गीत के साथ गायत्री मंत्र 108 बार - ब्राह्मणों द्वारा जाप || लगातार 108 बार
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- Опубліковано 19 вер 2024
- / @arti-darshan
🎶Song - Mata Gayatri Mantra Chanting RT_3064
🎤Singer - Vanshika
🖊Lyrics - Traditional
🔊Music - Shankar Maheshwari
🖥️Editor - Ritu Gurung
📽Recording - RT Beats
📌Label - Arti-Darshan 7206682860
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
हो गया
[संगीत]
[प्रशंसा]
ओम भर बुवा स्वाहा प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
टाट्सवितुर्वरेन
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
ए
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
व स्वाहा
[संगीत]
[प्रशंसा]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोदयात्
या
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोद
या
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
ओम भर बुवा स्वाहा
तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवासी धीमहि दियो
जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
भर्गो देवासी धीमहि दियो जो एन प्रचोदयात्
[संगीत]
[संगीत]
[प्रशंसा]
ओम भर बुवा स्वाहा
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]
[संगीत]