आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00037 ✨ प्रतिमाह 20+ लाइव सत्र और नियमित परीक्षाएँ ✨ 40,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 1,000+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
आचार्य जी एक एक बात सही कह रहे हैं मेरे साथ भी कई बार ऐसा होता कि कभी कभी मैं किसी वीडियो को सुन लेती हूं और सोचती हूं सब समझ आ गया। फिर वही वीडियो कुछ दोनों बाद सुनती हूं तो लगता है ये मैंने सुनी ही नहीं थी। जबकि मैं कोई फिल्म नाटक वगैरह देख लूं वो बात याद रहती है और एक झलक देखते ही पूरी कहानी याद आ जाती है । और आचार्य जी को तो जैसे अंदर कोई बैठा है वो सुनने का दिखावा करता है पर समझता नहीं। प्रणाम आचार्य जी 🙏
हमारी पुरानी विफलता आगे की कामना बन जाती है, पुरानी चोट आगे का कर्तव्य बन जाती है, पुरानी हार आगे का अभियान बन जाती है,क्यों की आपका केन्द्र नहीं बदला,सूत्र है कि जिस केंद्र से कार्य किया गया उसी केंद्र से उसको मिटा नहीं सकते।🙏🙏
ज्ञान से जब निष्कामिता में प्रवेश हो जाय फिर बोध में छलांग लग जाय ।यही है बुद्धत्व यानी संबोधि।यही है आत्मा ।यही है ब्रह्म यही है मोक्ष । इंडिया के पास ज्ञान रह गया जहां बोध चला गया वो देश महाशक्ति बन गये।भारत सिर्फ रटूटू ज्ञानी तोता रह गया। बोध सचमुच क्या है जो कि ज्ञान से ऊपर है यह प्रशांत जी से ही पता चला । सचमुच प्रशांत सर एक बोधिसत्व हैं साधुवाद 🎉
Kamna karmafal Karta per bahut Sundar video hai❤❤❤ love u Aacharya ji itni gahrai Maine kisi mein nahin dekhi Geeta ke Sahi Arth aapse hi samjhe ja sakte hain
कितना जटिल काम है, ऐसा लगता है जैसे कृष्ण भि गिताकार के रुपमे हि कृष्ण थे अन्यथा नहि ।अहम के बश होकर नहि सच कह रहा हु - बहोत मेहनत और संघर्ष के वाद हि बसुदेव- कृष्ण बने थे ।
If people don't change for whole life and stay as they were born, then it will be easier to live life. Trust people as they are more predictable. But in other times, AP himself says that in prakruti, everything changes continuously. Body, mind, intellect, ego, conditionings all change and hence there is suffering as there is no permanence, so no trust, no predictability.
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00037
✨ प्रतिमाह 20+ लाइव सत्र और नियमित परीक्षाएँ
✨ 40,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 1,000+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
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समस्त कर्मों के अवशेष कोही कर्ता कहते हैं। निष्काम कर्म अपने पीछे कुछ नहीं छोड़ जाता। आचार्य प्रशांत 👏👏
ज्ञान का काम है तुम्हें तुम्हारे व्यक्तित्व से मुक्त कर देना। आचार्य प्रशांत
आचार्य जी एक एक बात सही कह रहे हैं मेरे साथ भी कई बार ऐसा होता कि कभी कभी मैं किसी वीडियो को सुन लेती हूं और सोचती हूं सब समझ आ गया। फिर वही वीडियो कुछ दोनों बाद सुनती हूं तो लगता है ये मैंने सुनी ही नहीं थी। जबकि मैं कोई फिल्म नाटक वगैरह देख लूं वो बात याद रहती है और एक झलक देखते ही पूरी कहानी याद आ जाती है । और आचार्य जी को तो जैसे अंदर कोई बैठा है वो सुनने का दिखावा करता है पर समझता नहीं।
प्रणाम आचार्य जी 🙏
आपने भगवद्गीता की अद्भुत टीका की है।आप जैसा कोई नहीं।सादर प्रणाम 🙏🙏
😢😢 bahut jarurat hai is video ki..............wanna a fight against myself 🥺🙂
कर्ता अपना अस्तित्व पाता है , अपनी कामनाओं से ।
✨🪔✨
बेड़ी जले पिघलें ज़ंजीरें
आत्मज्ञान का प्यारा ताप
भय था झूठा बंध से छूटा
मुझको कैसे पुण्य औ पाप
✨श्रीमद्भगवद्गीता, श्लोक 4.37✨
Shat Shat Naman ..🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी नमस्ते❤❤❤❤❤❤
ज्ञान का काम है तुम्हारे कैद की सलाखों को पिघला देना- आचार्य प्रशांत
Bilkul sahi hai Aacharya ji love love u Aacharya ji❤❤❤❤
Thank you guruji
❤से,नमन
🙏🙏
हमारी पुरानी विफलता ही आगे जाकर कामना बन जाती है, आचार्य प्रशांत
मेरा जीवन सरल होते जा रहा है
ACHARYA PRASHANT 🔥🔥🔥
🙏🏼💝🙏🏼
वर्फ का पहाड़। वर्फ की गेंद 😊
"ज्ञान ही मुक्ति का मार्ग" 🙏🙏
जय श्री कृष्णा आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤
Mere man ke bhram Jo tude Aisa koi guru mile ❤❤ love you so much acharya ji ❤❤❤❤❤❤❤
मै और कुछ नहि केवल अज्ञानजनित कर्मो का निकला हुवा घावो का संमिश्रण है ।
हमारी पुरानी विफलता आगे की कामना बन जाती है, पुरानी चोट आगे का कर्तव्य बन जाती है, पुरानी हार आगे का अभियान बन जाती है,क्यों की आपका केन्द्र नहीं बदला,सूत्र है कि जिस केंद्र से कार्य किया गया उसी केंद्र से उसको मिटा नहीं सकते।🙏🙏
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ज्ञान से जब निष्कामिता में प्रवेश हो जाय फिर बोध में छलांग लग जाय ।यही है बुद्धत्व यानी संबोधि।यही है आत्मा ।यही है ब्रह्म यही है मोक्ष । इंडिया के पास ज्ञान रह गया जहां बोध चला गया वो देश महाशक्ति बन गये।भारत सिर्फ रटूटू ज्ञानी तोता रह गया। बोध सचमुच क्या है जो कि ज्ञान से ऊपर है यह प्रशांत जी से ही पता चला । सचमुच प्रशांत सर एक बोधिसत्व हैं साधुवाद 🎉
ज्ञान आपको दिखा देगा कि भविष्य की सारी उम्मीदें ,आपके फ़िज़ूल अतीत से आती है।🙏🙏
हमारे सांसारिक प्रेम में उलझने ही रहते हैं क्योंकि केंद्र बदलते नहीं और सदृढ़ होने की राह पर होता है बढ़ता है!😮😮
You are washing our sin everyday o my lord ❤❤❤❤❤
Kamna karmafal Karta per bahut Sundar video hai❤❤❤ love u Aacharya ji itni gahrai Maine kisi mein nahin dekhi Geeta ke Sahi Arth aapse hi samjhe ja sakte hain
अनुभवों का साक्षी होकर सीखा जाता है।~आचार्य श्री
He gurudev aap hi hmara agyan htaye 🙏🙏🙏hmara ahnkar 😢glta hi nhi🙏
Wow...itni pyari seekh...pranam acharya ji...❤❤❤
जय श्री कृष्णा आचार्य गुरु देव 🙏🏻
बहुत आभार आचार्य जी गीता ज्ञान का अबसरमिला !!
Sahi hai sir
Very important video
Bahut accha baat hai 🪔pranam guruji 🙏🙏🙏🙏
Gyan se hi hame samjh aata hai bandhan kya or mukti kya hai....❤
राधे राधे
कर्ता का जितना अनुभव बढ़ता जाता है ,उतना दुख भी बढ़ता जाता है। ~आचार्य श्री
प्रणाम आचार्य जी बाहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏
अति सुंदर उत्तम ज्ञान 🙏
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी ❤❤
Nyc information 😂😂😂😂😂
Thank you for sending Geeta astro se jaldi judne ka pryas krungi. Bhut bhut dhanyawad aacharya ji se nirnatr jode krne k liye.
Aacharya ji parnam
Dhanyavad ji🙏
Amrit tuly vchan namen aachary shree 🙏🙏🙏❤❤❤🎉🎉🎉
आत्मज्ञान माने कर्म के माध्यम से कर्ता काे जन्ना।
Great 👍 👌 😊
Aate h akele nahi ho sab saath h..
🙏🙏🙏🙏💕💕💕💕💕🇳🇵
हम कैसे साफ होते,
Kamanye agar atamgyani ke kender se niklegi to niskam hi niklegi karta hone si mukti
Krishna Bodh hai ❤
आप ही तोः ho💞
ज्ञान के समान पवित्र कर देने वाली अग्नि दूसरी नहीं हो सकती।
भगवद्गीता के अगले श्लोक माने श्लोक क्रमांक 4.38
कितना जटिल काम है, ऐसा लगता है जैसे कृष्ण भि गिताकार के रुपमे हि कृष्ण थे अन्यथा नहि ।अहम के बश होकर नहि सच कह रहा हु - बहोत मेहनत और संघर्ष के वाद हि बसुदेव- कृष्ण बने थे ।
सीखा कभी अनुभवों से नहीं जाता, अनुभवों का अवलोकन करके सीखा जाता है।~आचार्य श्री
🔥🔥🔥🔥
Hamara hona hi jhooth h 🙏
मैं समझ रही हूं की प्रेम में यदि कुछ मांगा जाए तू वह प्रेम स्वार्थ हो जाता है
Eg जैसे की कोई विवाह करने के लिए कहे भी यदि😮😮😮😮😮😮😮
🙇♀️ 🌞
Keval drusta hi jivan jine ke janjal mai nhi phasta hai
If people don't change for whole life and stay as they were born, then it will be easier to live life. Trust people as they are more predictable. But in other times, AP himself says that in prakruti, everything changes continuously. Body, mind, intellect, ego, conditionings all change and hence there is suffering as there is no permanence, so no trust, no predictability.
जिस केंद्र से तुम चल रहे हो, उस केंद्र से किया गया कोई कlम( favourable भी क्यों ना हो🤔),उसके केंद्र को नहीं बदल सकता....😇..😅
इसलिए हमारे सांसारिक प्रेम😮 में उलझन ही शेष होते हैं! क्योंकि केंद्र नहीं बदलता!!
1:02:20
1:06:10
😂
🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺
हम अपने अनुभवों के साक्षी नहीं भोक्ता होते है इसलिए हम अपने अनुभवों से कुछ नहीं सीख सकते ।~आचार्य श्री
❤❤❤❤❤
👍🙏👌
1:07:20
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