परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। - पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा। सब मिलकर एक-दूसरे के दुःख को बाँटेंगे। सुखमय जीवन जीऐंगे। रेप व यौन उत्पीड़न की घटनाऐं समूल नष्ट हो जाएंगी।
संत रामपाल जी महाराज के मुख्य उद्देश्य बहन बेटियों के प्रति समान जागृत करना, लोगों में मृदुलता समरसता कीभावना भरना, विश्व को नेक नियति से रहना सिखाना, विश्व में सत्य आध्यात्मिक क्रांति लाना और सम्माज में समानता स्थापित करना।
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं। 1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है। 2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता। 3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता। 4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है।😮😮😮
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भीगीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा। आसान हो जाता है।
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश प्राप्त करके मर्यादा में रहकर सतभक्ति करने से पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हमेशा रक्षा करते हैं। और अपने भक्त की आयु भी बढ़ा देते हैं।
कबीर,सतगुरु के दरबार मे, जाइयो बारम्बार भूली वस्तु लखा देवे, है सतगुरु दातार। हमे सच्चे गुरु की शरण मे आकर बार बार उनके दर्शनार्थ जाना चाहिए और ज्ञान सुनना चाहिए।
पवित्र आत्मा परमार्थी स्वभाव हनुमान जी को परमेश्वर कबीर जी ने अपनी शरण में लिया। परमार्थी आत्मा को संसार तथा काल के स्वामी भले ही परोपकार का फल नहीं देते, परंतु परमेश्वर ऐसी आत्माओं को शरण में अवश्य लेते हैं क्योंकि ऐसी आत्मा ही परम भक्त बनकर भक्ति करते हैं और मोक्ष प्राप्त करते हैं।
LORD KABIR was present in Satlok even before the knowledge of Vedas was given and Himself descends in all four yugas to impart His True Spiritual knowledge. पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर
गुरु के समान 7 द्वीप, नौ खंड मे कोई बड़ा नही है। इसी प्रकार जो संत उसी ज्ञान तथा दीक्षा नाम को जानता है और नाम दान करने का अधिकारी है वह भी वही गुण रखता है। जो परमात्मा स्वयं गुरु रूप मे आता है।
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
मेडिटेशन करने से शारीरिक सुख मिल सकता है लेकिन आध्यात्मिक लाभ नहीं मिल सकता है। परमात्मा से साक्षात्कार करने वाले संतों ने सहज समाधि बताई है जिसमें चलते-फिरते, उठते-बैठते परमात्मा का नाम सिमरन करना होता है।
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है) यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
🪕गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
🍀हठयोग से न तो परमात्मा मिलता है और न ही जन्म-मृत्यु से मुक्ति मिलती है। बल्कि पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 5 व 6 में मनमाने घोर तप (हठयोग) करने वालों को गीता ज्ञान दाता ने अज्ञानी, आसुर स्वभाव वाले बताया है। तत्वदर्शी संत से सत्यनाम और सारनाम प्राप्त करके जोकि सच्चे नाम मंत्र की ओर संकेत करते हैं और मर्यादा में रहकर सतभक्ति करने से पूर्ण मोक्ष प्राप्त होगा।
🍀मेडिटेशन करने से शारीरिक सुख मिल सकता है लेकिन आध्यात्मिक लाभ नहीं मिल सकता है। परमात्मा से साक्षात्कार करने वाले संतों ने सहज समाधि बताई है जिसमें चलते-फिरते, उठते-बैठते परमात्मा का नाम सिमरन करना होता है।
नकली संतों व महंतों ने मेडिटेशन को अधिक महत्व दिया है। परंतु मेडिटेशन करने से शरीर में शारीरिक सुख प्राप्त हो सकता है परंतु आध्यात्मिक लाभ नहीं मिल सकता। संत रामपाल जी महाराज जी यथार्थ भक्ति विधि बताते हैं जो सहज समाधि है जिससे साधक को आध्यात्मिक, शारीरिक एवं मानसिक तीनों प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
गीता अध्याय 5 श्लोक 2 में कहा गया है कि तत्वदर्शी संत न मिलने के कारण वास्तविक भक्ति का ज्ञान न होने से साधकों द्वारा गृहत्याग कर वन में चला जाना या कर्म त्याग कर एक स्थान पर बैठ कर कान, नाक आदि बंद करके या तप आदि करना दोनों ही व्यर्थ हैं अर्थात श्रेयकर नहीं हैं।
शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण करने से कोई लाभ नहीं होता है। इस विषय में श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा गया है कि शास्त्रविधि को त्यागकर जो व्यक्ति मनमाना आचरण करता है उसे न कोई लाभ होता है, न सुख प्राप्त होता है और न ही परमगति यानी मोक्ष मिलता है।
क्या मुख ले विनती करूँ लाज आवत है मोहि । तुम देखत औगुन किया, कैसे भाऊ तोहि ॥ सरलार्थ :- मैं कौन सा मुख लेकर आपसे विनती करू मुझे लाज आती है क्योंकि आपको देखते हुए भी मैंने बहुत से अपराध किये है फिर मै तुम्हें कैसे अच्छा लगूंगा ।
I'm muslim Jay Kabir parmatma jay ho guru ji ❤
Spiritual Leader Saint Rampal ji Maharaj ❤
जय बन्दिछोड़ की मेरे गुरुदेव आपने मेरा अंधकार और झूठा सपना तोड़ दिया 😢❤❤❤❤❤❤❤❤
ਅਨਮੋਲ ਵਚਨ ਅਮ੍ਰਿਤ ਗਿਆਨ ਹੈ 🙏🏼🙏🏼
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
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पवित्र गीता जी के गूढ़ रहस्य का उजागर संत रामपाल जी महाराज ने किया शास्त्र अनुकूल भक्ति सनातन धर्म की स्थापन कर रहे हैं।
पूर्ण संत रामपाल जी
🙏🌹तीनों देवा कमल दल बसे,ब्रह्मा विष्णु महेश।
प्रथम इनकी वन्दनां,फिर सुनो सतगुरू उपदेश।।🌹🙏
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा।
सब मिलकर एक-दूसरे के दुःख को बाँटेंगे। सुखमय जीवन जीऐंगे। रेप व यौन उत्पीड़न की घटनाऐं समूल नष्ट हो जाएंगी।
हे मालिक अपने चरणों से दूर मत करना दाता 🙏🏻🙏🏻
बेदो में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 😢😢❤❤
पूरे विश्व में सद्गुरु संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु हैं जो पूर्ण परमात्मा की सत भक्ति बताते हैं।
🙏🌹गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मांड का, एक रति नहीं भार ।
सतगुरु पुरुष कबीर है, कुल के सिरजनहार ।।🌹🙏
🙏🌹कबीर,एकै साधै सब सधै,सब साधै सब जाय। माली सींचे मूल को, फलै फूलै अधाय।।🌹🙏
🙏🌹 सतगुरू देव जी की जय 🌹🙏
🙏🌹 🇮🇳 सत साहेब जी 🇮🇳🌹🙏
जगतगुरु तत्व दर्शी संत राम पाल महाराज जी पुरे विश्व के पुरन गुरु हैं शास्त्र अनुकूल भगति बताते हैं जिस से जन्म मरन से मोक्ष होगा 🙏🙏🙏🌹
गरीब जल थल पृथ्वी गगन में बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है अविगत पुरुष अलेख।।
संत रामपाल जी महाराज के मुख्य उद्देश्य
बहन बेटियों के प्रति समान जागृत करना, लोगों में मृदुलता समरसता कीभावना भरना, विश्व को नेक नियति से रहना सिखाना, विश्व में सत्य आध्यात्मिक क्रांति लाना और सम्माज में समानता स्थापित करना।
🙏🌹कबीर, दण्डंवतम गोविन्द गुरु, बन्दूं अविजन सोय।
पहले भये प्रणाम तिन, नमो जो आगे होय।।🌹🙏
🙏🌹 कबीर,दण्डंवतृ् गोविन्द गुरु,,बन्दूं अविजन सोय।
पहले भये प्रणाम तिन,नमो जो आगे होय।।🌹🙏
Ram nam kadva lage mithe lage daam duvidha me dono gaye maya mili na ram 😍🥰🥰🥰🥰
🙏🌹संत मिलन को चालिए,तज माया अभिमान।
जौ जौ पग आगे घरै, कोटि यज्ञ समान।।🌹🙏
🙏🌹पर्वत पर्वत में फिरा,कारण अपने राम।
राम जैसै संत मिले,जिन्हें सारे सब काम।।🌹🙏
Sabhi Dharm shastron dwara pramanit aadhyatmik satsang.
भाई जो गुरु वचन पर डटगे, कटगे फंद चौरासी के, वस्तु मिली ठौर की ठौर मिटगी मन पापी की दौड़।
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं।
1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है।
2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता।
3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता।
4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है।😮😮😮
सत गुरु देव जी की जय बंदी छोड़ सत गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो सत साहेब जी 🙏🙏🙏
Satsabebji Kabir is puran God thanks
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भीगीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा। आसान हो जाता है।
Mat pita mil jayege lakha chaurasi mahe sat guru seva bandgi fir milegi naye 🌹🥰🥰🥰🥰🥰
🙏🌹कोटि-कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।
चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम ग़ुलाम।।🌹🙏
Very nice satsang gyan
Very very nice 👍👍👍 satsang Kabir is Supreme 🌹🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌹🌹🌹🌹 God
🙏🌹सतगुरु को क्या दीजिए,तन मन धन और शीश।
पिंड प्राण कुर्बान कर,जिन भक्ति दई बख्शीश।।🌹🙏
Sat saheb ji
Jai ho bandi chhod ki
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश प्राप्त करके मर्यादा में रहकर सतभक्ति करने से पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हमेशा रक्षा करते हैं। और अपने भक्त की आयु भी बढ़ा देते हैं।
Jai ho bandi chhor ki jai ho
🙏🌹तीन लोक नौ खंड में गुरु से बड़ा ना कोए ।
करता करें न कर सके गुरु करें सौ होए ।।🌹🙏
कबीर है पूर्ण परमात्मा
कबीर,सतगुरु के दरबार मे, जाइयो बारम्बार
भूली वस्तु लखा देवे, है सतगुरु दातार।
हमे सच्चे गुरु की शरण मे आकर बार बार उनके दर्शनार्थ जाना चाहिए और ज्ञान सुनना चाहिए।
पवित्र आत्मा परमार्थी स्वभाव हनुमान जी को परमेश्वर कबीर जी ने अपनी शरण में लिया। परमार्थी आत्मा को संसार तथा काल के स्वामी भले ही परोपकार का फल नहीं देते, परंतु परमेश्वर ऐसी आत्माओं को शरण में अवश्य लेते हैं क्योंकि ऐसी आत्मा ही परम भक्त बनकर भक्ति करते हैं और मोक्ष प्राप्त करते हैं।
पूरे विश्व में एकमात्र तत्वदर्शी संत संत रामपाल जी महाराज है उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण करवाएं अधिक जानकारी के लिए पढ़े ज्ञान गंगा पुस्तक
बहुत अच्छा ज्ञान है
कबीर, पर्वत पर्वत मैं फिर्या, कारण अपने राम। राम सरीखे जन मिले, जिन सारे सब काम।।
LORD KABIR
was present in Satlok even before the knowledge of Vedas was given and Himself descends in all four yugas to impart His True Spiritual knowledge.
पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर
सत साहेब जी
Sat Sahib guru Ji 🙏
गुरु के समान 7 द्वीप, नौ खंड मे कोई बड़ा नही है। इसी प्रकार जो संत उसी ज्ञान तथा दीक्षा नाम को जानता है और नाम दान करने का अधिकारी है वह भी वही गुण रखता है। जो परमात्मा स्वयं गुरु रूप मे आता है।
Very nice
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
❤
🙏🌹एक लीर के कारणे, मेरे बडगै चीर अपार ।
जै मैं पहले समझ लेती, तो सर्वश देती वार ।।🌹🙏
Very nice satsang
anmol prmanit satsang
Supreme god is Kabir 🙏🙏🙏🙏
Sat saheb ❤
Sant Rampal Ji Maharaj bahut hi achcha Gyan batate hai
अनमोल सत्संग
Authentic spiritual knowledge
मेडिटेशन करने से शारीरिक सुख मिल सकता है लेकिन आध्यात्मिक लाभ नहीं मिल सकता है। परमात्मा से साक्षात्कार करने वाले संतों ने सहज समाधि बताई है जिसमें चलते-फिरते, उठते-बैठते परमात्मा का नाम सिमरन करना होता है।
Very nice 🎉
Sat sahib ji
Nice satsang.kabir is God
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
कबीर ये तन जाऐगा सके तो ठाहर ला ऐक सेवा कर बन्दगी ओर गोविंद के गुणगा
Anmol gyan
🪕गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत (सच्चा सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
🍀हठयोग से न तो परमात्मा मिलता है और न ही जन्म-मृत्यु से मुक्ति मिलती है। बल्कि पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 5 व 6 में मनमाने घोर तप (हठयोग) करने वालों को गीता ज्ञान दाता ने अज्ञानी, आसुर स्वभाव वाले बताया है।
तत्वदर्शी संत से सत्यनाम और सारनाम प्राप्त करके जोकि सच्चे नाम मंत्र की ओर संकेत करते हैं और मर्यादा में रहकर सतभक्ति करने से पूर्ण मोक्ष प्राप्त होगा।
हे परमात्मा मुझ को रखियो बहुत संभाल
Kabir is god 💯❤
Awesome Satsang!
Bahut anmol gyan
अनमोल ज्ञान
Kabir is riyl God
🍀मेडिटेशन करने से शारीरिक सुख मिल सकता है लेकिन आध्यात्मिक लाभ नहीं मिल सकता है। परमात्मा से साक्षात्कार करने वाले संतों ने सहज समाधि बताई है जिसमें चलते-फिरते, उठते-बैठते परमात्मा का नाम सिमरन करना होता है।
God given spiritual knowledge
Geart knowledge by sant rampal ji maharaj
Nice satsang
Anmol gyan he ji
पतिव्रता जमी पर , जो जो धरहय पाव। समरथ झाड़ू देत है , ना काटा लग जाय।।
तीन देवा कमल दल बसें, ब्रह्मा विष्णु महेश।
प्रथम इनकी वन्दना ,फिर सुनो सत गुरु उपदेश।।
❤❤❤❤
Very nice ❤
Supreme god kabir
Annmol Gyan
🙏🙏
नकली संतों व महंतों ने मेडिटेशन को अधिक महत्व दिया है। परंतु मेडिटेशन करने से शरीर में शारीरिक सुख प्राप्त हो सकता है परंतु आध्यात्मिक लाभ नहीं मिल सकता। संत रामपाल जी महाराज जी यथार्थ भक्ति विधि बताते हैं जो सहज समाधि है जिससे साधक को आध्यात्मिक, शारीरिक एवं मानसिक तीनों प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
संत रामपाल जी महाराज ही सर्वश्रेष्ठ संत हैं
True knowledge
Very nice vani
गीता अध्याय 5 श्लोक 2 में कहा गया है कि तत्वदर्शी संत न मिलने के कारण वास्तविक भक्ति का ज्ञान न होने से साधकों द्वारा गृहत्याग कर वन में चला जाना या कर्म त्याग कर एक स्थान पर बैठ कर कान, नाक आदि बंद करके या तप आदि करना दोनों ही व्यर्थ हैं अर्थात श्रेयकर नहीं हैं।
Nice
शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण करने से कोई लाभ नहीं होता है। इस विषय में श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा गया है कि शास्त्रविधि को त्यागकर जो व्यक्ति मनमाना आचरण करता है उसे न कोई लाभ होता है, न सुख प्राप्त होता है और न ही परमगति यानी मोक्ष मिलता है।
Kabir Is Supreme God
Very good morning
Kabir is god 🙏
Kabir is super god
Kabir is god
😢
क्या मुख ले विनती करूँ लाज आवत है मोहि । तुम देखत औगुन किया, कैसे भाऊ तोहि ॥
सरलार्थ :- मैं कौन सा मुख लेकर आपसे विनती करू मुझे लाज आती है क्योंकि आपको देखते हुए भी मैंने बहुत से अपराध किये है फिर मै तुम्हें कैसे अच्छा लगूंगा ।
Bandi chod sat guru rampalji ki jay ho
Ture story