Nadiya Gahri Naav Purani || Bani Sant Mirabai Ji || Niranjan Saar ||

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  • Опубліковано 28 кві 2024
  • #NiranjanSaar
    ● बानी संत मीराबाई जी:-
    मन माने जब तार प्रभुजी ॥
    नदिया गहरी नाव पुरानी । किस विध उतरूँ पार ॥
    वेद पुरान बखानी महिमा । लगे न गुण को पार ॥
    योग याग जप तप नहीं जानूं । नाम निरन्तर सार ॥
    बाट तकत हौं कबकी ठाड़ी । त्रिभुवन पालन हार ॥
    मीराँ के प्रभु गिरधर नागर । चरण कमल बलिहार ॥
    UA-cam Channel:- / @niranjansaar
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