रफ़ी साहब अकेले ऐसे गायक थे जिनकी तुलना के लिए संगीत क्षेत्र में कोई दूसरी शख़्शियत नहीं है। जितने भी दूसरे गायक रहे हैं, वे सभी अपने एक निश्चित क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए जाने जाते हैं। कोई शास्त्रीय संगीत का उस्ताद है, तो कोई सुगम संगीत का, किसी ने ग़ज़लों में विशिष्ट योग्यता हासिल की, तो किसी ने लोक गीतों में अपना परचम लहराया। किसी अन्य ने पाश्चात्य संगीत में आसमान छू लिया। वगैरह वगैरह... लेकिन रफ़ी साहब ने प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृृष्ट सफलता प्राप्त की। उन्होंने हर रंग, भाषा, खुशी, ग़म, प्रेम, विरह, देशभक्ति, ग़ज़ल, सुगम और शास्त्रीय संगीत, देश की अलग अलग सांस्कृतिक पृष्ठ भूमि से जुड़ी लोक धुनों पर आधारित गीत, क़व्वाली, ऊंचे अथवा मध्यम स्वर के आलाप वाले हर तरह के गीतों में विशिष्टता हासिल की। उनके स्वरों की मिठास गीतों की प्रकृति के अनुसार ढल जाती है। और उस पर विनम्रता ऐसी कि यदि किसी ने उनके गायन की तारीफ़ कर दी तो गर्दन झुकाकर हाथ ऊपर उठाकर ख़ुदा का धन्यवाद कर दिया। एक बार महेन्द्र कपूर जी से बातचीत में रफ़ी साहब ने कहा, " फ़िल्मों में एक से एक अच्छे गाने वाले हैं, पर पता नहीं लोग मेरे गीतों को क्यों इतना पसंद करते हैं।" नमन है ऐसी महान शख़्शियत को।
रफ़ी साहब अकेले ऐसे गायक थे जिनकी तुलना के लिए संगीत क्षेत्र में कोई दूसरी शख़्शियत नहीं है। जितने भी दूसरे गायक रहे हैं, वे सभी अपने एक निश्चित क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए जाने जाते हैं। कोई शास्त्रीय संगीत का उस्ताद है, तो कोई सुगम संगीत का, किसी ने ग़ज़लों में विशिष्ट योग्यता हासिल की, तो किसी ने लोक गीतों में अपना परचम लहराया। किसी अन्य ने पाश्चात्य संगीत में आसमान छू लिया। वगैरह वगैरह... लेकिन रफ़ी साहब ने प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृृष्ट सफलता प्राप्त की। उन्होंने हर रंग, भाषा, खुशी, ग़म, प्रेम, विरह, देशभक्ति, ग़ज़ल, सुगम और शास्त्रीय संगीत, देश की अलग अलग सांस्कृतिक पृष्ठ भूमि से जुड़ी लोक धुनों पर आधारित गीत, क़व्वाली, ऊंचे अथवा मध्यम स्वर के आलाप वाले हर तरह के गीतों में विशिष्टता हासिल की। उनके स्वरों की मिठास गीतों की प्रकृति के अनुसार ढल जाती है। और उस पर विनम्रता ऐसी कि यदि किसी ने उनके गायन की तारीफ़ कर दी तो गर्दन झुकाकर हाथ ऊपर उठाकर ख़ुदा का धन्यवाद कर दिया। एक बार महेन्द्र कपूर जी से बातचीत में रफ़ी साहब ने कहा, " फ़िल्मों में एक से एक अच्छे गाने वाले हैं, पर पता नहीं लोग मेरे गीतों को क्यों इतना पसंद करते हैं।" नमन है ऐसी महान शख़्शियत को।
Rafi saab ki awaz me na jane kaisi taaseer hai ki alfaz samajh me nhi aate lekin rooh ko taskeen ho jaati hai.
Urdu bohot khoobsurat zaban hai sikhlo to bohot kuch samjh aayega
Waah Rafi Sahab ! Madhosh kar diya. Jai ho.
Sur samrat !!!
Best gazal singer of the world 👍🏻
Waaah! Rafi Sahab divine voice. Thank you for posting this master piece
वाह!👏
Do not understand the meaning but sounds so good!
Wonderful!!
BAHUT HI KHUBSURAT AWAZ ANDAZ
Rafi ki badi fan hai
Rafi ke gano me aapka aksar comment ata hai
Has this song been sung for a movie? If yes, can anyone tell me which one? Thanks..
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BAHUT HI KHUBSURAT AWAZ ANDAZ