjhana chahte Hain
कभी कभी लोग इतने लंबे चौड़े कॉमेंट लिख देते हैं लेकिन उसमें सार कुछ नहीं होता। शब्दों की फूलझड़ी बरसा देने से आप समालोचक नहीं हो जाते। मुझे तो लगता है अभी आपकी बुद्धि मां अक्षरा को समझने के योग्य ही नहीं हुई है। क्रोध को समझने के लिए ऑब्जर्वेशन जरूरी है और उसी ऑब्जर्वेशन से राइट एक्शन निकलता है। देवी अक्षरा ने सबसे पहले क्रोध के आवेग के प्रति सजग होने की ही बात कही है। तत्पश्चात उन्होंने क्रोध के उपचार के लिए एक सुंदर सी विधि भेंट की है। उन्होंने क्रोध को अग्नि कहा है और जैसे अग्नि को बुझाने के लिए जल अथवा अग्निशामक उपकरण की आवश्यकता होती है वैसे ही क्रोध के शमन के लिए ध्यान रूपी उपकरण की चर्चा की है। यह बात अत्यंत सरल और व्यावहारिक है। किंतु सरल बातें आसानी से समझ आती नहीं, संभवतः इसीलिए आप चूक गए। आपसे निवेदन करता हूं कि आप उनके विडियोज अत्यंत ही ध्यानपूर्वक सुनें, क्योंकि सुनना भी एक कला है। मां अक्षरा को नमन! 🙏🏻🌷
Nice🔥🔥🔥
Nice topic
❤❤❤❤❤
Nice ❤🎉
Wahhhh
Nihshbd🎉🎉🎉
Good ❤
नमस्कार
Nice 👍🏻👍🏻
Good
Very nice Explanation
Nice
Super🙌🙌🙌
Good.
🙏🙏🙏🙏
❤❤❤
Good topic ❤
🎉🎉
बहुत सुंदर व्याख्या❤
उच्च कोटि के विचार, अभिनंदन वंदन ❤
श्रीआदरणीय अक्षराजी कोटीकोटि प्रणाम
Ye video sabse shandar ha akshra ji ka
🙏🙏🙏
Shandaar🎉🎉🎉❤❤❤
Very good 😊
Wahhh bahut shandar❤
बहुत अच्छा अक्षरा बहन जी... बिल्कुल सही 👍🎉💯🙏💐
Parnam 🙏🏻
Super
Krodh shant karne ke liye Amazing formula
Bahut acha🎉
❤
Shandaar ❤❤❤
🙌🙌🙌
सही बात
❤ pranam aapko ❤
Krodh k niyantran se sab achha hota hai
Bahut sunder
Nice & Good 😊
Wonderful ❤❤
Thanks 🤗
क्रोध न कभी खत्म हो सकता है न उसे अल्टीमेट आप नियंत्रण कर सकते है। क्रोध को कुछ समय के लिए कोई रोक सकता है लेकिन वह जिस वजह से उठा वह वजह अगर लगातार बनी रही या भीतर क्रोध जमा है तो वह विस्फोटित तो होगा ही होगा उसे रोकने का कोई उपाय नही।
क्रोध को समझेगे तो वजह को समझेगे वजह को समझेगे तो गलत प्रक्रिया हमारी ओर से हो रही है या सामने वाले कि ओर से उसे समझेगे। जब गलत प्रक्रिया के परिणाम से क्रोध उठता है तो हम स्वयं में या किसी अन्य से वही व्यवहारित हो जिससे सही प्रक्रिया चले ताकि क्रोध की नोबत ही न उठे। कहने का आशयः है हमारे एक्शन ही हमारी दुनिया बनाती है हमारी प्रक्रिया ही परिणाम जन्म को जन्म देती है अब वह परिणाम क्या पाते है वह अपने जीवन को देखकर गवाह हो।
Krodh ko rokane ki baat nahin samjhaya hai Akshara Ji ne unhone jo samjhaya hai vah yah hai ki Krodh ki urja Ko rupantarit Kiya ja sakta hai
Aap Shayad baat Ko use tarah samajh nahin paye jis tarah Akshara ji samjhana chahte Hain
Aapko video dobara sunna chahie to chijen clear hongi🎉🎉
कभी कभी लोग इतने लंबे चौड़े कॉमेंट लिख देते हैं लेकिन उसमें सार कुछ नहीं होता। शब्दों की फूलझड़ी बरसा देने से आप समालोचक नहीं हो जाते। मुझे तो लगता है अभी आपकी बुद्धि मां अक्षरा को समझने के योग्य ही नहीं हुई है।
क्रोध को समझने के लिए ऑब्जर्वेशन जरूरी है और उसी ऑब्जर्वेशन से राइट एक्शन निकलता है। देवी अक्षरा ने सबसे पहले क्रोध के आवेग के प्रति सजग होने की ही बात कही है। तत्पश्चात उन्होंने क्रोध के उपचार के लिए एक सुंदर सी विधि भेंट की है। उन्होंने क्रोध को अग्नि कहा है और जैसे अग्नि को बुझाने के लिए जल अथवा अग्निशामक उपकरण की आवश्यकता होती है वैसे ही क्रोध के शमन के लिए ध्यान रूपी उपकरण की चर्चा की है। यह बात अत्यंत सरल और व्यावहारिक है। किंतु सरल बातें आसानी से समझ आती नहीं, संभवतः इसीलिए आप चूक गए।
आपसे निवेदन करता हूं कि आप उनके विडियोज अत्यंत ही ध्यानपूर्वक सुनें, क्योंकि सुनना भी एक कला है। मां अक्षरा को नमन! 🙏🏻🌷
Mujhe jyada Gyan nhi pr akshra ji ki baat shi lgi 🎉🎉
Good 😊
Nice 👍🏻
Nice👍
Nice👍
Very nice 😊
❤❤❤
Good
Nice👍
Good 😊