श्री देव्यापराध छमापन स्तोत्र ( स्वर - डॉ प्रदीप सेमवाल )आपने कभी इस रुप मे नही सुना होगा
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- Опубліковано 18 лип 2018
- AADI GURU SANKARACHARAYA KRIT
देवी क्षमा प्रार्थना स्तोत्र इन संस्कृत
न मन्त्रं नो यन्त्रं तदापि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदापि च न जाने स्तुतिकथाः ।
न जाने मुद्रास्ते तदापि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥ 1॥
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् ।
तदेतत्क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥2॥
पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहवः सन्ति सरलाः
परं तेषां मध्ये विरलतरलोऽहं तव सुतः ।
मदीयोऽयं त्यागः समुचितमिदं नो तव शिवे
कुपुत्रो जायते क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥3॥
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता
न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया ।
तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥ 4॥
परित्यक्ता देवा विविधविधसेवाकुलतया
मया पञ्चाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि ।
इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता
निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम् ॥ 5॥
श्र्वपाको जल्पा को भवति मधुपाकोपमगिरा
निरातङ्को रङ्को विहरति चिरं कोटिकनकैः ।
तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदं
जनःको जानीते जनानि जपनीयं जपविधौ ॥ 6॥
चिताभस्मालेपो गरलमशनं दिक्पटधरो
जटाधारी कण्ठे भुजगपतिहारी पशुपतिः ।
कपाली भूतेशो भजति जगदीशैकपदवीं
भवानि त्वत्पाणिग्रहणपरिपाटीफलमिदम् ॥ 7॥
न मोक्षस्याकाङ्क्षा भवविभववाञ्छापि च न मे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुनः ।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडानी रुद्राणी शिव शिव भवानीति जपतः ॥ 8॥
नाराधितासि विधिना विविधोपचारैः
किं रुक्षचिन्तनपरैर्न कृतं वचोभिः ।
श्यामे त्वव यदि किञ्चन मय्यनाथे
धत्से कृपामुचितमम्ब परं तवैव ॥ 9॥
आपत्सु मग्नः स्मरणं त्वदीयं करोमि दुर्गे करुणार्णवेशि ।
नैतच्छठत्वं मम भावयेथाः क्षुधातृषार्ता जननीं स्मरन्ति ॥ 10॥
जगदम्ब विचित्रमत्र किं परिपूर्णा करुणास्ति चेन्मयि ।
अपराधपरम्परावृत्तं न हि माता समुपेक्षते सुतम् ॥ 11॥
मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि ।
एवं ज्ञात्वा महादेवि यथा योग्यं तथा कुरु ॥ 12॥
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देवी क्षमा प्रार्थना स्तोत्र इन संस्कृत
Table of Contents
न मन्त्रं नो यन्त्रं तदापि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदापि च न जाने स्तुतिकथाः ।
न जाने मुद्रास्ते तदापि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥ 1॥
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् ।
तदेतत्क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥2॥
पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहवः सन्ति सरलाः
परं तेषां मध्ये विरलतरलोऽहं तव सुतः ।
मदीयोऽयं त्यागः समुचितमिदं नो तव शिवे
कुपुत्रो जायते क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥3॥
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता
न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया ।
तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥ 4॥
परित्यक्ता देवा विविधविधसेवाकुलतया
मया पञ्चाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि ।
इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता
निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम् ॥ 5॥
श्र्वपाको जल्पा को भवति मधुपाकोपमगिरा
निरातङ्को रङ्को विहरति चिरं कोटिकनकैः ।
तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदं
जनःको जानीते जनानि जपनीयं जपविधौ ॥ 6॥
चिताभस्मालेपो गरलमशनं दिक्पटधरो
जटाधारी कण्ठे भुजगपतिहारी पशुपतिः ।
कपाली भूतेशो भजति जगदीशैकपदवीं
भवानि त्वत्पाणिग्रहणपरिपाटीफलमिदम् ॥ 7॥
न मोक्षस्याकाङ्क्षा भवविभववाञ्छापि च न मे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुनः ।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडानी रुद्राणी शिव शिव भवानीति जपतः ॥ 8॥
नाराधितासि विधिना विविधोपचारैः
किं रुक्षचिन्तनपरैर्न कृतं वचोभिः ।
श्यामे त्वव यदि किञ्चन मय्यनाथे
धत्से कृपामुचितमम्ब परं तवैव ॥ 9॥
आपत्सु मग्नः स्मरणं त्वदीयं करोमि दुर्गे करुणार्णवेशि ।
नैतच्छठत्वं मम भावयेथाः क्षुधातृषार्ता जननीं स्मरन्ति ॥ 10॥
जगदम्ब विचित्रमत्र किं परिपूर्णा करुणास्ति चेन्मयि ।
अपराधपरम्परावृत्तं न हि माता समुपेक्षते सुतम् ॥ 11॥
मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि ।
एवं ज्ञात्वा महादेवि यथा योग्यं तथा कुरु ॥ 12॥

देवी क्षमास्तोत्र मैंने जितने भी सुने हैं, उनमें सर्वश्रेष्ठ शैली है
गढ़वाल में सभी जगह इसी शैली का प्रयोग किया जाता है।
प्रत्येक शब्द को स्पष्ट रूप से उच्चारण किया गया है
बहुत ही सुन्दर।
कभी किसी मिथिला के ब्राह्मणों से सुनियेगा । धारणा आपकी बदल जायेगी ।
Ghadwali पंडित है
Right
मां सरस्वती का वास है आपके सुमधुर कंठ में।💐मैं प्रतिदिन इस देवी क्षमा मन्त्र को आपकी ही आवाज में सुनता हूँ।
Bhout badya semwal ji❤❤
Jai mata Ansuya
मैं इस स्तुति को सुनकर रोती भी हूं। मेरे मन में बार बार एक सवाल उठता है। जिसे मैं परेशान होती हूं। माता अनुसूया 🙏🙏🙏🙏 से भी बार बार प्रार्थना करती हूं।🙏🙏 गुरु देव जी को भी मेरा हृदय से नमन 🙏🙏🙏🙏
निश्चित माता अनसूया आपकी मनोकामनाएं पूर्ण करे जय जय अम्बें
माता हर मनोकामना पूरी करे यही कामना है
Bhut hi sundar 🙏🙏
लगता है आदिशंकराचार्य ने ऐसे ही स्तुति की होगी ये ही स्वर रहे होगे बहुत करुणा है आपके स्वर में
परम आनन्द 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जो चीज हमारे दिल को छू लेती है उसको हम बार बार दोहराते हैं। मैं भी इस स्रोत को बार बार सुनती हूं।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 गुरुदेव जी को भी कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो मेरी प्यारी माँ !!!!!!! मेरी प्यारी मैया से बड़ा ना कोई देवी देवता !!!!! प्रेम से बोलिये मेरी प्यारी मैया की सदा ही जय हो !!!!!!!!!!
सही कहा जी
Bhut hi sunder Madhur aawaj h.ab se roj sunege aapki aawaj 🙏🙏🙏🙏
आप के कंठ में मां भगवती वाश है
जय मां भवानी
गुरु जी प्रणाम
पंडित जी में इसको पहले सरच कि थी लेकिन नहीं आया पहले आपकी आवाज में हमारे पंडित जी भी बोलते थे नवरात्रि में पंडित जी आज मेने जब ये सुना तो मुझे मेरी दादी भी याद आ गयी उनको भी ये कंठस्थ याद था उनकी भी आपकी जैसी मधुर वाणी थी गुरूजी आज आख में आसू आ गये पंडित जी आपको कोटि कोटि धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏आप पंडित इसका भावार्थ भी बताइयेगा आप महान हो हमारे उतराखंड की शान हो🙏🙏🙏🙏
बहुत ही शोभनीय गुरूजी साक्षात माँ सरस्वती आपके कंठ में विराजमान है
Kuldevi maa Rajarajeshwari G ki stuthi aapke dawra ki gyi... Wese hmara vansh or Gotra aik hi hoga.... Jai ho Maa jagdamba
आपके द्वारा गाई गई स्तुति पूरे मन को भाव विभोर कर देती है बहुत-बहुत धन्यवाद आपका 🙏🙏
धन्यवाद
Jai mata ki
Ati sunder prastuti. Panditji bahut dhanyawad.
Jai mata Di
जय श्री बद्री विशाल 🪔🌹🍎🌺🌷 जय माता दी 🪔🌹🍎🌺🌷🙏🙏
आप सभी का हृदय से आभार धंयवाद
danyawad
So beautifull
Guruji ansuya maa ko hamara pranam
Guru ji aap kya apna audio recoding sampurn rudri path nyash bhejdijiyega plz
Mera nbr 9693443156
Jai Mata di
प्रणाम। आपकेचरणो। मै। यहसुरोत सनकर। बचपन। की। याद। ताजी। होगयी। भगवती। माता। और पिता। परमेश्वर। की। प्राथना। सुनकर। मन। तुरप। होगया। जै। देवभूमि
Ram Jay🎉
अद्भुत, इस स्तुति के इतने पवित्र पाठ के लिए आपका सादर धन्यवाद।
धन्यवाद
Jai maata di
जय हो अनुसूया माता जी के भक्तों की तथा नवरात्रि में सभी ब्रत लेने वाले भक्तों सहर्ष नमन ।डा.सेमवाल जी को सह्याद्रि नमन।
वाह क्या सौम्य और शुद्ध उच्चारण हैं 🙏🙏🙏
आपकी आवाज बहुत सुंदर है इस सुंदर स्तुति से बचपन के दिनों में हमारे घर पर नवरात्रि में आए हुए पंडित जी श्री भगवती प्रसाद नौटियाल जी के साथ हमेशा स्तुति इसी छंद में गाते थे आपकी आवाज में याद सुनकर बचपन दिन याद आ गए
प्रशांत रतूड़ी टकनौर उत्तरकाशी
धन्यवाद जय जय अम्बै
Mera 6saal ka beta ese sunta hai or avi aadhi yd v ho gyi hai use.
Jai ho
सत सत प्रणाम 🙏💐🙏
अति उत्तम जी। बहुत ही सुंदर मिठास छलकती है आप की बाणी पर। धन्यवाद
Gurudev ko Mera Hardoi se Charan sparsh pranam
Jai mata di💐💐🙏🙏
बहुत ही शानदार गुरु जी l माँ सरस्वती आपके कंठ मे विराजमान है, आपको मेरा चरण स्पर्श प्रणाम
दन्या है माता
Semwal jee beautiful
धन्यवाद
Super mharaj g 🌹🌹❤️❤️🙏🙏
साक्षात माँ सरस्वती आपके कंठ में विराजमान है ,अद्भुत ,अद्वितीय
Pramod kumar pandey
शिव को भजने वाला,स्वंय शिव स्वरूप हो जाता है , शिव मय शिव भक्त को सादर नमन ,राधे राधे
Bahut Sundar kanth hai guruji
जय श्री राम
Jai maa hariyali jai ho maa durga. Chhama archna mantra
Har har mahadev
नमो नमः गुरूभ्याम
आपको कोटि कोटि प्रणाम गुरू जी धन्य है आप
Ati sundar prastuti guru dev
Jai mata rani🙏🙏🙏🙏🛕
प्रणाम गुरुजी बहुत सुन्दर प्रस्तुति
Aapko mera pranam 🙏 guruwar
जय माता रानी
जय माता दी
आनंद दायक।
धन्यवाद
माँ को नमन माँ मेरे अपराध क्षमा कर देना तुम 🙏☘️🌺🙏🏻श्री गुरु देव महाराज की जय हो
शत् शत् नमन
,jai maan hariù
बहुत सुन्दर जय हो
बहुत सुंदर आति भावनात्मक ।
Jai ma rajrajeswari. Jai. Kul. Beer devta. Koti koti naman. Grudev
बहुत सुंदर आवाज उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं भवानी राजराजेश्वरी राधे कृष्ण का आशीर्वाद सदैव बना रहे आदरणीय सेमवाल भाई जी
धन्यवाद सादर प्रणाम जय जय अम्बै
गुरुदेव चरण बन्धन। क्या कमाल का गाया आपने। आपकी आवाज में ये स्तुति सुनकर सब कुछ भूल जाते हैं। बचपन मे हम भी अपनी स्वर्गीय पिताजी के साथ शाम की पूजा में एक साथ ये स्तुति किया करते थे। जब जब ये स्तुति आपकी आवाज में सुनता हूं आंखों में अश्रू पात होने लगता है।
जय जय अम्बै
निश्चित ही हृदय मै पराभक्ति का प्रादुर्भाव हे।
वो आंखो से अश्रु के रुप मै प्रवाहित होते है
thank you djjpjkwkkllyj i k k के l llsf
lf
ipzes odsu
सच मे भाई। भक्ति भाव मे मन विह्लल हो गया। आँखे भीग गई।
जय मां अनुसूया
@@drpradeepsemwal
Lgoodsongh
jai maa bhgwati jagdmba
Jai maa durga,jai ho maa hariyali
aapne hum sab ko kritarth kar diya
धन्यवाद जय जय अम्बै
👌👍🙏🙏पर जिस तरह से हमारे सुमाडी मे पडित जी लोग गाते है,अलग ही अलौकिक अनुभूती होती है,,,सौरी 🙏🙏
अनीता जी आपके यहॉ पंडित जी लोग केसा गाते है हमे मालूम नही है परन्तु इस स्तोत्र को इसी शिखरिणी छन्द मे गाया जाता है जिसका हमने प्रयास किया है ।।
खेर अपने अपने कर्णोपुटो की श्रुति है कि उन्हें कहॉ आनंद आता है
Is strot ko saayad hi issay achcha gaayaa Jaa sakay
बहुत बहुत सुंदर
Aanad ❤️😊
अति उत्तम
पूरे भाव में गाया गया है दैव्यपराधक्षमापन स्तोत्र आचार्य जी के गायन में भारतीय मूल भाव-रस करुण निस्रीत हो रहा है व्यंजना, लक्षणा व अमिधा के साथ-२ और पश्चात स्वत:प्रतीत होती है
इस तरह से प्रार्थना सांगोपांग है
जिसके लिए आचार्य जी का वंदन नमन और अभिनंदन करते हैं नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे वंदेमातरम् जय हिंद
हृदय से धन्यवाद आपका आभार जय जय अम्बै
🙏🙏
आज तक कोई ऐसा नहीं गाया है।
भाव विभोर हो जाता है सुनते समय साक्षात मां सरस्वती अपके कंठ में विराजमान हैं। अद्भुत है❣️🙏🙏
धन्यवाद जय जय अम्बै
@@drpradeepsemwalwelcome 🙏
@@drpradeepsemwal🙏🙏🙏🙏apka num milga kya guru,, gi आचार्य शास्त्री जी आपको कोटि कोटि प्रणाम अति सुंदर आपसे बात हो सकती है
भगवान आपको हमेशा इसी प्रकार अपनी भक्ति मे लीन रखे जय माँ काली जय माता भवानी
Bahut sundar
धन्यवाद जय जय अम्बै
बहुत सुंदर स्तुति सेमवाल जी।।आपकी जिह्वा मे सरस्वती का निवास है।।जय जगदम्बिका ।।
मे इस भजन को रोज़ 2 बार सुनता हूँ ,🙏🙏🙏🙏🌹
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
धन्यवाद
गुरु जी जय हो
Pandit ji apki awaz me ma sarswati khud virjman hai
Jay mata di
Excellent voice 👌👌jai mata di🙏
अति सुंदर स्वर. माँ भुवनेश्वरी की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहे. आप के स्वर पर वीणा पुस्तक धारणी माँ सरस्वती की कृपा बनी रहे.
धन्यवाद आपका आभार जय जय अम्बै
मन की गहराइयों से गाया है आपने स्तुति को पूरे मन को भाव विभोर कर देता है
बहुत बहुत धन्यवाद जय जय अम्बें
Jai Mata Di
स्वर को सुनकर को मन को बहुत शान्ति मिलती है आवाज के साथ ही साथ विध्वता का अपार भण्डार है आपके पास।
इस स्तुति को सुन कर मन तृप्त हो गया गुरु जी 🙏🏼
गुरु जी उसमे discription में lyrics भी लिख देते आप, तो हम भी आपके साथ साथ बोलते
आपके चरणों में प्रणाम गुरु जी 🙏🏼
अवश्य
बहुत बहुत धन्यावाद
प्रणाम गुरु जी 🙏🏼
गुरु जी प्रणाम 🙏
@@gauravparmar7154 sir ek nakal chaaye thi
साक्षात वेद वाणी
Pranam guruji
मन विभोर हो गया
जय हो
jai ho...
Wah wah wah wah meri aatma tript hogyi .prnam h guru ji ap ho kha se .wah anand agya .ESA lgrha jese sab bhgwan samne ho
धन्यवाद जय जय अम्बें
मै उत्तराखंड के बदरीनाथ से हूं
Jay mataji
Jai.ho.gurujee.apke.kanth
Mai.mai.sharda.ka.wash.hai..ishliya.mai.bhawbhibhor.ho.jata.hui😊
अद्भुत अकल्पनीय प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
Bahut Achcha hai
Apki awaj bhut madur aur pawitr hai sir🙏🙏🙏♥️
,जय हो गुरूदेब बहुत बढिया
धन्यवाद आपका
He bhgwan kesi awaj me chma stuti ki h .hmara man divya dhaam chla gaya .he mata rani
जय माँ चन्द्रबदनी भुवनेश्वरी जगतमाता
Adbhut saakshat Maa saraswati aapke kanth mein virajmaan hai
जय जय अम्बै धन्यवाद आपका
Adhbhut,,
दिव्य,अदभुत, राग 🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद जय जय अम्बै
Mai aaj tak kedarnath nhi gyi lekin kedarnath mere dil me basa h
अद्भुत जय जय अम्बै आप आईये कभी केदार नाथ
@@drpradeepsemwal Ji bilkul 🙏🙏