@@kaladevasi8438 उत्तम आश्रम जोधपुर के पीठाधीश्वर स्वामी रामप्रकाशाचार्य जी अपनी किताब "रामेदव गप्प पुराण व ढोल में पोल" और "रामदेव ब्रह्म पुराण"में बाबा रामदेवजी के वंश को लेकर कई सवाल खड़ा किये।रामदेवरा में इस किताब को बेचने को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा। रूणिचा के तंवर लोग कोर्ट भी गए लेकिन स्वामीजी ने वंशावली मांगी तो एक वंशावली पेश की गई लेकिन कोर्ट ने इसे प्रामाणिक नहीं माना।उसके बाद मुकदमे से हाथ खींच लिए थे।यानी रामदेव जी का तंवर होना साबित नहीं कर पाए। प्रसिद्ध दलित लेखिका डॉ कुसुम मेघवाल द्वारा रचित किताब "मेघवाल बाबा रामदेव"में रामदेवजी को सायर जी जयपाल(मेघवाल)व मगनी पुत्र बताया गया है।पूरी वंशावली सामने रखी गई है। दलित लेखक व कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी जी ने अपने शोध ग्रंथ में "रामदेव पीर :एक पुनर्विचार"में भी रामदेवजी को सायर जी जयपाल का पुत्र बताया है। इतिहासकार व लोक गायक रामचंद्र जी कडेला ने अपनी रचना "अवतारवाद के शिकार लोक क्रांतिकारी महामानव बाबा रामसा पीर" में रामदेव जी के बारे में कुछ इस प्रकार लिखा है.... सायर सुत, मगनी रा जाया,ज्यारी महिमा भारी भेंट कियो सुत अजमल जी ने,सायर ने बलिहारी मेघरिखां संग तंवर वंश रा भाग जागिया भारी दुनियाँ जाने रामदेवजी ने अजमल घर अवतारी इन सबके मुताबिक रामदेवजी का जन्म बाड़मेर के उण्डू काश्मीर में सायर जी जयपाल(मेघवाल)के घर होना बताया है।उपलब्ध लोक साहित्य व श्रुतियों पर अनुसंधान करने वाले डॉ सोनाराम विश्नोई को पढ़ने पर भी यही इंगित होता है कि रामदेव जी सायर जी मेघवाल के पुत्र थे और अजमल जी के पुत्र न होने के कारण भेंट स्वरूप दिए गए! रामदेव जी ने आध्यात्मिक प्रवृति के होने के कारण सूफी निजारी पंथ की दीक्षा ले ली थी।इसी कारण पश्चिम से आये पीरों के साथ आध्यात्मिक चर्चाएं होती थी।रामदेवजी ने छुआछूत व पाखंड-अंधविश्वास की जमकर मुखालफत की थी। रामदेवरा जहाँ रामसा पीर ने समाधि ली थी वहां मजार बनी हुई है।मेघवाल शवों को दफनाते तो है लेकिन मजार शायद सूफीवाद के कारण अस्तित्व में आई हो!बताया जाता है कि आसपास में और भी कब्रें है जिसकी भी पूजा होती रही है!शायद साथी पीरों की हो!या रामदेवजी के परिवार वालों की भी हो सकती है! रामदेवजी की जीवनी से तत्कालीन समाज के भाईचारे की एक मिसाल प्रतीत होती है।छुआछूत व जातिय भेदभाव पर एक गहरी चोट है।बाबा रामदेव के जीवन व विचारों को आत्मसात करके एक बेहतरीन समतामूलक समाज का निर्माण किया जा सकता है।मंदिर प्रबंधन कमेटी में मेघवालों को भी भागीदारी मिलनी चाहिए न कि मेघवाल समाज की धर्मशाला गिराकर द्वेष पैदा किया जाएं।
@@gopalrajsthanivlog8852तुझे मालूम है ना कि पहले राठौड़ी राज था और राठौड़ी राज में क्षत्रियो के रावले के आगे से निकला बोले तो शेर के आगे से निकलना ओर उनके ही घर में एक निश जाति का बच्चा उनके घर में असम्भव तुम लोगों को श्री रामदेव जी महाराज ने प्यार ओर प्रेम किया दिया तुम लोग श्री रामदेव जी महाराज को निश जाति का बताने की कोशिश कर दी
@@kaladevasi8438बिल्कुल सही बात है भाई माता मेणादे रा लाल राणी नेतल रा भरतार था सही बात है ओर रत्ना जी देवासी ओर हरजी भाटी जैसा महान भक्त हुआं है श्री रामदेव जी महाराज के अगर वो निश जाति के होते तो फिर कोई नहीं पुजता उनको जेसे देवनारायण को गुजर लोग ही पुजते है तेजाजी को जाट लोग ही पुजते है और श्री रामदेव जी महाराज ओर श्री पाबूजी राठौड़ ओर जीतने भी मोमाजी जुझार हुए हैं सभी कोम पुजती है कियु की क्षत्रिय सभी कोम के लिए लडा है और उनकी सहायता की है गौ ब्राह्ममण की रक्षा
में आपको दिल से प्रणाम करता हूँ, आपकी वाणी मे अज़ीब सा जादू है बहुत बहुत आभार। माफ कीजिये साहब डाली बाई धर्म बहन नही रामदेव जी के सगे बड़े पिताजी की बेटी थी।
डाली बाई बाबा रामदेव जी की सगी बहिन है बाबा रामदेव का जन्म सायर जी मेघवाल के घर पर हुआ था बाबा रामदेव जी पालन पोषण अजमल जी ने किया था तभी तो बोलते है शायर सूत मगनी रा जाया आजमल जी को भेट किया तुवर वंच रा भाग जाग्या भारी दुनिया जाने रामदेव जी अजमल घर अवतारी
कविराज मुझे ये जानना है कि बाबा रामदेव जी का जन्म पोकरण मे हुआ या थाटी खेजड़ी उणडू कश्मीर मे हुआ रामदेव जी के वंशज का विडियो आया था जिसमे बताया गया कि रामदेव जी का जन्म पोकरण मे हुआ
Bhut bhut Dhanywad Rajasthan aap ka aabhari h.. Aap etihas ko sjeev kr rhe Ho.. Or rajasthan ke ase veer saputo ki khaniya or rajasthan ke culture se avgt krwa rhe h.. Aap se anurodh ==Aik baar aap Jalore ke Rajkumar jiski mojdi dek kr delhi ki Rajkumari mohit Ho gai thi.. Jo bhi viewers Es khani ko sunna chahte h mere coments pr like or comment kre
उण्डू काश्मीर में बाबा रामदेव का सायर मेघवाल के घर जन्म है। डाली बाई बाबा रामदेव की सगी बहन है। बाबा रामदेव पीर के जन्म सम्बंधित मामला राजस्थान उच्च न्यायालय में गया जहा से फैसला मेघवाल समुदाय के पक्ष में हुआ। बाबा रामदेव मेघवाल है और वे सायर मेघवाल के पुत्र है।
तो मेरी बात का भी जवाब दे दो अगर रामदेवजी मेघवाल थे तो उनका विवाह अमरकोट की रियासत भाटी राजपूतों कै क्यू हुआ उस टाइम जातिवाद इतना था कि राजपूत मेघवाल को अपने बराबर बैठने भी नहीं देते थे तो रामदेवजी मेगवाल होते तो अजमल जी उनको कभी नहीं अपनाते और अगर रामदेवजी मेघवाल थे और सायर मेघवाल कै पुत्र थे तो सायर मेगवाल नै उनको अजमल जी कै पालने मैं क्यू रखा ये बात केवल कोरी कल्पना है बाबा रामदेवजी का जन्म केसे हुवा ये बात अभी तथ्यों पर आधारित नहीं है
Jay baba ri jay baba ji baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri🏳🏳🏳🏳
खमा खमा बाबा रामदेव जी ने। तॅवरो रो इतिहास बतायो डिंगल रसावल रा निदेशक श्री दीप सिहजी रणधा ने घणी घणी शुभकामनाए । गूमानसिहभूडवा
जय हो तंवर राजपूतकुलभूषण जयबाबा री सा 👏👏
सायर शत मंगनी रा जाया दुनिया जाळे अजमल घर अवतारी
जय बाबा री सा 🙏🙏
माता मेणादे पीता अजमालजी
@@kaladevasi8438 उत्तम आश्रम जोधपुर के पीठाधीश्वर स्वामी रामप्रकाशाचार्य जी अपनी किताब "रामेदव गप्प पुराण व ढोल में पोल" और "रामदेव ब्रह्म पुराण"में बाबा रामदेवजी के वंश को लेकर कई सवाल खड़ा किये।रामदेवरा में इस किताब को बेचने को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा।
रूणिचा के तंवर लोग कोर्ट भी गए लेकिन स्वामीजी ने वंशावली मांगी तो एक वंशावली पेश की गई लेकिन कोर्ट ने इसे प्रामाणिक नहीं माना।उसके बाद मुकदमे से हाथ खींच लिए थे।यानी रामदेव जी का तंवर होना साबित नहीं कर पाए।
प्रसिद्ध दलित लेखिका डॉ कुसुम मेघवाल द्वारा रचित किताब "मेघवाल बाबा रामदेव"में रामदेवजी को सायर जी जयपाल(मेघवाल)व मगनी पुत्र बताया गया है।पूरी वंशावली सामने रखी गई है।
दलित लेखक व कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी जी ने अपने शोध ग्रंथ में "रामदेव पीर :एक पुनर्विचार"में भी रामदेवजी को सायर जी जयपाल का पुत्र बताया है।
इतिहासकार व लोक गायक रामचंद्र जी कडेला ने अपनी रचना "अवतारवाद के शिकार लोक क्रांतिकारी महामानव बाबा रामसा पीर" में रामदेव जी के बारे में कुछ इस प्रकार लिखा है....
सायर सुत, मगनी रा जाया,ज्यारी महिमा भारी
भेंट कियो सुत अजमल जी ने,सायर ने बलिहारी
मेघरिखां संग तंवर वंश रा भाग जागिया भारी
दुनियाँ जाने रामदेवजी ने अजमल घर अवतारी
इन सबके मुताबिक रामदेवजी का जन्म बाड़मेर के उण्डू काश्मीर में सायर जी जयपाल(मेघवाल)के घर होना बताया है।उपलब्ध लोक साहित्य व श्रुतियों पर अनुसंधान करने वाले डॉ सोनाराम विश्नोई को पढ़ने पर भी यही इंगित होता है कि रामदेव जी सायर जी मेघवाल के पुत्र थे और अजमल जी के पुत्र न होने के कारण भेंट स्वरूप दिए गए!
रामदेव जी ने आध्यात्मिक प्रवृति के होने के कारण सूफी निजारी पंथ की दीक्षा ले ली थी।इसी कारण पश्चिम से आये पीरों के साथ आध्यात्मिक चर्चाएं होती थी।रामदेवजी ने छुआछूत व पाखंड-अंधविश्वास की जमकर मुखालफत की थी।
रामदेवरा जहाँ रामसा पीर ने समाधि ली थी वहां मजार बनी हुई है।मेघवाल शवों को दफनाते तो है लेकिन मजार शायद सूफीवाद के कारण अस्तित्व में आई हो!बताया जाता है कि आसपास में और भी कब्रें है जिसकी भी पूजा होती रही है!शायद साथी पीरों की हो!या रामदेवजी के परिवार वालों की भी हो सकती है!
रामदेवजी की जीवनी से तत्कालीन समाज के भाईचारे की एक मिसाल प्रतीत होती है।छुआछूत व जातिय भेदभाव पर एक गहरी चोट है।बाबा रामदेव के जीवन व विचारों को आत्मसात करके एक बेहतरीन समतामूलक समाज का निर्माण किया जा सकता है।मंदिर प्रबंधन कमेटी में मेघवालों को भी भागीदारी मिलनी चाहिए न कि मेघवाल समाज की धर्मशाला गिराकर द्वेष पैदा किया जाएं।
@@gopalrajsthanivlog8852बेटा अगर वो निश जाति के थे तो फिर क्षत्रिय के घर किया कररे थे ये बता जरा
@@gopalrajsthanivlog8852तुझे मालूम है ना कि पहले राठौड़ी राज था और राठौड़ी राज में क्षत्रियो के रावले के आगे से निकला बोले तो शेर के आगे से निकलना ओर उनके ही घर में एक निश जाति का बच्चा उनके घर में असम्भव तुम लोगों को श्री रामदेव जी महाराज ने प्यार ओर प्रेम किया दिया तुम लोग श्री रामदेव जी महाराज को निश जाति का बताने की कोशिश कर दी
@@kaladevasi8438बिल्कुल सही बात है भाई माता मेणादे रा लाल राणी नेतल रा भरतार था सही बात है ओर रत्ना जी देवासी ओर हरजी भाटी जैसा महान भक्त हुआं है श्री रामदेव जी महाराज के अगर वो निश जाति के होते तो फिर कोई नहीं पुजता उनको जेसे देवनारायण को गुजर लोग ही पुजते है तेजाजी को जाट लोग ही पुजते है और श्री रामदेव जी महाराज ओर श्री पाबूजी राठौड़ ओर जीतने भी मोमाजी जुझार हुए हैं सभी कोम पुजती है कियु की क्षत्रिय सभी कोम के लिए लडा है और उनकी सहायता की है गौ ब्राह्ममण की रक्षा
आपका लोकगाथा बताने का अन्दाज अनौखा है! बहुत ही अच्छा लगता है प्रभु! 😊👌👆🙏
श्री रामदेव जी महाराज के बहुत बड़े भक्त हुए हैं रतना जी देवासी और हरजी भाटी
जय हो अजमलजी रे घर अवतार श्री रामदेव जी महाराज री
में आपको दिल से प्रणाम करता हूँ, आपकी वाणी मे अज़ीब सा जादू है बहुत बहुत आभार।
माफ कीजिये साहब डाली बाई धर्म बहन नही रामदेव जी के सगे बड़े पिताजी की बेटी थी।
बड़े पिता जी कोन रणशीजी की बेटी थी
बहुत ही अच्छे तरीके से रामसा पीर की महिमा बताई, अतः धन्यवाद।
लोग तो केवे रामदेव जी मेघवाल हा आज एक अखबार री कटिंग देखी
घनी घनी अनुमोदना शा आपने बाबा रामदेवजी का इतिहास सजग रूप में प्रस्तुत कर दिया कोटि कोटि धन्यवाद आपको । आपकी गायकी अनुपम है ।
जय बाबा रामसा पीर की जय
रामदेवरा व विरमदेवरा दोनो गॉंव मे दोनो भाईयोॉ के वँशज रहते है।
Va sa deep singhji ghani. Chokhi bat ki hi aap jay baba ri
जय बाबा री सा रामसा पिर री जय हो अजमल घर अवतार री जय हो रुणीचा वाणे री जय हो बाबा प्रणाम आशीर्वाद बणाया रखणा बाबा कृपा करो बाबा
जय बाबा रामदेव पीर कलयुग अवतारी जय हो
जय श्री बाबा रामदेव जी 🙏🏻 जय श्री भक्त शिरोमणि डाली बाई जी 🙏🏻 जय श्री हरजी 🙏🏻
बातपोश के साथ ही आप गायक भी बेहद अच्छे हैं भगवान! 😊👌👆🙏
जय बाबा री
भक्तमती डाळीबाई री जय हो 🌷 🌻 🌼 🌹 🍉 🙏
मेघ सायर सुत रामसापीर नमः 👏
जय हो अजमलजी रा कुंवरा री श्री रामदेव जी महाराज री
बहुत सुन्दर कथनी और शैली है आपकी, कर्ण वाणी रसास्वादन को आतुर रहते है।🙏🙏 ईश्वर आपको स्वस्थ और दीर्घायु जीवन प्रदान गुरूदेव ।।
🙏 जय बाबा री 🙏🕉️ हरे कृष्ण हरे हरे 🙏🇮🇳
जय श्री बाबा रामदेव जी री सा!
डाली बाई बाबा रामदेव जी की सगी बहिन है बाबा रामदेव का जन्म सायर जी मेघवाल के घर पर हुआ था
बाबा रामदेव जी पालन पोषण अजमल जी ने किया था
तभी तो बोलते है शायर सूत मगनी रा जाया आजमल जी को भेट किया तुवर वंच रा भाग जाग्या भारी दुनिया जाने रामदेव जी अजमल घर अवतारी
धन्य हो कविराज
बहुत इतिहासिक बातचीत बाबा रामदेव जी की
जय बाबा रामदेव जी 🙏🚩
Baba ramdev ji Meghwal h or rhla hmsa or dali Bai hgi behen h ramdev ji sayer gher jnmeya h
Jai baba Ramdev just ki. Jai Dingal Rasawal. Very nice Deepsa Bhati
❤❤❤❤❤❤
जय बाबा री सा
मेरे जीवन का आधार बाबा की जय हो 🙏
🙏🚩
Aapke charno me paranam
अति सुन्दर, गर्व, खुशी। जय बाबा री सा।
हरे हरे।
Very nice
रामदेवजी का जन्म सायर। मेगवाल के गर हुआ बाद में अजमालजी के गर अवतार ने पालने में पोडिया
बहुत बहुत आभार डिंगल रसावल 🙏
कवि राज को खुभ अभिनंदन करता हूं महान पुरुष 🌹💎🌹🏆🏆🏆🏆 🏆🏆🏆
सादर आभार हुकुम
जय माता दी हुक्म जय बाबा रामदेव की जय हो
बाबा रामदेव जी की जय
वाह! 😯👌👆🙏
Jay Baba Ramdev ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बाबा रामदेव जी के सगी बहन थी डाली बाई मेघवंशी
जय हो बाबा रामदेव
जय श्री बाबा रामदेव जी 👌👌💐💐
जोधपुर मे मुरत व बालकनाथ जी री पूजा।
Jay babari
बहुत बढ़िया सा। धन्यवाद
जय हो रामा राजकुमार
Jai baba ri jai dwarkadish
वाह सा भाटी साब वाह 🙏
सिसौदिया बैराथलकला
जय बाबा रादेव जी री।
सादो दी व देवराज दो पुत्र हुए रामदेवजी के।
बहुत ही शानदार प्रस्तुति सर 🙏🙏
भाटी साहब प्रणाम, सुन्दर कथा
साची साची बात बताओ जिओ। घणी घणी खमा द्वारकां रे नाथ।
जय बाबारी सा जय माँ भवानी
Jay ho baba ramdev
जय हो रामापीर री और बाबाजी के परम भक्तों री जय 🙏🌹🌻💐🐚🎸⛳
Jai baba ki sa
Jai ramsa peer
जय बाबा रामदेव की जय हो
जय रामदेव बाबा री सा
Bahut aacha sir ji
DALIBAI ......... JAI HO ........
कविराज मुझे ये जानना है कि बाबा रामदेव जी का जन्म पोकरण मे हुआ या थाटी खेजड़ी उणडू कश्मीर मे हुआ रामदेव जी के वंशज का विडियो आया था जिसमे बताया गया कि रामदेव जी का जन्म पोकरण मे हुआ
Bhut bhut Dhanywad Rajasthan aap ka aabhari h..
Aap etihas ko sjeev kr rhe Ho..
Or rajasthan ke ase veer saputo ki khaniya or rajasthan ke culture se avgt krwa rhe h..
Aap se anurodh ==Aik baar aap Jalore ke Rajkumar jiski mojdi dek kr delhi ki Rajkumari mohit Ho gai thi..
Jo bhi viewers Es khani ko sunna chahte h mere coments pr like or comment kre
Jay Baba ri sa
Jai shree Ramdev ji maharaj ki
Jaiho
Very nice 👌
JAI BABA KI SA ....ABHAR SA ...BABO BHALI KA RE SA ...AAAP JIO 1000 SAL
#JAI #SHREE #RAMDEV G 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Jay ho 🙏
Jai baba ramdevji re
उण्डू काश्मीर में बाबा रामदेव का सायर मेघवाल के घर जन्म है। डाली बाई बाबा रामदेव की सगी बहन है। बाबा रामदेव पीर के जन्म सम्बंधित मामला राजस्थान उच्च न्यायालय में गया जहा से फैसला मेघवाल समुदाय के पक्ष में हुआ। बाबा रामदेव मेघवाल है और वे सायर मेघवाल के पुत्र है।
तो मेरी बात का भी जवाब दे दो अगर रामदेवजी मेघवाल थे तो उनका विवाह अमरकोट की रियासत भाटी राजपूतों कै क्यू हुआ उस टाइम जातिवाद इतना था कि राजपूत मेघवाल को अपने बराबर बैठने भी नहीं देते थे तो रामदेवजी मेगवाल होते तो अजमल जी उनको कभी नहीं अपनाते और अगर रामदेवजी मेघवाल थे और सायर मेघवाल कै पुत्र थे तो सायर मेगवाल नै उनको अजमल जी कै पालने मैं क्यू रखा ये बात केवल कोरी कल्पना है बाबा रामदेवजी का जन्म केसे हुवा ये बात अभी तथ्यों पर आधारित नहीं है
बाबा के भक्तों
बात की खाल निकालने से कोई फायदा नहीं है बाबा को सर्व समाज मानता है सब अपनी जाति जाति की बात करेंगे तो फिर जातिवा हो गया
🙏🙏Jay ho ramsa peer🙏🙏
Jaimataji sa
Jai Ramdev ji tomar 🚩👑
Jay baba ri jay baba ji baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri jay baba ri🏳🏳🏳🏳
जय हो thakro
Jai Ho ramsapeer ramdev ji maharaj ki jai
जय बाबा रामदेवजी
डिंगल रा शानदार कवियों री लिस्ट और पुस्तकों री जानकारी दे सा
जोरदार सा
Jai baba Ri sa
बहुत अच्छा लगा
Bahut achha 🙏🙏
जय रामसा पिर की
Jai Baba ri 🙏🙏
आपरो बात करण रो तरीको जोरगो है।
Jay baba ri🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
रामसापीर की जय हों
Jai baba ri saa hkm. Me choto muh badi bat kari maf kariya saa
Ramdev ji ro VANSAJ
Ramdev ji AK kavi hata
24baniya book likhi.
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏
डिंगल रसावल में किया लिखा हुआ है सा
Jai baba ri sa 🙏🚩
Jai shree baba ramdev ji
थां नी मान्या।