आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00042 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
"आप दुनिया में इसलिए हारते हो क्योंकि आपके भीतर बहुत कमी है। जो भीतर की कमी को पूरा कर ले फिर कोई उसे रोक नहीं सकता!"-आचार्य प्रशांत, वेदांत संहिता, कठ उपनिषद्, अध्याय:०१,प्रथम वल्ली, श्लोक:२४ पर
Job की क्या situation है भारत में हर कोई जानता है, High Degree लेकर भी youth बेरोजगार घूम रहा है, जॉब के लिए line में लगे हुए youth को देख कर बहुत दुख होता है, इतने साल study के लिए पैसा, ओर 20-25 साल खराब करने के बाद भी job न मिले तो future में क्या होगा, youth को हम देश की back bone ( रीढ की हड्डी) बोलते है, अगर यह कमज़ोर हो गई तो देश तरकी कौसे करेगा,
Job chahiye kyu,, high degree ek kagaz hai,,,skilled youth ki har jagah jrurat hai..jitna padhna hai padhiye youths skilled ho Jaye bas problem solved... Or kyu chhaiye jobs . Apna business banao mat raho kisi ke bharose... Love u youths go ahead...
नौकरी हो यां अपना बिजनेस शादी हुई हो न हुई हो।।सब गुलाम हैं।।जो पैदा हुए और एक दिन मरे 😢सब गुलाम हैं 😢 ज़िन्दगी का दुसरा नाम गुलामी है 😢 किसी बहुत ही नेक इन्सान ने अपने बारे में बताई बातें।।।😢कहता जब से जन्म लिया और दिमाग बचपन में जैसे ही सोचने लगा।। मुझे गुलामी का पता लगने लगा।। ये गुलामी क्या है बताता हूं।।चार साल का था जब।। गांव में बच्चों के साथ खेलते हुए पेड़ों खेतो गांव की मिट्टी में खूब मस्ती किया करते थे।।सिर मे मिट्टी रोज इतनी होती कि मां मुझे नहलाते हुए खुब डांटती।।उस डांट का कोई असर न होता 😅 अचानक एक दिन पिताजी हम भाई बहन को साथ लेकर बड़े शहर में आ गए।। और एक कमरे के घर में जैसे पंछी उड़ते के पर कतर दिए हो।।उसी मे रसोई उसी एक कमरे में रहना पुरे परिवार का😢 गुलामी सी लगी।।😢 फिर स्कूल जाने लगे दुसरी बार गुलामी का अहसास हुआ खुब रोया।। जैसे जैसे होश संभाला घर की प्रोब्लम पिताजी के सब एक के बाद मंन पर गुलामी जैसे।।😢 बड़े हुए शादी बंधन में बंध गए उसके दुसरी गुलामी।। सुबह उठो काम ही काम भागम भाग।।ये प्रोब्लम वो प्रोब्लम 😢😢😢😢मंन मे इस इस गुलामी का हल डुढ लिया कि बच्चे बड़े हो जाए पाऔ पर खड़े हो जाए।।😮बस फिर एक पल देरी किए गांव चला जाऊंगा।।। वैसे भी बच्चे जब तक अपने पैरों पर खड़े नहीं होते उन्हें तब तक मां बाप की अधिक जरूरत है।।कमाने लगे।।वो अपने फैसले खुद करते हैं 😮ये एक अच्छी बात भी लगी उसे न तुम मुझे रोको ना मे तुम्हे कुछ कहे 😢😢😢😢😢 गांव जाउंगा।। वहां वैसी ही जिन्दगी जहां बचपन छोड़कर आया था।। पेड़ों नदियों खेत खलिहान पंछीयो सुरज चांद तारो पवन आधी से की हुई दोस्ती जो छूट गईं थीं।। उन्हें बोलुंगा लो मैं आ गया।। फिर से खेलते हैं आजादी से 😮 जैसे ही वह गांव जाने की बात करता।। पत्नी महोदय एक साल रुको अभी।।ये है वो है।।दुसरे साल फिर वही बात बच्चों की शादी करा कर जाना।। ठीक है।।शादी की उम्र हो गई है।। जल्द से जल्द रिश्तेदार के यहां रिश्ते की बात करते हैं।। बच्चे बोलै और खुद अभी शादी नहीं करनी हमें।।।😢😢😢कमाल है।। तुम शादी ना करो तीस बत्तीस साल तक मै तब तक तुम्हारे कहने वाली बेकार बोरस ज़िन्दगी जीता रहूं यही शहर में।।।ना हवा ना खुला वातावरण।। जैसे जानवर पिंजरे में है ऐसी ज़िन्दगी 😢😢😢😢जिद की जाने की 😢 पत्नी की हालत ख़राब।। डाक्टर के यहां जाने की नोबत आ गई।।।😢 पत्नी महोदय एक बार गांव मेरे साथ कम से कम घुमने चलो नहीं मन लगा वापस शहर में रहने लग जाना दो और भाई के परिवार रहते हैं।।कौन तुमने अकेले रहना है भरा हुआ परिवार है सब इज्जत करते हैं बड़े जो है हम 😢 नहीं मानी।। चलों महीने बाद मै आ जाया करूंगा पंद्रह दिन में चक्कर लगा लिया करुणा।।।नही नही नही ।😢😢😢😢😢ये गुलामी जो है मिरतियु तक साथ ही शमशान तक जाती है।।जीते जी कभी नहीं।।।जिस दिन मर गया उस दिन पत्नी अकेले रहना सीख ले गी बच्चों का तो क्या कहना 😢😮😢😮😮😮
आपको सादर प्रणाम आचार्य जी। आपकी बाते और राजीव दीक्षित जी की बाते दोनो में बहुत ही ज्यादा समानता है। आपको सादर प्रणाम जबसे आपको सुन रहा हूं मेरा विचार ही बदल गया है सर
I am Muslim and I like Acharya Prashant saying he is rightly highlighting the current situation of our also where we became slaves of few people through technology.
जब मेरी समझ आया तो मैं बिलकुल टूट सा गया था। मैं कोशिश की पर मै तो अपने मां बाप, भाई, बीवी, या बच्चे तक को समझा नहीं पाया। दिमाग खराब होने को है। अब मैं भूलने के लिए यही डेटा उसे करता हु। मुझे पता है पर कर क्या सकता हु। 😢😢😢सब खत्म भाई लोग। खाली घंटा बचा है मंदिर का उसी के लिए जिंदा रखा है सरकार ने।
Amazing knowledge sir I salute. I understand why govt giving free of cost Ration to poors. They do not want to become them rich by giving education free of cost
Watching from my living room in singapore, earning good and comfortably but empty inside.... see myself as gulaam of this big corporate and everyday unsure abt the next day work. better salaries bring great stress and uncertainties
Ye to mujhe bhut pahle hi pata chal gaya tha kyunki mai humesa apne dosto se kahta tha ki govt highway bagal me aam kele adi falo ke ped na uga ke jhad kyu ugati hai taki log bhuke rahe or kaam kare nahi to sarkari jameen pe itane fruits ugaye ja sakte ki sabhi ka free me pet bhar jaye
@@gudiarao2348 sahi baat hai pr sarkar un pedon ki b nilaami krti h. Sarkaar ko chahiye ki sadkon or rail line k dono or ki bekar jamin ko berojgaaron ko nominal rate pr kheti ya bagwani k liye lease pe de . Isse jahan departments ko revenue milegi desh ko upj or rozgaar
Yaha wo dailog yad aata he..ki Bhav itana badhao ki logo ko fursat hi na mile bagavat karne ki.. par itana bhi mat badhao ki log bagavat par hi utar jaye...
If I show this video to my Father , Mother or my wife they will label me as a loser and increase my stress even more. And now I have kids who have to prepare from 6th grade for JEE. You can never have peace in life and do what you like once you get the responsibility of raising a family. Once you have wife and kids the rat race of comparison and anxiety starts. You worry about keeping up with the Joneses and the future of your kids. Only get married if you have savings of at least 25 lacs and a house of your own or else you will be treated like a loser by your wife and kids. Being born middle class in a country of 140 crores itself is a curse.
Truth I aslo felt the same thing but I'm not married yet coz I'm most of the time In solitude and find peace and I think what next ? even I participate in rat race ...and even If i sustain In the race what's Im gonna get out of it ?
income inequality can be reduced by ending corruption and taxing 90 percent to the luxurious goods. poor people are giving more tax than super rich people .
सामाजिक क्रांति तभी संभव है जब निम्न एवं निम्न मध्यवर्ग में वर्ग चेतना उत्पन्न की जाये परन्तु जैसा मार्क्स ने कहा था कि धर्म का नशा चटाकर पूँजीपतियों का गुलाम बना लिया गया है
Problem nicely explained. I was hoping that swamiji will start a dialogue on a solution. At one point he also thought about it but then got bogged down. The fact is both oppressors and the oppressed are human beings.just that they are born in different places and are conditioned differently….
hey Dear my Name Gurvinder Guri मैने भी अपने career की शुरुआत Job से ही की थी, क्योंकि हमे कोई guide करने वाला नहीं होता क्या और क्यों करना है, लेकिन जॉब करके जिंदगी के बारे में बहुत कुछ पता चलता है, और खुद का Business क्यों जरूरी बिलकुल clearity हो जाती है, लेकिन Job की क्या situation है भारत में हर कोई जानता है, High Degree लेकर भी youth बेरोजगार घूम रहा है, जॉब के लिए line में लगे हुए youth को देख कर बहुत दुख होता है, इतने साल study के लिए पैसा, ओर 20-25 साल खराब करने के बाद भी job न मिले तो future में क्या होगा, youth को हम देश की back bone ( रीढ की हड्डी) बोलते है, अगर यह कमज़ोर हो गई तो देश तरकी कौसे करेगा,
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00042
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
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✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
😊😊
Good 👍
"आप दुनिया में इसलिए हारते हो क्योंकि आपके भीतर बहुत कमी है। जो भीतर की कमी को पूरा कर ले फिर कोई उसे रोक नहीं सकता!"-आचार्य प्रशांत, वेदांत संहिता, कठ उपनिषद्, अध्याय:०१,प्रथम वल्ली, श्लोक:२४ पर
बहुत सुंदर भाई बहुत सुंदर 🙏
शुरू ही सच्चाई से हुआ लेक्चर। कोई बनावट नही कोई झूठा राग नही।
Right
Job की क्या situation है भारत में हर कोई जानता है, High Degree लेकर भी youth बेरोजगार घूम रहा है, जॉब के लिए line में लगे हुए youth को देख कर बहुत दुख होता है, इतने साल study के लिए पैसा, ओर 20-25 साल खराब करने के बाद भी job न मिले तो future में क्या होगा,
youth को हम देश की back bone ( रीढ की हड्डी) बोलते है, अगर यह कमज़ोर हो गई तो देश तरकी कौसे करेगा,
Job chahiye kyu,, high degree ek kagaz hai,,,skilled youth ki har jagah jrurat hai..jitna padhna hai padhiye youths skilled ho Jaye bas problem solved...
Or kyu chhaiye jobs .
Apna business banao mat raho kisi ke bharose...
Love u youths go ahead...
❤
Right 😊😊❤
"जिसने भीतर बंधन पकड़ रखे होते हैं वो बाहर जगत में रोज़ मरता है।"
-आचार्य प्रशांत, वेदांत संहिता, कठ उपनिषद्, अध्याय:०१,प्रथम वल्ली, श्लोक:२४ पर
👏👏👌👌🌟🌟
नौकरी हो यां अपना बिजनेस शादी हुई हो न हुई हो।।सब गुलाम हैं।।जो पैदा हुए और एक दिन मरे 😢सब गुलाम हैं 😢 ज़िन्दगी का दुसरा नाम गुलामी है 😢 किसी बहुत ही नेक इन्सान ने अपने बारे में बताई बातें।।।😢कहता जब से जन्म लिया और दिमाग बचपन में जैसे ही सोचने लगा।। मुझे गुलामी का पता लगने लगा।। ये गुलामी क्या है बताता हूं।।चार साल का था जब।। गांव में बच्चों के साथ खेलते हुए पेड़ों खेतो गांव की मिट्टी में खूब मस्ती किया करते थे।।सिर मे मिट्टी रोज इतनी होती कि मां मुझे नहलाते हुए खुब डांटती।।उस डांट का कोई असर न होता 😅 अचानक एक दिन पिताजी हम भाई बहन को साथ लेकर बड़े शहर में आ गए।। और एक कमरे के घर में जैसे पंछी उड़ते के पर कतर दिए हो।।उसी मे रसोई उसी एक कमरे में रहना पुरे परिवार का😢 गुलामी सी लगी।।😢 फिर स्कूल जाने लगे दुसरी बार गुलामी का अहसास हुआ खुब रोया।। जैसे जैसे होश संभाला घर की प्रोब्लम पिताजी के सब एक के बाद मंन पर गुलामी जैसे।।😢 बड़े हुए शादी बंधन में बंध गए उसके दुसरी गुलामी।। सुबह उठो काम ही काम भागम भाग।।ये प्रोब्लम वो प्रोब्लम 😢😢😢😢मंन मे इस इस गुलामी का हल डुढ लिया कि बच्चे बड़े हो जाए पाऔ पर खड़े हो जाए।।😮बस फिर एक पल देरी किए गांव चला जाऊंगा।।। वैसे भी बच्चे जब तक अपने पैरों पर खड़े नहीं होते उन्हें तब तक मां बाप की अधिक जरूरत है।।कमाने लगे।।वो अपने फैसले खुद करते हैं 😮ये एक अच्छी बात भी लगी उसे न तुम मुझे रोको ना मे तुम्हे कुछ कहे 😢😢😢😢😢 गांव जाउंगा।। वहां वैसी ही जिन्दगी जहां बचपन छोड़कर आया था।। पेड़ों नदियों खेत खलिहान पंछीयो सुरज चांद तारो पवन आधी से की हुई दोस्ती जो छूट गईं थीं।। उन्हें बोलुंगा लो मैं आ गया।। फिर से खेलते हैं आजादी से 😮 जैसे ही वह गांव जाने की बात करता।। पत्नी महोदय एक साल रुको अभी।।ये है वो है।।दुसरे साल फिर वही बात बच्चों की शादी करा कर जाना।। ठीक है।।शादी की उम्र हो गई है।। जल्द से जल्द रिश्तेदार के यहां रिश्ते की बात करते हैं।। बच्चे बोलै और खुद अभी शादी नहीं करनी हमें।।।😢😢😢कमाल है।। तुम शादी ना करो तीस बत्तीस साल तक मै तब तक तुम्हारे कहने वाली बेकार बोरस ज़िन्दगी जीता रहूं यही शहर में।।।ना हवा ना खुला वातावरण।। जैसे जानवर पिंजरे में है ऐसी ज़िन्दगी 😢😢😢😢जिद की जाने की 😢 पत्नी की हालत ख़राब।। डाक्टर के यहां जाने की नोबत आ गई।।।😢 पत्नी महोदय एक बार गांव मेरे साथ कम से कम घुमने चलो नहीं मन लगा वापस शहर में रहने लग जाना दो और भाई के परिवार रहते हैं।।कौन तुमने अकेले रहना है भरा हुआ परिवार है सब इज्जत करते हैं बड़े जो है हम 😢 नहीं मानी।। चलों महीने बाद मै आ जाया करूंगा पंद्रह दिन में चक्कर लगा लिया करुणा।।।नही नही नही ।😢😢😢😢😢ये गुलामी जो है मिरतियु तक साथ ही शमशान तक जाती है।।जीते जी कभी नहीं।।।जिस दिन मर गया उस दिन पत्नी अकेले रहना सीख ले गी बच्चों का तो क्या कहना 😢😮😢😮😮😮
आपको सादर प्रणाम आचार्य जी। आपकी बाते और राजीव दीक्षित जी की बाते दोनो में बहुत ही ज्यादा समानता है।
आपको सादर प्रणाम जबसे आपको सुन रहा हूं मेरा विचार ही बदल गया है सर
OMG ! What a Bold , Honest ,and Absolutely Researched , and Courageous Facts ! Sir , Eye Opener for all , I am gonna share it Maximum!
really its an I opener
भेड़ों को कभी पता नहीं चलता कि उन्हें हाँका जा रहा है।
आचार्य जी का ज्ञान इतना सुन्दर, इतना गहरा है, इतना सूक्ष्म विश्लेषण, आचार्य जी को नमन 🙏
I am Muslim and I like Acharya Prashant saying he is rightly highlighting the current situation of our also where we became slaves of few people through technology.
Why u r mentioning ur religion
I am happy to see young generation thinking about the current situation.
जब मेरी समझ आया तो मैं बिलकुल टूट सा गया था। मैं कोशिश की पर मै तो अपने मां बाप, भाई, बीवी, या बच्चे तक को समझा नहीं पाया। दिमाग खराब होने को है। अब मैं भूलने के लिए यही डेटा उसे करता हु। मुझे पता है पर कर क्या सकता हु। 😢😢😢सब खत्म भाई लोग। खाली घंटा बचा है मंदिर का उसी के लिए जिंदा रखा है सरकार ने।
" छोटी सी नौकरी, थोड़े से पैसे, और बहुत सारी गुलामी " kuch dino ke bad ye bhi badi mushkil se milega
Ye hoti hai takat jap aap Philosophy, psychology, science our spritual ko padhte hain
खेती बाड़ी की तरफ वापिस लौटना होगा। पर्यावरण को बचाना होगा।
गुलाम बन gye हम लोग
Fight going on sir we can make it have faith on yourself we togetherly make difference 😊😊
@@shubhamraj3006business right?
@@shubhamraj3006but where can we unite, don't you think there should be a platform where we all unitedly make effort for a common cause or goal?
Amazing knowledge sir I salute. I understand why govt giving free of cost Ration to poors. They do not want to become them rich by giving education free of cost
मैने कार्ल मार्क्स गहराई से पढ़ा है, उसके पूँजीवाद में भयावह असमानता के सम्बन्ध में विश्लेषण आज भी प्रसंगिक हैँ ।
M bhee padna chahata hu unki books bataye plz
Watching from my living room in singapore, earning good and comfortably but empty inside.... see myself as gulaam of this big corporate and everyday unsure abt the next day work. better salaries bring great stress and uncertainties
Ye to mujhe bhut pahle hi pata chal gaya tha kyunki mai humesa apne dosto se kahta tha ki govt highway bagal me aam kele adi falo ke ped na uga ke jhad kyu ugati hai taki log bhuke rahe or kaam kare nahi to sarkari jameen pe itane fruits ugaye ja sakte ki sabhi ka free me pet bhar jaye
What a thought bro
@@gudiarao2348 sahi baat hai pr sarkar un pedon ki b nilaami krti h. Sarkaar ko chahiye ki sadkon or rail line k dono or ki bekar jamin ko berojgaaron ko nominal rate pr kheti ya bagwani k liye lease pe de . Isse jahan departments ko revenue milegi desh ko upj or rozgaar
Yaha wo dailog yad aata he..ki
Bhav itana badhao ki logo ko fursat hi na mile bagavat karne ki.. par itana bhi mat badhao ki log bagavat par hi utar jaye...
pranaam aapko sir.dil se🙏🙏🙏🙏 aankhe khuli hi reh gayi meri video dekh ke
Kya banda h yaar 🥰 starting me hi impress kr diya 😊
Hindi bolne ke liye dhanyawaad 🙏
Great thinking, he disected whole problem which is out of imagination by ordinary thinker, this is reality,
This is the honest truth Absolutely right 👍
This is the content what the youth need
Kya badhiya explanation hai sir ....hatsoff sir
Wah salute to acharya ji and the boy asked first in the seminar
Sir you are the best ❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤thank God koi to human mila gorilla ke bich-jo humanity ko bachana chahta. Bless you sir
Great respect for you Sir❤❤❤
Excellent presentation by decent anchor I salute acharya ji
Bilkul sahi Kaja Sir Ji ne😢
Good line
aapki dimag ko salam 🙏
Super gyan😊😊😊
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Don't worry. It's all temporary.
Truth I aslo felt the same thing but I'm not married yet coz I'm most of the time In solitude and find peace and I think what next ? even I participate in rat race ...and even If i sustain In the race what's Im gonna get out of it ?
absolutely right sir
Acharya Prashant jiiii❤
दंडवत प्रणाम!आपको,सच्चाई पर बोलने के लिए, बाकी किसी धर्मगुरु,या विद्वानों मे ईतनी हिम्मत नहीं के ऐ सब बोल के दिखाए।
Revolutionary video
Jai shree Ram
2:42 kya baat boli h yr ..
Acharya Ji Aap Great Ho❤ Prabhu
Saare fasad ki jad huge population of india. Agar population control hoti toh shayad bharat ke youth ki itni buri halat na hoti.
what a speach
Satisfied answer sir 👍
income inequality can be reduced by ending corruption and taxing 90 percent to the luxurious goods. poor people are giving more tax than super rich people .
From beginning to end every word is valuable
Thank you Sir for you Knowledge
Very very thankyou,
Aachary ji,
For give this important big knowledge...🙏
सामाजिक क्रांति तभी संभव है जब निम्न एवं निम्न मध्यवर्ग में वर्ग चेतना उत्पन्न की जाये परन्तु जैसा मार्क्स ने कहा था कि धर्म का नशा चटाकर पूँजीपतियों का गुलाम बना लिया गया है
Right sir ji
Bharat me personal home ac ban hona chaiye, car ac ban hona chahiye, and industry and company unse climate tax lena chaiye
Jai shree krishana
To make the long story short,beggars can not be choosers....mere kehne ka matlab yeh hai demand jiyada hai aur supply kam aur yeh hamesha rahega.
Good learning video
Respectful greetings to the teacher
Yes Sir...
People demanding everything in Free at New Delhi...Why
Great information ❤❤❤❤❤❤ Acharya Prashant Ji
I love sir your vedio very knowledge full ❤❤❤❤
Sach se samna ho gya. Aaj 😊
Impressive 😮
Manavta ki sachchai aur hum jaise sachche log
Vade vade jayte tatwa siddhi-With debate and discussion we can find the truth 🎉🎉
Maind blowing sir
Hammye badalana padega
Nahi to log or bhi poor hi jayegane
Jungle se bahar new sector
Or nya kuch banana padega
Nahi to
Gulami piche
Piche ayegi
Problem nicely explained. I was hoping that swamiji will start a dialogue on a solution. At one point he also thought about it but then got bogged down.
The fact is both oppressors and the oppressed are human beings.just that they are born in different places and are conditioned differently….
He is a great personality ❤❤❤
Good
Jivan me kuchh karna hai to pahle khud ko badalna hai 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
Oh my God our future is bright 🌞 o god
Good video 🎉🎉
Bohot Sahi kaha 🙏🙏🙏🙏
JAY SHRI KRISHNA
Congratulations sir ❤
Very nice sir
Superb analysis dear
It's I know true100% earth rules
mind-blowing
Pranam acharya ji🙏
Meri ankhein khul gyi ...parda sa hat gaya
मैंने भी yeh सत्र लिव attend kiya tha❤❤
thanks for u child future of knowledge
chunav me modi ne kaha tha sochta hu paise logo me bat du lakin fir usne sochna band kar diya jit ke bad
muje gulaam nahi rehna sir, mar jana hai par gulami nahi krni
Ek ram ki gulami kar lo kisi or ko karne ki jarurat nahi 😊
मरने की सोचना सब से बड़ा कायरता है
गुलाम ना बनो ये प्रयास करना चाहिए
आपको दीर्घजीवी होने की मंगल कामनाएं
hey Dear my Name Gurvinder Guri मैने भी अपने career की शुरुआत Job से ही की थी, क्योंकि हमे कोई guide करने वाला नहीं होता क्या और क्यों करना है, लेकिन जॉब करके जिंदगी के बारे में बहुत कुछ पता चलता है, और खुद का Business क्यों जरूरी बिलकुल clearity हो जाती है,
लेकिन Job की क्या situation है भारत में हर कोई जानता है, High Degree लेकर भी youth बेरोजगार घूम रहा है, जॉब के लिए line में लगे हुए youth को देख कर बहुत दुख होता है, इतने साल study के लिए पैसा, ओर 20-25 साल खराब करने के बाद भी job न मिले तो future में क्या होगा,
youth को हम देश की back bone ( रीढ की हड्डी) बोलते है, अगर यह कमज़ोर हो गई तो देश तरकी कौसे करेगा,
❤
@@gurvinderguri.023ये देश अब नेता और उनके रिश्तेदार के अमीर लोगो का गुलाम बनेगा और किसी को जॉब नहीं मिलेगी
❤❤❤❤❤आचार्य जी ❤❤❤❤❤❤
right
Gulam hamein yehi log banate hain. Always read between the lines.
Hamari jindgi kamni ke gulam hi
बिलकुल सच बताया है आपने
Ye hai asli Man ki baat
This is absolutely right 😢
Bilkul sahi baat hai sir
❤Naman h aapko aacharya ji❤
Wah sir, this is next level
जागरण अभियान जारी रहेगा 🪴🪔
❤️ Kalyug ❤️ ke ❤️ Krishna ❤️ Sri ❤️ acharya ❤️ Prashant ❤️ ji ❤️ ki ❤️ jai ❤️ ho ❤️ 0:52
Sir ji ❤❤❤❤❤❤ i l u
AP is wisest man on earth ❤
🙇♀️
🌞