जय हो सचाई यही है , पर काशीनरेश के प्रस्ताव को बिहार खाशकर मगध क्षेत्र के जमींदार ब्राह्मणों ने एक जुट होकर बिरोंध या और वे आज भी बाभन ही लिखतें है और आज लोकतांत्रिक सरकारംमें सभी ब्राम्हणों में एकता के लियें यही समयोंचित है , संघें शक्ति कलियुगें
आपको पता होना चाहिए की पुराने जमीन सर्वें के कागजात में जाती के जगह भूमि अग्र हार ब्राह्मण सामंत लिखा जाता था और बाद में इसे 1885 के जमीन सर्वें में भूमिहार ब्राह्मण लिखा गया। भूमिहार और मैथिल ब्राह्मण में सादी भी पहले से होती चली आ रही हैं जों अब कम हो गयी। एक जाती है द्विगमिया ब्राह्मण जिसकी सादी भूमिहार और ब्रह्मण में होती चली आ रही हैं और होती है, भूमिहार में ऊँचा कुल द्रोणावार होता है जों द्रोण के वंसज होते है।
राजस्थान मे राजपुरोहित कहा जाता है और इन को जागिरदार कहा जाता है और राजपुरोहितो का पहनावा और बोली चाली भी राजपूतो जैसी ही है और इन को ठाकुर भी कहा जाता है और राजपूतो के जैसे पर्दा प्रथा भी है
Ap history ko dekhe baji Rao peswa bhumihar the unkempt Rajkumar ki sad Tekari Maharaj se honi the jise angrajo ne rokdiya,Abadi ki pahali lanai 1817 me Tekari ne sure Kiya according to kudabakhs library Director prof.Imtiyaz Ahmad,Patna
😂😂 propaganda k shikaar ho gye ho tum. Bhumihars ko dekho aryan race ke close hai, ye kattar racist brahmins aise hi kisi ko janeu nhi de denge agar kisi ko de v diye to pure group ko dede asambhav! , land owning k karan ye bhumihar word apnaye, ye traditionally babhan shabd se jaane jate hai, babhan is basically a term used for brahmans in pali language in magadh
@@barishsingh5714प्रारंभ में कान्यकुब्ज BRAHMAN. के शाखा से निकले लोगो को भूमिहार ब्राह्मण कहा गया । उसके बाद सारस्वत,महियल,सरयूपारी,मैथिल,चितपावन,कन्नड़ आदि शाखाओं के अयाचक ब्राह्मण लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार मे सम्बन्ध स्थापित करते गए और भूमिहार बनते गए 🙏🚩और अयाचक BRAHMAN बन गए जैसे भगवान परशुराम युध्द लडने वाले BRAHMAN त्यागी भूमिहार बन गए जैसे सम्राट पुष्यमित्र शुंग , सम्राट पुष्यमित्र शुंग ,,सम्राट वासुदेव कण्व ,,सम्राट हेमचंद्र विक्रमा दित्य,/राजा हरिशचंद्र,,/राजा मयूर शर्मन /,/राजा सम्राट गौतमी पुत्र सातकरणी,,/सम्राट कल्लर ,/,राजा शशांक स्वामी सहजानंद सरस्वती ,, राजा दाहिर सेन ,,राजा चैत सिंह, काशी नरेश , ,बखतावर सिंह बलवंत सिंह , ,हैं,जमींदार राजा से और ताकत से जाना जाता है भूमिहार बाभन समाज को जाके पढ लिख के आना पहले तु सब भोकता ज्यादा है किसी का इतिहास को कुछ भी बक बक कर देने से नही होता 🚩🚩🚩
In Brahmin Jaatiwadi o ke anusar 4 jaati 4 varn hi suddh pure hi ..jese Brahmin rajput aur veshya aur 4th sudra Baki sbhi jaatiya (about 7000 casts) in 4 varno ka nazayaz hi hybrid hi yahi h sacchai Kathith sanatni matlab tanatani😅😅 matlb hybrid casts ka azayabghar😂😂
Brahmins in Bihar don't consider bhumihars as Brahmins,but bhumihars insist that they are so,no problem,bhumihars marry thus in bhumihars only,that is the present status, Biharis are saying, public is talking.
Who care brahmin we never cared brahmin even an iota,our predecessor glory and might is enough ,our predecessor gave certificate to others and we take certificate from these brahmin against our status..These brahmin never considered tyagi,mohiyal bhumihar as brahmin because of jealousy they are rich,landlords,fighter castes,go gaya,devghar most of the panda pujari are bhumihar not brahmin..Why we take certificate of these brahmin our predecessors glory is enough for fame and name..
@@श्रीमंत_बाजीराव_पेशवा -puch apna baap dadao se usi Bhumiharo ka gharo pe gulami kar ka jiwan chahiya ..aaj unhi ka bansaj Bhumiharo ko aakh dikha raha ha..haisiyat aur karega chahiya Bhumiharo ka samna bolna ki...
@@arbindkumarsingh1551 Jhant ke baal ke brbr nhi ho tum brahman ke Bina satra udhay hume pure bhart pr raj kiya hai aur jis din satra udha lenge aage tum jante ho 🤣
Brahaman is a verana which is interchangeable,it is well known that mother of Parshuram was kshatriyani Princess renuka and grand mother of Parshuram was kshatriyani Princess satyavati real sister of chakrawarti samarat vishwamitra, it is also well known that kirtiverman Arjun a kshatriya descended from chanderavanshi Kshatriyas yayati was eliminated deciet fully by kshatriyani renuka son parsuram, further bhumihar is a caste and rigid and can not be changed like veran brahaman,inkalab jindabaad long live revolution, down with capitalism, Hindustan socialist republication army, with kind regards.
योगी बाबा इतिहास ज़िंदगी में तो पढ़ा नहीं आप जो आप अपने आपको हिंदू होने पर गर्व करता है इसी भूमिहार वंस के चलते करता है क्योंकि बुद्धिज्म को दूर करके इसे वंश के पूर्वज पुष्प मित्र शुंग ने हिन्दू धर्म की रक्षा की थी
@@Yogibaba73856 दो उदाहरण दे रहा हूं जो सच्चाई को उजागर करता है । भूमिहार में एक किनवार भूमिहार होता है और एक सिकरवार भूमिहार होता है ।यूं पी के किनवार राजपूत जमीनदारों ने जो ब्रह्मण पत्नियों थी उनकी संतानों को काफी जमीन जायदाद देकर अपने वंश से अलग किया जो किनवार भूमिहार कहलाए उसी तरह फतहपुर सिकरी के सूर्य वंशी सिकरवार राजपूत राजा की ब्रह्मण पत्नियों से उत्पन्न संतानों को राजा ने काफी जमीन जायदाद देकर अपने वंश से अलग कर दिया जो ब्रह्माणी संतानें सिकरवार भूमिहार कहलाते हैं ।ऐसा इसलिए कि क्षत्रियो की क्षत्राणी से उत्पन्न संतान को ही क्षत्रिय या राजपूत माना जाने की परम्परा है सदियों से उसी तरह ब्रह्मण की ब्रह्माणी से उत्पन्न संतानों को ही ब्राह्मण माना जाता है ऐसा दोनों की रक्त शुद्धता को बनाए रखने के लिए परम्परा रही है
Bhumihar jarasandh ne banaya.. jarasandh ek yag karbaya tha usme koyi brahman uske yhan yag karbane ni aaya or jarasandh jitne ka bhumi apne adhin kiye huye tha whi log ko jarasandh ne sar mudbaa kar bola ki yhi log puja karbayega or bhumi to phle hi jarasandh apne adhin kar liya tha to whi naam diya bhumihaar..bhumihaar me khan baith raha h bhumi har lene baala isme to sahi maine ye niklta h bhumihar ka mtlab bhumi ko haar jaane baala
Ha Ha jarasandh Magadh ke raja tha aur aaj Se 30 Sal pahle koi janta bhi nhi tha Bhumihar kaun jati hai Sab log Babhan kahte the aur Aaj bhi Magadh ke log unhe Babhan hi kahte hai.
Chitpavan Brahman hai Jab ki Bhumihar non Brahmin Brahmin surname Jaise Shukla Tiwari Mishra Pandey adopt kar kar apna status Badhana Chahte Hain😂😂 halanki Bihar aur Purvi up man ko Sahi pakad liya jata hai lag raha hai Tumhen Mishra Bhumihar wala Mishra😂😂
वास्तव में, भूमिहार कान्यकुब्ज की 5 शाखाओं में से एक हैं। उनकी उत्पत्ति मदारपुर से हुई थी, जो कानपुर के पास एक गाँव है, और बाबर की सेना से नरसंहार के बाद, पूर्वी यूपी में चले गए। काशी महाराज, जिनके पूर्वज पहले गौतम गोत्र और मिश्र अस्पद के सरयूपारीण ब्राह्मण थे, भूमिहार समुदाय से हैं। हम सब एक है
प्रारंभ में कान्यकुब्ज BRAHMAN. के शाखा से निकले लोगो को भूमिहार ब्राह्मण कहा गया । उसके बाद सारस्वत,महियल,सरयूपारी,मैथिल,चितपावन,कन्नड़ आदि शाखाओं के अयाचक ब्राह्मण लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार मे सम्बन्ध स्थापित करते गए और भूमिहार बनते गए 🙏🚩और अयाचक BRAHMAN बन गए जैसे भगवान परशुराम युध्द लडने वाले BRAHMAN त्यागी भूमिहार बन गए जैसे सम्राट पुष्यमित्र शुंग , सम्राट पुष्यमित्र शुंग ,,सम्राट वासुदेव कण्व ,,सम्राट हेमचंद्र विक्रमा दित्य,/राजा हरिशचंद्र,,/राजा मयूर शर्मन /,/राजा सम्राट गौतमी पुत्र सातकरणी,,/सम्राट कल्लर ,/,राजा शशांक स्वामी सहजानंद सरस्वती ,, राजा दाहिर सेन ,,राजा चैत सिंह, काशी नरेश , ,बखतावर सिंह बलवंत सिंह , ,हैं,जमींदार राजा से और ताकत से जाना जाता है भूमिहार बाभन समाज को जाके पढ लिख के आना पहले तु सब भोकता ज्यादा है किसी का इतिहास को कुछ भी बक बक कर देने से नही होता
@@brahmancommunity99 brahman the par bhumihar se vivah kar liye iske bad brahmin unko apna nhi mane or bhumihar to pahle se tayar the iska mtlb o brahman nahi
प्रारंभ में कान्यकुब्ज BRAHMAN. के शाखा से निकले लोगो को भूमिहार ब्राह्मण कहा गया । उसके बाद सारस्वत,महियल,सरयूपारी,मैथिल,चितपावन,कन्नड़ आदि शाखाओं के अयाचक ब्राह्मण लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार मे सम्बन्ध स्थापित करते गए और भूमिहार बनते गए 🙏🚩और अयाचक BRAHMAN बन गए जैसे भगवान परशुराम युध्द लडने वाले BRAHMAN त्यागी भूमिहार बन गए जैसे सम्राट पुष्यमित्र शुंग , सम्राट पुष्यमित्र शुंग ,,सम्राट वासुदेव कण्व ,,सम्राट हेमचंद्र विक्रमा दित्य,/राजा हरिशचंद्र,,/राजा मयूर शर्मन /,/राजा सम्राट गौतमी पुत्र सातकरणी,,/सम्राट कल्लर ,/,राजा शशांक स्वामी सहजानंद सरस्वती ,, श्री कृष्णा सिंह CM first /और राजा दाहिर सेन ,,राजा चैत सिंह, काशी नरेश , ,बखतावर सिंह बलवंत सिंह , ,हैं,जमींदार राजा से और ताकत से जाना जाता है भूमिहार बाभन समाज को जाके पढ लिख के आना पहले तु सब भोकता ज्यादा है किसी का इतिहास को कुछ भी बक बक कर देने से नही होता
बौद्ध धर्म वाले जब पुनः हिन्दू धर्म अपनाये तो वे भुमिहार कहलाये। ये ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य एवं शुद्र सभी वर्गों से आतें थे इसलिए सभी ने अपना अपना टाइटल पुनः लगाया
Kabhi suna koi Buddhist punah Hindu Dharm me ane ka? Nahi,kyun?kyun ki Buddh Marg jab doh bhag me bant gaya panchvi Satabdi A.D me 1) Hiyan 2) Mahayan(Yani Hindu Dharm)tab se Hindu Sanatan dharm paida hua.Hindu dharm koi Dharm nahi,e sirf Buddh dhamm ki Mahayan sakha hi hai.
Reality me Bhumihar ka koi exact astitva nhi hai, Kuch logo ne dimag laga ke khud ko Parsuram se jorne lage, Agar parsuram se connection ko hi thora der ke liye sahi maan v liya jaye to wo mixture hai Rajput aur Pandit ka, Hr jagah local me mixture ko kya kahte hai, ye sabhi jaante hai
@mayankrajyugal3568 babhan shabd brahman ka apbhransh h samjha khud se babhan ya brahman ka upnam lgake brahman bnne koshish mt kro tumlog shudra hoooooo
Yhi to dogla bhi hoti hai kyoki bramhan our chhatriy dono apne ko bhumihar kahte hai ? Jhuth na failao ji vihar me bhumihar ya ray ko hi bhumihar kahte hai kyoki mare gye viro jo mhabharat me ramayan me hua inka bhi patan to raja suhel dev ke yha saran mili our stiprath bhi khatam hi thi
भूमिहार एक उच्च वर्ण संकर जाति है जो आधा ब्राह्मण आधा क्षत्रिय हैं ।औसनस स्मृति में तो यही लिखा है जो एक ब्रह्मण ग्रन्थ है ।पढ़ लो बक बक करने से क्या फायदा ।
कान्यकुब्ज के आयाचक जमींनदार ब्राह्मणों को ( जो गुरूकुल में शिक्षा और अपनी स्वाभिमान के कारण पुरोहिति छोड़कर जमींदारी और खेती आदि करनें लगें , क्योंकि गुरूकुल के आचार्य अपनें छात्रों के साथ सामंत और जमींदारों के यहा भिक्षाम दे हि , का उद्घघोंष करतें --जिसें जमींदार ब्राह्मणों , और जो ये --" बाभन कहलाये , फिर महाराजा काशी नरेश 1895 फिर 1912 में , जिसे मगध क्षेत्र के जमींनदार ब्राह्मणों ने --जो बाभन ही लिखतें है और यहीं - जिसें ्लखनाऊ के आस पास और मगध के सभी ) संघें शक्ति कलियुगें
Bhumihar chandarvanci rajput he bhirhaman nahi he jabran apni jasakjya badne ke liye Kay jatio ko bhirhman bana kar samne khada kar diya sath hi r s s bhi enki he bjp bhi enki he fir dhram ke nam par murkh bana rahe he
Babu Saheb Rajput ko kaha jata hai . Rajput ka hi दूसरा naam babu sahab ya babuaan hai . Bhumihar ko Babu Saheb nahi kahte hain. Bhumihar ko Babhan kahte hain Babu Saheb nahi .
Bhumihar jati bhuiya arthat mushhar jati ka hi dusra jati hai sadi me jo bidh karta hai o sab mushahr karta hai brhmno ki kami hua tha jursandh ke jag me to mushahr sabko jenau pahnakar brahmano ne le gaya tha or dan me jamin mila tha jab se bhumihar brahaman nam par gaya
bhumihar brahman nahi hote ya roy ya kuch panday hote h bhumihar bhumi ke rachak hote h or pundit ved ke ke koi old jotish ya old brahman bhi bata sakta h ab bolenge mera gotr bhimhar are aise kaise yani nolez na hogi ya to kisi ko pata nahi ya to kuch oder cast bus tabhi bhuimhar batate h
Bhumihar ko kabhi bhi brahman nahi mana jata hai,vaham me na rahe ! Khud ko Brahman saabit karne me varshon se lage ho, Parshuram ne aajivan brahmcharya jeevan vyatit Kiya to fir vansh kaisa????
परशुराम जी के चार भाई थे उनकी शादी हुई थी भूमिहार त्यागि चितपावन हर जगह अलग अलग नामों से जानी जाती है परशुराम जी जीती हुई ज़मीन अपने चारों भाइयों के बीच बाट दी। आज वे लोग जो अपने आपको ब्राह्मण कहते हैं हमारे चलते ही कहाँ पाते हैं ना तो उनका नामो निशान मिट जाता क्योंकि जब बुद्धिज्म पुरे भारत पर हावी हो रहा था तो हमारे पूर्वज पुष्प मित्र शुंग सोम ने ही फिर से ब्राह्मणवाद को क़ायम किया तथा बुद्धिज्म को भारत से दूर किया। कृपया करके इतिहास को पढ़ें तब अनर्गल बातें लिखा करें
@mayankrajyugal3568 Parshuram ji ne aajivan brahmacharya jivan vyatit kiya, sabhi ved puran shastra aur upnishad yahi kahte hai,ab aapke ghar samaaj me koi aasmani kitaab chalti ho to ye alag baat hai.Parshuram ke shadi ka kisi bhi shaastra me reference apne purvajo se puchh kar bata dena, Pushyamitra shung ek brahman tha, jabardasti stamp na lgaya karo kisi par ,bina reference ke, Itihas se reference lao bhai fir baat karna itihas ki,aise kuchh bhi na bola Karo,kis shaastra me bhumihar word ka use hua hai batana jara !!
Bhaiya ye to ye mante aaye hain ya maante hain.dusre log kya mante aur jante hain.jab hinduo mein varn vayawastha thi to phir ,ye jatiyan kahan se aai.khud ko parshuram se jod lo,ram se jod lo,krisna se jod lo aur kaho ki hum falane se sambhandhit hain.
भाई मै भी राजपूत हुं। आप सच्चे सिंह कास्ट हो तो कोई भी जाति के साथ गलत बात नहीं बोलो। रही बात भूमिहार की या फिर किसी और जातियो कि सभी में मिलावट हुई है, सर्वमान्य सच्चाई है। किसी जाति धर्म का अपमान क्षत्रित्व नहीं है बंधु। जय राजपूताना 🚩
भाई मै भी राजपूत हुं। आप सच्चे सिंह कास्ट हो तो कोई भी जाति के साथ गलत बात नहीं बोलो। रही बात भूमिहार की या फिर किसी और जातियो कि सभी में मिलावट हुई है, सर्वमान्य सच्चाई है। किसी जाति धर्म का अपमान क्षत्रित्व नहीं है बंधु। जय राजपूताना 🚩
@@sujeetmaurya85 अब लो इससे मिलो 🤣 मौर्या अप्रत्यासित भुइंहार। कुंडी रात में खड़की थी या दिन में? कही तुम संकरित तो नही🤣, लग तो ऐसा ही रहा है, जिसका दूर दूर तक कुछ लेना देना नही वो आया है बताने।
Must watch friends...
Ek raho nek raho..
ua-cam.com/video/4RS4e0LAUa0/v-deo.html
Dil se dhanyawaad aapko itni acchi jankari dene ke liye 🙏
Good knowledge 😉
गढवाल व कुमाऊ में भी भूमिहार ब्राहमण हैं तो अब किस जाति से जाने जीते हैं.
Bhumihaar aur tyagi Brahman same hai jai parshuram 🚩🔥🔥🔥
Sahi baat bhai jai prashuram jai bhumihar brahman❤❤❤❤
राजस्थान में भी भूमिहार ब्राह्मण है इनको राजपुरोहित कहलाते हैं अहिंसा परमो धर्म मानते हैं मगर समय आने पर क्षत्रिय बन जाते है शुद्ध शाकाहारी हैं
Bhai app kahan se ho
Bilkul , ye aapne bahut sahi baat kaha
Par tim toh Maurya shudra ho 😂 jai Dada parshuram@@sujeetmaurya85
Rajpurohito ke poorvajo baap dadao ne kbhi khud ko bhumihar nhi bola
@@notifications5121wo log khud ko paliwal brahmin mante hai
जी पूरे भारत में भूमिहार हैं जहां तक भूमि है वहाँ तक भूमिहार हैं
Bhoomihar actually Bharhmin hai 🎉🎉Jai Bhagwan Parshuram Ji ki 🎉Har har mahadev 🎉
जय हो सचाई यही है , पर काशीनरेश के प्रस्ताव को बिहार खाशकर मगध क्षेत्र
के जमींदार ब्राह्मणों ने एक जुट होकर बिरोंध या और वे आज भी बाभन ही लिखतें है और आज लोकतांत्रिक सरकारംमें सभी ब्राम्हणों में एकता के लियें यही समयोंचित है ,
संघें शक्ति कलियुगें
Mithila or diyara mein bhi babhan e kahta hai
@@dineshupadhyay340 sap bhi nakli upadhyay hai I.e bhumihar 🤪🤪
Sita Ravan Se Chodaai karwa ke Maithil brahman ko utpan kiya.
Bhart ke har kone kone me faile hai bhumihar Brahmin samaj jindabaad
bhumihar bahut hi bahadur aur buddhiman hota h mera dost h bhumihar jo sach bahut wise ,cleaver and so brave h
अन्य ब्राह्मणों क़ी भांति भूमिहार ब्राह्मण भी एक सुसम्पन, सुशिक्षित, सभ्य अयाचक ब्राह्मण हैं.
@@prof.shankarkumarsinha5244 सम्पन्न हो जाने से कोई ब्राह्मण थोड़े हीं हो जाता है ।जो है सो वहीं न रहेगा
सुन्दर प्रस्तुति।
आपको पता होना चाहिए की पुराने जमीन सर्वें के कागजात में जाती के जगह भूमि अग्र हार ब्राह्मण सामंत लिखा जाता था और बाद में इसे 1885 के जमीन सर्वें में भूमिहार ब्राह्मण लिखा गया। भूमिहार और मैथिल ब्राह्मण में सादी भी पहले से होती चली आ रही हैं जों अब कम हो गयी। एक जाती है द्विगमिया ब्राह्मण जिसकी सादी भूमिहार और ब्रह्मण में होती चली आ रही हैं और होती है, भूमिहार में ऊँचा कुल द्रोणावार होता है जों द्रोण के वंसज होते है।
इस जानकारी के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद
राजस्थान मे राजपुरोहित कहा जाता है और इन को जागिरदार कहा जाता है और राजपुरोहितो का पहनावा और बोली चाली भी राजपूतो जैसी ही है और इन को ठाकुर भी कहा जाता है और राजपूतो के जैसे पर्दा प्रथा भी है
Bilkool right brother 💯 persent ❤️
Ap history ko dekhe baji Rao peswa bhumihar the unkempt Rajkumar ki sad Tekari Maharaj se honi the jise angrajo ne rokdiya,Abadi ki pahali lanai 1817 me Tekari ne sure Kiya according to kudabakhs library Director prof.Imtiyaz Ahmad,Patna
Chitpawan hai wo bhumihar nhi
Jay shree sitaram hanuman sitaram hanuman sitaram hanuman sitaram hanuman sitaram hanuman sitaram
PTA kijiye Bihar me e log ko angrej Jamin Diya hai ek Gaon k Bhunjar ko agar 500 bigha Jamin hai to usi k Patidar ko 5 bigha v nai hai kyun
😂😂 propaganda k shikaar ho gye ho tum. Bhumihars ko dekho aryan race ke close hai, ye kattar racist brahmins aise hi kisi ko janeu nhi de denge agar kisi ko de v diye to pure group ko dede asambhav! , land owning k karan ye bhumihar word apnaye, ye traditionally babhan shabd se jaane jate hai, babhan is basically a term used for brahmans in pali language in magadh
bhumihar jati nahi upjati hai bramhin ki unka vivah unhi me hota hai
@@barishsingh5714प्रारंभ में कान्यकुब्ज BRAHMAN. के शाखा से निकले लोगो को भूमिहार ब्राह्मण कहा गया । उसके बाद सारस्वत,महियल,सरयूपारी,मैथिल,चितपावन,कन्नड़ आदि शाखाओं के अयाचक ब्राह्मण लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार मे सम्बन्ध स्थापित करते गए और भूमिहार बनते गए 🙏🚩और अयाचक BRAHMAN बन गए
जैसे भगवान परशुराम युध्द लडने वाले BRAHMAN त्यागी भूमिहार बन गए जैसे सम्राट पुष्यमित्र शुंग , सम्राट पुष्यमित्र शुंग ,,सम्राट वासुदेव कण्व ,,सम्राट हेमचंद्र विक्रमा दित्य,/राजा हरिशचंद्र,,/राजा मयूर शर्मन /,/राजा सम्राट गौतमी पुत्र सातकरणी,,/सम्राट कल्लर ,/,राजा शशांक स्वामी सहजानंद सरस्वती ,, राजा दाहिर सेन ,,राजा चैत सिंह, काशी नरेश , ,बखतावर सिंह बलवंत सिंह , ,हैं,जमींदार राजा से और ताकत से जाना जाता है भूमिहार बाभन समाज को जाके पढ लिख के आना पहले तु सब भोकता ज्यादा है किसी का इतिहास को कुछ भी बक बक कर देने से नही होता 🚩🚩🚩
🚩
@@barishsingh5714Sonakshi Sinha se jab jaheer iqbaal kar sakta hai 😂😂 to tum Brahmin aapas mai kyo nahi kar sakte jarur kar sakte ho 😂😂
@@VijayKumar-xp9js Sonakshi Sinha Brahman nhi kayastha caste ki sudra hai wo sinha title bhuihar aur kaysth ki lagata hai
@@barishsingh5714dalsingsarai bacchwara sarairanjan rosera mein aaj bhi dugamia badi sankhya me hai
क्यों इसकी आवश्यकता पड़ रही है।क्या साबित करना चाहते हैं।
Bhumihar bhi brahman h
Jai shree Ram Jai shree parshuram jai hind 🙏❤️
Fact is that there is no authentic document on origin of Bhumihar in any of Hindu granth ,literature or shastras.
In Brahmin Jaatiwadi o ke anusar 4 jaati 4 varn hi suddh pure hi ..jese Brahmin rajput aur veshya aur 4th sudra
Baki sbhi jaatiya (about 7000 casts)
in 4 varno ka nazayaz hi hybrid hi yahi h sacchai
Kathith sanatni matlab tanatani😅😅 matlb hybrid casts ka azayabghar😂😂
Bhumihar or tyagi same hai ❤
Brahmins in Bihar don't consider bhumihars as Brahmins,but bhumihars insist that they are so,no problem,bhumihars marry thus in bhumihars only,that is the present status, Biharis are saying, public is talking.
Who care brahmin we never cared brahmin even an iota,our predecessor glory and might is enough ,our predecessor gave certificate to others and we take certificate from these brahmin against our status..These brahmin never considered tyagi,mohiyal bhumihar as brahmin because of jealousy they are rich,landlords,fighter castes,go gaya,devghar most of the panda pujari are bhumihar not brahmin..Why we take certificate of these brahmin our predecessors glory is enough for fame and name..
For your kind information these ponga Pandit never considered chaturvedi as brahmin they never allowed to marry any chaturvedi boy to brahmin girls..
@@arbindkumarsingh1551shudra 😂😂😂😂😂bhumihar
@@श्रीमंत_बाजीराव_पेशवा -puch apna baap dadao se usi Bhumiharo ka gharo pe gulami kar ka jiwan chahiya ..aaj unhi ka bansaj Bhumiharo ko aakh dikha raha ha..haisiyat aur karega chahiya Bhumiharo ka samna bolna ki...
@@arbindkumarsingh1551 Jhant ke baal ke brbr nhi ho tum brahman ke
Bina satra udhay hume pure bhart pr raj kiya hai aur jis din satra udha lenge aage tum jante ho 🤣
क्यों व्रामण क्षत्री के चक्कर में पड़े हो । यही न कि आप अन्य लोगों से ऊंचा दिखाना चाहते हो । मिया मिठ्ठू बन रहे हैं
Tum kon hai be murkh shudra shar
Jai parshu ram 🙏
Jara maithil ke bare mein batao kyunki kuch log Unhe Sita aur Ravan ke nazajayz aulad kahte hai.
Ok
Bihar mein bhumihar ko Babu saheb nahi blki Rajputon ke liye Babu Saheb word use Kiya jata hai .main khud Bihar se hoon
Bhumihar ke liye bhi Kiya jata hai
Mere sare rajput dost mujhe Babu sahab kehte hai aur mai ek Bhumihar hoon-
भूमिहार सबके मालिक थे, इस लिए आज भी यूपी बिहार में मलिकार और बाबू साहब और मिर्जापुर, बनारस व प्रयागराज में ठाकुर साहब कहा जाता है।
Nahi Bhumihar ko Babu Sahab nahi kahte hain.
Wo Rajput ko Kahte hain
Ham to bhartiya hai
परशुराम को कोई पुत्र हुआ ही नहीं तो फिर कैसे भूमिहार।
Are bhai property successors hai
प्रशुराम के पंचभाई थे
भूमिहार अंग्रेजों के द्वारा बनाई गई जाति है
नही,अयाचक ब्राह्मण हैं। अंग्रेज के आने से पहले के हैं।
अपने बाप दादा से पूछ हमारे चारपाई पर बैठने की साहस नहीं करता है क्यू की हमें अपनेआप से उपर मानता था
@@nikhilbhardwaj2611bhai west up me akar dekho yadav dekho tyagi or ahir ache dost h purane time se
भुमीहार मतलब भुमी से हारा हुआ, मे ये सोचाता था,
जो भूमि से आहार प्राप्त करता हैं, उसे भूमिहार कहते हैं।
Verenice
Jai baba parshuram...🚩🚩
KAYASTHA KI JAY HO
Brahaman is a verana which is interchangeable,it is well known that mother of Parshuram was kshatriyani Princess renuka and grand mother of Parshuram was kshatriyani Princess satyavati real sister of chakrawarti samarat vishwamitra, it is also well known that kirtiverman Arjun a kshatriya descended from chanderavanshi Kshatriyas yayati was eliminated deciet fully by kshatriyani renuka son parsuram, further bhumihar is a caste and rigid and can not be changed like veran brahaman,inkalab jindabaad long live revolution, down with capitalism, Hindustan socialist republication army, with kind regards.
भूमिहार सैलुकस के सिपाही है बाकी आपकी बात पौराणिक है
छोटी मुंह बड़ी बात। मूत दे तो डूब जाओगे।
Bhaiyon ko 🙏🏻
जया श्री🎉 परशु राम निरूपम देहात
Pure Bharat mein Bhumihar (Brahmin) hain
Bhumihar Brahmin nahi hai Jai DaDa Ravan
@@DevilDancer-x8q tum ravan ke vanshaj ho
Pure bharat me nhi hai
nhi
Sinha toh kayastha hote ha
Main itkhori se 😘
भूमिहार brahman है
नहीं बौद्ध धर्म से हैं
जय श्री राम
हुड़िहार मतलब हूण का अपभ्रंश ही भूमिहार है ।
Rajput jake muglo se apni maya bahin Chodwao Mugalput,
जय जय श्री राम।
भाई मैंने कुछ नही सुना अचानक से रास्ता भटक कर आ गया हूं, मगर ये क्या यहां कोई खेल चल रहा sayad 😂
Jai bhumihar babhan
Bhai bhumihar sabse bekar jaati h
Ye aapne baap k bhi saga nh hote h
अर्जी फ़र्जी इतिहासकार का... अर्जी फ़र्जी इतिहास....
Fake and corrupt knowledge, because Sikarwar are rajput not gotra of bhumihar
Bhumihar.hi.shresht.brahman.hai.baki.darpokva.prahma.hai
Babu Saheb Rajput ko kha jata hai
Kahani acha bana leti hai bhai sachai alag hai bhumihar jati brahaman nahi hai ye rajput aur brahaman ke aur mugal ke aiyasi se utpan santan hai jo
योगी बाबा इतिहास ज़िंदगी में तो पढ़ा नहीं आप
जो आप अपने आपको हिंदू होने पर गर्व करता है इसी भूमिहार वंस के चलते करता है क्योंकि बुद्धिज्म को दूर करके इसे वंश के पूर्वज पुष्प मित्र शुंग ने हिन्दू धर्म की रक्षा की थी
@@Yogibaba73856 दो उदाहरण दे रहा हूं जो सच्चाई को उजागर करता है । भूमिहार में एक किनवार भूमिहार होता है और एक सिकरवार भूमिहार होता है ।यूं पी के किनवार राजपूत जमीनदारों ने जो ब्रह्मण पत्नियों थी उनकी संतानों को काफी जमीन जायदाद देकर अपने वंश से अलग किया जो किनवार भूमिहार कहलाए उसी तरह फतहपुर सिकरी के सूर्य वंशी सिकरवार राजपूत राजा की ब्रह्मण पत्नियों से उत्पन्न संतानों को राजा ने काफी जमीन जायदाद देकर अपने वंश से अलग कर दिया जो ब्रह्माणी संतानें सिकरवार भूमिहार कहलाते हैं ।ऐसा इसलिए कि क्षत्रियो की क्षत्राणी से उत्पन्न संतान को ही क्षत्रिय या राजपूत माना जाने की परम्परा है सदियों से उसी तरह ब्रह्मण की ब्रह्माणी से उत्पन्न संतानों को ही ब्राह्मण माना जाता है ऐसा दोनों की रक्त शुद्धता को बनाए रखने के लिए परम्परा रही है
ye Indian nahi hai ye Magol prajati ke hai
Babusaheb rajput ko kaha jata hai.
Bhumihar jarasandh ne banaya.. jarasandh ek yag karbaya tha usme koyi brahman uske yhan yag karbane ni aaya or jarasandh jitne ka bhumi apne adhin kiye huye tha whi log ko jarasandh ne sar mudbaa kar bola ki yhi log puja karbayega or bhumi to phle hi jarasandh apne adhin kar liya tha to whi naam diya bhumihaar..bhumihaar me khan baith raha h bhumi har lene baala isme to sahi maine ye niklta h bhumihar ka mtlab bhumi ko haar jaane baala
Ha Ha jarasandh Magadh ke raja tha aur aaj Se 30 Sal pahle koi janta bhi nhi tha Bhumihar kaun jati hai Sab log Babhan kahte the aur Aaj bhi Magadh ke log unhe Babhan hi kahte hai.
Chitpavan Brahman hai Jab ki Bhumihar non Brahmin Brahmin surname Jaise Shukla Tiwari Mishra Pandey adopt kar kar apna status Badhana Chahte Hain😂😂 halanki Bihar aur Purvi up man ko Sahi pakad liya jata hai lag raha hai Tumhen Mishra Bhumihar wala Mishra😂😂
वास्तव में, भूमिहार कान्यकुब्ज की 5 शाखाओं में से एक हैं। उनकी उत्पत्ति मदारपुर से हुई थी, जो कानपुर के पास एक गाँव है, और बाबर की सेना से नरसंहार के बाद, पूर्वी यूपी में चले गए। काशी महाराज, जिनके पूर्वज पहले गौतम गोत्र और मिश्र अस्पद के सरयूपारीण ब्राह्मण थे, भूमिहार समुदाय से हैं। हम सब एक है
प्रारंभ में कान्यकुब्ज BRAHMAN. के शाखा से निकले लोगो को भूमिहार ब्राह्मण कहा गया । उसके बाद सारस्वत,महियल,सरयूपारी,मैथिल,चितपावन,कन्नड़ आदि शाखाओं के अयाचक ब्राह्मण लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार मे सम्बन्ध स्थापित करते गए और भूमिहार बनते गए 🙏🚩और अयाचक BRAHMAN बन गए
जैसे भगवान परशुराम युध्द लडने वाले BRAHMAN त्यागी भूमिहार बन गए जैसे सम्राट पुष्यमित्र शुंग , सम्राट पुष्यमित्र शुंग ,,सम्राट वासुदेव कण्व ,,सम्राट हेमचंद्र विक्रमा दित्य,/राजा हरिशचंद्र,,/राजा मयूर शर्मन /,/राजा सम्राट गौतमी पुत्र सातकरणी,,/सम्राट कल्लर ,/,राजा शशांक स्वामी सहजानंद सरस्वती ,, राजा दाहिर सेन ,,राजा चैत सिंह, काशी नरेश , ,बखतावर सिंह बलवंत सिंह , ,हैं,जमींदार राजा से और ताकत से जाना जाता है भूमिहार बाभन समाज को जाके पढ लिख के आना पहले तु सब भोकता ज्यादा है किसी का इतिहास को कुछ भी बक बक कर देने से नही होता
❤
@@brahmancommunity99 brahman the par bhumihar se vivah kar liye iske bad brahmin unko apna nhi mane or bhumihar to pahle se tayar the iska mtlb o brahman nahi
प्रारंभ में कान्यकुब्ज BRAHMAN. के शाखा से निकले लोगो को भूमिहार ब्राह्मण कहा गया । उसके बाद सारस्वत,महियल,सरयूपारी,मैथिल,चितपावन,कन्नड़ आदि शाखाओं के अयाचक ब्राह्मण लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार मे सम्बन्ध स्थापित करते गए और भूमिहार बनते गए 🙏🚩और अयाचक BRAHMAN बन गए
जैसे भगवान परशुराम युध्द लडने वाले BRAHMAN त्यागी भूमिहार बन गए जैसे सम्राट पुष्यमित्र शुंग , सम्राट पुष्यमित्र शुंग ,,सम्राट वासुदेव कण्व ,,सम्राट हेमचंद्र विक्रमा दित्य,/राजा हरिशचंद्र,,/राजा मयूर शर्मन /,/राजा सम्राट गौतमी पुत्र सातकरणी,,/सम्राट कल्लर ,/,राजा शशांक स्वामी सहजानंद सरस्वती ,, श्री कृष्णा सिंह CM first /और राजा दाहिर सेन ,,राजा चैत सिंह, काशी नरेश , ,बखतावर सिंह बलवंत सिंह , ,हैं,जमींदार राजा से और ताकत से जाना जाता है भूमिहार बाभन समाज को जाके पढ लिख के आना पहले तु सब भोकता ज्यादा है किसी का इतिहास को कुछ भी बक बक कर देने से नही होता
😊😊😊😊😊
bhumihar ek jhooth hai aisa koi evidence nahi hai .kisi bhi jagah varnan nahi hai please jhooth mat phailaaiye
अभिनव कुमार जी आप किसी भी जाति से आते हो मुर्शिदाबाद से लेकर पूर्वांचल तक कोई जात हो भूमिहारों के नीचे काम न किया हो
हिन्दू धर्म में बृहमण के लिए खेती करना वर्जित है।
Khet rahega tab na karega bhumihar babhan ke paas bhumi nhi rahega to keval babhan ho jaega
@@rajeshrai9181shudra bhumihar 😂😂😂😂😂
Brahman Bhagwan Parasuram ne humd 21 baar ye dharti hume di hai
@@श्रीमंत_बाजीराव_पेशवाbhai lekin parhsuram ji half brahmin half rajput the kyunki unki maa ek rajput thi
@@FitSS369 waise hum poja tabhi nhi krte parasuram ki
@@श्रीमंत_बाजीराव_पेशवा hm bhai aapas me itna hate nhi hona chahiye isse hamari hi ekta tutegi isliye ladai nahi kro bro
बौद्ध धर्म वाले जब पुनः हिन्दू धर्म अपनाये तो वे भुमिहार कहलाये।
ये ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य एवं शुद्र सभी वर्गों से आतें थे इसलिए सभी ने अपना अपना टाइटल पुनः लगाया
Kabhi suna koi Buddhist punah Hindu Dharm me ane ka? Nahi,kyun?kyun ki Buddh Marg jab doh bhag me bant gaya panchvi Satabdi A.D me 1) Hiyan 2) Mahayan(Yani Hindu Dharm)tab se Hindu Sanatan dharm paida hua.Hindu dharm koi Dharm nahi,e sirf Buddh dhamm ki Mahayan sakha hi hai.
Shi bola bilkul shi❤
गलत। भूमिहार, ब्राह्मण हैं।
Reality me Bhumihar ka koi exact astitva nhi hai,
Kuch logo ne dimag laga ke khud ko Parsuram se jorne lage,
Agar parsuram se connection ko hi thora der ke liye sahi maan v liya jaye to wo mixture hai Rajput aur Pandit ka,
Hr jagah local me mixture ko kya kahte hai, ye sabhi jaante hai
Bhai yaar wikipedia se dekh k padh rahaa hai tu
Bhumihar ka parshuram ji se koi sambandh nhiiiii h
Bhumihar ka kisi granth me ullekh nhi h
बाभन शब्द का हर ग्रंथों में उल्लेखित
@mayankrajyugal3568 babhan shabd brahman ka apbhransh h samjha khud se babhan ya brahman ka upnam lgake brahman bnne koshish mt kro tumlog shudra hoooooo
3:50 Daan
Is dabka hi jabab jati jan gadna hai,Gyan bradhi, desh bradhi ,dono sath sath, Biharis are saying, public is talking.
Yhi to dogla bhi hoti hai kyoki bramhan our chhatriy dono apne ko bhumihar kahte hai ? Jhuth na failao ji vihar me bhumihar ya ray ko hi bhumihar kahte hai kyoki mare gye viro jo mhabharat me ramayan me hua inka bhi patan to raja suhel dev ke yha saran mili our stiprath bhi khatam hi thi
भूमिहार एक उच्च वर्ण संकर जाति है जो आधा ब्राह्मण आधा क्षत्रिय हैं ।औसनस स्मृति में तो यही लिखा है जो एक ब्रह्मण ग्रन्थ है ।पढ़ लो बक बक करने से क्या फायदा ।
वर्ण शंकर
Tum log UA-cam wala kisko samjha rahe kisko bujha rahe ho tum kaun hota Hai jaati ka histry batane wala
Tap.tapshya.marg.me.namdar.one.brahma.varg.hai
यह न ब्राह्मण छतरी बाहुबली के बाल पर जमीन अखियां ने वाले लोग
बगौछिया भूमिहार के बारें मे कुछ बताएँ?
जी बिल्कुल 👍
जुझौतिया को बगोछिया बोलते हैं
झुजौतिया का मतलब...?@@vikkiraj3318
जानकारी न हो तो गलत नही बताना चाहिए
तो सही क्या है? आप ही बता दे
कान्यकुब्ज के आयाचक जमींनदार ब्राह्मणों को ( जो गुरूकुल में शिक्षा और अपनी स्वाभिमान के कारण पुरोहिति छोड़कर जमींदारी और खेती आदि करनें लगें , क्योंकि गुरूकुल के आचार्य अपनें छात्रों के साथ सामंत और जमींदारों के यहा भिक्षाम दे हि , का उद्घघोंष करतें --जिसें जमींदार ब्राह्मणों , और जो ये --" बाभन कहलाये , फिर महाराजा काशी नरेश 1895 फिर 1912 में , जिसे मगध क्षेत्र के जमींनदार ब्राह्मणों ने --जो बाभन ही लिखतें है और यहीं - जिसें ्लखनाऊ के
आस पास और मगध के सभी )
संघें शक्ति कलियुगें
Bhumihar brahman hi hai jai dada parshuram 😈
@@SangitaSingh-ashudra bhumihar 😂😂😂😂
@@श्रीमंत_बाजीराव_पेशवा apna bapp de punchna koun hai hum kashi naresh tera bapp
@@SangitaSingh-a kashi naresh rajput the 🤣🤣🤣
Jo angrej ki gulami krte the 🤣🤣🤣🤣🤣
@@श्रीमंत_बाजीराव_पेशवाबेवकूफ लगते हों भाई
Bhumihar chandarvanci rajput he bhirhaman nahi he jabran apni jasakjya badne ke liye Kay jatio ko bhirhman bana kar samne khada kar diya sath hi r s s bhi enki he bjp bhi enki he fir dhram ke nam par murkh bana rahe he
Babu Saheb Rajput ko kaha jata hai . Rajput ka hi दूसरा naam babu sahab ya babuaan hai . Bhumihar ko Babu Saheb nahi kahte hain. Bhumihar ko Babhan kahte hain
Babu Saheb nahi .
Bhumihar jati bhuiya arthat mushhar jati ka hi dusra jati hai sadi me jo bidh karta hai o sab mushahr karta hai brhmno ki kami hua tha jursandh ke jag me to mushahr sabko jenau pahnakar brahmano ne le gaya tha or dan me jamin mila tha jab se bhumihar brahaman nam par gaya
जो मन में आए बक देते हो। भूमिहार से आमना-सामना की हिम्मत है?
Badajankar ho bhai apne bare me kuch batao kis bherue ke lawanda ho
Jarasandh Magadh ke Raja tha Aur Magadh mein inhe Babhan kaha jata tha na ki bhumihar. Bhumihar Sabd ithar 20/30 Salo mein popular hua hai.
bhumihar brahman nahi hote ya roy ya kuch panday hote h bhumihar bhumi ke rachak hote h or pundit ved ke ke koi old jotish ya old brahman bhi bata sakta h ab bolenge mera gotr bhimhar are aise kaise yani nolez na hogi ya to kisi ko pata nahi ya to kuch oder cast bus tabhi bhuimhar batate h
Itna bhi sashta nasha nhi krna tha
Bhumihar ko kabhi bhi brahman nahi mana jata hai,vaham me na rahe ! Khud ko Brahman saabit karne me varshon se lage ho, Parshuram ne aajivan brahmcharya jeevan vyatit Kiya to fir vansh kaisa????
परशुराम जी के चार भाई थे उनकी शादी हुई थी
भूमिहार त्यागि चितपावन हर जगह अलग अलग नामों से जानी जाती है
परशुराम जी जीती हुई ज़मीन अपने चारों भाइयों के बीच बाट दी।
आज वे लोग जो अपने आपको ब्राह्मण कहते हैं हमारे चलते ही कहाँ पाते हैं ना तो उनका नामो निशान मिट जाता क्योंकि जब बुद्धिज्म पुरे भारत पर हावी हो रहा था तो हमारे पूर्वज पुष्प मित्र शुंग सोम ने ही फिर से ब्राह्मणवाद को क़ायम किया तथा बुद्धिज्म को भारत से दूर किया।
कृपया करके इतिहास को पढ़ें तब अनर्गल बातें लिखा करें
@mayankrajyugal3568 Parshuram ji ne aajivan brahmacharya jivan vyatit kiya, sabhi ved puran shastra aur upnishad yahi kahte hai,ab aapke ghar samaaj me koi aasmani kitaab chalti ho to ye alag baat hai.Parshuram ke shadi ka kisi bhi shaastra me reference apne purvajo se puchh kar bata dena, Pushyamitra shung ek brahman tha, jabardasti stamp na lgaya karo kisi par ,bina reference ke, Itihas se reference lao bhai fir baat karna itihas ki,aise kuchh bhi na bola Karo,kis shaastra me bhumihar word ka use hua hai batana jara !!
Bhumihar veer the ,rajput veer the,yadav veer the,marathe veer the.par Bharat mein aaj bhi musalmano ka aatank hai.pakistan de diya, Bangladesh's de diya .aur jhuthi veerta bagharte raho.
Bhaiya ye to ye mante aaye hain ya maante hain.dusre log kya mante aur jante hain.jab hinduo mein varn vayawastha thi to phir ,ye jatiyan kahan se aai.khud ko parshuram se jod lo,ram se jod lo,krisna se jod lo aur kaho ki hum falane se sambhandhit hain.
Bhumihar ek sudra jati hain jise varnshankar kahte h jo bangal ka chandal hain
चलिए उत्तम कुमार जी तो इसका मतलब आप तब तो चंडालो ग़ुलामी करते थे
Bhumihar, chatri taha
Ye jat jati hai pahle jat yadav ek hi pita ki aulad . Ghosh yadav ek hi hai koi brahaman nahi
भूमिहार शुद्र वर्ण में आता है, चाहे कितना भी झूठ बोल लो!
Tumhara maa se payda hua hai
भाई मै भी राजपूत हुं। आप सच्चे सिंह कास्ट हो तो कोई भी जाति के साथ गलत बात नहीं बोलो। रही बात भूमिहार की या फिर किसी और जातियो कि सभी में मिलावट हुई है, सर्वमान्य सच्चाई है। किसी जाति धर्म का अपमान क्षत्रित्व नहीं है बंधु।
जय राजपूताना 🚩
Jindgi me aaz tak afwah raha ki Kshtriy ko koe haraya ho,,
Wrong explanation to give public
भूमि क्षेत्रीय है
Bhumihar Brahman
आधा क्षत्रिय आधा ब्राह्मण है भूमिहार
भाई मै भी राजपूत हुं। आप सच्चे सिंह कास्ट हो तो कोई भी जाति के साथ गलत बात नहीं बोलो। रही बात भूमिहार की या फिर किसी और जातियो कि सभी में मिलावट हुई है, सर्वमान्य सच्चाई है। किसी जाति धर्म का अपमान क्षत्रित्व नहीं है बंधु।
जय राजपूताना 🚩
किनवार भूमिहार और सिकरवार भूमिहार की उत्पति के बारे में पता लगाओ समझ जाओगे
Bhumihar.brahaman.hota.haisudh.brahman.hota.hai
शंकराचार्य इनको ब्राह्मण नहीं मानते हैं।
Bhumihar kshatriya hai
No Wrong ...bramhan h
@@dipk2757 nahi ye nahi brahman nahi kashtiya hai
भुमिहार बौद्ध धर्म वाले है
Kshatriya h😮
bhumihar angrej se paida hua jati hai
FAKE NARRATIVE
वो तो हमें भी लग रहा, मगर इतना हाई फाई बोल रहा कि एक बार को मुझे भी ताज्जुब हुआ?😂
@@deepeshsinghsom2052 हाँ भाई... बिल्कुल...
@@deepeshsinghsom2052la_ud_a bs __d_k aise hi jalte rahoge! Brahaman ka sabse takatwar aang hai ye ! Fighter Brahamans Group - Babhan (Bhumihar) , Tyagi , Rajpurohit, Mohyal, Chitpavan, Anavil etc
बिलकुल सही कहा, बौद्ध धर्म वाले भुमिहार बने
@@sujeetmaurya85 अब लो इससे मिलो 🤣 मौर्या अप्रत्यासित भुइंहार। कुंडी रात में खड़की थी या दिन में? कही तुम संकरित तो नही🤣, लग तो ऐसा ही रहा है, जिसका दूर दूर तक कुछ लेना देना नही वो आया है बताने।