The exposition of 'Kelimal' by Dr. Chaturvedi ji speaks all for his exceptional scholarship and devotion to Shayam- Shyama duo. Not only Swami Haridas ji but any one who fell in his line of teaching, if I am not wrong, popularly known as 'Sakhi Sampradya' gave the humanity a gift that will survive the time and periods in knowledge and Ananda . The work of 'Ashtchap' and other great saints came at that time when common man was helpless and felt directionless in matter of religion due to repression and oppression of Mughal rulers of that time. The life seemed like that it lost its meaning but the great saints like Haridas Ji and Surdas ji with their divine poetry and music filled the life with hope and an higher kind of Anand, happiness. Thus their contributions to the nation is no less than to subliminal divine literature and religion. The anguish of Dr. Chaturvedi ji can all be well understood when he speak about the irrelevant queries made by the so called literates regarding the time and period of Krishna Leelas. They all trained in Nehruvien era of so called 'scientific inquiry' temprament neither know the science nor the Krishna and His divine acts. Now a days the Quantum physicists speak the same language that our sages knew thousands of year hence. The Leela is, as one see and perceive, nothing concrete! Isn't the behavior of an atom is same and different at the same time! What the Schroeder's famous 'Cat' experiment says. The Cat is alive and the Cat is dead both True at the same time! ऐसा सुंदर और ज्ञानवर्धक वीडियो बनाने के लिए डॉक्टर चतुर्वेदी जी को और आप की पूरी टीम का हृदय से आभार एवं साधुवाद 🙏🙏
श्रद्धेय चतुर्वेदी जी का यह कार्य ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के पुस्तकालय में देखा था। उनका दशकों का परिश्रम है। कपिला वात्स्यायन जी सरीखी मूर्धन्य कला मर्मज्ञ ने चतुर्वेदी जी की सौंदर्यशास्त्रीय लोकदृष्टि की कई जगह प्रशंसा की है। श्रीहरिदास जी का केलिमाल सदियों तक दुर्लभ रहा और वह केवल साधकों हेतु था। इतनी गंभीर गुह्य परंपरा पर अकादमिक चिंतन बेहद कठिन कार्य रहा होगा। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र को इतना विशाल कार्य प्रकाशित करने हेतु साधुवाद। विकास भाई जी का आभार कि यह दुर्लभ बातचीत लोकमानस तक पहुँचाई। जय जय श्रीहरिदास। [पुनश्च: आचार्य श्री ने व्याख्यान के अन्तिम में ब्रह्मसूत्र के जिस सूत्र- लोकवत्तु लीलाकैवल्यम्- का उल्लेख किया उस महत्त्वपूर्ण सूत्र को गीताप्रेस के भगवल्लीलांक में प्रत्येक पृष्ठ पर केन्द्रीय विचार के रूप में मानकर रखा गया था। आचार्य श्री ने बहुत गंभीर बात कही]
माफ़ करना महाराज जी गहराई काफ़ी कम है आप हमारे स्थान के समाज में बैठें । इतना ज्ञान तो हमारे ब्रज के बाल गोपालन ने है । 🙏 श्री कुंज बिहारी श्री हरिदास 🙏
Kriya yog vigyan and kuch practice ki live lecture ho jate toh maja aata jata , Banaras. Gyan bin bhakti kuch nahi Bhakti bin gyan bhi kuch nahi ,bhakti gyani gadi k ekk pahiye jise hai , balance . Har har mahadev, hare krishna jai ho mata.
I agree with lila because it's quatum state of region when that consionous in Nanda ji mata yashoda ji and radha mata ji krishna consionous have did lila in a region which quatum state of consionous / krishna+ shree radha raas .
Ye tohh shi kaha maharaj sri haridas ke swami shyamakunjbihari(nityaviharishyamashyam) surdas aur samanya radha krishna se alag hai lekin lalita kahan sey aayi aur nandnadan aur barsana vaali radha kaisey shyama kunjbihari se hi anshavtar roop main pragat huye ye jaanna hai tohh vrindavan rasik charno ka shara lo voh hi janwaa dengey aur sunno aap vishay ko baar baar badal detey ho ek topic pe tohh rho Sri haridas Sri hita harivansh.
I bought the two volume dkworld book today, but it has no color photos, no photos at all. 2018 edition 3300 rs. Where did u get this book with color fotos from?
आप को केलिमाल की टीका संतों ने कृपा वश दे दी, पर आपने उनकी ही वस्तु में दाग लगाने का जघन्य अपराध किया है.यहाँ केवल देह ही नहीं,बुद्धि का भी प्रवेश नहीं.परंतु आपने मुख्य गुरु महंत जी से शोध किए बिना यह भ्रम छाप दिया के श्री ललिता त्रिपुर सुन्दरी ही श्री ललिता हरिदासी हैं.आपके पिताजी को परिवार के ही किसी अज्ञानी बालक के कही सुनी बात पर किसी अन्य वंश के पुत्र का पिता घोषित किया जाए,तो यह आपके परिवार पर कलंक लगाने की ही चेष्टा और अक्षम्य अपराध माना जाएगा.आपके महंत जी से शोध न करवाना आपके बुद्धि की कुटिलता का प्रमाण है.जितनों ने आपकी पुस्तक ली उन सबको दिग्भ्रमित करने का पाप भी आपके सर लगेगा.पूरे प्रमाण के साथ संत महंत आपके इस अपराध को सिद्ध कर सकते हैं.ऊपर से आप इस प्रकार कह रहे हैं जैसे आपकी बात संतों द्वारा स्वीकार नहीं होने जैसा कोई एक तरफा मामला है और आपकी बुद्धि अपनी बड़े हृदय और दीनता का प्रदर्शन कर रही है.आप बोलो आपके वंश में ऐसा झूठा आरोप से कलंक लगाने वाला और ऊपर से छाप कर दूर दूर तक ये मक्कारी फैलाने वाला आपको कभी क्षम्य होगा?आपमें मानवता है तो अगले वीडियो में सच साफ साफ बता दीजिए,सभी को चेता दीजिए के अपराध हुआ है.महंत जी से सभी संतों के सामने क्षमा याचना कीजिए.आप जिस स्वतंत्रता से कह रहे हैं के चौबे ने बताया और आपने लिख दिया('अनेक प्रतियों में छाप दिया और बेच दिया' कहिये),उस अहंकार के स्वरूप को मिटाने हेतु संत महंत और स्वामी जी की सर्वोपरि परंपरा का कुटिल अपराध जान बूझकर करने के कारण जब विधि का लेख आप पढ़ोगे,कहीं ऐसा न हो के अगला जन्म आपको मनुष्य का भी न प्राप्त हो.
इक राधा व्रज में बसे ,इक राधा रास - विलास, तिजी राधा कुंज में दुलरावें हरिदास ...हमारे दुलरावें ..हरिदास....कुंज बिहारी श्री हरिदास 🙇♀️🙏
विद्वानों की अमृत वाणी का रसपान करवाने के लिए आपकी समस्त टीम का हृदय की गहराइयों से आभार ।।
🙏🙏🙏🙏🙏
@@anilkapruwan7383 🙏🙏🙏🙏
अति दुर्लभ बृज रस के विद्वान🌹🌹 🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏😊🙏🙏🙏
श्री हरि श्री हरि लाड़िली , श्री हरि जिनके रंग । श्री हरि मानैं अपनपौ , रहैं पियारी संग 🤗🤗🤗 shri haridas ❤️❤️🙏
The exposition of 'Kelimal' by Dr. Chaturvedi ji speaks all for his exceptional scholarship and devotion to Shayam- Shyama duo. Not only Swami Haridas ji but any one who fell in his line of teaching, if I am not wrong, popularly known as 'Sakhi Sampradya' gave the humanity a gift that will survive the time and periods in knowledge and Ananda . The work of 'Ashtchap' and other great saints came at that time when common man was helpless and felt directionless in matter of religion due to repression and oppression of Mughal rulers of that time. The life seemed like that it lost its meaning but the great saints like Haridas Ji and Surdas ji with their divine poetry and music filled the life with hope and an higher kind of Anand, happiness. Thus their contributions to the nation is no less than to subliminal divine literature and religion.
The anguish of Dr. Chaturvedi ji can all be well understood when he speak about the irrelevant queries made by the so called literates regarding the time and period of Krishna Leelas. They all trained in Nehruvien era of so called 'scientific inquiry' temprament neither know the science nor the Krishna and His divine acts. Now a days the Quantum physicists speak the same language that our sages knew thousands of year hence. The Leela is, as one see and perceive, nothing concrete! Isn't the behavior of an atom is same and different at the same time! What the Schroeder's famous 'Cat' experiment says. The Cat is alive and the Cat is dead both True at the same time!
ऐसा सुंदर और ज्ञानवर्धक वीडियो बनाने के लिए डॉक्टर चतुर्वेदी जी को और आप की पूरी टीम का हृदय से आभार एवं साधुवाद 🙏🙏
अपने समीप तुम्हारे होने के आनन्द से
मन प्रतिपल आनन्दित होता है
कैसे कहूं मैं प्रभु तुमसे
तुम्हारा आनन्द ही हमारे कंपन से निकलता है।
श्रद्धेय चतुर्वेदी जी का यह कार्य ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के पुस्तकालय में देखा था। उनका दशकों का परिश्रम है। कपिला वात्स्यायन जी सरीखी मूर्धन्य कला मर्मज्ञ ने चतुर्वेदी जी की सौंदर्यशास्त्रीय लोकदृष्टि की कई जगह प्रशंसा की है। श्रीहरिदास जी का केलिमाल सदियों तक दुर्लभ रहा और वह केवल साधकों हेतु था। इतनी गंभीर गुह्य परंपरा पर अकादमिक चिंतन बेहद कठिन कार्य रहा होगा। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र को इतना विशाल कार्य प्रकाशित करने हेतु साधुवाद। विकास भाई जी का आभार कि यह दुर्लभ बातचीत लोकमानस तक पहुँचाई। जय जय श्रीहरिदास।
[पुनश्च: आचार्य श्री ने व्याख्यान के अन्तिम में ब्रह्मसूत्र के जिस सूत्र- लोकवत्तु लीलाकैवल्यम्- का उल्लेख किया उस महत्त्वपूर्ण सूत्र को गीताप्रेस के भगवल्लीलांक में प्रत्येक पृष्ठ पर केन्द्रीय विचार के रूप में मानकर रखा गया था। आचार्य श्री ने बहुत गंभीर बात कही]
आपकी प्रेरणा, प्रोत्साहन के बिना ये कभी सम्भव न होना था. अपने समय के ये रत्न सरीखे हैं.
ऐसे परिचय और मिलते रहे 🌸🌸🙏
माफ़ करना महाराज जी गहराई काफ़ी कम है आप हमारे स्थान के समाज में बैठें । इतना ज्ञान तो हमारे ब्रज के बाल गोपालन ने है । 🙏 श्री कुंज बिहारी श्री हरिदास 🙏
Bilkul sahi kaha Maharaj 😂😂
Shri haridas Shri haridas
दोनों गुरु जी को बारम्बार नमन दोनों गुरु जी को सुनाना बहुत अच्छा लगता है
श्री कुंज बिहारी श्री हरिदास। 💐💐💐❤❤❤🙏🙏🙏
बहुत ही रोचक प्रसंग। स्वामी श्री हरिदास जी के बारे में अद्भुत जानकारी
Shree Haridas shree Haridas 🙏... adbhut adbhut shree Swami ji ke shree charno me koti koti naman 🙏
😅 11:50
😊😊😊😊😊😊😊😊😊
😊😊😊
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
31🌹🐦जय श्रीमन्नारायण. जय श्री कृष्ण जय श्री राम. जय श्री हनुमान. जय श्री गणेश. ॐ नमः शिवाय.🐦🌹(इचलकरंजी महाराष्ट्र)🌹🐦।
WOW, beautiful topic. Very well done.
Radhe radhe guru ji pranam 🌹🙏🌹
Is anmol amriut param Gyan ko ek agyani balak ka sat sat naman prabhu ji ki jai ho 🌺💐🌿
बाँके बिरदनि बिदित बिहारी । इछ्या विग्रह धरि लीला वपु सब अवतारनि पर अवतारी । लछमीपति ब्रजपति कौं दुर्लभ इनते कौन बड़ौ अधिकारी॥🪔
Salute to u..acha sunane wale bahut h bs aap jese logo ki jrurat h..samaj ko rah dikhane me ye channel aham sabit hoga
जय श्री कृष्णा। कोटि कोटि साधुवाद
Jai Ho Radhavallabh lal ki 🙏 Radhavallabh shri harivansh 🙏
अति सुंदर , कृपया इस पुस्तक के बारे में और भी बताएं जिस से इस पुस्तक और विषय पे लोगों को पता चले
Congratulations 👏👏
Waiting for the next part... ❤️❤️❤️
अद्भुत ही सुना दिया, महाराज ।। पुस्तक के प्रकाशन का भी कृपा करके नाम बताने का कष्ट किया करें ।।
Jai shree krishna 🙏🙏
Shri Haridas 🙏🙏
साधुवाद अतिसुन्दर ।
जयश्री कृष्णा
अद्वितीय अद्भुत 🌷🌷🙏🙏
‼️🚩🌹राधे राधे🌹‼️🚩
Radhey Radhey
जय श्री कृष्ण
Kriya yog vigyan and kuch practice ki live lecture ho jate toh maja aata jata , Banaras.
Gyan bin bhakti kuch nahi
Bhakti bin gyan bhi kuch nahi ,bhakti gyani gadi k ekk pahiye jise hai , balance . Har har mahadev, hare krishna jai ho mata.
True prem ras
Radha Sudha nidhi aur Hitchaturasi bhi Ras desh ki important krati hei yei Hit Harivansh virachit hei
श्रीहरिदास 🌿
Aanand hai।
I agree with lila because it's quatum state of region when that consionous in Nanda ji mata yashoda ji and radha mata ji krishna consionous have did lila in a region which quatum state of consionous / krishna+ shree radha raas .
- - - प्रेम रस अमृत - - -
वाह अद्भुत 🙇🙏❤️
Sir K C bhattacharya ka matter nhi mil rha hai agr guru ji class le lete to bhut achcha hota 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
श्री राधे
Swaroopa vivechna ka aabhaar,
Mahashay, dwet- adwet ko kewal dwet me hi prachurta rahegi to jiv ki mukti kaise hogi?.
Jai Mataji., Jai gurudev.
Kindly please share the link of those books of they are available on online platform?
Time pass
Ye tohh shi kaha maharaj sri haridas ke swami shyamakunjbihari(nityaviharishyamashyam) surdas aur samanya radha krishna se alag hai lekin lalita kahan sey aayi aur nandnadan aur barsana vaali radha kaisey shyama kunjbihari se hi anshavtar roop main pragat huye ye jaanna hai tohh vrindavan rasik charno ka shara lo voh hi janwaa dengey aur sunno aap vishay ko baar baar badal detey ho ek topic pe tohh rho
Sri haridas
Sri hita harivansh.
जय श्री कृष्ण, from where to buy this book, on which discussion is been done ?
Naman
Consionous of human come as our laal pyaari ji , state of mind no , state of consionous .
❤🥺
Pls bataye ye granth..rasdesh kha milega
🙏👏🌺
Maramsparshi
Too goo
🙏🏻❤️
I need this where I wil get this
is there an english translation of kelimal
Thanks
I bought the two volume dkworld book today, but it has no color photos, no photos at all. 2018 edition 3300 rs. Where did u get this book with color fotos from?
सर के पास ही थी घर
इन्दिरा गांधी सेंटर से प्रकाशित
@@TheQuestURL thanks. I checked with dk print. Their book does not have it. I will check with ignca. This is superb interview. Thanks
Bhav in person
Book
आप को केलिमाल की टीका संतों ने कृपा वश दे दी, पर आपने उनकी ही वस्तु में दाग लगाने का जघन्य अपराध किया है.यहाँ केवल देह ही नहीं,बुद्धि का भी प्रवेश नहीं.परंतु आपने मुख्य गुरु महंत जी से शोध किए बिना यह भ्रम छाप दिया के श्री ललिता त्रिपुर सुन्दरी ही श्री ललिता हरिदासी हैं.आपके पिताजी को परिवार के ही किसी अज्ञानी बालक के कही सुनी बात पर किसी अन्य वंश के पुत्र का पिता घोषित किया जाए,तो यह आपके परिवार पर कलंक लगाने की ही चेष्टा और अक्षम्य अपराध माना जाएगा.आपके महंत जी से शोध न करवाना आपके बुद्धि की कुटिलता का प्रमाण है.जितनों ने आपकी पुस्तक ली उन सबको दिग्भ्रमित करने का पाप भी आपके सर लगेगा.पूरे प्रमाण के साथ संत महंत आपके इस अपराध को सिद्ध कर सकते हैं.ऊपर से आप इस प्रकार कह रहे हैं जैसे आपकी बात संतों द्वारा स्वीकार नहीं होने जैसा कोई एक तरफा मामला है और आपकी बुद्धि अपनी बड़े हृदय और दीनता का प्रदर्शन कर रही है.आप बोलो आपके वंश में ऐसा झूठा आरोप से कलंक लगाने वाला और ऊपर से छाप कर दूर दूर तक ये मक्कारी फैलाने वाला आपको कभी क्षम्य होगा?आपमें मानवता है तो अगले वीडियो में सच साफ साफ बता दीजिए,सभी को चेता दीजिए के अपराध हुआ है.महंत जी से सभी संतों के सामने क्षमा याचना कीजिए.आप जिस स्वतंत्रता से कह रहे हैं के चौबे ने बताया और आपने लिख दिया('अनेक प्रतियों में छाप दिया और बेच दिया' कहिये),उस अहंकार के स्वरूप को मिटाने हेतु संत महंत और स्वामी जी की सर्वोपरि परंपरा का कुटिल अपराध जान बूझकर करने के कारण जब विधि का लेख आप पढ़ोगे,कहीं ऐसा न हो के अगला जन्म आपको मनुष्य का भी न प्राप्त हो.