चकबाजो गांव में दलित को मंदिर में जाने से रोका गया और वहां के ग्रामीण भूषण सिंह के कहने

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  • Опубліковано 1 тра 2024
  • चकबाजो गांव में दलित को मंदिर में जाने से रोका गया और वहां के ग्रामीण भूषण सिंह के कहने से मंदिर में ताला मार कर पुजारी फरार!
    सरैया प्रखंड के बसैठा पंचायत चकबाजो गांव में परीक्षण राम के लड़के के शादी था चकबजो गांव के एक सार्वजनिक मंदिर है जो कि वहां पर काफी दलित बस्ती है जब मंदिर का निर्माण किया गया तो वहां पर काफी दलित महादलित अति पिछड़ा पिछड़ा सभी वर्ग के लोग चंदा इकट्ठा करके उस मंदिर को बनने के लिए दिया गया था लेकिन जब दलित बस्ती में शादी विवाह होती है तो वहां के स्वर्ण लोग भूषण सिंह और अरविंद सिंह पुजारी से मिलकर के प्लानिंग करके मंदिर में ताला मार करके फरार हो जाते हैं यह घटना 1 मई 2024 का है जिस समय परीक्षण राम के लड़के का शादी का बाजा बज रहा था और देवता पूंजी में जाने के लिए जिसका सादी हो रहा था और गावो घर के महिला सहित और भी लोग बाजा के साथ जाने के लिए तैयार थे और जब मंदिर पहुंचे मंदिर में ताला लगा हुआ था और वहां पर ग्रामीण भूषण सिंह बैठे थे उन्होंने बोला की मंदिर में दलितों को जाना माना है एक चाभी मेरे पास रहता है और एक पुजारी के पास जब वहा के दलित नेता संजीव कुमार उर्फ फ तू राम ने जा कर भूषण सिंह और पुजारी से पूछा की ताला क्यों मार दिया जाता है जब भी दलित बस्ती में सादी विवाह होता है तभी भूषण सिंह और पुजारी धमकी भरी आवाज में बोलता है की जाओ जो करना है कर लेना दलित को सादी जब जब हो गा तब तब मन्दिर का ताला बंद रहेगा और उसी तरह भूषण सिंह पंडित को कहे कि दलित बस्ती में शादी हो रहा है यह पूजने के लिए आ रहा है मंदिर में ताला मार करके के आप कुछ देर के लिए फरार हो जाओ और जब यहां से रिटर्न चला जाएगा तो फिर आप मंदिर का ताला खोल देना यह वहां के समाजसेवी संजीव कुमार उर्फ फतू राम ने सूचना देते हुए की हमेशा जब भी दलित बस्ती में कोई शादी विवाह होता है तब मंदिर के बगल के भूषण सिंह और अनिल सिंह पुजारी को कह देते है की मंदिर को ताला मार कर कही फरार हो जाना और वहा के दलितों को कहना है कि जब-जब दलित बस्ती में शादी विवाह होता है तब तब मंदिर में पूजा करने के लिए रोका जाता है भूषण सिंह और अरविंद सिंह और पुजारी के द्वारा यह घटना कई वर्षों से चली आ रही है जो कि यह घटना के रूप में देखा जा रहा है आज भी दलित बस्ती में मंदिर जाने से रोका जाता है यह घटना सरैया प्रखंड के बसैठा पंचायत के चकबाजो गांव का यह फर्स्ट घटना देखने को मिला है और सुना गया है यह अस्थाई रूप से चकबाजो के दलित बस्ती के जो भी लोग हैं वह आक्रोश में है

КОМЕНТАРІ • 1

  • @brajkishorram99
    @brajkishorram99 14 днів тому +3

    इनके भगवान कहा था ऐसे लोगो के लिए यही होना चाहिए। आप लोग मंदिर मे जाते ही क्यो है?जिसको भगवान मानकर आप मंदिर जाते है,वही आप का सुरक्षा नही करे वह भगवान कैसा ।जिसे आप सहायता मांग रहे है वह प्रशासन संविधान के बदौलत है और संविधान का निर्माण बाबासाहब ने किया
    तो भगवान कौन हुए मंदिर वाला या संविधान निर्माता।अभी भी आप लोग समझ जाए और मंदिर छोर दे।