बिरह का अंग | Birah Ka Ang | Amar Granth Sahib | Sant Garibdas Ji Vani | Sant Rampal Ji Maharaj

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  • Опубліковано 26 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 6

  • @anil6726
    @anil6726 Місяць тому

    सतगुरु देव की जय

  • @NageshwarPandit-e2e
    @NageshwarPandit-e2e Місяць тому

    Sat saheb

  • @VashuSharmma
    @VashuSharmma 2 місяці тому

    Anmol Gyan 😢😢😢

  • @SankarKumar-4g
    @SankarKumar-4g Місяць тому

    Sat shaeb ji❤❤❤❤❤

  • @SanjayDas-t4u
    @SanjayDas-t4u 2 місяці тому

    धरती_पर_अवतार . मुक्तिदाता
    संत रामपाल जी महाराज हैं धरती पर वह अवतारी संत, जिनके विषय में कबीर सागर, अध्याय स्वसमबेद बोध के पृष्ठ 121 पर कबीर साहेब ने कहा है:
    चौथा युग जब कलयुग आई। तब हम अपना अंश पठाई।।
    काल फंद छूटे नर लोई। सकल सृष्टि परवानिक होई।।
    पाँच हजार पाँच सौ पाँचा। तब यह वचन होयगा साचा।।
    कलयुग बीत जाय जब ऐता। सब जीव परम पुरूष पद चेता।।

  • @HiranyaBaraili
    @HiranyaBaraili Місяць тому

    🙏🙏❤️💋🌹