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वाह वाह आचार्य जी इस मिट्टी के शरीर की क्या पोल खोली है और इसी शरीर की कितनी सुन्दर उपयोगिता बताई है हमारी तो आंखें ही खोल दी आपका करोड़ों बार धन्यवाद प्रणाम
"जीवन का उद्देश्य शरीर की शुरक्षा नही है बल्कि इसका उद्देश्य है चेतना को मुक्ति तक पहुंचाना" इसका शॉर्ट वीडियो "शरीर की औकात" कई बार देखा है मैंने आज इसका पूरा वीडियो देखा। आंखें खुल चुकी है अब।🙏 28/02/2022 Monday 03:36PM
हम सब अपूर्ण हैं। अंदर एक खोखलापन है। अपने खोखलेपन को देह से भरने की कोशिश करते हैं और देह खुद नाशवान है। देह तो ईंधन है, जिसको चला कर मंजिल तक पहुंचना है। मंजिल है मुक्ति, जीवन है मुक्ति तक पहुंचने का समय और देह है गाड़ी जिसे चला कर मंजिल तक पहुंचना है।
इस मायावी संसार में पूर्ण पुरुष कोई है.. तो वो हैं.. परम पूज्य आत्मज्ञानी, दिव्यदृष्टि आचार्य प्रशांत जी.. जिनकी कृपादृष्टि.. करुणानिधान है...! आप शरीर रुप में परम आत्मा हो.. मेरा शत शत नमन..!
आचार्य जी नमस्कार ! मैं आपकी वीडियो बहुत पसन्द करती हूँ । क्योंकि आप जीवन की सच्चाई बोलते हैं, जिसका हर किसी में साहस नहीं होता है । मुझे भी सत्य बोलना और सुनना पसंद है, परन्तु हम लोगों को इस युग बहुत कम लोग ही पसन्द करते हैं । फिर भी हम नहीं घबराते क्योंकि सत्य का कभी अंत नहीं होता । सतश्री अकाल
Harbhajan Ji - ये तो अति शुभ लक्षण है और आप सौभाग्यशाली हैं की आपको आचार्य जी का सानिध्य प्राप्त है अब ज़रूरत यह होगी की आप उनके रूबरू होने का सार्थक प्रयास भी ज़रूर करें। साथ में UA-cam विडीओज़ के अलावा आचार्य जी और क़रीब आने का प्रयत्न भी निम्न तरीक़ों से करिएगा। UA-cam Join: bit.ly/AcharyaPrashant_YTJoin_Hindi Telegram: t.me/WithAcharyaPrashant
आप को कोटि कोटि प्रणाम । आज आपने मुझे इस शरीर का सदुपयोग कैसे करना है? समझा दिया। समय तय है दिन भी तय है कब इसे कटना है। तो इसका उपयोग सार्थक तरीके से मुझे करना है। मुझ जैसे गधे को आज आपने एकदम आसानी से समझा दिया। ।। प्रणाम प्रभु जी।।
आचार्य जी सादर प्रणाम आप शरीर की सच्ची बात यानी कहानी पर प्रवचन दे रहे थे सुनकर दिमाग की बत्ती जल गई सोचती हूँ इतने समय में क्या किया बस समय खराब किया है
आचार्य प्रणाम मैं आपसे बहुत ही प्रभावित हूं और मैं आपके सारे वचनों को बहुत ही शांति से सुनता हूं जो वचन आचार्य जी आप कहते हैं वह इस जीवन के सभी प्राणी अच्छी तरह से समझते हैं लेकिन उनका मनन और स्वीकार करने की हम सभी में ताकत नहीं है आपका शिष्य
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति , कृष्ण की प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन इस युगपुरुष को 🙏आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
अदभुत प्रतिभा का धनी ईमानदारी से सच को सच कहता हैं वो ही ईश्वर हैं। शरीर के बारे में यह सुनकर भी जो न जगा वो कभी जग ना पायेगा चेतना जिसकि जगी हुई हैं बस वो ही टिकेगा आपके दरबार में,बहुत ही गहरी चोट मार रहे है आचार्य जी आप सब सहने के लिए ईश्वर आपको सहयोग करें
परमात्मा ने हमे साधन रूपी शरीर दिया ,ताकि हम जीवन के महान लक्ष्य परमात्मा की शरण को प्राप्त कर सकें और हमारा सारा जीवन ही साधन को सवारने में ही निकल जाता है और हम जीवन का सदुपयोग किए बिना फिर से जीवन- मरण के चक्र में फंस जाते हैं
आचार्य जी को कोटि-कोटि नमन 🙏 आज के समय में जहां सब भौतिक सुखों से लिप्त हो और अपनी आगे की पीढ़ी को भी इस ओर अग्रसर कर रहे हो वहां आप जैसे गुरु का होना हमारे लिए बहुत सौभाग्य की बात है 🙏 जीवन से जुड़ी मेरी जितनी भी संशय थी उसे दूर करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद..
फिर तो हम Higanbarg के Uncertainty principe की तरह हैं , देखते हैं तो कुछ और अकेले में कुछ और , फिर तो हमें अपने भीतर अभौतिक तत्व को खोजना चाहिए , जो हम नहीं हैं , वो हमें दिखाई पड़ता है , चरण स्पर्श गुरूजी आपको सत सत प्रणाम , मै तो धन्य हो गया
Mahesh Ji - हम सब के पास एक सुनहरा अवसर है आचार्य जी से सीधा जुड़कर YT Live के माध्यम से अपनी मानसिक स्थिति के अनुसार कोई भी सवाल उनके सामने रखने का। कृपया ये फ़ॉर्म भरें और अपनी जानकारी संस्था तक फ़ौरन पहुँचाएँ- 📝 वेब-फ़ॉर्म acharyaprashant.org/enquiry?formid=203 ☎ अन्य संपर्क-सूत्र 9643750710, 9650585100
Just eye opener thought s... ..... reality of body is just मिट्टी........Superb for those who are ready to understand the difference between atma n body🙏🙏
आचार्य जी परेशानी तो यही है ना कि हम बहुत सारे लोगों को ये पता ही नहीं चल पाता कि हम गलत जी रहे हैं इसलिए आराम से मर भी जाते हैं। और ये भी कहते हैं कि मैं तो अपने जीवन से संतुष्ट हूं मैंने अपनी सारी सांसारिक जिम्मेदारियां निभा दी अब मैं चैन से मर सकता हुं। वो डर नहीं आ पाता है/ नहीं आ रहा है अंदर में🙏🙏
Sanatan satya samjhaya aur bola acharyajiney! Ye hi real positive baat hai samjhneki! Main atma hu sharir nahi ! Meri atma boltey hai! Hai! Vastav main Mai atma! Mera sharir! Main atma ye sharir chala rahi hu ! Ye jagriti roj puri dincharya main ho! Bolchal main regular boltey hai meri atma:::::ye Von! Vastaw main hai MAI ATMA! Body conciousness roj roj jagriti sey jayenga !
Rathod Ji - आप आचार्य प्रशांत जी के बारे में और जानना चाहते हैं? www.acharyaprashant.org इस वेबसाइट पर आचार्य जी की विस्तृत जीवनी एवं कृतित्व का दर्शन करेंगे। आचार्य जी से जुड़ने एवं अपने व्यक्तिगत प्रश्न पूछने के लिए कृपया ये फ़ॉर्म ज़रूर भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209
@@anuptiwari848 महोदय जी निशुल्क बात हो तो बताये क्यों की मै एक साधारण घर से हु और आर्थिक स्तिथि भी उतनी मजबूत नहीं की किसी रूप से धन देकर कोई विषय पर चर्चा कर सकूँ
परम पूजनीय.. शत शत नमन... चित्त ने आत्मा के अतिरिक्त अन्यत्र कहीँ भी वास किया.. तो वह वासना है.... सटीक व सहज शब्दों में... मुक्ति मार्ग को दर्शाता है... पुन: नमन
Aj har koi apne ko bodhi koncenns he kisi ko bhi apni cehtna ka gyan nhi he is liye jo ap ye gyan de rhe ho ye bahut amulye he or apne jiwan ki sachai jan ne he thinks ji
Wow.....Salutation to every truthful words .......Amrutmayee conclusion....Pranam....to this golden thoughts that rejuvenate ,awakens the unaware........
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जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
Sir I am big fan of you
Gud
हमारा लक्ष्य शरीर की जरुरतो को पूरा करना नही है
चेतना तक पहुँचना है 🙏
आचार्य जी कोटि कोटि धन्यवाद मेरा ❤️ शत् शत् नमन ❤️🙏🙏 स्वीकार करें
I am big fan of you sir good namskar Kumarpal karelia Baroda Gujarat India
Thanks!
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देह भाव से छुटकारा पाने मे इससे अच्छा वीडियो और कोई नहीं हो सकता। नमन आचार्य जी सचमुच आपने देह की सारी असलियत हमारे सामने रख दी
सही कहा. कभी Sex का मन करे तो आचार्य जी का ये वाला Video देख लेना. सारी इच्छा पल भर में खत्म हो जायेगी😂😂😂
Right sir
Pranam guruji 🙏🙏🙏
वाह वाह आचार्य जी इस मिट्टी के शरीर की क्या पोल खोली है और इसी शरीर की कितनी सुन्दर उपयोगिता बताई है हमारी तो आंखें ही खोल दी आपका करोड़ों बार धन्यवाद प्रणाम
Right brother
देह का सब मोह ही खतम हो गया आचार्य जी, कोटी कोटी प्रणाम.
इतना खरा और स्पश्ट बोलने वाले गुरु आज तक नहीं मिले नमन हो आचार्य जी
Acharya ji ka 1-1 word satya hei
Ryt
😊
बात लाख की, औकात राख की,
यही है अफसाना-ए-जिस्म!👌
Legend😎😎😎😎
"जीवन का उद्देश्य शरीर की शुरक्षा नही है बल्कि इसका उद्देश्य है चेतना को मुक्ति तक पहुंचाना" इसका शॉर्ट वीडियो "शरीर की औकात" कई बार देखा है मैंने आज इसका पूरा वीडियो देखा। आंखें खुल चुकी है अब।🙏
28/02/2022 Monday 03:36PM
Acharya Jiii is a gem of person. He need much more popularity......
हाड़ जले जैसे सूखी लकडी़ केश जले जैसे घास। कंचन जैसी काया जल गई कोई न आए पास ।
Ram Ram bhai
👍👍👍👍👍👍👍😢👍👍☺☺
Koi naa aayo sath.
Wahh
Important line
गुरु सों प्रीती निबाहिये, जेहि तत निबहै संत।
प्रेम बिना ढिग दूर है, प्रेम निकट गुरु कंत।।
-संत कबीर दास
जीवन का उद्देश्य शरीर की सुरक्षा नही है, जीवन का उद्देश्य है चेतना को मुक्ति तक पहुचाना I
आप बहुत महान व्यक्ति हैं आचार्य जी शत शत नमन
हम सब अपूर्ण हैं। अंदर एक खोखलापन है। अपने खोखलेपन को देह से भरने की कोशिश करते हैं और देह खुद नाशवान है। देह तो ईंधन है, जिसको चला कर मंजिल तक पहुंचना है। मंजिल है मुक्ति, जीवन है मुक्ति तक पहुंचने का समय और देह है गाड़ी जिसे चला कर मंजिल तक पहुंचना है।
इस मायावी संसार में पूर्ण पुरुष कोई है.. तो वो हैं.. परम पूज्य आत्मज्ञानी, दिव्यदृष्टि आचार्य प्रशांत जी.. जिनकी कृपादृष्टि.. करुणानिधान है...! आप शरीर रुप में परम आत्मा हो.. मेरा शत शत नमन..!
अब तक का सबसे परिष्कृत मानव रूप
🙏
मेरा भारत महान
जो ऐसे महापुरुष पैदा हुए 🙏
देह भाव का कितना स्पष्ट वर्णन । हम त्वचा और बाल ही हैं । आपको आचार्य प्रशांत बहुत बहुत धन्यवाद और नमन 🙏🙏
रिया आचार्य जी एक-एक शब्द जीवन परिवर्तनीय है धन्यवाद आंखें खोल दीं अपने 🙏🙏🙏❤️
🙏🙏🙏🙏सत्य वचन, आचार्य जी आपने बहुत ही सही और स्पष्ट तरीके से इस शरीर की सच्चाई को समझाया है, धन्यवाद आचार्य जी सही जीवन दर्शन के लिए
I love you my super hero..Acharaya prashant ji❤..your thoughts are beyond imgination
आचार्य जी नमस्कार ! मैं आपकी वीडियो बहुत पसन्द करती हूँ । क्योंकि आप जीवन की सच्चाई बोलते हैं, जिसका हर किसी में साहस नहीं होता है । मुझे भी सत्य बोलना और सुनना पसंद है, परन्तु हम लोगों को इस युग बहुत कम लोग ही पसन्द करते हैं । फिर भी हम नहीं घबराते क्योंकि सत्य का कभी अंत नहीं होता । सतश्री अकाल
Harbhajan Ji - ये तो अति शुभ लक्षण है और आप सौभाग्यशाली हैं की आपको आचार्य जी का सानिध्य प्राप्त है अब ज़रूरत यह होगी की आप उनके रूबरू होने का सार्थक प्रयास भी ज़रूर करें।
साथ में UA-cam विडीओज़ के अलावा आचार्य जी और क़रीब आने का प्रयत्न भी निम्न तरीक़ों से करिएगा।
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Acharyaji , jab deh bhav me rahna hi nahi hai toh shadi ku karni ?? Kripya bataye
Sat Sri Akal ji
Right
आप को कोटि कोटि प्रणाम ।
आज आपने मुझे इस शरीर का सदुपयोग कैसे करना है? समझा दिया। समय तय है दिन भी तय है कब इसे कटना है। तो इसका उपयोग सार्थक तरीके से मुझे करना है। मुझ जैसे गधे को आज आपने एकदम आसानी से समझा दिया।
।। प्रणाम प्रभु जी।।
सब पुरुष स्त्रियों के व्यूटीपार्लर मे काम अवश्य करे।
सत्य बात ।देह का अंत निश्चित है और फिर भी उसको सजाने सँवारने मे लगे रहते है। 💐💐
आचार्य जी सादर प्रणाम आप शरीर की सच्ची बात यानी कहानी पर प्रवचन दे रहे थे सुनकर दिमाग की बत्ती जल गई सोचती हूँ इतने समय में क्या किया बस समय खराब किया है
🙏🙏🙏🙏,हमारे नश्वर शरीर की यही सच्चाई है फिर भी लोग देह भाव में ही जीते हैं, हमारे जीवन को एक सही दिशा देने के लिये धन्यवाद गुरुजी 🙏🙏
आचार्य जी की इस कला की प्रशंसा केवल इसी रूप
में की जा सकती है कि जो बात वो बता रहे हैं उसे होने दिया जाए और उसे हमें ही करना होगा 🔥
आपकी बातें सुनकर बहुत शान्ति मिलती है मन को ।
🙏🙏🕉️
हमारा लक्ष्य शरीर की जरुरतो को पूरा करना नही है
चेतना तक पहुँचना है 🙏
धन्यवाद आचार्य जी ऐसे कड़वे सत्य ही भव रोग ठीक कर सकते हैं कृपया ऐसे प्रवचन और भी किया करें
बहुत ही स्पष्ट और सच्ची बात हमेशा प्रणाम आपको आपने मेरी जिंदगी पूरी तरह बदल दी शत शत नमन और धन्यवाद इस जिंदगी से रूबरू कराने के लिए🙏🙏
Nice
हम जब कहते हैं कि हममें देह भाव सघन है तब वास्तव में वो 'त्वचा भाव' और 'केश भाव' होता है।
: आचार्य जी 🙏🌷
आचार्य जी आपकी स्पष्ट वादिता मन को बहुत आकर्षित करती है।आपकी एक एक बात मनको जीवन की ओर ले जा रहा है। आपको नमन 🌹🙏🙏🌹
your logics are pure like water...
Explanations are on next level,
people's will be remember you as"Yug purush" of india...
यह बहुत शानदार वीडियो हैं 🎉🎉🎉🎉🎉
आचार्य प्रणाम मैं आपसे बहुत ही प्रभावित हूं और मैं आपके सारे वचनों को बहुत ही शांति से सुनता हूं जो वचन आचार्य जी आप कहते हैं वह इस जीवन के सभी प्राणी अच्छी तरह से समझते हैं लेकिन उनका मनन और स्वीकार करने की हम सभी में ताकत नहीं है आपका शिष्य
सतगुरु भेद बताया
खोली भरम केवारी हो
👏👏
👏👏
👏👏शत शत नमन
हम जिये तो जिये कैसे,जरा इस पर भी प्रकाश डालें! धन्यवाद आचार्य जी आपको बारम्बार प्रणाम!
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति , कृष्ण की प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन इस युगपुरुष को 🙏आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l
नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
अदभुत प्रतिभा का धनी ईमानदारी से सच को सच कहता हैं वो ही ईश्वर हैं।
शरीर के बारे में यह सुनकर भी जो न जगा वो कभी जग ना पायेगा
चेतना जिसकि जगी हुई हैं बस वो ही टिकेगा आपके दरबार में,बहुत ही गहरी चोट मार रहे है आचार्य जी आप सब सहने के लिए ईश्वर आपको सहयोग करें
Sach ka rasta dikhane wale mahan Guru 🙏🙏🙏👍
सत्गुरू की महिमा अनंत, अनंत किया उपगार।
लोचन अनंत उघाड़िया, अनंत दिखावणहार।।
परमात्मा ने हमे साधन रूपी शरीर दिया ,ताकि हम जीवन के महान लक्ष्य परमात्मा की शरण को प्राप्त कर सकें और हमारा सारा जीवन ही साधन को सवारने में ही निकल जाता है और हम जीवन का सदुपयोग किए बिना फिर से जीवन- मरण के चक्र में फंस जाते हैं
Acharya ji I am always amazed by your wisdom
Good
प्राण है चेतना। प्रेम भी चेतना से करते है। भ्रमवश प्रेम देह पर आरोपित होता है। यही माया है।
Now I'm in the reality... and...you changed my life... thank you so much.......
Aap itna Satya satya vani bolte hai ki mai pagal ho jata hu kya baat hai 😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥
जीवन का उद्देश्य शरीर की सुरक्षा नहीं बल्कि चेतना को मुक्ति तक पहुँचाना है।
*आचार्य जी*
बहुत अच्छे
Good
👍👍
right 👍
ब्यूटीपार्लर से लेकर श्मशान तक देह का पता ही है। देह की हैसियत है धूं-धूं करके जलने की। औकात राख की बात लाख की। यह है अफसाना ए जिस्म।
आपकी चेतना को 🙏🙏🙏
औकात राख की और बात लाख की...!
JAI GURUJI 🌹🙏🏻
SHUKRANA GURUJI 🌹🙏🏻
Today i was realized i was essentially mal , mutra my whole life. thanks Prashant Ji for opening my eyes. Jai Shree Ram
Apko charno ki koti koti naman h
आचार्य जी को कोटि-कोटि नमन 🙏 आज के समय में जहां सब भौतिक सुखों से लिप्त हो और अपनी आगे की पीढ़ी को भी इस ओर अग्रसर कर रहे हो वहां आप जैसे गुरु का होना हमारे लिए बहुत सौभाग्य की बात है 🙏 जीवन से जुड़ी मेरी जितनी भी संशय थी उसे दूर करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद..
❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Real man, made to make sure to spread truth.
यह देह है दगा
नहीं है ये किसी का सगा।
देह दूसरे के लिए सदा व्याकुल है। आत्मा है स्वाबलंबन देह है परावलंबी। मै कैसे अपने को देह कह सकता हूं।
देहाभिमान
अज्ञान 🙏💐
फिर तो हम Higanbarg के Uncertainty principe की तरह हैं , देखते हैं तो कुछ और अकेले में कुछ और , फिर तो हमें अपने भीतर अभौतिक तत्व को खोजना चाहिए , जो हम नहीं हैं , वो हमें दिखाई पड़ता है , चरण स्पर्श गुरूजी आपको सत सत प्रणाम , मै तो धन्य हो गया
Mahesh Ji - हम सब के पास एक सुनहरा अवसर है आचार्य जी से सीधा जुड़कर YT Live के माध्यम से अपनी मानसिक स्थिति के अनुसार कोई भी सवाल उनके सामने रखने का। कृपया ये फ़ॉर्म भरें और अपनी जानकारी संस्था तक फ़ौरन पहुँचाएँ-
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☎ अन्य संपर्क-सूत्र
9643750710, 9650585100
to higanbarg bhi to deh hi he, uske principle pe to bharosa he khud ki buddhi aur chetna par nhi
Aap Higanbarg ko Heisenberg kar lijiye, koi dekhkar bolega nahi par sab sochenge ki aapko gyaan kam hai ........
Truth of human body perfectly explained by you . A lot of regards to you from the very core of my heart.
ज्ञान देने के लिए धन्यवाद ...गुरूवर मैं आपको सुनकर प्रभावित हुआ
Excellent truth of body. Pranam aap ko
Satya vachan ❤❤❤
आदि से अंत, देह का पूरा निचोड़ आपने प्रस्तुत कर दिया 🙏
Just eye opener thought s... ..... reality of body is just मिट्टी........Superb for those who are ready to understand the difference between atma n body🙏🙏
आचार्य जी परेशानी तो यही है ना कि हम बहुत सारे लोगों को ये पता ही नहीं चल पाता कि हम गलत जी रहे हैं इसलिए आराम से मर भी जाते हैं। और ये भी कहते हैं कि मैं तो अपने जीवन से संतुष्ट हूं मैंने अपनी सारी सांसारिक जिम्मेदारियां निभा दी अब मैं चैन से मर सकता हुं। वो डर नहीं आ पाता है/ नहीं आ रहा है अंदर में🙏🙏
To apko agr sachhai pta chal gyi to ap sach ke marg par chle
Acharya Prashant is a 💎
Pure, Raw, clear & hard hitting! No nonsense. If this does not hit home - Nothing Will . Pranam Acharyaji 🙏
प्रणाम अचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🤩🤩
So true, we choose what we value. If we have more values related to body/material things, we will stay in body-based consciousness.
One should have courage to listen to this full discourse. Excellent discourse - by Prashant Sir Ji.
अतिसुंदर व्याख्या शरीर के संदर्भ में ।👌👌
नमन आचार्य जी ,,बहुत सुंदर 💐💐💐
Sanatan satya samjhaya aur bola acharyajiney! Ye hi real positive baat hai samjhneki! Main atma hu sharir nahi ! Meri atma boltey hai! Hai! Vastav main Mai atma! Mera sharir! Main atma ye sharir chala rahi hu ! Ye jagriti roj puri dincharya main ho! Bolchal main regular boltey hai meri atma:::::ye Von! Vastaw main hai MAI ATMA! Body conciousness roj roj jagriti sey jayenga !
Aapka baat suunkr khud ka situation deakhkr same aane lagtha hai you are osm Guruji. Can't enough thank you
Jivan ka uddeshya hai ki chetna ko mukti tak pahochana....ekdam sahi bat acharya ji😊
One of the best video🖒
Acharya ji namaskar,apki bate bullet ki tarah manme chubhta he,but apko soonne me bhi bohot aachha lagta he,esi bate ajtak kahi nahi soona, absolutely pure words,👌👌🙏🙏
आप कौन महान व्यक्ति हो मै नहीं जानता लेकिन बहुत अच्छा एक्सप्लेन किया जीवन के कड़वे सच को मै आभारी हु आपका
Rathod Ji - आप आचार्य प्रशांत जी के बारे में और जानना चाहते हैं?
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Eye Opener
Always remember truth 🙏💐🔥
Guruji aap manvta ko sachcha ina darpan dikhane ka kaam kr rhe h ... So good kdva sach...
Jante hue bhi In saan anjaan bnta h
आचार्य आप विषयों को बहुत गहराई से समझा देते हैं 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Pranam gurujii charan sparsh. Saty. Ha aise hi hota hai.
Had mas ka putla...deh se atma ki yatra ..om pranam maharaj..
आचार्य जी को नमन😍🙏❣️
कोटि कोटि नमन आचार्य श्री
परम पूजनीय.. शत शत नमन... चित्त ने आत्मा के अतिरिक्त अन्यत्र कहीँ भी वास किया.. तो वह वासना है.... सटीक व सहज शब्दों में... मुक्ति मार्ग को दर्शाता है... पुन: नमन
Aapke charno me shat shat naman 🙏🙏🙏🌺❣️ Acharya ji
Aj har koi apne ko bodhi koncenns he kisi ko bhi apni cehtna ka gyan nhi he is liye jo ap ye gyan de rhe ho ye bahut amulye he or apne jiwan ki sachai jan ne he thinks ji
बहुत सही कहा आचार्य जी हम सिर्फ मल मूत्र का पुतळा है,
Acharya ji aapka yah video mai har teesre din jarur sunta hu ...taaki mujhpe pe dehbhao na haavi ho jaaye
Wow.....Salutation to every truthful words .......Amrutmayee conclusion....Pranam....to this golden thoughts that rejuvenate ,awakens the unaware........
Very sensitive truth , Parnam swami ji.
Aap sahi kah rahe hai aachary ji
Adbhut gayan ko sat sat pranam
आचार्य जी आप ने सच बात बताई आप बहुत अछा समझा ते है
बहोत बहोत धन्यवाद🙏🏼
धन्यवाद गुरु जी🙏🌹🙏😊
अभी भी समय है, तुम्हारी जिंदगी मेँ दो ही दिन हो, तो भी अधिक समय है I जग जावो I ~आचार्य जी.
Ha
हम देह नहीं आत्मा है चमकती हुई मणि लेकिन हम देह समझ बैठे है जो नश्वर है जो आज है कल नहीं रहेगा अपने असली अस्तित्व को पहचानो
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी 🙏
Very nicely explained. Truth of life.