Class 299 Bhgavad Geeta 2/55 Shankar Bhashyam भगवद्गीता2/55 शंकर भाष्यम्। शत्रु नंबर 1=भोग सुख-हेतु
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- Опубліковано 12 лис 2024
- राम जी की पावन आज्ञा और देख-रेख में श्रीमद् भगवद्गीता जी पर प्रतिदिन एक वीडियो कक्षा बनाई जा रही है श्री शंकराचार्य जी के भाष्य के अनुसार।
यह श्रृंखला में 299 वीं कक्षा है।
विषय : अध्याय 2 श्लोक 55
इंद्रियों के विषयों का भोग सुख हेतु है यह अविवेक ही हमारा शत्रु नंबर वन है।
इति सर्वं शिवम्।।
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Swami Nityanand Saraswati J
Pranam Gurudev ♥️🙏🙏♥️♥️🙏🙏♥️♥️♥️🙏🙏♥️🙏♥️🙏♥️