संविधान जानों परीक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा छात्रों का ज्ञानवर्धन कुरुक्षेत्र चरखी दादरी में सफल(5)

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  • Опубліковано 5 вер 2024
  • कुरुक्षेत्र में " संविधान को जानो " प्रतियोगी परीक्षा संपन्न
    संविधान जानों परीक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा छात्रों का ज्ञानवर्धन कुरुक्षेत्र चरखी दादरी में सफल
    साहित्य और संविधान , पढ़ो - पढ़ाओ अभियान* के अंतर्गत
    " संविधान को जानो " प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन विशेषकर नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों के ज्ञानवर्धन के लिए दिनांक 21 जुलाई 2024 को कुरुक्षेत्र तथा चरखी दादरी स्थित परीक्षा केंद्रों पर किया गया। चरखी दादरी में इस परीक्षा का आयोजन, डॉक्टर अमित HCS/IAS अकादमी, चरखी दादरी के सहयोग से किया गया, जिसमें उस क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने बड़ी रुचिपूर्वक भाग लिया । कुरुक्षेत्र का परीक्षा केंद्र श्री गुरु रविदास मंदिर एवं धर्मशाला था। प्रातः नौ बजे आयोजित इस परीक्षा में चार सौ से अधिक छात्रों ने भाग लिया। परीक्षा के बाद छात्रों के व्यक्तित्व विकास और प्रेरणा सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें कुरुक्षेत्र विश्व-विद्यालय के लाइब्रेरी साइंस एवं इन्फॉर्मेशन विभाग के पूर्व अध्यक्ष और महात्मा गांधी AIS कोचिंग सेंटर के निदेशक प्रो. जोगेंद्र सिंह जी, करनाल से सेवानिवृत्त सी.एम.ओ. डॉक्टर जगबीर जी ने भी संबोधित और प्रेरित किया।
    इस कार्यक्रम का आयोजन डॉक्टर राज रूप फुलिया IAS ( से. नि.) एवं पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार द्वारा किया गया था। छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कर दो घंटे बाद, परीक्षा का परिणाम भी घोषित कर दिया गया। एक सौ अंकों की परीक्षा में 97 अंक प्राप्त कर प्रथम रही, पेहवा निवासी छात्रा मुस्कान को प्रथम पुरस्कार के रूप में 5100 रुपए नगद पुरस्कार, शील्ड और संविधान की प्रस्तावना देकर सम्मानित किया गया। कुल 89 अंक प्राप्त कर द्वितीय रही पेहवा की ही निवासी छात्रा चिनार को नकद 2100 रुपए शील्ड और संविधान की प्रस्तावना , और 84 अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप से तृतीय रहे छात्रों कोमल और शिवम को 1100 रुपए नकद( प्रत्येक) शील्ड और संविधान की प्रस्तावना देकर सम्मानित किया गया। अगले नौ विजेताओं -- नंदनी, पायल,सात्विक, नीतिका, खुशनीत, शीतल, उपकांशा, अंशुल और शकुन को 500 रुपए की प्रेरक पुस्तकें ( प्रत्येक को) भेंट की गई। इसी कड़ी में, मई महीने में ' महापुरुषों को जानें ' प्रतियोगिता रखी गई थी जिसमें भी छात्रों को इसी तरह प्रेरित और सम्मानित किया गया था।
    साहित्य और संविधान , पढ़ो - पढ़ाओ अभियान के संयोजक डॉ राज रूप फुलिया ने बताया कि आगामी छह अक्टूबर ,2024 को "अपने प्रदेश हरियाणा को जानो" विषय पर भी ऐसी ही एक प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाएगी जिसके लिए प्रवेश शुल्क मात्र पचास रुपए है और इस विषय की पाठ्य सामग्री छात्रों को नि: शुल्क दी जाएगी। उन्होंने छात्रों को अपने चहुंमुखी व्यक्तित्व विकास के लिए रुचिपूर्वक विभिन्न कलाओं का विकास करने, नई नई भाषाएं सीखने, वक्तृत्व कला में निपुण बनने के लिए प्रेरित किया ।
    शिक्षाविद डॉक्टर रणजीत सिंह फुलिया ने भी छात्रों को प्रेरित किया और उनके द्वारा प्रशिक्षित छात्रों ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का महिला सशक्तिकरण में योगदान, भारत के संविधान की प्रस्तावना अंग्रेजी और हिंदी में सुनाकर छात्रों को वक्तृत्व कला में निपुण बनने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री जगदीश चन्द्र , प्रिंसिपल, संगोहा, ने किया।
    परीक्षण और मूल्यांकन के कार्य में निमित्त बने मुख्य सहयोगियों को भारत के संविधान की प्रस्तावना ( Preamble) भेंट कर सम्मानित किया गया। कुरुक्षेत्र से प्रमुख पत्रकार बाबू राम तुषार जी, नई दिल्ली से मीडियाकर्मी नन्दकिशोर बौद्ध जी तीसरी आजादी युटुब चैनल, नरवाना से JCN News चैनल से चांदीराम बौद्ध जी, और गजब न्यूज हरियाणा के संपादक जरनैल सिंह रंगा जी ने भी कार्यक्रम में प्रतिभागिता की।
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    What are the fundamental rights 12 to 35?
    tells that these rights are inviolable. Right to Life, Right to Dignity, Right to Education etc. all come under one of the six main fundamental rights.
    Article 46 of the Constitution of India promotes the educational and economic interests of SCs, STs and other weaker sections of the society and seeks to protect them from social injustice and exploitation.
    What are the rights of SC and ST?
    Article 1, 2 of UDHR and ARTICLE 3, 5, 6 of ICESCR provide for equality and rights for all. The state should provide for the enjoyment of all economic, social, and cultural rights. Article 23 UDHR and Article 7 ICESCR: Equality in employment and prohibition of discrimination in pay and working conditions.
    Is SC ST Reservation a fundamental right?
    Recently, in two cases the Supreme Court of India held that there is no Fundamental Right to Reservation.
    What is the SC ST Act in the Constitution?
    The Act is rooted in Articles 15 and 17 of the Indian Constitution. Article 15 prohibits discrimination on the basis of caste. Article 17 of the Constitution of India states that 'Untouchability is abolished and its practice in any form is forbidden.
    Right to freedom of conscience and free profession, practice, and propagation of religion. Right of any section of citizens to conserve their culture, language or script, and right of minorities to establish and administer educational institutions of their choice; and.
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