अनहद नाद में "एकात्मीयता" नहीं हो पाती, क्या करूं? !! स्वामी शैलेन्द्र सरस्वती !!

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  • Опубліковано 11 січ 2025

КОМЕНТАРІ • 24

  • @Adarsh_8878
    @Adarsh_8878 18 днів тому

    Sadguru ke charano me koti koti naman

  • @babitaseth9601
    @babitaseth9601 19 днів тому

    Pranam sadguru, deep and inner awakening preaching

  • @ravijain7321
    @ravijain7321 20 днів тому

    Parnam Swami ji 🙏🏻

  • @amitjain-sr3op
    @amitjain-sr3op 18 днів тому

    OSHO SANYASI SWAMI VIMAL KIRTI JI JIN KE SMADHI PUNE ASHRAM M HAI KO PARNAM

  • @sumanbarbola8775
    @sumanbarbola8775 21 день тому +1

    Pranaam guru ji❤❤

  • @llbharatiya3685
    @llbharatiya3685 21 день тому +1

    Very true sir explain om naad. Jai osho.

  • @reenasahu6993
    @reenasahu6993 21 день тому +1

    Pranam Guruji

  • @techhosh
    @techhosh 21 день тому

    Bahut bahut dhanyawad!

  • @geetarahi484
    @geetarahi484 21 день тому +1

    Sadguru ke charno me sat sat naman

  • @Sukhbirsingh-uz2vw
    @Sukhbirsingh-uz2vw 21 день тому +1

    Hari om tatsat 😊

  • @sureshaggarwal586
    @sureshaggarwal586 21 день тому +1

    Parnam baba ji🙏❤

  • @sushmitasingh8886
    @sushmitasingh8886 21 день тому

    Thankyou so much ❤

  • @lrbegowalmahi9679
    @lrbegowalmahi9679 21 день тому +1

    🙏🙏🙏❤❤❤

  • @rameshvarjat6836
    @rameshvarjat6836 21 день тому +1

    🌹🙏🌹

  • @manishagala9280
    @manishagala9280 21 день тому

    ❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤

  • @sanjaygoyalca2
    @sanjaygoyalca2 21 день тому +1

    🙏🕉💓

  • @Atenizer1k
    @Atenizer1k 21 день тому +1

    ❤❤❤

  • @reenasinghrajput8659
    @reenasinghrajput8659 20 днів тому

    🙏🥰🌹🙏🙏

  • @makshama8902
    @makshama8902 21 день тому +1

    💟🙏💕💞🕉💞💕🙏💟.

  • @viralthing_67
    @viralthing_67 21 день тому

    Guru ji mai aapke pass kaise aaun? Mere paas kiraaya bhi nahi hai...AAP hi bulaa lo mujhe

  • @ramjisingh2494
    @ramjisingh2494 21 день тому

    शैलेन्द्र जी नमस्कार।
    आजकल अनहद नाद पर कुछ ज्यादा ही
    सत्संग और प्रश्नोत्तर सत्संग ही चल रहे हैं। क्या यह अनहद ही मुक्ति द्वार है अगर
    हैं तो ओशो ने ऐसा कुछ नहीं कहे जैसे आप लोग फोकस कर रहें हैं और कालांतर में भी सारे संत ऐसा कुछ नहीं बोलें हैं हमारे समयसायिक मिनिषा जे कृष्णमूर्ति के भी सत्संगों को कुछ सुनने
    पढ़ने से निकल कर नहीं आते । सारे मिनिषा संत पंच रिपुओं और उनके विकारों को समझने और उससे बाहर निकलने पर फोकस कर रहें हैं।अगर अनहद नाद सुनने समझने से ही मुक्ति
    मिलता तो मेरे समझ से संसार के लाखों
    करोड़ों लोग अभी भी इसे सुनते होंगे लेकिन दुनिया अज्ञानता उसी तरह अभी तक जस का तस क्यों है?
    धन्यवाद प्रणाम मेरा प्रश्न समझकर इसे समेटने कि कोशिश करें और देने का कृपा प्रदान करें।❤❤❤

    • @kddahiya4339
      @kddahiya4339 20 днів тому +1

      आपने ओशो को भी कहाँ ठीक से
      पढ़ा ? एक ओंकार सतनाम, सहज योग, निर्वाण उपनिषद और पतंजलि योग सूत्र ( प्रवचन 15) पढ़िये

  • @aroonkumar2352
    @aroonkumar2352 21 день тому +1

  • @sushmitasingh8886
    @sushmitasingh8886 21 день тому +1

    ❤❤❤❤