पंचायत प्रधान और बेटों से बात हुई। बता रहे थे कि पिछले महीने घर आये थे वो, पंचायत घर में भी आये थे। उनके बेटे उनका पूरा ख्याल रखते हैं लेकिन महिला अपनी मर्जी से आती जाती है। और ऐसा कुछ नहीं है जैसा महिला बता रही है।
किसी का मानसिक स्वास्थ्य कितना भी खराब हो पर फिर भी अपने comfort zone को छोड़ कर नहीं जाते. आपने पड़ोसियों और इन माता की बेटियों से बात की?? क्या उनकी भी same statement है जैसी प्रधान की और इनके बेटों की है??
Kisi bhi visaye m bolne se pehle uski khoj khabr liya kre or agar inka mansik santulan theek nahi bhi h to bhi bachon ko unhe apne pass hi rakhna chahiye bachpan m un bacho ne bhi man mani ki hogi tb to is ma ne unhe uki mrji anusar nahi choda hoga unhe roka or aamghaya hoga na pr patarkar mahodaya ap is visaye m apna hastakashep na kre to hi sahi h
ऐसा नहीं है पत्रकार महोदय महिला का मानसिक स्वास्थ्य बिलकुल ठीक है। आप कैसे इनके बेटे बहुओ को क्लीन चिट दे सकते हो।कही आप ही की माता तो नहीं है ये।
पंचायत प्रधान और बेटों से बात हुई। बता रहे थे कि पिछले महीने घर आये थे वो, पंचायत घर में भी आये थे। उनके बेटे उनका पूरा ख्याल रखते हैं लेकिन महिला अपनी मर्जी से आती जाती है। और ऐसा कुछ नहीं है जैसा महिला बता रही है।
किसी का मानसिक स्वास्थ्य कितना भी खराब हो पर फिर भी अपने comfort zone को छोड़ कर नहीं जाते. आपने पड़ोसियों और इन माता की बेटियों से बात की?? क्या उनकी भी same statement है जैसी प्रधान की और इनके बेटों की है??
अब accused तो खुद को बेगुनाह ही बोलेगा कभी ये तो बोलेगा नहीं कि हाँ हम ऐसा करते हैं।
Patrakaar mahoday kitne paiso mai bike ho
पत्रकार जी समाज में भ्रम न फैलाएं। मां को समझने के लिए पंचायत प्रधान की नहीं एक अच्छे और समझकर औलाद की जरूरत होती है।
Kisi bhi visaye m bolne se pehle uski khoj khabr liya kre or agar inka mansik santulan theek nahi bhi h to bhi bachon ko unhe apne pass hi rakhna chahiye bachpan m un bacho ne bhi man mani ki hogi tb to is ma ne unhe uki mrji anusar nahi choda hoga unhe roka or aamghaya hoga na pr patarkar mahodaya ap is visaye m apna hastakashep na kre to hi sahi h
H
Hamara
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