शायद आपको यह भी नहीं भूलना चाहिए कि इन्हीं के रिपोर्टो को देखकर ही आदिवासियों को मूल स्थान से लगातार विस्थापित किया जा रहा है। आदिवासी भाईयों के अतिरिक्त और किसी समाज को विस्थापित किया गया हो तो बताए।
मैं कन्हैया लाल पड़वार, पनिका जाति से हूँ हमारे गाँव में भी पंडो जनजाति निवास करती है उन्हीं लोगों के बीच मेरा बचपन गुजरा है पड़ो जनजाति के लोगों में एक खास विशेषता है,कि उनके घर में यदि चिकन मटन बना है या कुछ भी खाने की डिस बनी है तो सभी के साथ बांटकर खायेंगे भले थोड़ा सा है भले ही एक एक मटन के टुकड़े एक व्यक्ति को मिले लेकिन सभी को बराबर मात्रा में देंगे सभी साथ में बैठ कर खायेंगे भाईचारा और मित्रता का अनोखा संगम है पंडो जनजाति, उनकी संस्कृति उनका व्यवहार उनका रहन सहन उनकी सादगी अदभुत है कोटि कोटि प्रणाम है बहुत खुशी हुई 🙏🙏🙏💐🌼
श्याम सर ज़ी आप के माध्यम से हमें पूरे भारत की आदिवासी रहन -सहन खान -पान के बारे मे बहुत अच्छी -अच्छी जानकारी मिलती रहती है उसके लिए आपको बहुत -बहुत धन्यवाद 🙏🙏shyam sir are you great 👌
शिक्षा विभाग जिला सुरजपुर (छत्तीसगढ़) मुंह🤤🤤🤤 से पानी आ गया सर जी आपने बहुत ही अच्छा एवं सराहनीय विडिओ बनाया है जिसमें आदिवासियों कि सँस्कृति सँस्कार का पता चलता है धन्यवाद🐔🐔🐓🐓🐓
Shyam Sundarji is really a mirror of all indegenous tribal society.He reflect and reaches their culture to the human society and the govt.Really Shyam Sundarji is dedicated person of the society.India govt.should honour by Padmashree award for social service to shyam sundarjii !! Thank U !!
Bilkul natural food .agar aaj bhi insan is tarah ka natural food khaya jay to logo me bimari kam aur energy jyada milega .lakri aur aag ka sondhapan se bana khana ka swad adbhut hota hai .very nice vedio sir jee
अंडो को भी फोडकर पत्तों पर ऐसे ही बनाया जाता है पत्तियों का दोना सिलकर। मैं भी आदीवासी हूँ, । भले ही आज मैं शहर मैं रहता हूँ पर जंगल में कैसे जीना है बहुत अच्छी तरह जानता हूँ
@@ABHISHEKKUMAR-tg3mp ये चीजें आर्मी को सिखाई जाती है कि जंगल में कैसे जीना है । वहां आपको चिकन बिरियानी तो मिलेगा नहीं । डिसकवरी पे सब बेयर ग्रिल को देखकर खुश होते हैं । और जरा सोचिए अगर आप कहीं फस गऐ हो और आपके पास पीने का पानी नहीं है और आपको एक पोखर मिलता है।तो आप कैसे पियोगे? क्योंकि वहां हेमामलिनी ने केंट पियूरीफायर लगाया तो है नहीं । कोई सहर का वयकति को अगर जंगल में छोड दिया जाऐ तो बिना संसाधनों के कितने दिन जियेगा? मुष्किल से 7 दिन या उससे भी कम । जंगल में भालू , सियार, लोमडी हांथी और जहरीले सांपों से भी तो निपटना है।
@@ABHISHEKKUMAR-tg3mp लाकडाऊन लगा तो लोग रोने लगे । जबकि आदीवासी मजे में और कोरोना तो उनसे लाखों कि मी दूर कयोंकि उनकी जरूरते कम है । आज शहर वाले आक्सीजन आक्सीजन चिल्ला रहे हैं ।।। अब देख लो मोदी है तो कितना मुमकिन है। और सुविधा मिल रही है ।।। रो काहे रहे हैं । अंबिकापुर छत्तीसगढ़ के कोरवा कितने मजे में जिंदगी काट रहे हैं वो एक चीज लेने आते हैं और वो है सिर्फ नमक। और कुछ नहीं ।
आदिवासी अस्मिता में शामिल हों वे तुम्हें प्यार करेंगे और फिर अपने जीवन की विडंबना को भी खुशी से प्रेम के साथ आसान सब्दो मे आप को बताऐगे भी यही ईनकी नेक दीलि है
सलाम आप का काम बहुत दिलचस्प है मुझ को बहुत पसंद आया आप के विङयो के द्वारा भारत मे फेले हुए जंगलात मे आदिवासियो को जीवन शैली की मालूमात मिलती है। आप से निवेदन है की गोद / गोनङ जन जाति के बारे मे मालूमात दे शुक्रिया keep it up
श्याम जी आपको दिल से धन्यवाद देता हूं आपके चैनल के माध्यम से हमारे आदिवासियों की परंपरा को दिखाने का प्रयास किया है उसके लिए धन्यवाद ना छत्तीसगढ़ की सरगुजा जिले मे या रायगढ़ जिले में रहने वाले गोंड आदिवासियों के बारे में एक वीडियो आपके चैनल के माध्यम से दिखाने का प्रयास कीजिएगा धन्यवाद जय छत्तीसगढ़ जय जोहार
झारखंड के आदिवासी भी कभी इस विधि को प्रयोग में लाया करते थे. पर अब बहुत कम देखने को मिलता है. पर मानना पड़ेगा इसका अनोखा स्वाद कोई भी कभी भूल नहीं सकता.
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद. मैंने कई आपके पोस्ट देखे हैं आप द्वारा बताया जाने वाले विषय और जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है. और आपको हमेशा ऐसे ही देखते रहे ये हमारी कामना है. 🙏. जय किसान जय संविधान 💪 🔥
श्यामसुंदर जी, कभी मौका मिले तो मप्र के श्योपुर जिले के सहरिया जनजाति पर भी वीडियो बनाना । मध्यप्रदेश में सहरिया, बैगा, भारिया इन तीनों जनजातियों की आर्थिक, सामाजिक स्थिति दयनीय है। शासन की योजनाएं इनके संबंध में हवा हवाई हैं। इनके हक को दूसरे सभी लोग नोचने खाने में मशगूल हैं। ये संकोची और शर्मीले स्वभाव के वेवश लोग होते हैं। लेकिन सच्चे और ईमानदार हैं।
जय आदिवासी साहेब हम आदिवासी जब जंगल पर निरभर होते थे हम तंदुरुस्त रहा करते हम लोग कभी दवाखाना नही इलाज करते सभि जंगली जडीबुटी और आयुर्वेदिक उपचार होते थे कभी बिमार नही होते थे
Animals bhi...adhivashi culture ke part hai.....tumhe shayad janakari kam hai.....Animals ko khate hai...par...unaki shikar itanibhi nahi karte ki animal khatam ho haye...
Sir apne inki rahan sahan to dikha kr bahut achha kiya jiske liye ap ka bahut bahut dhanyawad but sir Indian goverment se apil kariye ki sarkar inko bhi Vikas se jore inka bhi Vikas ho
मेरे पड़ोसी हैं आदिवासी और मेरे बड़े। भाईयों से भी बढ़कर हैं दो भाई एक बहन हैं उन्हींके साथ मैं भी खाया हुं मांस मछली तो नहीं मशरूम को बनाते थे इसी तरह पतों पे मैं आज भी उनके घर जाके खाना खा लेता हूं मेरा परिवार भी कभी भेद भाव नहीं किया अपने परिवार जैसा माना है कभी कभार उन्हीं के साथ जंगल भी चला जाता हूं थोड़ी थकान होता है पर बड़े-बड़े चट्टानों से खड़ा होकर गांवों को देखकर दिल को बहुत बहुत सुकून मिलता है मैं भी पहाड़ी ईरया का निवासी हूं
Aapke sath Ham log bhi Aadiwasi chetr ka rehan sehan, aur unke kya bhojan hai, sab kuch bda Achha lagta hai, lekin sir Aap ko urdu ka gyan nhi hai, har bat Me khubsurat kyo bolte, swaad Me achha keh sakte,testy keh sakte, but khubsurat nhi
Aapne bahut acha kaam kiya hai sir .. jo aapne hamare aadiwasi bhaiyo ke bich me gaye ho. Aur unke rahan sahan khana ko bta rhe hai.. lekin ab se aap aise kisi jagah jaaoge to please waha ke local language me hi baat krna .. okk Isse unko aapse baat krne me jyada pareshani nhi hogi.. ok sir
हमारी वेबसाइट पर ज़रूर नज़र डालें, वहाँ और भी कहानियाँ आपको मिलेंगी
mainbhibharat.co.in
Very nice
बिल्कुल सर
Sar aap itne din kahan the kafi din mein video Dala I miss you sir yah humko video late mein Mila video kafi din mein banaya
@@narinderdutta1229 Available
Sab subsribe jarur kre....20 crore se jyada adovasi hai pr channel pe itne km subscriber
हम आदिवासियों के संस्कती को आपने लोगो तक पहुंचाने के लिए बहुत बहुत धनयवाद्....
शायद आपको यह भी नहीं भूलना चाहिए कि इन्हीं के रिपोर्टो को देखकर ही आदिवासियों को मूल स्थान से लगातार विस्थापित किया जा रहा है। आदिवासी भाईयों के अतिरिक्त और किसी समाज को विस्थापित किया गया हो तो बताए।
मैं कन्हैया लाल पड़वार, पनिका जाति से हूँ हमारे गाँव में भी पंडो जनजाति निवास करती है उन्हीं लोगों के बीच मेरा बचपन गुजरा है पड़ो जनजाति के लोगों में एक खास विशेषता है,कि उनके घर में यदि चिकन मटन बना है या कुछ भी खाने की डिस बनी है तो सभी के साथ बांटकर खायेंगे भले थोड़ा सा है भले ही एक एक मटन के टुकड़े एक व्यक्ति को मिले लेकिन सभी को बराबर मात्रा में देंगे सभी साथ में बैठ कर खायेंगे भाईचारा और मित्रता का अनोखा संगम है पंडो जनजाति, उनकी संस्कृति उनका व्यवहार उनका रहन सहन उनकी सादगी अदभुत है कोटि कोटि प्रणाम है बहुत खुशी हुई 🙏🙏🙏💐🌼
ये कौन सी बहुत बड़ी बात है रे ?
Thankyou
Aap kaha se ho bhai sahab
Aap kaha se ho bhai sahab
श्याम सर ज़ी आप के माध्यम से हमें पूरे भारत की आदिवासी रहन -सहन खान -पान के बारे मे बहुत अच्छी -अच्छी जानकारी मिलती रहती है उसके लिए आपको बहुत -बहुत धन्यवाद 🙏🙏shyam sir are you great 👌
जय छत्तीसगढ़ गर्व है मुझे अपने संस्कृति और राज्य पर.... 🙏🙏
धन्यवाद श्याम सर। भारत के अंदर कितने भारत है यह आप बखुबी दिखा रहे है
Sahi bole bhai
Ek bharat adbhut bharat
मुझे गर्व है अपने छत्तीगढ़िया होने पे और अपने छत्तीसगढ़ी संस्कृति पे...
🙏🚩..जय जोहर जय छत्तीगढ़िया जय बूढ़ा देव..🙏🚩
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी आपने हमारी संस्कृति को रुबरू लोगो तक पहुंचा।
स्याम सुन्दर जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका यह काम बहुत सराहनीय है, आपने सुदूर भारत का परिचय कराया है।
शिक्षा विभाग जिला सुरजपुर (छत्तीसगढ़) मुंह🤤🤤🤤 से पानी आ गया सर जी आपने बहुत ही अच्छा एवं सराहनीय विडिओ बनाया है जिसमें आदिवासियों कि सँस्कृति सँस्कार का पता चलता है धन्यवाद🐔🐔🐓🐓🐓
Shyam Sundarji is really a mirror of all indegenous tribal society.He reflect and reaches their culture to the human society and the govt.Really Shyam Sundarji is dedicated person of the society.India govt.should honour by Padmashree award for social service to shyam sundarjii !! Thank U !!
Samsar bahut achha swo he muje pasand he ye swo🙏🙏,👍👍
बहोतही अच्छा काम कर रहे हो साहब.हमे भी इस आदिवासी संस्कृती का ज्ञान हो रहा है.धन्यवाद .
Bahut achcha very nice lajawab Jay Johar Chhattisgarh
वाह साहब, ट्रायबल किचन टीम को बधाई और अभिनंदन
Bilkul natural food .agar aaj bhi insan is tarah ka natural food khaya jay to logo me bimari kam aur energy jyada milega .lakri aur aag ka sondhapan se bana khana ka swad adbhut hota hai .very nice vedio sir jee
बहुत धन्यवाद भैया,जो आपने हमें आदिवासी संस्कृति से रूबरू कराए।
Mai apka bahut sa video dekha hoo jo hamare desh ke adivasi bhaiyo ka khan pan rahan sahan ko dikhaya hai iske liye dhanyavad
अंडो को भी फोडकर पत्तों पर ऐसे ही बनाया जाता है पत्तियों का दोना सिलकर। मैं भी आदीवासी हूँ, । भले ही आज मैं शहर मैं रहता हूँ पर जंगल में कैसे जीना है बहुत अच्छी तरह जानता हूँ
Ab muskil ho jayega bhai kyunki suvidha ne aapko kamjor bna diya hoga
@@ABHISHEKKUMAR-tg3mp ये चीजें आर्मी को सिखाई जाती है कि जंगल में कैसे जीना है । वहां आपको चिकन बिरियानी तो मिलेगा नहीं । डिसकवरी पे सब बेयर ग्रिल को देखकर खुश होते हैं । और जरा सोचिए अगर आप कहीं फस गऐ हो और आपके पास पीने का पानी नहीं है और आपको एक पोखर मिलता है।तो आप कैसे पियोगे? क्योंकि वहां हेमामलिनी ने केंट पियूरीफायर लगाया तो है नहीं । कोई सहर का वयकति को अगर जंगल में छोड दिया जाऐ तो बिना संसाधनों के कितने दिन जियेगा? मुष्किल से 7 दिन या उससे भी कम । जंगल में भालू , सियार, लोमडी हांथी और जहरीले सांपों से भी तो निपटना है।
@@ABHISHEKKUMAR-tg3mp किसी में हिम्मत ही नहीं है कंपीटीसन कर पाऐ जंगलों में । जबकि आदीवासी हर जीज जंगल से कैसे लेना है जानता है।
@@ABHISHEKKUMAR-tg3mp लाकडाऊन लगा तो लोग रोने लगे । जबकि आदीवासी मजे में और कोरोना तो उनसे लाखों कि मी दूर कयोंकि उनकी जरूरते कम है । आज शहर वाले आक्सीजन आक्सीजन चिल्ला रहे हैं ।।।
अब देख लो मोदी है तो कितना मुमकिन है।
और सुविधा मिल रही है ।।। रो काहे रहे हैं ।
अंबिकापुर छत्तीसगढ़ के कोरवा कितने मजे में जिंदगी काट रहे हैं वो एक चीज लेने आते हैं और वो है सिर्फ नमक। और कुछ नहीं ।
@@ABHISHEKKUMAR-tg3mp और इतना ही तंज कसना है तो मेरे एक सवाल का जवाब दीजिये देश के जवानों को जंगल में सरवाईव करने की ट्रेनिंग क्यो दी जाती है ?
आदिवासी अस्मिता में शामिल हों वे तुम्हें प्यार करेंगे और फिर अपने जीवन की विडंबना को भी खुशी से प्रेम के साथ आसान सब्दो मे आप को बताऐगे भी यही ईनकी नेक दीलि है
बहुत बढ़िया भाईया जी बहुत मजा आता होगा।
Bahut bahut dhanvad Bhaiya ji hamare Pando samaj me gay dil se Naman
हमारे यहाँ घर में मीट नहीं बना सकते हैं कभी कभार होटल में खा लेते हैं और आज ये बनाने का तरीका देखकर मुंह में पानी आ गया आगे से ऐसे ही बनवायेगे
आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर जो हमारे आदिवासी क्षेत्रों में जाके एसे वीडियो बना रहे हैं।
Bahut khub sir aap ka sath judkar Bahut achha laga
सलाम आप का काम बहुत दिलचस्प है मुझ को बहुत पसंद आया आप के विङयो के द्वारा भारत मे फेले हुए जंगलात मे आदिवासियो को जीवन शैली की मालूमात मिलती है। आप से निवेदन है की गोद / गोनङ जन जाति के बारे मे मालूमात दे शुक्रिया keep it up
Ase hi tribal communities ke videos banate re bahut kuch janne ko milta hai
श्याम जी आपको दिल से धन्यवाद देता हूं आपके चैनल के माध्यम से हमारे आदिवासियों की परंपरा को दिखाने का प्रयास किया है उसके लिए धन्यवाद ना छत्तीसगढ़ की सरगुजा जिले मे या रायगढ़ जिले में रहने वाले गोंड आदिवासियों के बारे में एक वीडियो आपके चैनल के माध्यम से दिखाने का प्रयास कीजिएगा धन्यवाद जय छत्तीसगढ़ जय जोहार
Bahut sundar sir Jai sewa jai Aadiwasi 🙏
बहुत सुंदर भारत सर ...
मेरे गांव का वीडियो है , मैं भी भारत की टीम को तह दिल से शुक्रिया।
Thanks sir jai johaar
🌅 ବଢ଼ିଆ ମଜା ମାନେ ଶଇ ଆଦିବାସୀ କଲଚର୍ ପ୍ରାକୃତିକ ଶୈନ୍ଦଯ୍ୟୋ 🌹
लाजवाब सर
Non Veg..... No Oil / No Spices
But Tasty
Can u imagine dis ...?
Absolutely Stunning
Bkwas haibre
प्राकृतिक खाना यहाँ बर्तन का👍 प्रयोग नहीं किया गया है 👍👍
Dada, bahut bahut dhanyawad. Aap itna sundar sundar episodes tribal communities ke bare me dikhane ke liye. 👍
बहुत सुंदर विडियो सर
छत्तीसगढ़ के बारे में जानकारी देने का धन्यवाद आपका🙏🙏
मैं भी रायगढ़ छत्तीसगढ़ से हूं।।
🇮🇳🇮🇳,🇮🇳🇮🇳🇮🇳
आप महान है..।।।
Khane ka man kar dia 🤤
1 No.
Jay johar jy chttisghd ..bhut sugghr cg recipi
Thanks sir
Tagada -2 eating food for aadivasi sir ji jai ho.
झारखंड के आदिवासी भी कभी इस विधि को प्रयोग में लाया करते थे. पर अब बहुत कम देखने को मिलता है. पर मानना पड़ेगा इसका अनोखा स्वाद कोई भी कभी भूल नहीं सकता.
लाड जिलू भी तो इसी तरह से बनता है।
Sir is tarah ki cooking pahli bar dekhi Hai dekhkar hi munh mein Pani aa Gaya.
छत्तीसगढीया सबले बढ़िया
धन्यवाद सर ।
सर जी बहुत अच्छी जानकारी ले के दे रहे हो आपका मेहनत बहुत ही रंग लाएगा
मुझे जंगली लाइफ स्टाइल बहुत पसंद हैं। कोई मुझे मेहमान बनाओ। 🙏🙏🙏
आपनें दिखाया गया रेसीपी बहुत अच्छी है।
Simple life and pure food
Very good .👍
Uncle Aap ka way of treating people awsm...... 🙏🙏🙏🙏🙏
हम आदिवासी का जो कुपोषण होता वह जो जंगली चीज शिकार खाते थे हम तंदुरुस्त और ताकदवर आदिवासी होते थे
सर जी कभी बुंदेलखंड क्षेत्र में भी आगमन कीजिए यहां की भी परंपरा और संस्कृति को प्रस्तुत करने की कृपा करें
Iska test bahut sandar hota hai ,mai ne try kiya hai ,bahut sandar lagta hai ,❤️❤️❤️
Bahut sundar prastuti
वाह...... श्याम सुंदर जी, जंगली मुर्गी का स्वाद lijiye
Bahut achcha lagta hai video dekhne ke bad
Very good.but video thoda chhota hoga to achchha hoga.👍👍👍👍
Sir Ji ap bahut super work ed
kudos to the team...keep discovering india...never ever quit the channel
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद. मैंने कई आपके पोस्ट देखे हैं आप द्वारा बताया जाने वाले विषय और जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है. और आपको हमेशा ऐसे ही देखते रहे ये हमारी कामना है. 🙏.
जय किसान जय संविधान 💪 🔥
Wow
Super
Pandu phaiyo bahut achha laga..ye meet banane ka niyam thanks.🙏
Good
सर हमको भी ले चलिए आपके साथ आप जहां जाते हैं चिकन ही बनता है!
Thanks sir very good vedos
बहुत अच्छा प्रस्तुतिकरण शुभकामनाये
🙏🙏🙏🙏
Wonderful job sir,due to ur efforts we are going to learn new things about our Chhattisgarhi community and their culture ..
मैं भी chhatishgarh से हू
ये अपने भारत की झलक है । बहुत ही अच्छा है
जय आदिवासी जय भारत
Sir aap logo me agar dusra cast se shadi karte to kya adiwasi samaj bahar Nikal dete h
jai Adivasi
love from my channel & pakistan
I like this channel get so many knowledge
अरे वह बहुत बड़िया मज़ा आ गया कौनसा गाँव है
Bahoot badhiya Shayam Sunder ji
श्यामसुंदर जी, कभी मौका मिले तो मप्र के श्योपुर जिले के सहरिया जनजाति पर भी वीडियो बनाना । मध्यप्रदेश में सहरिया, बैगा, भारिया इन तीनों जनजातियों की आर्थिक, सामाजिक स्थिति दयनीय है। शासन की योजनाएं इनके संबंध में हवा हवाई हैं। इनके हक को दूसरे सभी लोग नोचने खाने में मशगूल हैं। ये संकोची और शर्मीले स्वभाव के वेवश लोग होते हैं। लेकिन सच्चे और ईमानदार हैं।
ज़रूर, जल्दी ही कोशिश होगी
@@MainBhiBharat Thanks dear br
Bahut sundar 🔥❤️
जय आदिवासी साहेब हम आदिवासी जब जंगल पर निरभर होते थे हम तंदुरुस्त रहा करते हम लोग कभी दवाखाना नही इलाज करते सभि जंगली जडीबुटी और आयुर्वेदिक उपचार होते थे कभी बिमार नही होते थे
Jay johar. Gujarat. Arawlli.
Hamare bastar me bhi aao ji 🙏🏻
आदिवासी भाइयों अपने तो प्रकृति प्रेमी है जीवो की बलि हत्या ना कर उन्हें ना खाए तो नहीं चलेगा, जय जोहार जय आदिवासी🙏🙏🏹🏹🐱🐈🐵🐒🐶🐕🐩🐺🐃🐖🐏🐑🐐🐪🐘🐇🐰🐁🐭🐀🐹🐿️
Animals bhi...adhivashi culture ke part hai.....tumhe shayad janakari kam hai.....Animals ko khate hai...par...unaki shikar itanibhi nahi karte ki animal khatam ho haye...
Jay aadivashi
Mr shamsunder bhai aap bahot aajcha kar raho ho
बहुत ही अच्छा श्याम सुंदर जी
हमारे बस्तर में हम इस टेक्निक को पान पूडगा कहते हैं।
Shyam Sundar jee kabhi hamare yaha bhi aaiye ......
Bahut shandar shabji
Sir apne inki rahan sahan to dikha kr bahut achha kiya jiske liye ap ka bahut bahut dhanyawad but sir Indian goverment se apil kariye ki sarkar inko bhi Vikas se jore inka bhi Vikas ho
मेरे पड़ोसी हैं आदिवासी और मेरे बड़े। भाईयों से भी बढ़कर हैं दो भाई एक बहन हैं उन्हींके साथ मैं भी खाया हुं मांस मछली तो नहीं मशरूम को बनाते थे इसी तरह पतों पे मैं आज भी उनके घर जाके खाना खा लेता हूं मेरा परिवार भी कभी भेद भाव नहीं किया अपने परिवार जैसा माना है कभी कभार उन्हीं के साथ जंगल भी चला जाता हूं थोड़ी थकान होता है पर बड़े-बड़े चट्टानों से खड़ा होकर गांवों को देखकर दिल को बहुत बहुत सुकून मिलता है मैं भी पहाड़ी ईरया का निवासी हूं
Thanks from heart sir ji....
Wonderful job sir, My best wishes for enlighten tribal social life through this platform.
Aapke sath Ham log bhi Aadiwasi chetr ka rehan sehan, aur unke kya bhojan hai, sab kuch bda Achha lagta hai, lekin sir Aap ko urdu ka gyan nhi hai, har bat Me khubsurat kyo bolte, swaad Me achha keh sakte,testy keh sakte, but khubsurat nhi
आदिम जनजाति का खाने का यही तरीका है,इस लिए इनको कोरोना जैसी बीमारी नहीं होती है
Tumhe medical knowledge hi nai hai
Nice video sir ji... Jay johar Jay chhattisgarh
Aapne bahut acha kaam kiya hai sir .. jo aapne hamare aadiwasi bhaiyo ke bich me gaye ho. Aur unke rahan sahan khana ko bta rhe hai.. lekin ab se aap aise kisi jagah jaaoge to please waha ke local language me hi baat krna .. okk
Isse unko aapse baat krne me jyada pareshani nhi hogi.. ok sir
Good job shyam ji
All video watching my favourite hai pudga cooking bahut test hota hai