यह कार्य समय के साथ साथ खुद ही digital हो जाता । सरकार की मनसा ठीक होता तो Co गांव में कैंप लगाकर जिसके पास जमीन है उसका डिजिटलीकरण करते पंचायत स्तर पर बैठक कर के समस्या का समाधान करते वहा कर्मचारी भी होता जो सही जानकारी उपलब्ध कराता।
THIS SURVEY HAS GIVEN AN GOLDEN OPPORTUNITY TO OPPOSITION PARTIES TO DEFEAT NITISH IN ASSEMBLY ELECTIONS. THIS SURVEY WILL DEFINITELY ENSURE DEFEAT OF nitish KUMAR LIKE JAGAN REDDY, CM, ANDHRA PRADESH & CHANDRASHEKHAR RAO, CM, TELANGANA FOR INITIATING SURVEY WORK BEFORE ASSEMBLY ELECTIONS. NOW NITISH HAS FALLED IN TRAP OF DEFEAT DUE TO SUFFERINGS OF PEOPLE WHO ARE BADLY HARASSED BY GOVT & SURVEY PERSONNEL FOR HEFTY BRIBE. THIS SPEAKS ABOUT MASSIVE CORRUPTION & WORST GOVERNANCE IN BIHAR.
आज के चर्चा में आप दोनों को धन्यवाद।आपलोग आम अवाम की दर्द को समझा है और बिहार सरकार को आईना दिखाने का काम किया है।सबसे पहले सरकार को सभी जमीनों की पैमाइश करानी चाहिए औऱ पैमाइश में सारा रिकॉर्ड भी तैयार हो जायेगा।
ज्ञानी वचन अजीत जी, 1960 का खतियान download नहीं हो रहा है siite very slow, जमा बंदी में कोईकर्मचारी, खात खेसरा नहीं चढ़ाए हुए हैं, एक दसतावेज में Rs. 5000.00 माँगता है, पूरे बिहारी को फँसाने का काम किया है
सरकार को तत्काल प्रभाव से सर्वे को बंद करना चाहिए और जितना भी बिहार में जमीन है सबसे पहले उसे ऑनलाइन करें वह भी उसे स्तर पर वार्ड में कैंप लगाए और पंचायत में कैंप लगा करके सभी को ऑनलाइन किया जाए इसके बाद सर्वे का काम किया जाएगा तो बेहतर रहेगा इससे बिहार की जनता परेशान नहीं होगी😮
आज आप लोगों का चर्चाएं सराहनीय है बिहार मे गरिबों का राज्य है कच्चे मकान में आग लगने से बहुत लोग का दास्तवेज नहीं है कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते परेशान है आपके राज्य से सहमत हैं कि दस्तावेज सरकार मुखिया या आंचल में उपलब्धकरवाएं
6 हजार तो वंशावली में लगा है, सीओ और उसका कर्मचारी बहुत घुसखोर है, ज़मीन का कागज निकलवाने में जिला जाना पड़ रहा है, वहां भी भीड़ बहुत है और 8-9 हज़ार मांगता है कागज़ के लिए, ग़रीब आदमी कहां से लायेगा नीतीश कुमार और भाजपा का बिहार से सफाया तय है
नितीश कुमार जी ने हर घर में कलह पैदा कर दिए हैं। हर रिश्ते का भी बटवारा और सर्वे हो रहा है। गरीब कमजोर जमीन मालिक को दबंगों पूंजीपतियों के अत्याचार से छुटकारा दिला पाएंगे। जब सरकार, कोर्ट और प्रशासन जमीनी विवाद को सुलझा नहीं सकती है। तो गरीब कमजोर जमीन मालिक क्या करेंगे।
जिस तरह से इतिहास में मोहम्मद बिन तुगलक को याद किया जाता है उसी तरह से अब नीतीश कुमार को भी अपनी सनक भरी योजनाओं के लिए याद किया जाएगा। बिहार की जनता नीतीश कुमार से मुक्ति चाहती हैं बहुत हुआ अत्याचार अब नहीं चाहिए नीतीश सरकार
जमुई में सभी जमीन को बिना भूमि पर गये टेबुल सर्वे कर अनाबाद बिहार सरकार किया जा रहा है, उसके बाद अमीन, कानूनगो या शिविर प्रभारी से बात किया जाता है तो वो लोग बोलते हैं कि हम अपना काम कर दिए अब जिसको जिसको ठीक कराना है वो आपत्ति डाले और चड़ावा दीजिए उसके नाम से खाता खुल जायेगा।
प्रथम चरण के सर्वे से यह स्पष्ट हो जाएगा, कि कितने प्रतिशत जमीन में विवाद हैं। महज कुछ विवादित जमीन के लिए सभी को नही उलझाया जा सकता हैं। क्योंकि जमीन के कागजात अद्यतन नही रहने के कारण रैयतों को काफी परेशानी हो रही है।
अच्छे काम का क्रिटिसाइज बहुत होता है, यही सब परेशानी दूर करने के लिए किया जा रहा है, एक बार सारे चीज हो जाएगा, दिक्कत नहीं होगा भविष्य में, हां यह बात सच है कि राजस्व विभाग में सबसे अधिक भ्रष्टाचार है, सरकार को और समय देना चाहिए
सर्वे में अंचल के अधिकारी किसान को लूटने में लगे हैं,, कोई भी कागजात निकालने के लिए 3000 रुपए मांगा जा रहा हैं।। कई गांव के कागजात ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है
बिहार सरकार को वंशावली के नियम मे बदलाव करना चाहिए, वंशावली से घर-परिवार मे गृह युद्ध शुरु हो गया , किसानो को कागज ठीक-ठाक करने के लिए 4 बर्ष का समय मिलना चाहिए नही तो 2025 के चुनाव मे NDA को भारी नुकसान होगा ।
Bilkul sahi baat hai. Survey ka kaam dhire dhire step by step hona chahiye. Ek step (jaise va)complete hone ke baad agla step uthaana chahiye.tabhi pakka kaam ho paayega. nshavali
जैसे चुनाव चरण दर चरण होता है उसी तरह जमीन स्रर्वे का कम चरण वार होना चाहिए। अधिक से अधिक योग्य राजस्व कर्मचारियों और पदाधिकारियों को कैम्प कराकर एक पंचायत या एक प्रखण्ड को चिन्हित कर प्रयोग करना चाहिए। उसके फलाफल , ज्ञान तथा त्रुटियों से प्राप्त अनुभव के अनुसार correctional measure का अनुशीलन करना चाहिए तत्पश्चात क्रमशः जिला स्तर फिर प्रण्डल स्तर पर विस्तार करना चाहिए। यह योजना किसी अतिवादी और विस्तारवादी मानसिकता को तत्कालिक लाभ के लिए बुरी लग सकती है। लेकिन व्यापक हित में यह बिल्कुल बुरी नहीं है। यह सतत प्रकिया साथ्य कार्य है। तुगलकी फरमान से Time Bond Target Oriented किया जाने पर सामाजिक तथा पारिवारिक समरसता प्रभावित होना संभव है। इसलिए न तो सरकार की Timing अच्छी है और न सरकार की कार्यप्रणाली अच्छी है।
विवादित जमीन स्पष्ट चिन्हित होने पर सरकार उस पर अलग से ध्यान दे सकती हैं। भाईयो और पट्टीदारों को शिकायत के लिए तीन से पांच साल का समय भी सरकार दे सकती हैं।
ज्ञानेश्वर जी यह सर्वे सिर्फ गांव में हो रहा है या शहर में भी? पहले तो शहर का होना चाहिए तथा सारे अतिक्रमण के जमीनों को मुक्त कराया जाय ताकि शहरी लोगों को नारकीय जीवन से मुक्ति मिल सके।
ग्यानेश्वर जी, बिलकुल सही बात है।। सहोदर बडे़ भाई और दूसरे चचेरे बडे भाई जमीन का सभी दस्तावेज लेकर कुंडली मारकर बैठे है। मैं काफी परेशान हूँ। एक भी कागज़ नहीं बता रहे है। इन कुंडली मार भाइयों से बचाने की कृपा कीजिये।। 🙏🙏।।
जमीन सर्वे सरल प्रक्रिया के साथ साथ विवाद रहित होना आवश्यक है🪀 इस प्रक्रिया के सर्वे से बहुत खटास होता जा रहा है🪀 घर घर में मनभेद मतभेद बढ़ता जा रहा है🪀 रजिस्ट्री बटवारा निसुलक कर रजिस्ट्री के आधार पर नया खातीयना बनाया जाय।। सर्वे से फायदा सरकार को होता है🪀 किसानो का जमीन आधार हीन बताकर हड़प लेता है लिया भी है🪀 पिछली बार।।
बिहार में मॉ.र्डर कम करना हैं तो सर्वे जरूरी है 😅😅😅ओड़िशा के तरह सरकार की एप्प हो जिसमें जमीन मालिक का पूरा डिटेल्स GPS लोकेशन पर मिल जाय, जहाँ खड़े रहे उसका नाम जमीन खरीदन से पहले खुद देख कर खरीदे, कर्मचारी का कार्य खत्म हो जाएगी कोई भी दबंग किसी कमजोर वर्ग का जमीन कब्ज़ा नहीं कर सकता 😢
अब मुजफ्फरपुरजिला से आते हैं मेरे यहां 62 सर्वे हुआ है उसमें नक्शा के अनुसार जमीन 40 डिसमिल है जबकि खतियान में रकबा 20 डिसमिल है कहीं पर रकबा 40 डिसमिल है जमाबंदीखतियान रखवा 20 डिसमिल ऑनलाइन में काफी गड़बड़ी है नाम पिता नाम रखवा चौहद्दी तोगायब ही है झंझट होने पर अंचल कार्यालय सरकारीअमीन शालू इंतजार के बाद नहीं मिलते आगेकी समस्या जमाबंदी सेसंबंधित जमीन बेचने वाले ने 10 डेसिमल बचा और घट गया 15 डिसमिल कागज आंचल में उपलब्ध नहीं कराया जाता दूसरीसमस्या दादा परदादा के नाम की जमीन फुआ बहन का बेटा बेटा मेरे दुश्मन दबंग से भेज दे वह रिश्वत लाठी केबल मुझे बर्बाद कर दिया कर दे क्या यहीनीतीश सरकार है क्या यही सर्वे का मापदंड है
यह स्थिति जब भी जमीन सर्वे होगा , निश्चित रुप से आते रहेगी , कारण जमीनदार चले गये हैं पर बड़े बड़े जमीन के मालिक आज भी जमीनदार बने हुए हैं, दूसरों की कमाई पर ज़ीने की आदत आज भी बनीं हुईं है।
लैंड सर्वे और स्मार्ट मीटर को लेकर जनता परेशान हैं।
अधिकारी मालम माल है।
वैसे आज का आपका अनालिसीश काफी सराहनीय है।
यह कार्य समय के साथ साथ खुद ही digital हो जाता । सरकार की मनसा ठीक होता तो
Co गांव में कैंप लगाकर जिसके पास जमीन है उसका डिजिटलीकरण करते पंचायत स्तर पर बैठक कर के समस्या का समाधान करते वहा कर्मचारी भी होता जो सही जानकारी उपलब्ध कराता।
THIS SURVEY HAS GIVEN AN GOLDEN OPPORTUNITY TO OPPOSITION PARTIES TO DEFEAT NITISH IN ASSEMBLY ELECTIONS. THIS SURVEY WILL DEFINITELY ENSURE DEFEAT OF nitish KUMAR LIKE JAGAN REDDY, CM, ANDHRA PRADESH & CHANDRASHEKHAR RAO, CM, TELANGANA FOR INITIATING SURVEY WORK BEFORE ASSEMBLY ELECTIONS. NOW NITISH HAS FALLED IN TRAP OF DEFEAT DUE TO SUFFERINGS OF PEOPLE WHO ARE BADLY HARASSED BY GOVT & SURVEY PERSONNEL FOR HEFTY BRIBE. THIS SPEAKS ABOUT MASSIVE CORRUPTION & WORST GOVERNANCE IN BIHAR.
😮😮😮😢
नीतीश कुमार रणनीति के तहत हैं सर्वे को लाया है ,आदमी को उलझाया जा रहा है।
आज के चर्चा में आप दोनों को धन्यवाद।आपलोग आम अवाम की दर्द को समझा है और बिहार सरकार को आईना दिखाने का काम किया है।सबसे पहले सरकार को सभी जमीनों की पैमाइश करानी चाहिए औऱ पैमाइश में सारा रिकॉर्ड भी तैयार हो जायेगा।
34:34
अजीत जी सही कह रहे हैं।
Thank Y
@@taraalone7740😊
ज्ञानी वचन अजीत जी, 1960 का खतियान download नहीं हो रहा है siite very slow, जमा बंदी में कोईकर्मचारी, खात खेसरा नहीं चढ़ाए हुए हैं, एक दसतावेज में Rs. 5000.00 माँगता है, पूरे बिहारी को फँसाने का काम किया है
ज्ञानेश्वर जी बहुत सटीक जाबाज आज दिए हैं बिहार के लिए
सर्वे कर्मचारी, अमीन, कानूनगो एक वर्ष में करोड़पति हो जाएगा । आपस में झंझट दे जाएगा । जनता लूटा रहा है
बहुत अच्छी बात बताया आप ने धनबाद sir
सरकार को तत्काल प्रभाव से सर्वे को बंद करना चाहिए और जितना भी बिहार में जमीन है सबसे पहले उसे ऑनलाइन करें वह भी उसे स्तर पर वार्ड में कैंप लगाए और पंचायत में कैंप लगा करके सभी को ऑनलाइन किया जाए इसके बाद सर्वे का काम किया जाएगा तो बेहतर रहेगा इससे बिहार की जनता परेशान नहीं होगी😮
भाई साहब ,राजस्व बीभाग में बिना पैसा के कोई काम नहीं होता हैं |
दाखिल खारिज-3000
परिमार्जन-1000
मिनिमम 500& maxmium unlimited
Bansawali-1000
आप का आज का.चर्चा बिल्कुल सही है
🌹🌾👌👌।।
आज आप लोगों का चर्चाएं सराहनीय है बिहार मे गरिबों का राज्य है कच्चे मकान में आग लगने से बहुत लोग का दास्तवेज नहीं है कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते परेशान है आपके राज्य से सहमत हैं कि दस्तावेज सरकार मुखिया या आंचल में उपलब्धकरवाएं
सर्वे को तत्काल प्रभाव से रोक देना चाहिए!
लोग दिन भर भूखे प्यासे कार्यालय का चक्कर लगा रहा है! कोई सुनने वाला नहीं है!
गरीब किसान को लुटा जा रहा है
Bilkul bhai 😢loot macha hai behen ko hissa nahi milna chahiye
@@PP-wc8rynitish kumar ka har tay hai e servey ka karan
Last and only hope of bihar जनसुराज
6 हजार तो वंशावली में लगा है, सीओ और उसका कर्मचारी बहुत घुसखोर है, ज़मीन का कागज निकलवाने में जिला जाना पड़ रहा है, वहां भी भीड़ बहुत है और 8-9 हज़ार मांगता है कागज़ के लिए, ग़रीब आदमी कहां से लायेगा नीतीश कुमार और भाजपा का बिहार से सफाया तय है
यह नीतीश कुमार का जो जमीन सर्वे करवा रहा है दूसरों से विवाद को समाप्त करता है और भाई बहन में विवाद को बढ़ाने का काम इस सर्वे से होता है
अजीत दिवेदी जी बहुत ही अच्छा सुझाव दिए हैं, गांव के कागजात ऑनलाइन उपलब्ध होना चाहिए या फिर पंचायत में मुखिया, सरपंच के पास उपलब्ध होना चाहिए
सबसे पहले एक सपथ पत्र लेना चाहिए था कि अगर हम ग़लत सर्वे करवाते हैं तो 10 लाख जुर्माना के साथ 10 साल सजा का प्रावधान हो!
Galat sarve karane wale ke sath paisa leke galat sarve karne wale ko bhi punishment honi chahiye
I totally with u my friend.
सरकार को अपने कर्मचारी और सी ओ समेत भू राजस्व विभाग से जुड़े सबको भ्रष्टाचार मुक्त होने का निर्देश देना चाहिए था ।
बिहार का हर घर परेशान और तबाही के दौर से गुजर रहा है।
कभी न कभी इस दौर से गुजरना ही होगा, देर करना ठीक नहीं।
@@BhagatJi-36422 परदादा के समय से साथ रह रहे घरों में बोल चाल बंद हो रही है , घर तोड़ो परिवार तोड़ो सब को लालच में डाल दिया आज ।।।
सरकार के कमाई और जनता में लड़ाई का जरिया बना लैंड सर्वे😂
नितीश कुमार जी ने हर घर में कलह पैदा कर दिए हैं। हर रिश्ते का भी बटवारा और सर्वे हो रहा है।
गरीब कमजोर जमीन मालिक को दबंगों पूंजीपतियों के अत्याचार से छुटकारा दिला पाएंगे।
जब सरकार, कोर्ट और प्रशासन जमीनी विवाद को सुलझा नहीं सकती है। तो गरीब कमजोर जमीन मालिक क्या करेंगे।
Nitish ne ganja jyade pi liya fir sarwe ka aurdar diya
जिस तरह से इतिहास में मोहम्मद बिन तुगलक को याद किया जाता है उसी तरह से अब नीतीश कुमार को भी अपनी सनक भरी योजनाओं के लिए याद किया जाएगा। बिहार की जनता नीतीश कुमार से मुक्ति चाहती हैं
बहुत हुआ अत्याचार अब नहीं चाहिए नीतीश सरकार
Well said. Nitish modern Bihar ka Tuglak hai.
Nitish Kumar ko harana jaruri hai
Good Ajeet sir
Bilkul right sir
भाई-बहन के रिश्ते को भी एक फोटो कर दिया नीतीश कुमार जब बहन भाई की जमीन में हिस्सा मांगेगा तो भाई रक्षाबंधन में नहीं कराएगा अपने बहन से
एकदम सही विश्लेषण गांव गांव में लड़ाई का माहौल पैदा कर दिया गया है स्थिति बहुत अराजक है कर्मचारी और अधिकारी मूंछ पर घी लगा रहे हैं
आज आप लोग बिलकुल सही बोल रहे हैं।
चर्चा अच्छी लगी धन्यवाद
अद्भूत विश्लेषण।
"बिहार में बहार यानि बिहार में तकरार"
ज्ञानेश्वर जी बिहार में भाई बहन में महाभारत शुरू हो गया है
Nitish Kumar ko harana bahut jaruri hai
Best👍
बहुत-बहुत अच्छा ये है बिहारी के मन की बात ।
Thanks,Gyaneshwarji to talk with Ajit Dwivediji.Thanks,Dwivedi.
सर्वे से पहले सरकार को सभी गांव के कागजात ऑनलाइन उपलब्ध कराना चाहिए,, अभी बहुत से गांव के कागजात ऑनलाइन उपलब्ध नहीं हैं,
सरबे लड़ाई का मुख पृष्ठ भूमि बना है।
जात पर ना भात पर
इसबार वोट प्रशांत किशोर के बात पर
Bilkul sahi
स्मार्ट मीटर से बिहार में हाहाकार मची है 😢😢😢😢😢😢
Nitish ko hatawo ab 😢😢
बिहार मैं सर्वे से उलझन बढ़ रहा है लोग ब्लॉक का चक्कर काट रहे हैं रसीद भी ऑन लाईन नही है परेशान लोग रहे है
हरेक पंचायत में सभी कागज़ात सरकार को देना चाहिए
Right
नो पलटू
नो फैलस्वी
Only जनसुराज 💕💕
परिमार्जन और मोटेशन कराने के लिए आम आदमी के पास पैसे नहीं है। अंचल कार्यालय में रेकड नहीं है।
दाखिल खारिज के लिए पता कीजिए की कर्मचारी कितना ले रहे है।
आज तक सरकार द्वारा मौजा वार पिलर तक नही गरवा पाई है। सही भूमापी कैसे हो पाएगी ? खतियान सरकारी कार्यालय मे उपलब्ध नही है । जाँच का आधार क्या होगा ?
मेरे वकील ने कहा था की जैसे जैसे मौसम में में ठंडी आएगी बिहार में और कोर्ट में गर्मी आएगी
जमुई में सभी जमीन को बिना भूमि पर गये टेबुल सर्वे कर अनाबाद बिहार सरकार किया जा रहा है, उसके बाद अमीन, कानूनगो या शिविर प्रभारी से बात किया जाता है तो वो लोग बोलते हैं कि हम अपना काम कर दिए अब जिसको जिसको ठीक कराना है वो आपत्ति डाले और चड़ावा दीजिए उसके नाम से खाता खुल जायेगा।
जिस तरह सरकार ने जातिगत जनगणना कराई, उसी प्रकार घर घर जाकर सर्वे करवाना चाहिये
प्रथम चरण के सर्वे से यह स्पष्ट हो जाएगा, कि कितने प्रतिशत जमीन में विवाद हैं। महज कुछ विवादित जमीन के लिए सभी को नही उलझाया जा सकता हैं। क्योंकि जमीन के कागजात अद्यतन नही रहने के कारण रैयतों को काफी परेशानी हो रही है।
सरकार पहलें कागज सुधार करना चाहिए था किंतु वो काम किया नही
और सर्वे चालू कर दिया!
ये सरकार क्या झगड़ा करवा कर रहेगा!
अच्छे काम का क्रिटिसाइज बहुत होता है, यही सब परेशानी दूर करने के लिए किया जा रहा है, एक बार सारे चीज हो जाएगा, दिक्कत नहीं होगा भविष्य में, हां यह बात सच है कि राजस्व विभाग में सबसे अधिक भ्रष्टाचार है, सरकार को और समय देना चाहिए
Aapne dil khush kar diya Ajit sir
Aap ka aaj ka charcha bilkul sahi hai
गांव, समाज, परिवार में आपसी मतभेद पैदा हो रहा है
Stop this survey
सर्वे में अंचल के अधिकारी किसान को लूटने में लगे हैं,, कोई भी कागजात निकालने के लिए 3000 रुपए मांगा जा रहा हैं।। कई गांव के कागजात ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है
😮😮😮😮😮😮😮😮
Aap logo ko bahut bahut dhanyabad sir ji
बिहार सरकार को वंशावली के नियम मे बदलाव करना चाहिए, वंशावली से घर-परिवार मे गृह युद्ध शुरु हो गया , किसानो को कागज ठीक-ठाक करने के लिए 4 बर्ष का समय मिलना चाहिए नही तो 2025 के चुनाव मे NDA को भारी नुकसान होगा ।
Bilkul sahi baat hai. Survey ka kaam dhire dhire step by step hona chahiye. Ek step (jaise va)complete hone ke baad agla step uthaana chahiye.tabhi pakka kaam ho paayega. nshavali
स्मार्ट मीटर और सर्वे ये सरकार बिदाई का दिन होगा नौकरी नहीं देनी पर गरीब जनता को टेंशन दे दीजिये धन्य है नितिश चाचा जी
Right
बिल्कुल सही बात है
Sarkaar badalna 100/ tay ho gaya.
Bilkul sahi
सर्वे की प्रक्रिया चालु रहना चाहिए, समस्या के समाधान के उपाय ढूंढते रहना चाहिए। क्योंकि जमीन अद्यतन का यही एक मात्र रास्ता है।
Absolutely right
जैसे चुनाव चरण दर चरण होता है उसी तरह जमीन स्रर्वे का कम चरण वार होना चाहिए।
अधिक से अधिक योग्य राजस्व कर्मचारियों और पदाधिकारियों को कैम्प कराकर एक पंचायत या एक प्रखण्ड को चिन्हित कर प्रयोग करना चाहिए।
उसके फलाफल , ज्ञान तथा त्रुटियों से प्राप्त अनुभव के अनुसार correctional measure का अनुशीलन करना चाहिए तत्पश्चात क्रमशः जिला स्तर फिर प्रण्डल स्तर पर विस्तार करना चाहिए।
यह योजना किसी अतिवादी और विस्तारवादी मानसिकता को तत्कालिक लाभ के लिए बुरी लग सकती है। लेकिन व्यापक हित में यह बिल्कुल बुरी नहीं है।
यह सतत प्रकिया साथ्य कार्य है। तुगलकी फरमान से Time Bond Target Oriented किया जाने पर सामाजिक तथा पारिवारिक समरसता प्रभावित होना संभव है।
इसलिए न तो सरकार की Timing अच्छी है और न सरकार की कार्यप्रणाली अच्छी है।
Bilkul sahi baat hai Gyaneshwari Gigi
Ajit Dŵediji statement is truè.
बहुत ही अच्छा बात कहे हैं आप
Right speak sir
Right 👍🏻
Thanks nitish chacha
💯 right sir . ❤
Bahut bahut dhanyawad sachaai dikhane ke liye
विवादित जमीन स्पष्ट चिन्हित होने पर सरकार उस पर अलग से ध्यान दे सकती हैं। भाईयो और पट्टीदारों को शिकायत के लिए तीन से पांच साल का समय भी सरकार दे सकती हैं।
जनता का सुन्दर राज
जनसुराज जनसुराज💞💞
ज्ञानेश्वर जी यह सर्वे सिर्फ गांव में हो रहा है या शहर में भी? पहले तो शहर का होना चाहिए तथा सारे अतिक्रमण के जमीनों को मुक्त कराया जाय ताकि शहरी लोगों को नारकीय जीवन से मुक्ति मिल सके।
ग्यानेश्वर जी, बिलकुल सही बात है।। सहोदर बडे़ भाई और दूसरे चचेरे बडे भाई जमीन का सभी दस्तावेज लेकर कुंडली मारकर बैठे है। मैं काफी परेशान हूँ। एक भी कागज़ नहीं बता रहे है। इन कुंडली मार भाइयों से बचाने की कृपा कीजिये।। 🙏🙏।।
Right 👍 sir
Good news thanks
Bahut aacha Sir🎉
Aj ap logo ka mast news hai
Aap dono dhanyabad ke patra hain
जो भी किसान लोग हैं उनका चैन छीन रही है वर्तमान सरकार।
जमीन सर्वे सरल प्रक्रिया के साथ साथ विवाद रहित होना आवश्यक है🪀 इस प्रक्रिया के सर्वे से बहुत खटास होता जा रहा है🪀 घर घर में मनभेद मतभेद बढ़ता जा रहा है🪀 रजिस्ट्री बटवारा निसुलक कर रजिस्ट्री के आधार पर नया खातीयना बनाया जाय।। सर्वे से फायदा सरकार को होता है🪀 किसानो का जमीन आधार हीन बताकर हड़प लेता है लिया भी है🪀 पिछली बार।।
Very good bat batai hai apne
लोग महगा इ से परेशान है और जमीन सर्वे के कारण नीतिश को हटाना पडेगा
बिल्कुल सही कहा आपने
Bilkul sahi baat hai
बिहार में मॉ.र्डर कम करना हैं तो सर्वे जरूरी है 😅😅😅ओड़िशा के तरह सरकार की एप्प हो जिसमें जमीन मालिक का पूरा डिटेल्स GPS लोकेशन पर मिल जाय, जहाँ खड़े रहे उसका नाम जमीन खरीदन से पहले खुद देख कर खरीदे, कर्मचारी का कार्य खत्म हो जाएगी कोई भी दबंग किसी कमजोर वर्ग का जमीन कब्ज़ा नहीं कर सकता 😢
अब मुजफ्फरपुरजिला से आते हैं मेरे यहां 62 सर्वे हुआ है उसमें नक्शा के अनुसार जमीन 40 डिसमिल है जबकि खतियान में रकबा 20 डिसमिल है कहीं पर रकबा 40 डिसमिल है जमाबंदीखतियान रखवा 20 डिसमिल ऑनलाइन में काफी गड़बड़ी है नाम पिता नाम रखवा चौहद्दी तोगायब ही है झंझट होने पर अंचल कार्यालय सरकारीअमीन शालू इंतजार के बाद नहीं मिलते आगेकी समस्या जमाबंदी सेसंबंधित जमीन बेचने वाले ने 10 डेसिमल बचा और घट गया 15 डिसमिल कागज आंचल में उपलब्ध नहीं कराया जाता दूसरीसमस्या दादा परदादा के नाम की जमीन फुआ बहन का बेटा बेटा मेरे दुश्मन दबंग से भेज दे वह रिश्वत लाठी केबल मुझे बर्बाद कर दिया कर दे क्या यहीनीतीश सरकार है
क्या यही सर्वे का मापदंड है
Gyaneswar ji bahut sahi baat bol rahe hai samaj me av yahi ho raha hai
ऐसा सम्पति कि लड़ाई स्वर्णों ज्यादा होता है, दलितों और पिछड़े तो संतोष कर लेता है..........
साबुन ने अपनी खोपड़ी साफ करो।हर विषय में सवर्ण,और पिछड़ा का म्यूजिक क्यों बजाने लगते हो।
हद है भाई दुनिया मंगल ग्रह पे पहुँच गई और अभी आप पीपल के नीचे बैठे हो कहीं तो अगड़ा पिछड़ा मत करो
Bahut achcha charcha Kiya sar aap
यह स्थिति जब भी जमीन सर्वे होगा , निश्चित रुप से आते रहेगी , कारण जमीनदार चले गये हैं पर बड़े बड़े जमीन के मालिक आज भी जमीनदार बने हुए हैं, दूसरों की कमाई पर ज़ीने की आदत आज भी बनीं हुईं है।
सबसे बड़ी बात यह है कि नितिश कुमार हर घर महाभारत जैसा माहौल पैदा कर दी है।
Bilkul aapane mere man ki baat ki hai
Great explanations sir
इस सर्वे से कर्मचारी की खूब कमाई और घर घर में लड़ाई शुरु हो गई है
Good Speech
आप ने दूध का दूध और पानी का पानी कह दिया आप समाज को आईना दिखा दिया है
Aap ne sahi coment Kiya hai nitish kumar ko lska khamija bhugatna hoga
हर,, नेता,, जानता को मूर्ख,, जान रिहा, हैं लेकिन ईस बार जनता,,ने,,मूर्ख,, बना,,देगी,, सरकार को,, नही,,तो,, सर्वे,, बंद,, कर,,दीजिए,, नितीश जी