हार्वे बनाम फेसी (1893) मामला, अनुबंध कानून का एक महत्वपूर्ण मामला है. इस मामले में, अदालत ने माना कि प्रतिवादी का टेलीग्राफ़, संपत्ति बेचने का प्रस्ताव नहीं था. अदालत ने माना कि प्रतिवादी ने कोई प्रस्ताव नहीं दिया था, और इसलिए पार्टियों के बीच कोई अनुबंध नहीं था.
हिंदी तो ठीक से आप से पढ़ी नहीं जा रही,अटक अटक कर हिंदी पड़ते है आप,,और answer तो आप देख कर बता रहे है,,ऐसे तो कोई भी बता सकता है,,कुछ समझा ही नहीं रहे है, रट्टे मरवा रहे है,,समझ में कुछ नहीं आएगा ऐसे,,पढ़ाना ऐसे नहीं होता,
I completed your video ❤
Good
Thank u. ...😊 cpc per bna dijiye sir g...
Thanks for comment
Ab to cpc change ho gyi hai
To new wale par hi banegi video
Sir mei ba.llb first' semester ki student hu or apki video bhut achi h 🙏pls ap or bhi aise hi video bna dijiye sir🙏🙏
Thanks for your comment
27 no का ans
हार्वे बनाम फेसी (1893) मामला, अनुबंध कानून का एक महत्वपूर्ण मामला है. इस मामले में, अदालत ने माना कि प्रतिवादी का टेलीग्राफ़, संपत्ति बेचने का प्रस्ताव नहीं था. अदालत ने माना कि प्रतिवादी ने कोई प्रस्ताव नहीं दिया था, और इसलिए पार्टियों के बीच कोई अनुबंध नहीं था.
Thanks 👍
after 2 hours my llb exam... I'm here 😅
Sorry sir, I was my starting Video, so voice is not audible clearly
Voice sahi se nhi de paye
Thanks for your advice
I'm trying
Thanks
Voice is not clear
Thanks sir
Ok sir
Sir ballb first semester exam ke liye ye question padh skte h
Ji bilkul
Thank sir
Nice sir
हिंदी तो ठीक से आप से पढ़ी नहीं जा रही,अटक अटक कर हिंदी पड़ते है आप,,और answer तो आप देख कर बता रहे है,,ऐसे तो कोई भी बता सकता है,,कुछ समझा ही नहीं रहे है, रट्टे मरवा रहे है,,समझ में कुछ नहीं आएगा ऐसे,,पढ़ाना ऐसे नहीं होता,
Thank you mam apne meri video ko review kiya
Yeh hamara pahla video th to isliye achhe se samjha nahi paye
❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏👍🏼👍🏼