मैं कृषि वैज्ञानिकों के बारे में कहना चाहता हूँ यह सही है कि आपका यह प्रयास है कि हमारे किसान नए वैज्ञानिक तरीके खेत के लिए अपनाए लेनिन मेरे विचार में अभी तक कृषि वैज्ञानिकों का ध्यान हमारे खेतों तक नहीं जा रहा है। वह केवल पुस्तकों मे बंद है हमारे कृषि वैज्ञानिक खोज करते हैं लेकिन उस ज्ञान को अपनी खोजों को किसनों तक नहीं पहुंचाते है इसके लिए कुछ प्रयास किए गए हैं लेकिन जितना विज्ञान किसानो तक पहुंचाया जाना चाहिए उतना नहीं पहुंचा है अब किसान नई खोजों से लाभ उठाना चाहते हैं नई तकनीकों को ग्रहण करने के लिए तैयार हो गए हैं उनकी समझने की शक्ति भी बढ गई है लेकिन इसे किसानों तक व्यापक रूप से नहीं पहुंचाया जा रहा है आप इसके लिए किसान मेले आयाेजित करें रेडियो तथ दूरदर्शन पर इन खोजों का प्रचार करें कृषि कॉलेजों में इनका प्रचार करें यह अनुभव में जब कृषि मंत्री था तब मैने स्वयं किया था गांवो में जाने के लिए आरंभ में अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों को हिचक हुई लेकिन जैसे ही उन्होंने जाना शुरू किया तो जिस गांव मे वैज्ञानिक गए वहां किसानों की फसलें अच्छी होने लगी। इसी तरह से वैज्ञानिक सारे देश में इनको फैलाएं मैं कृषि विज्ञान मेलों को गांव गांव में आयोजित करने के पक्ष में हूँ क्योंकि इससे प्ररिणाम बहुत शीघ्र और अच्छीे होंगे तीसरी बात मैं किसानों पर लगने वाले कर के सम्बंध में कहना चाहता हूँ किसानों पर यद्यपि सीधे आप आयकर नहीं लगाते हैं तथ्ाापि जो भी कर आप वस्तुओ पर लगते हैं उसका सीधा असर किसानों पर पड़ता है इसके लिए किसानों को आर्थिक सहायकता भी नहीं दी जाती है। जबकि उद्योगपतियों को सरकार अनेक प्रकार से सहायता देती है। किसान को जो कर्जा आप देते हैं। उस पर ब्याज की दर कम लगनी चाहिए उसको जो बिजली आप देते हैं। उस पर शुल्क कम लगाया जाना चाहिए। उसकी भूमि का लगान आप कम कर दो उसको जो पानी सिंचाई के लिए दिया जाता है उस पर कर कम कर दो इस तरह से आप किसान की सहायता करेंगे तो वह देश को भरपेट अनाज पैदा करके दे सकेगा। किसान देशभक्त भी हैं वह देश की पैदावार को भी बढ़ाता है वह जवान भी देश की रक्षा करने के लिए आप को देता है और देश को ही नहीं विदेशों को भी अनाज देने के लिए अब वह तैयार हो रहा है। इसलिए सरकार का ध्यान किसान पर सबसे पहले जाना चाहिए। मेरा कहना यह है कि किसानों की जो कठिनाईयां है उनकी जो समस्याएं हैं उनको पक्षपात पूर्ण ढंग से नहीं देखना चाहिए। किसान को सबसे बड़ी शिकायत भी यही है कि उसको और सरकार को जितना ध्यान देना चाहिए उतना वह नहीं दे रही है किसान का अन्न खाकर सारे देश के लोगों की आंखे खुलती है विदेश के लोगों की भी आंखें खुलती हैं।
+kapil shrivastav Sorry. Mai jo PDF deta hu usse check karke aap punctuation lagaiye isse apko andaja bhi ho jayega ki kahan-kahan punctuation lagana hai.
Thanks
I done it simply😀.....
मैं कृषि वैज्ञानिकों के बारे में कहना चाहता हूँ यह सही है कि आपका यह प्रयास है कि हमारे किसान नए वैज्ञानिक तरीके खेत के लिए अपनाए लेनिन मेरे विचार में अभी तक कृषि वैज्ञानिकों का ध्यान हमारे खेतों तक नहीं जा रहा है। वह केवल पुस्तकों मे बंद है हमारे कृषि वैज्ञानिक खोज करते हैं लेकिन उस ज्ञान को अपनी खोजों को किसनों तक नहीं पहुंचाते है इसके लिए कुछ प्रयास किए गए हैं लेकिन जितना विज्ञान किसानो तक पहुंचाया जाना चाहिए उतना नहीं पहुंचा है अब किसान नई खोजों से लाभ उठाना चाहते हैं नई तकनीकों को ग्रहण करने के लिए तैयार हो गए हैं उनकी समझने की शक्ति भी बढ गई है लेकिन इसे किसानों तक व्यापक रूप से नहीं पहुंचाया जा रहा है आप इसके लिए किसान मेले आयाेजित करें रेडियो तथ दूरदर्शन पर इन खोजों का प्रचार करें कृषि कॉलेजों में इनका प्रचार करें यह अनुभव में जब कृषि मंत्री था तब मैने स्वयं किया था गांवो में जाने के लिए आरंभ में अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों को हिचक हुई लेकिन जैसे ही उन्होंने जाना शुरू किया तो जिस गांव मे वैज्ञानिक गए वहां किसानों की फसलें अच्छी होने लगी। इसी तरह से वैज्ञानिक सारे देश में इनको फैलाएं मैं कृषि विज्ञान मेलों को गांव गांव में आयोजित करने के पक्ष में हूँ क्योंकि इससे प्ररिणाम बहुत शीघ्र और अच्छीे होंगे
तीसरी बात मैं किसानों पर लगने वाले कर के सम्बंध में कहना चाहता हूँ किसानों पर यद्यपि सीधे आप आयकर नहीं लगाते हैं तथ्ाापि जो भी कर आप वस्तुओ पर लगते हैं उसका सीधा असर किसानों पर पड़ता है इसके लिए किसानों को आर्थिक सहायकता भी नहीं दी जाती है। जबकि उद्योगपतियों को सरकार अनेक प्रकार से सहायता देती है। किसान को जो कर्जा आप देते हैं। उस पर ब्याज की दर कम लगनी चाहिए उसको जो बिजली आप देते हैं। उस पर शुल्क कम लगाया जाना चाहिए। उसकी भूमि का लगान आप कम कर दो उसको जो पानी सिंचाई के लिए दिया जाता है उस पर कर कम कर दो इस तरह से आप किसान की सहायता करेंगे तो वह देश को भरपेट अनाज पैदा करके दे सकेगा। किसान देशभक्त भी हैं वह देश की पैदावार को भी बढ़ाता है वह जवान भी देश की रक्षा करने के लिए आप को देता है और देश को ही नहीं विदेशों को भी अनाज देने के लिए अब वह तैयार हो रहा है। इसलिए सरकार का ध्यान किसान पर सबसे पहले जाना चाहिए।
मेरा कहना यह है कि किसानों की जो कठिनाईयां है उनकी जो समस्याएं हैं उनको पक्षपात पूर्ण ढंग से नहीं देखना चाहिए। किसान को सबसे बड़ी शिकायत भी यही है कि उसको और सरकार को जितना ध्यान देना चाहिए उतना वह नहीं दे रही है किसान का अन्न खाकर सारे देश के लोगों की आंखे खुलती है विदेश के लोगों की भी आंखें खुलती हैं।
Great. Keep up this good work
Thanks sir
thanks a lot sir.make more videos
+rakhi kosti 👍
thanks sir ji
Shivam Upadhyay 👍
Shivam Upadhyay
बहुत बहुत धन्यवाद सर,
Thnk U Sir..
+sanju keer 👍
dictation bohat acha tha..
achi speed hai sir
Simple matter I done it..... Thanku sir
English typing ke liye bhi dictation banaye please
sir comma or full stop v boleye...plz and tq
+kapil shrivastav Sorry. Mai jo PDF deta hu usse check karke aap punctuation lagaiye isse apko andaja bhi ho jayega ki kahan-kahan punctuation lagana hai.
pls app word thode tough b use kro shift keys bhut km use hoti h aapke data m
sir ( कोमा पूर्णविराम ) आदि बोले जाऐंगे या अपने मन से लगाना पड़ेगा।
+nikhil bhargava अपने मन से लगाना पड़ेगा।
J
MP HC AG 3 main exam me direct hindi dictation kisi font me type karne honge
+C.M. Tailor Mangal font
Mangal font par
सर चन्द्रबिन्दुु सामान्य चन्द्र रखकर िबिन्दी लगाएेेंें या कोई shortcut key ka use karen
nikhil bhargava alt+63
इस से तो रेमिंग्टन गेल मेें प्रश्नवाचक िचिन्ह बनता है
+nikhil bhargava Sorry. Galti se bol diya. Alt+2305 hai.
sir iski PDF file daliye....