उत्तराखंड में पांडव लीला की धूम, जानिए क्या है इस आयोजन के पीछे की कहानी Rudraprayag

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  • Опубліковано 14 жов 2024
  • पांडवलीला हर 3 साल बाद आती है देवो की भूमि उत्तराखंड में
    माना जाता है कि पांडवों की भटकती आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए गांव के लोग पांडव नृत्य का आयोजन करते हैं. दूर-दूर से लोग पांडव नृत्य देखने के लिए पहुंचते हैं. इसके अलावा यह भी मान्यता है कि पांडव अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए भी अवतरित होते हैं, गांव में जो भी रोग-दोष होता है उसे पांडव दूर करते हैं
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