कबीर, सब जग निर्धना, धनवँता ना कोय | धनवँता सो जानिये, जा पै राम नाम धन होय | रामनाम की लूट हैं, लुटि जा तो लूट | पीछे फिर पछताएगा, प्राण जाहिंगे छूट |
कबीर, बेद मेरा भेद है, हम बेदन के माहीं। , जौन बेद से मैं मिलूं, बेद जानते नाहीं।। , भावार्थ:- परमेश्वर कबीर जी ने बताया है कि चारों वेद मेरी महिमा बता रहे हैं। वेदों में वर्णित भक्ति विधि अधूरी है। इसलिए इन चारों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद) में वर्णित विधि से मैं नहीं मिल सकता। जिस सूक्ष्म वेद (सूक्ष्मज्ञान=तत्त्वज्ञान) में मेरे पाने की सम्पूर्ण विधि है, उसका ज्ञान चारों वेदों में नहीं है।
वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
जय श्री राम जय श्री कृष्णा हरि ओम महाराज जी संत कबीर जी Bhagwan the तो भगवान शंकर जी को माता गौ को पीठ पर हाथ रखने की क्या आवश्यकता थी वह बछड़ी तो Bhagwan Kabir ki kripa se dudh De deti
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️😭😭😭😭😭😭😭😭🙏🙏🙏🙏🙏 Sat Sahib Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Bhagwan ki Jay Ho Malik Daya karna data parampita Parmatma Parmeshwar sthit Jeev ke upar Bandi Chhod upar Daya karna Malik
627 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही नि:शुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की गई है, जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
सर्व धर्मगुरु परमेश्वर को निराकार बताते हैं। जबकि संत रामपाल जी महाराज ने ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, कुरान शरीफ सूरत फुरकान 25 आयत 52-59, बाईबल उत्पत्ति ग्रंथ आयत 1:26-27, गुरुग्रंथ साहिब पृष्ठ 1257 आदि का प्रमाण देते हुए बताते हैं कि मनुष्य सदृश्य साकार है, उसका नाम कविर्देव है।
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार। मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
गुरु समान दाता नहीं, याचक शिष्य समान। तीन लोक की सम्पदा, सो गुरु दीन्ही दान।। कबीर साहेब जी की अद्भुत लीला का वर्णन जानने के लिए आप सभी आमंत्रित हैं कबीर जी के 627 वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में आयोजित विशाल भंडारे में जिसका आयोजन 20-21-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में किया जाएगा। आप सभी परिवार सहित ज़रूर आयें।
जब कबीर परमेश्वर को नीरू नीमा घर लेकर आये तो उन्हें देखकर कोई कह रहा था कि यह बालक तो कोई देवता का अवतार है। कोई कह रहा था यह तो साक्षात विष्णु जी ही आए लगते हैं। कोई कह रहा था यह भगवान शिव ही अपनी काशी को कृतार्थ करने को उत्पन्न हुए हैं।
कबीर साहेब अविनाशी हैं। सशरीर प्रकट होते हैं, सशरीर चले जाते हैं - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2, मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर | अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर || 627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर 20-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित हैं।
🎉वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
⚡️कबीर परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
कबीर परमात्मा माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते, ना ही उनकी कोई पत्नी थी। क्योंकि वे तो सबके उत्पत्तिकर्ता हैं। ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में प्रमाण है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है। कबीर, "ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशीपुरी जल कमल पे डेरा तहां जुलाहे ने पाया।। मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरे हासी।।"
Sat Saheb ji Bandi chhod Satguru Rampal Ji Bhagwan ki Jai Ho Aap ki Mahima Lila aprampar hai das aapko koti koti dandawat pranam karata hai das ke ghar pariwar par daya kijiye sat Saheb ji 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺💐💐💐💐🎉🎉🎉🎉🥰🥰🥰🥰
🙏🙏🙏🌹सत साहेब जी बंदी छोड़ 🙏🙏🙏🙏🌹 सतगुरु रामपाल जी महाराज पूर्ण तत्व🙏🙏🙏🙏🙏🌹 दर्शी संत जी भगवान जी की जय हो🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sat sahib ji
मलिक के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Great saint rampal ji maharaj
Purn Guru Sant Shiromani Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏
Jai ho jagat k taranhar ki
Kabir Supreme god
Kabir is the Immortal God
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙇🙇🙇🙇
❤
Such a Great spiritual knowledge
सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
कबीर साहेब जी चारों युगों में शिशु रुप में प्रकट होकर लीला करते हैं और अपना वास्तविक ज्ञान स्वयं बताते हैं
सत साहेब अनमोल रत्न है गुरु जी
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
Very very nice satsng 🙏🙏
कबीर, सब जग निर्धना, धनवँता ना कोय |
धनवँता सो जानिये, जा पै राम नाम धन होय |
रामनाम की लूट हैं, लुटि जा तो लूट |
पीछे फिर पछताएगा, प्राण जाहिंगे छूट |
Jai ji guru Parmatama ki ji ho
Kabir,chinta kha gayi jagat ko, chinta jagat ki pid, chinta ko jo met de, ta ka naam kabir.
गरीब, सेवक होकर उतरे, इस पृथ्वी के माही ।
जीव उधारण जगत गुरु, बार बार बलि जाहि ।।
कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए।
एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
कबीर, बेद मेरा भेद है, हम बेदन के माहीं।
, जौन बेद से मैं मिलूं, बेद जानते नाहीं।।
, भावार्थ:- परमेश्वर कबीर जी ने बताया है कि चारों वेद मेरी महिमा बता रहे हैं। वेदों में वर्णित भक्ति विधि अधूरी है। इसलिए इन चारों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद) में वर्णित विधि से मैं नहीं मिल सकता। जिस सूक्ष्म वेद (सूक्ष्मज्ञान=तत्त्वज्ञान) में मेरे पाने की सम्पूर्ण विधि है, उसका ज्ञान चारों वेदों में नहीं है।
वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho 🙏
माता पिता सतगुरुदेव कि जय
Very nice satsang hai 📚🙏🏿😭🙏🏿😭🙏🏿🙏🏿
कोटि कोटि दंडवत प्रणाम परमात्मा
🌹🙏🏼🌹 जय हो बंदी छोड़ की 🌹🙏🏼🌹
🌹🙏🏼🌹 सत् साहेब जी 🌹🙏🏼🌹
Sat sahib
Jay ho malik❤
❤❤ sat Sahib Ji 🌹🌹🌹🌹
जय श्री राम जय श्री कृष्णा हरि ओम महाराज जी संत कबीर जी Bhagwan the तो भगवान शंकर जी को माता गौ को पीठ पर हाथ रखने की क्या आवश्यकता थी वह बछड़ी तो Bhagwan Kabir ki kripa se dudh De deti
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर।
और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है।
❤SAT SAHIB ji.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤.
कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम गुरु जी
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️😭😭😭😭😭😭😭😭🙏🙏🙏🙏🙏 Sat Sahib Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Bhagwan ki Jay Ho Malik Daya karna data parampita Parmatma Parmeshwar sthit Jeev ke upar Bandi Chhod upar Daya karna Malik
🙏Sat sahib ji🙏 Bandi chhode satguru Rampal Ji bhagwan ji ki jai ho 🙏🙏🙏
जय हो बंदी छोड़ की
Very nice satsang
गुरु जी भगवान आपके चरणों में रखना मेरे दाता सत् साहेब बन्दी छोड़ की जय हो
भगवान को प्राप्त करने के लिए शास्त्रों से जानकारी जरुरत है 🌹
हम खोज किया भागवत गीता से जानकारी हुआ।🙏🙏🙏
627 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही नि:शुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की गई है, जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
Bandi chhod sat guru rampal ji maharaj ki jay ho 🙏 🙏 🙏
Malik daya banaye rakhna❤❤🎉🎉
True knowledge
Sat sahib guru ji
प्रमाणित ज्ञान बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के मुखारविंद से।।❤❤
True spiritual knowledge of saint Rampal Ji Maharaj.
बंदी छोड़ सतगुरू सन्त रामपाल जी भगवान की जय
बन्दी छोड़ जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
❤❤❤ सारे शास्त्रों के अनुसार पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब है
अद्वितीय आध्यात्मिक ज्ञान
Bandi chhod satguru Rampal Ji Maharaj ki Jay
अवश्य सुने 7:30 से 8:30 तक सत्संग संत रामपाल जी महाराज जी का
गुरुजी तुम ना भूलियो चाहे लाख लोक मिल जावे हम जैसे आपको बहुत आए आप जैसे हमको नहीं
परमात्मा ने हम मनुष्यों के खाने के लिए फलदार वृक्ष तथा बीजदार पौधे दिए हैं, मांस खाने का आदेश नहीं दिया।
सत्संग की आधी घड़ी तप के वर्षहजार तो भी बराबर है नहीं कहे कबीर विचार
Vedo me parman hai
Kabir Sahib ji bhagwan hai 🙏❤️❤️
धरती पर अवतार है संत रामपाल जी भगवान है
सर्व धर्मगुरु परमेश्वर को निराकार बताते हैं। जबकि संत रामपाल जी महाराज ने ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, कुरान शरीफ सूरत फुरकान 25 आयत 52-59, बाईबल उत्पत्ति ग्रंथ आयत 1:26-27, गुरुग्रंथ साहिब पृष्ठ 1257 आदि का प्रमाण देते हुए बताते हैं कि मनुष्य सदृश्य साकार है, उसका नाम कविर्देव है।
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए।
गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार।
मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
गुरु समान दाता नहीं, याचक शिष्य समान।
तीन लोक की सम्पदा, सो गुरु दीन्ही दान।।
कबीर साहेब जी की अद्भुत लीला का वर्णन जानने के लिए आप सभी आमंत्रित हैं कबीर जी के 627 वें प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में आयोजित विशाल भंडारे में जिसका आयोजन 20-21-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में किया जाएगा। आप सभी परिवार सहित ज़रूर आयें।
जब कबीर परमेश्वर को नीरू नीमा घर लेकर आये तो उन्हें देखकर कोई कह रहा था कि यह बालक तो कोई देवता का अवतार है। कोई कह रहा था यह तो साक्षात विष्णु जी ही आए लगते हैं। कोई कह रहा था यह भगवान शिव ही अपनी काशी को कृतार्थ करने को उत्पन्न हुए हैं।
कबीर साहेब अविनाशी हैं। सशरीर प्रकट होते हैं, सशरीर चले जाते हैं - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2, मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3
गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर |
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर ||
627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर 20-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित हैं।
🎉वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
⚡️कबीर परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
Kabir Is Supreme God 🙏
Jagatguru sant Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho
कबीर, सब जग निर्धना, धनवँता ना कोय |
धनवँता सो जानिये, जा पै राम नाम धन होय।
अनमोल ज्ञान बताया है।
कबीर परमात्मा माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते, ना ही उनकी कोई पत्नी थी। क्योंकि वे तो सबके उत्पत्तिकर्ता हैं। ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में प्रमाण है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
कबीर, "ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशीपुरी जल कमल पे डेरा तहां जुलाहे ने पाया।।
मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरे हासी।।"
Sat sahib ji
Sat Saheb ji Bandi chhod Satguru Rampal Ji Bhagwan ki Jai Ho Aap ki Mahima Lila aprampar hai das aapko koti koti dandawat pranam karata hai das ke ghar pariwar par daya kijiye sat Saheb ji 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺💐💐💐💐🎉🎉🎉🎉🥰🥰🥰🥰
अनमोल ज्ञान सत्संग
Sat Sahib
चिन्ता खागई जगत को, चिन्ता जग की पीर।
चिन्ता को जो मेट दे, ताका नाम कबीर।।
prmatma ki adbhud jankari
जय बन्दीछोड़ की।
Very nice Satsang
Sampuran gyan hai
Sat saheb ❤
Great knowledge
मेरे गुरु देव भगवान है दाता दया करना
Anmol satsang❤
अनमोल ज्ञान
Anmol gyan
Sat saheb ji
Sat saheb ji
Sat saheb ji 🙏
तत्व ज्ञान
Very nice 🎉🎉🎉
❤❤❤❤😂
सत साहेब जी 🙏
Amazing❤❤😊
Bandichhod jagatguru tatavdarshi bhagwan rampal ji maharaj ji ki jai ho
SAT Sahib 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Sat saheb ji 🙏 real God ❤
Very nice
Bandichhod parampita parmeshwar sahib kabir dev ji maharaj ki jai ho
SAT SAHIB BHAGWAN JI🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹