AbUttarChahiye: वक्फ बोर्ड पर सियासी बवाल, विपक्ष के JPC पर सवाल!
Вставка
- Опубліковано 7 лют 2025
- AbUttarChahiye: वक्फ बोर्ड पर सियासी बवाल, विपक्ष के JPC पर सवाल! #amitabhagnihotri
linktr.ee/TV9U...
Subscribe to TV9 Uttar Pradesh Uttarakhand
UA-cam | / tv9uttarpradeshuttarak...
Facebook | / tv9uttarpradesh
Twitter | / tv9uttarpradesh
लेटेस्ट अपडेट्स और ख़बरों के लिए TV9 की न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें: tv9news.app.li...
#TV9UttarPradesh #TV9UttarPradeshUttaraKhand #TV9UP
@Associated Broadcasting Company Pvt Ltd
जो समझ करके ना समझ सके उसको किसी प्रकार नहीं समझाया जा सकता है सपा और कांग्रेस यही कर रही है
वक्फ बोर्ड समाप्त कर देना चाहिए ।
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
धन्यवाद अमिताभ जी आप जैसे पत्रकारों की देश को जरूरत है आप एकदम सत्य बात बोलते हो सत्य का पक्ष लेते हो
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
वक्त बोर्ड और प्लेसेस ऑफ़ एक्ट के कारण कांग्रेस पाताल के अंदर चली गई जो कभी लौट के आने वाली नहीं है l
राम राम जी.. सब राम की कृपा हैं... 🙏🙏🙏🙏कर भला to हो भला
DEAR SIRS THE MAJORITY MUST BE GRANTED AS WAS BEING DONE IN THE PAST NAMELY DURING THE REGIME OF LATE NEHRU,INDIRA GANDHI ,RAJIV GANDHI AND MANMOHAN SINGH AND DURING THOSE PERIODS ALL THESE ARBITRARY ACTS WERE ENACTED BY MAKING AMENDMENTS IN THE CONSTITUTION ,WHICH WERE ARBITRARY AND NOT APPRECIATABLE . THUS WHAT IS ILLEGAL NOW ESPECIALLY WHEN THE MAJORITY IS IN THE FAVOUR OF GOVT. BUT I AM OF THE OPINION THAT ALL THE.AMENDMENTS MADE IN THE CONSTITUTION AFTER THE VERY MOMENT THE CONSTITUTION IS ADOPTED i.e AFTER 26TH JANUARY,1949. IF THE OPPOSITE PERSONS AGREE TO THIS OPINION,THEN WE ,ALL THE INDIANS SHALL TOTALLY.AGREE TO THE OPPOSITE PERSONS OBJECTIONS GLADLY AND WELCOME TO YOU WITH OPEN HANDED.
Sir aap ka programm bahit hi axa h great h ye pure hinduo ko sunna chahiye ❤❤❤❤ lpve with respect aapki ek ek baat satya h❤❤❤❤
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
Sansodan nahe pura kahatam hona chahiye
वक्फ़ बोर्ड को समाप्त कर देना चाहिए।
Appko aur appky channel ko salute. Sach bony aur dikhany ky liy.🎉❤Amitabh ji
विपक्ष का कहना यही है जनता ने आपको वोट देकर चुनाव है तो क्या हुवा शासन आपका है तो क्या हुआ बातें वही मानी जाए जो हम कहे हम जो बातो मानेंगे वह जो मौलाना कहेंगे वही मानेंगे
अशोक यादव जी कोई सर्वनाम की चीज बची है या नहीं आपके अंदर कुछ तो शर्म करो हमेशा गुंडे बदमाशों का ही पक्ष लेते हो
यह समाजवादी पार्टी का प्रवक्ता भी कितनी बेशर्मी दिख रहा है तुमने तो आतंकवादियों के केस वापस लिए थे एक विशेष धर्म का होने के कारण
बफ बोर्ड में भी किसानों की नहीं सुनी जाती जिन किसानों की जमीन छीन ली जाती है
और दोस्त किसानों के उचित, अनुचित आंदोलनों का समर्थन करने वाली विपक्षी पार्टियों, और आंदोलन चलाने वाले किसान नेता जो की मांगे भी विपक्षी पार्टी के नेताओं के साथ बैठ कर मांगने के लिए आंदोलन चलाते हैं साथ ही विदेशों से फंड भेजने वाले भारतीय और भारत के लोगो की संस्थाएं जिनमें अधिकतर पंजाब के लोगो, जिनको चलाने वाले लोग पंजाब से ही विदेशों में गए हुए किसान परिवारों, और खालिस्तानी संगठनों, गुरुद्वारों, से संबंधित है इनको किसानों की राजनीति से मोदी सरकार के विरोध में आंदोलन चलाने, हिन्दू संगठनों के खिलाफ बयान देने, के सिवाय देश के किसी दूसरे मुद्दों पर कुछ भी बोलते हुए, सोशल मीडिया, न्यूज चैनल डिबेट्स, पर नहीं देखा जायेगा, जबकि भारत सरकार, दिल्ली, , RSS, विश्व हिन्दू परिषद, के खिलाफ, विदेशों में हिन्दू समाज के मंदिरों, देवी देवताओं, हिन्दू समाज, के खिलाफ, गानों, यूट्यूब चैनलों, सोशल मीडिया, पर बहुत देखा जा सकता है और समर्थन सिर्फ खालिस्तान, किसानों के नाम से चलाए जा रहे राजनीतिक आंदोलन, बेअदबी के नाम पर हत्या, को पूरा पूरा है जिसके लिए पंजाब के सिक्ख किसान, और सिक्ख धार्मिक संगठन, विपक्षी पार्टियों के नेता फंडिंग करते है, जबकि पंजाब में भी वक्फ बोर्ड, बहुत सारे लोगों की जमीन, मकान, दुकान, को हड़पा जा रहा है लेकिन विपक्षी पार्टियों को मुस्लिम राजनीति के लिए वक्फ बोर्ड के साथ देखा जा रहा है तभी ये सब लोग वक्फ बोर्ड पर चुप रहते है।
@romyphotographyamritsar7420 बिल्कुल सही
जनता को और बेवकूफ नहीं बनना चाहिए देश के प्रति धर्म के प्रति जागरूक रहना चाहिए और कुछ नहीं।@@romyphotographyamritsar7420
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
जब आप उदारन मनमोहन सिंह का देते हे तो मनमोहन सिंह तो कोतो पांच सालके जनता ने चुना था तो मनमोहन सिंह ने कीसकी ज़मीन वक्त को दीं वो ज़मीन मनमोहन सिंह के नाम पर नहीं थी तो मुदा यही है मनमोहन सिंह ने दुसरे को जमीन वक्त को दे दीना अपनी तो नही थी
अशोक यादव जी आप और आपकी पार्टी को जरा भी शर्म नहीं आती है क्या गुंडे बदमाशों का पक्ष लेते हुए
वह बोर्ड के कानून से पता चलता है कि हिंदू कितने सालों सोया रहा
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
सिर्फ हमें बीजेपी चाहिए भाजपा लाओ देश बचाओ बीजेपी जिंदाबाद
Koti koti naman
वक्फ बोर्ड में सुधार नहीं इसको एकदम समाप्त कर देना चाहिए और इसकी जमीन गरीबों में बाँट देना चाहिए
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
किसी और के लिए यह लूट नहीं तो फिर वक्फ़ बोर्ड के लिए क्यों कानून तो सबके लिए एक बराबर होना चाहिए
गजब है समाज वादी पार्टी के प्रवक्ता और गजब है उनके जवाब 😅😅😅😅😅😅
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
सन 1976 में सारा विपक्ष जेल में था और इंदिरा गांधी ने संविधान में सेकुलर शब्द जोड़ दिया था क्या विपक्ष बताया यह सही तरीका था क्या लेकिन विपक्ष तो एक नंबर का बेशर्म है
शाबाश आप जैसे पत्रकारों की देश को जरूरत है एक तरफ तो यह कहते हैं हमारे में जाति पाति नहीं है एक तरफ कहते हैं पाल आ जाती को आरक्षण नहीं है
भारत के हर आदमी के लिए ऐसा क़ानून होना चाहिए 🙏🏽🌹
वक़्फ़ बोर्ड जड़ से खत्म करो. यह किसी भी तरीके से संवैद्धानिक नहीं है.
मुसलमान इतने अमीर है क्या जो 10 लाख एकड़ जमीन दान में दे दी वक्त बोर्ड को
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
वक्फ बोर्ड और वरशिप एक्ट खत्म करना चाहिए और यूनिफार्म सिविल कोड लागू किया जाना चाहिए।
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
एक तरफ तो यह कहते हैं एक मुसलमान की स्थिति बाढ़ से बढ़कर है और दूसरी तरफ कहते हैं मुसलमान ने 10 एकड़ जमीन दान दे दी
छोड़ो.... सेफई मैला कब होगा..... बहुत दिन हो गया....
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
मुझे यह समझ नहीं आता आपको बोर्ड के पास 10 एकड़ जमीन मुसलमान की डंडी हुई है तो मैं मुसलमान को गरीब समझो या धनवान
सबसे बड़ी चम्मच
अभी मन्दिर को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने से कौन रोक रहा है
YesCorrect
राम राम जी 🙏🙏
गजब खेल है स्वतंत्रता के बंटवारे का बापू दुनिया बदल गई नियत न बदली।
अमिताभ जी ये वक्फ बोर्ड और वरशिप एक्ट जैसे कानूनों को सरकार को रद्द करना ही होगा आज नहीं तो कल
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
कल्पना करो मुसलमान गरीब है तो वक्त बोर्ड के पास 10 लाख एकड़ जमीन है अगर मुसलमान धनवान होता तो क्या होता
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
Amitabh ji,
Congress walo ko bhi bulaya karo.
Kyonki....
Hamein bada Shakun milta h jb aap SP or Congress ki Maa- Bahan ek Karte ho.
अमिताभ जी एक उद्घोष कर दो कि हां मोदी जी प्रधानमंत्री हैं.........
बहुत तेज गति है, रेलवे को भी पीछे छोड़ दिया..............
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
Very good Ratnakar ji ….well sell too good
इमरान मसूद जी यह बता दीजिए एक कुंभ मेले का अध्यक्ष आजम खान कैसे बनाया गया था
जय जय श्री राम। सनातन बोर्ड जरूरी है
बप्फ बोर्ड में संशोधन क्यों पूर्णं रुप से खत्म क्यों नहीं बप्फ बोर्ड खत्म करो
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
अशोक यादव जैसे लोगों का जमीन जिस दिन वॉक्स बोर्ड ले लेगा उसे दिन इन जैसे लोगों का अकल ठिकाने आएगी
विपक्ष की बुद्धि एकदम भ्रष्ट हो चुकी है इनका कहना तो यह है मौलाना जी तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
सनातन दान बोर्ड बनाया जाना चाहिए।
हिंदू मंदिरो पर सरकार का नियंत्रण समाप्त हो।
पुरानी संपत्तियों पर नाजायज रूप से किए गए कब्जों को हटाया जाए।
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
नेहरू के वक्फ फ्राड कानून लागू कराना आपकी नजर में क्या मायने रखता है अमिताभ जी........
सर जी मेरा मानना है कि भारत देश की सरकार वक्फ बोर्ड में जो संशोधन करके देश के मुस्लिमों का वोट लगभग ७० प्रतिशत वोट बीजेपी अपने पक्ष में करने का काम निश्चित रूप से सुरक्षित कर रही है वक्फ बोर्ड के संशोधन के जरिए पक्का कर रही हैं धन्यवाद
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
मुसलमान की बात पाकिस्तान में करो क्योंकि बंटवारे में पाकिस्तान दे रखा है ये हिंदुस्तान है हिंन्दुऊं का है
भारत में संविधान के अनुसार कैसा वक्फ बोर्ड और क्यों?
सुप्रीम कोर्ट के माननीय जज साहब जी पता नहीं कैसे इसको मान्य करते हैं।
संविधान के अनुसार यह वक्फ कोई भी सरकार कैसे बना सकती हैं और स्वसंज्ञान की धारणा वाली हमारी सुप्रीम कोर्ट संस्था के अंदर इसको खत्म करने की हिम्मत ही नहीं है।
जब की यह वक्फ बोर्ड तो देश के बटवारे के बाद हमारे देश में क्यों है?
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
congressalways fallows autocracy rather democracy for .muslim appeachment forpower and exsitance
अमिताभ जी एक काम की बात बताएं तो हकीकत यह है कि देश अभी आजाद हो रहा है........
अंधी पीसे, कुत्ते खाएं.....
इस तरह के क़ानून दिखता है, हिन्दू देश में हिन्दू की क्या दशा बनाया, यह शाजिस है, जिसने ऐसा किया उसे दंड मिलना चाहिए 🙏🏽🌹🙏🏽
सर जी इस देश में समाज वादी पार्टी की सरकार के समय नौकरियों में ओबीसी का आरक्षण का मतलब मात्र एक जाति थी उसका नाम यादव ही ओबीसी में आते थे और किसी जाति को नहीं दिया जाता था
Koi bat nahi Krishna board anao
hello brothers and sisters we are. im bharat tum logo dekhao is there any waqf board in any other .muslim countries why in hindu country become a waqf law as soon as possible the parliament should cleaned out in our holy constitution as like as 1947 and this is the only duty for elected central government jai bharat
अमिताभ बड़े भैया जी, हाजी नईम जैसे अनपढों को क्यों बुलाते हो
दिल्ली के हिंदुओं को एकजुट होकर अपने देश भक्त मोदी योगी आदित्यनाथ जी बीजेपी और आरएसएस और एनडीए गठबंधन को वोट देना होगा क्योंकि जेहादियों पाकिस्तान और बांग्लादेश और रोहिगिया को बाहर निकालने में मदद करो
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
वक्त बोर्ड के साथ साथ विपक्ष और खास तौर से कांग्रेस भी नंगा हो रही है और वह बोर्ड के अधिकार पर तो आश्चर्य होता है
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
Waqf bord khatam होना चाहिए
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
अजी नाजिम की भी बहुत बेशर्मी दिखा रहे हैं बहुत गलत तथ्य पेश कर रहे हैं
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
इमरान मसूद जी यह बता दीजिए एक कुंभ मेले का अध्यक्ष आजम खान कैसे बनाया गया थाp
1 अखण्ड भारत में कोई मुस्लिम/मस्जिद/वकाफ भूमि नहीं थी। इस भूमि पर मुस्लिम राक्षसों ने एक दुश्मन के रूप मे आकर भूखे/नगें लुटेरों के रूप में आकर सनातनियों को लूटा, काटा, बहन बेटियों की इज़्ज़त लूटी, और भूमि हड़प ली।
2. अगर एक भी प्रमाण हो कि इन दुश्मन राक्षसों के पास में कि सबसे पहले इन्होंने सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीदी थी और धीरे धीरे-धीरे प्यार मोहब्बत के साथ अपना व्यापार बढ़ाया और धन अर्जित कर के धीरे-धीरे इतनी अधिक ज़मीन ख़रीदते गये और साथ-साथ में अपना साम्राज्य भी स्थापित किया तो दस्तावेज के द्वारा साबित करें । अगर नहीं तो इन दुश्मन लुटेरे राक्षसों का कौनसा वक़्फ़, कौनसी ज़मीन, कैसा हक़?
3. अगर इन राक्षसों के पास सन् 600 से 2025 के बीच ज़मीन ख़रीद के Sales Deed एवं Payment की Receipt नहीं है तो इन सभी दुश्मन राक्षसों को वापस अरब भूमि पर धकेल दिया जाएँ ।
4. 1947 में इन मुसलमान राक्षसों के आग्रह पर भारत भूमि का बँटवारा कर दिया गया क्योंकि वे काफ़िरों के साथ रहने में रुचि नहीं रखते थे। 1947 में मुसलमान राक्षसों को दो पाकिस्तान दिए गए। इसलिए सभी मुसलमान राक्षसों को उनके हिस्से की ज़मीन पर धकेल दिया जाना चाहिए था/चहिए।
5. क्या हमारे द्वारा बंटवारे में 2 पाकिस्तान को दी गई भूमि पर इन मुसलमान राक्षसों ने सनातन/हिन्दू बोर्ड बनाया है? यदि नहीं, तो फिर सनातनी काफ़िरों के हिस्से की बंटवारे वाली हिन्दुस्थानी भारतीय भूमि पर इन राक्षसों के वक्फ बोर्ड अधिनियम की अनुमति क्यों दी गई ? जिन भी गद्दार दुष्टों ने 1947 से 2025 के दौरान इस वक़्फ़ अधिनियम रूपी राक्षस को बनाया/लागू किया उनकी पहचान करके चिह्नित किया जाए और सभी को/इनके सभी वारिसों को तत्काल दुश्मन घोषित किया जाए, और मृत्यु दंड दिया जाए, और उनकी चल/अचल सम्पत्ति को तत्काल जप्त किया जाए।
7. हमारे हिस्से की ज़मीन पर रहने वाले सभी मुसलमान राक्षसों को तुरंत विदेशी घोषित करें। उनके सभी राजनीतिक अधिकार समाप्त हो क्योंकि वे विदेशी लुटेरे राक्षस हैं।
8. एक साथ दोनों पाकिस्तानी भूमि से सभी सनातनियों को हिंदुस्तान में लाओ और 1947 के बंटवारे को सम्पूर्ण करें ।
9. इसके बाद भारतीय नागरिक अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए और सभी मुसलमान राक्षसों की नागरिकता देने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
🕉️🔱🔱🔱हर हर महादेव 🔱🔱🔱🕉️
Yadaw ji krisna board par bolo
गजब के निगर घट हो भाई,,😂😂😂😂😂😂😂😂
Ye teeno pm hindu virodhi the 😢😢😢
Issiliye kehete thhe ... kaagaj nahi dikhayenge.
Vakf khatm karo modiji.
अमिताभ जी वो ग्यारह.......
Waqt board ka asila naam hai lutera board Modi ji aapko isko jad se hata do board ko aur Sanatan board Banna chahie Jay Shri Ram❤
Vipaksh ko acche aur bure se koi matlab Nahin Hai Inka matlab hai sirf aur sirf virodh karna virodh karne ke alava yah Kuchh Nahin Jante Hain
Mata Vaishno Devi shrine board ke andar University chal rahi hai college chal raha hai hospital chal raha hai aapane kya banaya
Shivaji ne wardan diya to BHasmasur ne sabse pahele Shivaji ke sir pe haath rakhne ke liya dauda.Phir Mhini ne nritya ke mudra aise ki
Amitabhji, halanki 'Waqf Board' banana hi banaya jana galat tha. Sath hi 'Mandir' par sarkar ke pas adhikar hona kisi bhi prakar se sahi nahi tha. Ye sab, sirf aur sirf Muslims ke bhale ke nahi, balki, unka Appeasement karna aur 'Satta' mein bane rahne ke liye, hamare 1st. P. M. Nehru ne chalu kiya. Badmein, Indira, Rajiv aur bad mein kiya. Ab, ye jaroori hai ki, isme badlav ho.
NDA doesn't need Thhugbandus votes. So Thhugbandus can stay home.
Sansodhqn nhi khatm karo
Yadaw board banao
Lagta hai ki, 'Taklu' ke hisab se Akhilesh ya Rahul(Gandhi Khandan) hi P. M. ke layak hai.😂😂😂
Itne gande kanun ka to out right kabar me dal dena chahiye
Bhai Hindustan me hindu board bano or Hindu jo jgha par najar karega vo Hindu board ke ho vesa kanun bando
ये काले कोट वाला कौन है पता नहीं शायद सपा वाला है ये हमेशा अपनी बेईज्जती करा के जाता है😁
और बेईज्जती पैनलिस्ट नहीं करते एंकर ही कर देता है...
शैल्यूट है इतना जलील होने के बाद फिर डिबेट पर आना 😂🤣🤣🤣
चलो मानते हैं जेपीसी बनाने का कोई मतलब नहीं है तो बाबा बोर्ड बनाने का क्या मतलब है इसको तो भाई गलत समझा दे पाकिस्तान में को मिली है की संपत्ति जिस पर उंगली रख देंगे वह हिंदुओं की हो जाएगी कभी ऐसे किसी भी देश में है तो बता दे अरे भाई आपको यह हर चीज क्यों चाहिए बाकी नहीं है क्या हिंदू नहीं है सीखनी है ऐसा ही नहीं है और नहीं है क्या तुम कौन से खास हो ठीक करते हो तुम अल्लाह ही देना
Ye nazim har bar car mein hi hota hai , patrol free milia lagta hai 😂
Haspital kitne banaye ye sarkar. 10 saal ka ye sarkar batayenga, ...60 saal ki hisaab koun dega.
Ye lutere hai aur kuch nahi
अशोक भाई का दर्द केवल सच्चा मुसलमान ही समझ सकता है, जिसके दामाद की पूरी सम्पति ही जाने वाली हो , वो तो रोयेगा ही. अशोक जी रात रात भर रोते हैं बेचारे🌶️
हाजी नाजिम कम बुद्धिजीव है
Sarkar bipakshey ka suljhab mana nahi ...sp pravakta....lekin suljab kya kya deya ...ye toh bataya nahin.
Dyalbag aagra
To mugal yaha kyo aye lutne hi aye the usi raste par hai hindustan ke katuwa
Pakistan bheju
समाजवादी पार्टी का एकमात्र मकसद अपने वोट बैंक को खुश करनाहै, उसके लिए यह नीचे से नीचे स्तर पर गिर सकते हैं, कभी कुंभ पर सवाल उठाते हैं कवि संभल के दंगाइयों के घर पहुंच कर उनको पैसा देते हैं, कभी वकफ़ बोर्ड के समर्थन में खड़े नजर आते हैं
इस पार्टी ने कभी कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति की मांग नहीं करी, लानत Y समाज पर जो इन पर इस तरह का दबाव नहीं डालते
Aashram ki jammen pr aj tk koi case lekar court gya h kiya aashram ki sanshta h kiyw wakf jse 😅😅😅
School gowshala hospital old age home anginat hai tum gin nahin paoge
Sardar ka sabse bara apman laer gaye moni c. M
अशोक जी अब आप काला कपड़ा तो पहने ही हो, शर्म छोड़ो, अब जाली दार टोपी भी सिर पर पहन कर हज्ज कर ही आओ🌶️
जब जब मुसलमान का कानून से कोई स्वार्थ निकलता है तो यह भारत के संविधान कीदुहाई देते हैं, और जब जब निर्णय उनके स्वार्थ के खिलाफ होता है तो यह संविधान और ज्यूडिशरी पर सवाल उठाते हैं अजीब सा दोगलापन है
राक्षस एसे ही लोग थे, हैं ओर रहेंगे
Sorry pm
Sahab inka naam LEHRU hai sahab
Please
ua-cam.com/video/Z84KCdoT2XA/v-deo.htmlsi=02N9dXt2AYDElWSC