|| Takht Wali Bawdi Narnaul || मिर्ज़ा अली जां की बावड़ी, मुग़ल काल के हजारों राज दफन है यहां

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  • Опубліковано 9 лис 2024
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    || This baoli (Water tank) built by Mirza Ali Jan 1556-1605 AD, the Nawab of Narnaul during the reign of Emperor Akbar is situated to the south-west of the town of Narnaul. The main structure of the buliding is in the shape of a huge arched gateway carrying the "Takhat" with a rectangular pillared chhatri (Kiosk) on its top. The Chhatri has a decorated flap, resting on the eight pillars made of grey stone into rows that open to all sides. Below it there is a balcony with staircases. The "Takhat" stands on the main arched entrance of the baoli. On the south, the main arched opening is attached with the three storeyed baoli and further a well. The water to the baoli is provided through this well.
    तख्त वाली बावड़ी का निर्माण नवाब मिर्जा अली जा ने 1556-1605 ईस्वी के बीच में करवाया था अकबर के शासनकाल के दौरान मिर्जा अली जहां को नारनौल का नवाब बनाया गया था यह बावड़ी लगभग 700 वर्ष पुरानी है जोकि मुगल काल की एक वास्तुकला का एक बहुत ही सुंदर उदाहरण है इस बावड़ी की खुदाई के दौरान यहां पर लोगों के सिर हाथ और पैर कटे हुए मिले थे इस बावड़ी का नाम पर बावड़ी इसके ऊपर 8 पिलरो पर बने हुए तख्त की आकृति के कारण पड़ा है बताया जाता है कि इस ताकत के ऊपर पहले सोना लगा हुआ था जो कि चोरों के द्वारा उतार लिया गया था यह बावड़ी तीन मंजिली बावड़ी है बावड़ी का मुख्य द्वार धनुष आकार का बनाया गया है जिसकी चौड़ाई लगभग 17 से 18 फुट है बावड़ी परिसर में पहले कुआं हुआ करता था जिसके अवशेष हमें आज भी मिलते हैं उस कुआं से पानी बावड़ी के अंदर आता था
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    Music in this video:-
    Song King's Men
    Artist. Biz Baz Studio
    Album. King's Men
    Licensed to You Tube Audio Library
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