श्रीसूक्तम् - श्लोक सहित || Shri Suktam-With Lyrics || Jaydeep Kanabar

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  • Опубліковано 29 кві 2022
  • Voice : Jaydeep Kanabar
    Composition : Traditional
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    श्रीसूक्त #ऋग्वेद का खिल सूक्त है। ऋग्वेद के पांचवें मण्डल के अन्त में यह उपलब्ध होता है। सुक्त में मन्त्रों की संख्या पन्द्रह है। सोलहवें मंन्त्र में फलश्रुति है। बाद में ग्यारह मन्त्र परिशिष्ट के रूप में उपलब्ध होते हैं। इनको #लक्ष्मीसूक्त के नाम से स्मरण किया जाता है।
    आनन्द, कर्दम, श्रीद और चिक्लीत ये चार श्रीसूक्त के ऋषि हैं। इन चारों को श्री का पुत्र बताया गया है। श्रीपुत्र हिरण्यगर्भं को भी श्रीसूक्त का ऋषि माना जाता है।
    इस सूक्त का उपयोग लक्ष्मी की अराधना, जप, होम आदि में किया जाता है। महर्षि बोधायन, वशिष्ठ आदि ने इसके विशेष प्रयोग बतलाये हैं। श्रीसूक्त की फलश्रुति में भी इस सूक्त के मन्त्रों का जप तथा इन मन्त्रों के द्वारा होम करने का निर्देश किया गया है।

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