कण स्वर का बहुत ही उपयुक्त तरीके से उपयोग करते हुए संपूर्ण हनुमान चालीसा के साथ म्यूजिक को बजाते हुए सुनकर मन खुशी से झूम उठा,इतना खो गया कि आंख मूंद कर सुनने से ऐसा प्रतीत हुआ कि आज स्वयं हार्मोनियम ही बहुत ही सुरीली आवाज में गा रहा हो।काश आपके जैसे कोई गुरु का दर्शन हो जाता,जो इस तरह से कण लगाकर हार्मोनियम पर हनुमान चालीसा के धुन को सिखा देता?यूट्यूब पर बहुत देखा,खोजा लेकिन इस तरह के गुरु के दर्शन नसीब में अभी तक नहीं मिला है,आगे हनुमान जी की कृपा।आपको हृदय से नमन करता हूं।आप पर हनुमान जी की,माता सरस्वती जी की साक्षात अहैतूकी कृपा बरस रही है।आनंद देने वाली मनमोहक, मनभावक धुन , कर्णप्रिय धुन सुनकर मन को अपार शांति मिली,जब तक हार्मोनियम बजता रहा,आनंद से उसमे डूब गए।धन्य है आपकी कला।
परमवीर परमभक्त संत शिरोमणि श्री हनुमंत लाल जी महाराज की असीम कृपा आप पर सदैव बनी रहे आप इसी प्रकार प्रभु का गुणगान करते रहें ऐसी कामना करते हैं ❤ आपके साथ एक बार बैठकर श्री चालीसा गुणगान का सौभाग्य प्राप्त हो तो आनंद ही आनंद हो जाए ऐसी कृपा तो हनुमान जी ही कर सकते है 🙏🚩 जय हो बाबा की 🙏
इसका जो स्वर है इतना मिठास है की जितनी बार सुनो कम है सीधे जाके हृदय को स्पर्स करती है सुकूँ मय है हमारी ओर से बजरंग बली सब की नैया को पार करें रुद्र अबतारी हनुमान जी बजरंग बली पवन सुत अंजनि पुत्र राम दुलारे अंजनि के लाला मरुत नंदन रघुपति दासा राम दूत महावीर
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।। सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डर ना।। आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।। भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।। नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।। संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।। सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा। और मनोरथ जो कोई लावै। सोइ अमित जीवन फल पावै।। चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। साधु-संत के तुम रखवारे। असुर निकंदन राम दुलारे।। अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।। राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।। तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम-जनम के दुख बिसरावै।। अन्तकाल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।। और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।। संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।। जै जै जै हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।। जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महा सुख होई।। जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।। तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।। दोहा : पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप। राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि बरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमार बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर रामदूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा महाबीर बिक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुंचित केसा हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै कांधे मूंज जनेऊ साजै संकर सुवन केसरीनंदन तेज प्रताप महा जग बन्दन विद्यावान गुनी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया राम लखन सीता मन बसिया सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा बिकट रूप धरि लंक जरावा भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्र के काज संवारे लाय सजीवन लखन जियाये श्रीरघुबीर हरषि उर लाये रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई सहस बदन तुम्हरो जस गावैं अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा नारद सारद सहित अहीसा जम कुबेर दिगपाल जहां ते कबि कोबिद कहि सके कहां ते तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा राम मिलाय राज पद दीन्हा तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना लंकेस्वर भए सब जग जाना जुग सहस्र जोजन पर भानू लील्यो ताहि मधुर फल जानू प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं जलधि लांघि गये अचरज नाहीं दुर्गम काज जगत के जेते सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते राम दुआरे तुम रखवारे होत न आज्ञा बिनु पैसारे सब सुख लहै तुम्हारी सरना तुम रक्षक काहू को डर ना आपन तेज सम्हारो आपै तीनों लोक हांक तें कांपै भूत पिसाच निकट नहिं आवै महाबीर जब नाम सुनावै नासै रोग हरै सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा संकट तें हनुमान छुड़ावै मन क्रम बचन ध्यान जो लावै सब पर राम तपस्वी राजा तिन के काज सकल तुम साजा और मनोरथ जो कोई लावै सोइ अमित जीवन फल पावै चारों जुग परताप तुम्हारा है परसिद्ध जगत उजियारा साधु संत के तुम रखवारे असुर निकंदन राम दुलारे अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता अस बर दीन जानकी माता राम रसायन तुम्हरे पासा सदा रहो रघुपति के दासा तुम्हरे भजन राम को पावै जनम-जनम के दुख बिसरावै अन्तकाल रघुबर पुर जाई जहां जन्म हरि भक्त कहाई और देवता चित्त न धरई हनुमत सेइ सर्ब सुख करई संकट कटै मिटै सब पीरा जो सुमिरै हनुमत बलबीरा जै जै जै हनुमान गोसाईं कृपा करहु गुरुदेव की नाईं जो सत बार पाठ कर कोई छूटहि बंदि महा सुख होई जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा होय सिद्धि साखी गौरीसा तुलसीदास सदा हरि चेरा कीजै नाथ हृदय मंह डेरा कीजै नाथ हृदय मंह डेरा पवन तनय संकट हरन मंगल मूरति रूप राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप
ॐ मनोजवमारूततुल्यवेगम जितेन्द्रियमबुद्धि मतामवरिष्ठम वात्मजमवानर युथ्थमुख्यम श्रीरामदुतमशंरणमप्रपध्ये श्रि राम जय राम जय जय राम ॐ नमो हनुमते भय भंजनाय सुखंम कुरु फट स्वाहा
🇮🇳 श्री रामायण महापर्व (दहशरा/विजयादशमी/नवरात्रि/श्री रामलीला)-2022 की हार्दिक शुभकामनाएं💕जय श्री राम💕जय श्री कृष्ण💕जय श्री राधा💕जय श्री रूकमणी💕जय श्री मीरा💕जय श्री हरिद्वार💕जय श्री हरि💕जय श्री बुद्ध💕बुद्धं शरणं गच्छामीं💕जय श्री महामाया(देवी)माँ💕जय श्री केदारनाथ(K दर)💕जय श्री भागीरथ 💕जय श्री नीलकंठ💕जय श्री गंगा मईया💕जय श्री त्रिवेणी💕जय श्री पशुपतिनाथ💕जय श्री ऋषिकेश💕जय श्री जैन ॠषि💕जय श्री सीता(जानकी)माँ 💕जय श्री जनक💕जय श्री राम💕जय श्री हनुमान💕जय श्री लक्ष्मण💕जय श्री भरत 💕जय श्री वाल्मीकी💕जय श्री लव-कुश 💕जय श्री पुनरिक💕जय श्री मिथिला💕जय श्री अयोध्या💕जय श्री दशरथ 💕जय श्री अवधी💕जय श्री अवध💕जय श्री तुलसी💕जय श्री महालक्ष्मी माँ💕जय श्री हरि 💕जय श्री दुर्गा माँ💕जय श्री शिव💕जय श्री गणेश 💕जय श्री भोजपुरी💕जय श्री संस्कृत💕जय श्री सरयु माँ💕जय श्री चित्रकुट(वनवास)💕जय श्री सटना(सीयाराम) 💕जय श्री सतपुरा💕जय श्री पांडव💕जय श्री पंचमढी💕जय श्री बुन्दी-बुन्देली💕जय श्री बघेली💕जय श्री पाली💕जय श्री राजा भोज💕जय श्री भोपाल(भुमि के पाल)💕जय श्री विक्रमादित्य💕जय श्री V-(Degree/डिग्री/उपाधि)💕जय श्री 84(फल/व्यंजन/पुस्तक/कला/Food)भोज💕जय श्री क्षत्रिय (Army)💕जय श्री राजस्थान💕जय श्री भारत(India)💕🇮🇳👌💘💕🇮🇳👌 ❤💘🇮🇳💜👌
Aapka sampurn Hanuman chalisa dhun sunkar Mera Dil gadgad Ho Gaya😢😢😢 respect for you❤❤❤❤❤❤❤❤❤ Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri RamJay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Jay Ram Jay Jay Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram bolo Ramchandra Bhagwan ki Jay❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ Jay Siyaram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siya❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
कण स्वर का बहुत ही उपयुक्त तरीके से उपयोग करते हुए संपूर्ण हनुमान चालीसा के साथ म्यूजिक को बजाते हुए सुनकर मन खुशी से झूम उठा,इतना खो गया कि आंख मूंद कर सुनने से ऐसा प्रतीत हुआ कि आज स्वयं हार्मोनियम ही बहुत ही सुरीली आवाज में गा रहा हो।काश आपके जैसे कोई गुरु का दर्शन हो जाता,जो इस तरह से कण लगाकर हार्मोनियम पर हनुमान चालीसा के धुन को सिखा देता?यूट्यूब पर बहुत देखा,खोजा लेकिन इस तरह के गुरु के दर्शन नसीब में अभी तक नहीं मिला है,आगे हनुमान जी की कृपा।आपको हृदय से नमन करता हूं।आप पर हनुमान जी की,माता सरस्वती जी की साक्षात अहैतूकी कृपा बरस रही है।आनंद देने वाली मनमोहक, मनभावक धुन , कर्णप्रिय धुन सुनकर मन को अपार शांति मिली,जब तक हार्मोनियम बजता रहा,आनंद से उसमे डूब गए।धन्य है आपकी कला।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद मित्रवर 🙏🙏
apki sundar soch ko mai pram karta hu
Muje bhi sikhana hai
Bilkul sahi
Very fine
परमवीर परमभक्त संत शिरोमणि श्री हनुमंत लाल जी महाराज की असीम कृपा आप पर सदैव बनी रहे आप इसी प्रकार प्रभु का गुणगान करते रहें ऐसी कामना करते हैं ❤
आपके साथ एक बार बैठकर श्री चालीसा गुणगान का सौभाग्य प्राप्त हो तो आनंद ही आनंद हो जाए ऐसी कृपा तो हनुमान जी ही कर सकते है 🙏🚩
जय हो बाबा की 🙏
अत्यधिक सुंदर प्रस्तुति ❤ श्री हनुमान चालीसा
इसका जो स्वर है इतना मिठास है की जितनी बार सुनो कम है सीधे जाके हृदय को स्पर्स करती है सुकूँ मय है हमारी ओर से बजरंग बली सब की नैया को पार करें
रुद्र अबतारी हनुमान जी
बजरंग बली
पवन सुत
अंजनि पुत्र
राम दुलारे
अंजनि के लाला
मरुत नंदन
रघुपति दासा
राम दूत
महावीर
जय श्री स्वामीनारायण जय श्री सीताराम जय श्री राधे कृष्णा
जय श्री राम ।।जय जय हनुमान ।।जय हो आपके कला की ।।जय हिंद।।🙏🙏🙏🙏
Jai shree ram ji ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram
Ati sundar
जय श्री राम ॐ श्री हनुमते नमः 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🕉️
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्तकाल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
दोहा :
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
बहुत सुंदर प्रस्तुति जय सियाराम 🙏❤️🤟💯👌
बहुत सुंदर।। मास्टर जी की उंगलियों में जादू है।। पानी की तरह चल रही हैं।।।
Jai sitaram ji ki
Bahut sunder
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।
संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन।।
विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना।।
जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्तकाल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
Sita Ram
Bahut he sundar 👌👌❤️❤️ Jay sree ram
बहुत सुंदर श्रीमन जी ! बारम्बार सुनने का मन हुआ।
Jay ShriRam
Jay hanuman.. Jay shri krushna ram
👌👌👌👌
Jay shree ram chandra ji
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि
बरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि
बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमार
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
रामदूत अतुलित बल धामा
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा
महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी
कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुंचित केसा
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै
कांधे मूंज जनेऊ साजै
संकर सुवन केसरीनंदन
तेज प्रताप महा जग बन्दन
विद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मन बसिया
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा
बिकट रूप धरि लंक जरावा
भीम रूप धरि असुर संहारे
रामचंद्र के काज संवारे
लाय सजीवन लखन जियाये
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा
जम कुबेर दिगपाल जहां ते
कबि कोबिद कहि सके कहां ते
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना
लंकेस्वर भए सब जग जाना
जुग सहस्र जोजन पर भानू
लील्यो ताहि मधुर फल जानू
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते
राम दुआरे तुम रखवारे
होत न आज्ञा बिनु पैसारे
सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहू को डर ना
आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हांक तें कांपै
भूत पिसाच निकट नहिं आवै
महाबीर जब नाम सुनावै
नासै रोग हरै सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा
संकट तें हनुमान छुड़ावै
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै
सब पर राम तपस्वी राजा
तिन के काज सकल तुम साजा
और मनोरथ जो कोई लावै
सोइ अमित जीवन फल पावै
चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा
साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता
राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा
तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम-जनम के दुख बिसरावै
अन्तकाल रघुबर पुर जाई
जहां जन्म हरि भक्त कहाई
और देवता चित्त न धरई
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई
संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा
जै जै जै हनुमान गोसाईं
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं
जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा
होय सिद्धि साखी गौरीसा
तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा
पवन तनय संकट हरन मंगल मूरति रूप
राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप
Bhut khub Jai bala Maharaj
Bahut sundar
Jay ho swami jay jay bajrangbali
बहूत अच्छा लगा दिल को छू लिया धुन बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं आपके लिए
हनुमान मंदिर जा कर इस ट्रैक को एरफोन में लगा लो फिर हनुमान चालीसा गाना क्या आनंद आया 😍😍
अनमोल ससंस्कृति है सनातन की 🙏❤️नमन है वंदन है गुरु चरणों मे।🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Wahh ji👌👌
जय श्री राम बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत सुंदर जयहनुमान
ખુબ સરસ. હનુમાન ચાલીસા ને સંગીત સાથે વગાડવાનુ તાલબદ્ધ છે
Dhanyawad ap ko ap n music dwara Hanuman chalisa sunyia atti sunder Prabhu ap ki raksha kara and you will do more better in future life it is prayer
ॐ मनोजवमारूततुल्यवेगम जितेन्द्रियमबुद्धि मतामवरिष्ठम वात्मजमवानर युथ्थमुख्यम श्रीरामदुतमशंरणमप्रपध्ये
श्रि राम जय राम जय जय राम
ॐ नमो हनुमते भय भंजनाय सुखंम कुरु फट स्वाहा
Namaste namaste namaste namaste namaste namaste 🙏 ♥️ ❤️ 👌 guru jee
Jay ho 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
JAYAHO. HANUMAN. JAYAHO JAYAHO JAYAHO
शानदार,
लाजवाब,
बेहतरीन प्रस्तुति भाई ❤❤❤
जय श्री राम जय श्री हनुमान 🙏💐💞❤️🇮🇳🕉️🕉️
Bahut hi sundar harmonium playing 🌹❤️
जय बजरंगबली
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आप दोनों भाईयों के लीये लीखने को कोई सब्द नही अत्ती सुंदर
🙏🙏🙏🙏🙏Bahut Sunder Prastuti🙏🙏🙏🙏🙏 Jai Shree Ram Jai Hanuman Ji🙏🙏🙏🙏🙏
लाजवाब
अद्भुत
अतिसुंदर
Shandar👌
जय श्री राम 🙏
🇮🇳 श्री रामायण महापर्व (दहशरा/विजयादशमी/नवरात्रि/श्री रामलीला)-2022 की हार्दिक शुभकामनाएं💕जय श्री राम💕जय श्री कृष्ण💕जय श्री राधा💕जय श्री रूकमणी💕जय श्री मीरा💕जय श्री हरिद्वार💕जय श्री हरि💕जय श्री बुद्ध💕बुद्धं शरणं गच्छामीं💕जय श्री महामाया(देवी)माँ💕जय श्री केदारनाथ(K दर)💕जय श्री भागीरथ 💕जय श्री नीलकंठ💕जय श्री गंगा मईया💕जय श्री त्रिवेणी💕जय श्री पशुपतिनाथ💕जय श्री ऋषिकेश💕जय श्री जैन ॠषि💕जय श्री सीता(जानकी)माँ 💕जय श्री जनक💕जय श्री राम💕जय श्री हनुमान💕जय श्री लक्ष्मण💕जय श्री भरत 💕जय श्री वाल्मीकी💕जय श्री लव-कुश 💕जय श्री पुनरिक💕जय श्री मिथिला💕जय श्री अयोध्या💕जय श्री दशरथ 💕जय श्री अवधी💕जय श्री अवध💕जय श्री तुलसी💕जय श्री महालक्ष्मी माँ💕जय श्री हरि 💕जय श्री दुर्गा माँ💕जय श्री शिव💕जय श्री गणेश 💕जय श्री भोजपुरी💕जय श्री संस्कृत💕जय श्री सरयु माँ💕जय श्री चित्रकुट(वनवास)💕जय श्री सटना(सीयाराम) 💕जय श्री सतपुरा💕जय श्री पांडव💕जय श्री पंचमढी💕जय श्री बुन्दी-बुन्देली💕जय श्री बघेली💕जय श्री पाली💕जय श्री राजा भोज💕जय श्री भोपाल(भुमि के पाल)💕जय श्री विक्रमादित्य💕जय श्री V-(Degree/डिग्री/उपाधि)💕जय श्री 84(फल/व्यंजन/पुस्तक/कला/Food)भोज💕जय श्री क्षत्रिय (Army)💕जय श्री राजस्थान💕जय श्री भारत(India)💕🇮🇳👌💘💕🇮🇳👌
❤💘🇮🇳💜👌
JAI SHRI RAM🙏
Ssshhaanti
❤❤❤
Ke
Pass
ShhantT
ZarroorR
Hoage
Kyuin N
aapki
Saatvikktaaa
Mera
Keindrbindu
❤❤bngyi
Sataaannt
लाजवाब.... 👌👌👌👌
बहुत ही अच्छा बजा रहे है भाई साहब मन खुश हो गया । धन्यवाद ।
Aapka sampurn Hanuman chalisa dhun sunkar Mera Dil gadgad Ho Gaya😢😢😢 respect for you❤❤❤❤❤❤❤❤❤ Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri RamJay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Jay Ram Jay Jay Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram bolo Ramchandra Bhagwan ki Jay❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ Jay Siyaram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siyaram Jay Siya❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@@Dimpi_patel 🙏🙏
JAY shree Ram jay baba Bajrangbali maharaj jay baba ñeemkaroli maharaj
Khub dundar
Sunkar bahot accha laga 👍👍🙏🏻🙏🏻🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Jai Ho. Aap pe maa sarswati ka kripa hai
Hay shree ram
Atiy sundor
Hamara bhi ek group Hai maa danteshwari Ramayan samiti address beast kondagaon Chhattisgarh❤❤❤
बहुत ही सुंदर, मन को आनंदित कर देने वाली प्रस्तुति
Bole bole bajrang bali ki jai 🙏🙏 man khush hogail shunike 💕💕
Adbhut.....avishwwasniya.
Atisundar.
Jay shree Ram ❤🙏🎤🎹bohot badhia sur taal❤
जय हो प्रभु
Nice bhai kya baat hai jay bajrang bali
Bahut sunder prastuti
🙏jai jai Sri ram 🙏
Bahut Gajab
Jay Bajrang Bali Jay Jay bajrang bali
અદ્ભૂત!!
Atluit baldhamam hem shailabh deham danuj van krishanum gyaninamam gaganyam sakal gunnidhanam vanaranamdhishim raghupati priya bhaktam vat jatam namami .pranam 👃 💚 💛 💜 💓 Raksha bandhan ki suvkamnaye.
धन्यवाद
बहुत दिन से प्रतीक्षा थी।
भवत: अद्वितीय कलाकार: वर्तते।
भवतां कृते साधुवाद:।
अति सुन्दर 🙏🙏👌👌🙏
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जय श्रीराम
बहुत ही आनंद आ गई सुन के 🙏🙏
Jay shree ram ♈ Bahut hi Sundar dhun thankyou so much 🤗🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Wha kya baat hai
❤bahut bahut sunder
गज़ब
Jay ho
Sunder prastuti Jay bajragbali
Bahut Accha. maja aa gya. Bhagwan aap ko aapar safalta de.👋👋👋🙏🙏🙏🙏🙏🙏☝
ati utam
Waa ji waa super❤❤
Jai sree ram jai hanuman ji
Jay shree ram radhe shree Krishna Jay shree Mahakal jay hanuman bhagwan
Bahut sundar sir
वाह शब्द भी कम लग रहा है अदभुद, सुरीली , मनमोहक हनुमान चालीसा धुन को सुनकर उसी में खो सा गया आपकी कला अद्भुत है जय हनुमानजी की
Wah very very nice excellent player of tabla & harmonium❤❤
Ati Sundar Jai Shree Ram Jai Veer Hanuman 🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Super sir
बहुत ही सुंदर
हनुमान चालीसा
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निजमनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। रामदूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महावीर विक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।। कंचन वरन विराज सुवेसा। कानन कुण्डल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। काँधे मूँज जनेऊ साजै। शंकर सुवन केसरीनंदन। तेज प्रताप महा जग वन्दन।।
विद्यावान गुणी अति चातुर।राम काज करिबे को आतुर।। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। विकट रूप धरि लंक जरावा।। भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीशा। नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कवि कोविद कहि सके कहाँ ते।। तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र विभीषन माना। लंकेश्वर भये सब जग जाना।। जुग सहस्र योजन पर भानू। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।। दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।। सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डरना।।
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।। भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।। संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा। तिनके काज सकल तुम साजा। और मनोरथ जो कोई लावै।सोई अमित जीवन फल पावै।।
चारों युग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। साधु-संत के तुम रखवारे। असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस वर दीन जानकी माता।। राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को भावै। जनम-जनम के दुख बिसरावै।। अन्त काल रघुबर पुर जाई। जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेई सर्व सुख करई।। संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।। जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहिं बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।। तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय महँ डेरा।।
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
बहुत सुंदर भजन फ्री डाउनलोड करना चाहते हैं
❤ सुंदर
Great both
अति सुंदर एवं मनमोहक प्रस्तुति हैं मान्यवर आपके द्वारा 💐💐💐
Om
bauhut sundar......sir............
madhur song............
Very super 🌹🌹👌 super ji
🚩 जय श्री राम 🚩
Jai Ho Bajrangbali 🙏🙏
Wah superb ❤❤❤
अति सुन्दर भाई जी
बहुत ही शानदार प्रस्तुति...
Jai siya ram 😌💕
Super super super super