आप बोलते हो , मैं का रहस्य मैं हूॅं। आत्मा का रहस्य आत्मा ही हैं॥ ये समज में आता हैं! बाद में जो आप बोलते हो की , और आप हमेशा कुछ और चीज खोज रहे हो। कुछ और परमात्मा खोज रहे हो। सब का एक भगवान हैं। वो मैं हूॅं । ये पूरा के पूरा गलत विधान हैं। इस लिये सब समज में आता नहीं हैं। तो आप असा बोलेना चाहिए के...... अब , अभी से खोज बंद ,.... ना परमात्मा हैं ,ना खोजी हैं। देखने वाला, करने वाला, चाहने वाला, पाने वाला, होने वाला, खोने वाला, ईश्वर ही हैं। मैं ईश्वर से अलग होने का सच्चा नाटक करने वाला ईश्वर हूॅं। ईश्वर अपनी खुद की पहेचान करने के लिये खुद से अलग होने का नाटक कर रहा हैं। ये सचमुच का नाटक है। इस लिये सब सच लगता है। ये सच्चा झूठ हैं। इस लिये सत्संग में" तूम ऐसा कर रहे हो" ऐसा नहीं बोलेना चाहिए। "ईश्वर ऐसा कर रहा है।"ये ठिक हैं। "तूम आप" बोलके फिर से कंफ्यूजन में डाल देते हो। ज्ञान प्रगट होने के बाद , सब भाषा, समज बदलना पडेगा, फिर से कंफ्यूजन में जाना ही नहीं।
❤SADGURU ❤ANANT JANAM GAVA DIYE ❤MERE MAALIK DATNE KO JEE KARTA HAI ❤SHABD NAHI HAI BAS SUNTA RAHOO ❤NAMAN NAMAN NAMAN ❤
प्रणाम जी 🤗🌹नमन 💓
कोटि कोटि प्रणाम नमन 🙏 प्रभुजी महा आलौकिक सत्संग के लिए आत्म लोक के लिए बहुत बहुत बधाई 🙏🙏🙏
शुक्रिया जी 🌸 प्रणाम 🌼🌟
Namo🙏Namo🙏 guru devya namo🙏🌹☘️
जी 🙏🏼🌸💐
SAT VACAN....PARNAM GURU DEV.....❤
प्रणाम जी 🤗🌹
प्रेम प्रणाम भगवन
आत्मालोक की बहुत बहुत बधाई हो
❤️🌹❤️🌹❤️
शुक्रिया जी 🌸 प्रणाम 🌼🌟
❤ Thank You Prabhuji 🙏
प्रणाम जी 🤗🌹
Pranam bhagaban.... Ati sundr bslesan.. Main dhnya ho gaya aap ka prasaad paakar... Dhany.. Ho.. Dhanya.. Ho... Prabhu....
🙏🏼प्रेम प्रणाम 🌹💓
Koti koti Prem pranam prabhuji
प्रणाम जी 🌸🌼
Bahut bahut prem pranam 🙏🌷 Swami ji 🎉
प्रणाम जी ❤️💐🌺
❤❤❤❤❤ Ram Ram ji
प्रेम प्रणाम गुरूजी आपका बहोत बहोत शुक्रिया
🕉️प्रणाम जी 🤗🌹
Prem Prnaam Prbhuji🙏🏻✨
राम राम जी 🌸🙏🏼
Pram pranam prabhuji ❤
प्रणाम जी ❤️💐🌺
Gurudev, Dhanyawad 🙏🏻🙏🌹🌹❤️❤
जी 🙏🏼🌸💐
प्रेम प्रणाम प्रभु! आत्मा ही आत्मा होकर रसपान कर रही है....❤❤🙏🙏
प्रणाम जी ❤️💐🌺
Khub khub sundor provuji prem pranam ❤️❤️❤️❤️❤️🌸🌸🌸🌸🌸🙏🙏🙏🙏🙏
राम राम 🌼
Prem Pranam Prabhu
हरि ॐ 🛐🛐🛐
Dhanyawad bhagwan ❤❤❤
प्रणाम जी ❤️💐🌺
🎉🎉
Koti koti pranam ❤❤🌹🌹🙏🙏😇🤗
🙏🏼प्रेम प्रणाम 🌹💓
प्रेम प्रणाम प्रभु जी 🙏🙏🙏🙏❤❤
🙏🏼प्रेम प्रणाम 🌹💓
आत्म वंदन 🌹🙏🌹
वंदन 🪔🌹
सादर ❤❤❤
नमन 🙏🙏🙏🙏
मालिक
नमन 💓
lots of congratulations esteemed prabhuji for Atam Lok.no words for you .❤❤❤🙏.
Thanks a lot
Hariom.guruji.❤❤❤
हरि ॐ 🛐🛐🛐
Prem pranam ❤
Congratulations
Thanku very much
Mara Bhagavan ❤❤❤
जी 🙏🏼🌸💐
Prem pranam prabhuji 🙏🙏 bahut bahut Dhanyawad prabhuji
🙏🏼प्रेम प्रणाम 🌹💓
Svayam ko ssneh
Shubhakamna prem pranam charn sparsh prabhu shree🙏🌹
🙏🏼प्रेम प्रणाम 🌹💓
हरी ॐ तत्सत ❤🌹🙌🙏
हरि ॐ 🛐🛐🛐
Prem pranam guruji 🎉
शुक्रिया जी 🌸 प्रणाम 🌼🌟
💐 *ले तो आए हो हमें आत्म लोक में*💐
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जी 🙏🏼🌸💐
Koti koti shubhkamnaye. Mere Prabhuji ko Prem purn Pranam.Ati Adbhut evam Jadui hai Atmalok . ❤
🌼🌸❤️💗🙏🏽🌹
Atma lokme sabhi ko badhay ho🙏🙏🙏🕉
जी 🙏🏼🌸💐
Many congratulations 🎉 Prem Naman vandan 😊
वंदन 🪔
🌹🌹
Smarpan prabhu
प्रणाम जी 🌼🌸🌼🌸
THANK YOU SO MUCH AATMADEV BHAGWAN! GRATITUDE & RESPECT! Many congratulations! प्रेम प्रणाम सद्गुरुदेव भगवान! ❤🙏👏🤗💐
प्रेम प्रणाम जी 🌼 🌼
प्रणाम 🙏❤❤❤
प्रणाम जी ❤️💐🌺
Prem Pranam Swamiji ❤ this satsang so much effects me. I can see myself- me. Thank you. I m on right path.
You're most welcome
@MahashayAmitShree I m coming 0n 5 th February for satsang at Somnath, Gujarat. I m eager for face to face satsang. My humble Pranam.
ढेरों बधाइयाँ। 🕉
🌼🌸❤️💗🙏🏽🌹
🙏🙏❤️💐
प्रणाम जी ❤️💐🌺
Ahobhav , gratitude 💕🙏
My pleasure 😊
महा सत्संग हो गया यह।
जी 🙏🏼🌸💐
Aprtim
Congratulations bhagwan 🎉🎉🎉❤❤
शुक्रिया जी 🌸 प्रणाम 🌼🌟
प्रेम प्रणाम भगवान 🙏🏻🌹🌹आत्मलोक की अनंत शुभकामनाएँ ❤️❤️
जी 🙏🏼🌸💐
🙏🙏🙏प्रेम प्रणाम स्वामीजी🌹🌹🌹🙏🙏🙏
प्रणाम जी ❤️💐🌺
🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🙏🙏🙏❤️❤️❤️
❤❤❤❤❤❤
साक्षी भाव और आहोभाव क्या है इसे कैसे जाना जा सकता है
आत्मलोक में सभी का स्वागत है ।🎉🎉❤ बधाई हो भगवन। प्रेम प्रणाम ♥️🙏♥️🤸💃
🌼🌸❤️💗🙏🏽🌹
Sound good ,black screen......
जी 🙏🏼🌸💐
आप बोलते हो , मैं का रहस्य मैं हूॅं।
आत्मा का रहस्य आत्मा ही हैं॥
ये समज में आता हैं!
बाद में जो आप बोलते हो की ,
और आप हमेशा कुछ और चीज खोज रहे हो।
कुछ और परमात्मा खोज रहे हो। सब का एक भगवान हैं। वो मैं हूॅं ।
ये पूरा के पूरा गलत विधान हैं। इस लिये सब समज में आता नहीं हैं।
तो आप असा बोलेना चाहिए के......
अब , अभी से खोज बंद ,....
ना परमात्मा हैं ,ना खोजी हैं।
देखने वाला, करने वाला, चाहने वाला, पाने वाला, होने वाला, खोने वाला, ईश्वर ही हैं।
मैं ईश्वर से अलग होने का सच्चा नाटक करने वाला ईश्वर हूॅं। ईश्वर अपनी खुद की पहेचान करने के लिये खुद से अलग होने का नाटक कर रहा हैं। ये सचमुच का नाटक है।
इस लिये सब सच लगता है।
ये सच्चा झूठ हैं।
इस लिये सत्संग में" तूम ऐसा कर रहे हो" ऐसा नहीं बोलेना चाहिए।
"ईश्वर ऐसा कर रहा है।"ये ठिक हैं।
"तूम आप" बोलके फिर से कंफ्यूजन में डाल देते हो।
ज्ञान प्रगट होने के बाद , सब भाषा, समज बदलना पडेगा, फिर से कंफ्यूजन में जाना ही नहीं।
प्रणाम जी 🤗🌹
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