Itne yogi rishi itne sarey kshamta phir bhi dharti mein itni ashanti... itne sarey shakti se agar shanti nehi la sakte to kya hi fayda is information se.. agar manushya beakkal hai to unhe akkal kiyun nehi dete? diya ja sakta hai.. agar bezuban janwar bebas hai apni bhuk se, lachari se. chhote bachche tadap te hai saririk kast se... aise mein in spiritual powers ka koi ouchitya hai bhi ya nehi? ek do chamatkari example se kuchh nehi hota.. agar 500 baba samasta jeev jagat ka kalyan nehi kar sakte to unka power, achievement ekmatra unka niji achievement hai... hamein to dharti par no cancer hospital, no anathalay, no jail, no asylum dekhna hai. tab manunga nehi to bas dadi amma ki kahani hai.
Your comment is truly worth addressing. 🙏 Imagine you’re writing a play, and everything in it is good-no evil, no conflict-just heroes without villains. Don’t you think it would be monotonous? A straight line without ups and downs. Who would want to watch such a story? Similarly, when we dream, sometimes bad things happen in the dream. Do we complain? And even if we want to, to whom would we complain? After all, it’s our dream. In the same way, life is like God’s dream. Since we are a part of God, this is the dream we collectively create. This is what we call Maya. Even if God wanted to keep everything good, it would be impossible because good cannot exist without bad. Pleasure is impossible without pain; happiness is impossible without sadness. They exist in contrast to one another, dependent and interwoven. However, one can rise above this duality-the only way is through enlightenment. Realize your own divinity, your godliness. The Siddhas understand this profound truth, and that’s why they don’t interfere with God’s play. They can only guide someone who has realized it’s time to transcend. I hope this explanation resonates with you.🙏❤️
@naavi99 this is the problem!! When asked about the roles of enlightened ones, God is referrred.. When asked about the role of God, Karma is referred. Now tell me.. you are not enlightened, I am not enlightened, a person suffering from cancer is not enlightened... Now why in the so called drama the other person is suffering?? Has he choosen the role by himself? Not at all.. then why the drama is written like that? And who the hell is going to enjoy such script?? Boring!! You are saying about boredom!! Why not all laugh, all music, all love?? Is not it sad observing some suffers!! Will you need such enertaining drama where your own family menbers suffer? Probably not.. So, those big big "Karishma" are useless unless they are erasing human sorrow and suffering..
@kumarrajesh555 then?? Will my understanding help to wipe out all problems I mentioned? Hopefully not, then what's the point of understnding or not? Main point is not my understanding, main point is do this spiritual powers do any good for mass?
वहाँ प्रवेश होते ही मुझे सब बातों का ज्ञान होने लगा। प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों का ज्ञान होने लगा। जब थोड़ा आगे निकला तब वहाँ अनेकों योगिनियाँ देखीं, जो अपनी दिव्य मुद्राओं में स्थिर बैठी थीं। योगिनियों और सिद्धमहात्माओं को देखते हुए उस सिद्धलोक में बहुत समय तक फिरता रहा। उस लोक में वृत्ति बहुत रम गयी। कोई अन्य लोक इतना अच्छा नहीं लगा था। ऐसा लगा कि यहीं रहें तो अच्छा हो। उधर से बाहर जाने को मन ही नहीं होता था। फिर कमल का एक विशाल सरोवर देखा जिसमें स्वर्ण कमल खिले हुए थे। वहाँ से आते आते सप्त ऋषियों का समूह देखा। उनको देखते ही मन को सुख; शांति और प्रेम की अनुभूति हुईं। ऐसी दशा में ही फिरता रहा। न जाने कौन फिरा रहा था? फिर आगे एक और वन में प्रवेश किया जो बहुत सुन्दर था। वहाँ के वृक्ष किस जाति के थे इसका मुझे पता नहीं लगा। बहाँ सिद्धों को देखते देखते मेरी भी इच्छा हुई कि वहीं पद्मासन लगाकर ध्यान में बैठ जाऊँ। बैठते ही वह नील नक्षत्र आ गया। न जाने क्यों उसके अन्दर बैठना ही पड़ा। कैसे बैठा? कौन प्रेरणा कर रहा था? यह सब मैं नहीं जानता था। मेरे बैठते ही वह नक्षत्र फिर से बड़े वेग से मुझे ध्यान के स्थान पर ले आया। आते ही बह नील नक्षत्र मेरे अन्दर प्रविष्ठ होकर सहस्रार में पहुँचकर फट गया और सहस्रार के विशाल प्रदेश में फैल गया। अब सामने कोई नक्षत्र नहीं था। केवल एक श्वेत, मघुमय ज्योति थी। फिर तंद्रालोक में चला गया। वहाँ से तन्द्रालोक बहुत निकट है। तन्द्रालोक में आते ही सिद्धलोक के एक सिद्ध वहाँ प्रकट हुए। वे मेरे परिचय के नहीं थे। वे बोलें, “अभी तुमने जो देखा वह सिद्धलोक था। वहाँ जीवन्मुक्त महापुरुष ही रहते हैं। वहाँ भूख नहीं, निद्रा नहीं, जागृति नहीं। वहाँ आनन्द ही खाना, आनन्द ही पीना, आनन्द ही रहना होता है। आनन्द ही भोग होता है। आनन्द ही वहाँ के सतब विषय हैं। जैसे मछली पानी में ही सोती, पानी में ही रहती, पानी में ही खाती, पानी में ही विहार करती है, वैसे ही सिद्धलोक के वासी आनन्द में ही विचरते हैं। वहाँ सिद्गक्रपा के बिना कोई जा नहीं सकता। जिसका साधन सिद्धमार्ग है, जो सिद्धपरम्परा का है और जिसे पूर्ण सिद्धत्व प्राप्त होगा, उसका ही वहाँ जाना होता है। तुमको नील नक्षत्र वाहन बनकर उधर ले गया था, वही उधर आने-जाने का साधन है। इतना ही नहीं, लोकलोकान्तरों में आनेजाने का भी साधन है। जब तक वह नक्षत्र फटता नहीं; आवागमन मिटता नहीं, कर्मबन्धन कटता नहीं, पाप-पुण्य का पर्दा फठता नहीं। उसके फटने से ही भेदद्रष्टि मिट जाती है।” इतना कहकर और मुझे आशीर्वाद देकर वे महापुरुष चले गये। स्वरण-कमल का सिर पर गिरना मैं तन्द्रालोक में बड़ी मस्ती में था। बड़ी स्फूर्ति भी थी। इतने में ऊपर से मेरे सिर पर पुष्पव्रष्टि होने लगी। पुष्प गिरते ही मेरा ध्यान ऊपर की ओर गया। उस सिद्धमहात्मा ने सिद्धलोक के सरोवर से एक दो फुट व्यास का बड़ा स्वरण-कमल मेरे सिर पर बड़े ज़ोर से फेंक दिया। मैं उस कमल को नीचे आते देख रहा था। वह ॐ कार उद्गीय के गुनगुन नाद के साथ नीचे उतर रहा था। वह सद-सा शब्द करके ज़ोर से मेरे कपाल पर गिर पड़ा। शब्द सुनते ही मेरी आँखें खुल गयीं। मगर मैं रहा तन्द्रालोक में ही। ऐसा लग रहा था मानो किसी ने बड़े जोर से सिर पर थपड़ लगाया हो। तंद्रालोक में होने पर भी आँखें खोल कर देखा तो वह स्वर्ण-कमल मेरे सिर से प्रथ्वी पर आ गिरा था। क्या ही सुन्दर था! क्या ही अद्भुत उसकी रचना थी! क्या ही उसकी दिव्य सुगन्ध थी! मैं बढ़े आश्चर्य और कुतृहछ से उसको देखता रहा। अभी तक मेरे सामने पड़ा था। देखते हुए अपने भाग्य को भी सराह रहा था और कुण्डलिनी की महिमा की वाह वाह कर रहा था। फिर एकदम गुरुदेव की कृपा की याद आयी। झट से आँखें बन्द करके मन ही मन गुरुदेव को नमस्कार किया।---- पुस्तक चित शक्ति विलास से -- स्वामी मुक्तानन्द ।
तड़प होती है मन में बहुत कि काश एक अंश भी अनुभूति कर पाते ऐसे सिद्ध संतो महात्माओं किंतु हम माया के जंजाल में फंसे तुक्ष प्राणी है ...सिर्फ उनकी कहानी ही सुन कर नमन कर सकते है.... सभी संतो की जय हो ..🙏🙏.भारत भूमि को नमन है🙏🙏
bahut hi sundar koshish ki hai aapne, sach me aanand aa gaya aisa content youtube par dekh kar. main sabke baare me jaanta hun or inke baare me maine khoob padha hai, inko jaana hai or apne jeevan ko dhnya kiya hai. aap ko bahut bahut aabhaar is video or jaankari ke liye. ye bilkul sach or pramaanik hai, isme koi sak nahi ye sab satya hai. jo na jaan paya vo daya ka paatra hai. OM NAMAH SHIVAY.
अकथ कहानी प्रेम ज्ञान कि जैसे सुर संगम और श्रुतियों कि तान कि। कुछ अजुबा रहस्य बोध बुद्धि से परे देखता शुद्ध चेतना जैसे चौबीस कैरेट खरे। खोजना मुश्किल है ऐसे स्थलों को पृथ्वी पर यह तो पराविज्ञान है खड़े हैं चेतना के शुद्ध विज्ञान पर।❤❤❤
Excellent video as always❤ loved your work. Can you please elaborate little about hiranya garbha as you mentioned in this video ❤. Lots of love and blessings
Thank you for sharing this video; it will inspire many. In Buddhist teachings, Lord Buddha mentioned a place described in the suttas where 500 Pacceka Buddhas reside. This place, known as Gandhamādana Parvata, is a sacred and serene mountain often associated with divine fragrances and the dwelling of enlightened beings. It symbolizes spiritual tranquility and the presence of wisdom.
कामाख्या मे रहकर साधना करने से सिद्ध भूमि का फल प्राप्त होता है (त्रैलंग स्वामी आयु 300 वर्ष काशी) जय सिद्ध भूमि कामरूप कामाख्या जय माता कामाख्या जी ❣️❣️❣️❣️❣️❣️💐💐💐💐💐💐🔱🔱🔱🔱🔱🔱🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙋♀️
Manab Eihash laakho barsh purana h Ensan y hi ab tak nahi jaan paya h. Bo es Dharti pr aaya kease ?????? Bhut badi Maya h y Duniya Lakho aaye lakho gaye Satya koe nahi bata paya❤
धन्यवाद 🙏🙏जो खोज कर ऐसी बातों को जानकारी देते है । नहीं तो यूट्यूब पे view पाने के लिए अपनी मनगढ़ंत बातें और झूठी बातें बता के लोगों को उलझाए😇 रखते है।
Absolutely fantastic video. The miracles in Autobiography of a Yogi was one of the reasons I turned to ancient Sanathan wisdom. There is so much to still learn and discover. Once I achieve out-of-body travel, I am planning to learn more. bas ye OBE ek baar ho jaye :)
ज्ञानगंज के सिद्ध भैरवी सिद्धि के लिए नित्य रात्री काल में आकाश मार्ग से कामरूप कामाख्या आते हैं यह गुप्त सत्य है (कालजयी श्यामा भैरवी सिद्ध भूमि कामरूप) जय श्मशान डाकिनी जय चौसठ योगिनी जय आदि शक्ति महामाया माँ कामाख्या जी ❣️❣️❣️❣️❣️💐💐💐💐💐💐🔱🔱🔱🔱🔱🔱🙏🙏🙏🙏🙏🙋♀️
BHAI JI 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🇮🇳🌹🙏🏻🙏🏻. BHAI JI MAI PUNJAB INDIA SE HU AAUR EK BRAHMIN FAMILY SE BELONG KRTA HU. BHAI JI PLEASE EK BAAT BATAO KI AGAR ITNEY KABIL BNDE HAI TO GANGA JI NADI ME JO NUCLEAR MATERIAL GUM GYA HAI USKI LOCATION PTA KRKE MATA GANGA JI 🙏🏻🙏🏻 KO POISON POLLUTE HONE SE BACHAYE.
All this information brings new desires and creates the mind and the true spirituality has nothing to do with these things. live your present life joyfully peacefully meditatively .many living Masters are available like ekheart tolly ,darryl bailey Mooje, anant sri, & in past osho , j krishnamuthey, ramman maharishi are sharing their experience and and wisdom in daily life understand them and follow your own way because true master is within you.
Couldn't agree more ❤️. I'm living proof that this kind of information works and inspires to seek the ultimate truth. I've clarified this at the end of the video.
Ab sun na bahut hua.. Ab kuch karna hai.. Kuch aisa btao jo hum follow karna suru kare.. Jiske karne k bad hum khud me badlaav la sake... Hope aap real life me exprince hum khud kar sake aisa kuch lekar aao... Chaho wo kuch bhi ho... 😊😊
Absolutely, this is what I want everyone to understand. Everything blaw blaw that I say is only to trigger people towards the Ultimate Truth. And if you want to start from ABC begin by practicing meditation with any method you like ,every morning and evening. I've already created a video on meditation to help you get started.🙏❤️
अब समय आ गया है इन महान तपस्वी संतों का भारत में आने के लिए सनातनी हिंदू धर्म की रक्षा करने के लिए 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹 हर हर महादेव हर हर महादेव देवों के देव महादेव के चरणों में मेरा कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
तुम्हारा ठेका ले रखा है क्या इन्होंने ??? स्वार्थी नीच मनुष्य को यही चाहिए कि सब उसके लिए मरते खपते रहें... तुम्हारे होने - न होने से उनको कुछ अन्तर नही पड़ेगा..
kisi ne kisi ko gyan prapti se roka nahin hai... unhe pta h insaan apne bure karmo ke fal se dukhi h... aur prakriti ke nyay ke anusaar ve unhe bhogne hi padenge... Bure karam kiye jao khud aur fal bhogne ke samay sara dosh santo ka
गुरुदेव डा नारायण दत्त श्रीमाली जी जोधपुर वाले भी इसी प्रकार सिद्धाश्रम की कल्पना करते थे। और सशरीर रोज वहां जाने की बात अपने शिष्यों को बताते थे। किंतु ओशो के द्वारा तो कभी इस प्रकार की बांते कभी स्पष्ट रुप से नहीं बताई गई।
Humarey jallandhar waley Guru ji mai yeah sab powers hai UA-cam per search ker key dekh lo woh ek Yogi thai jo 2007 mai chola chhod ker gaye hai oonkey satsang iska example hai
Itne yogi rishi itne sarey kshamta phir bhi dharti mein itni ashanti... itne sarey shakti se agar shanti nehi la sakte to kya hi fayda is information se.. agar manushya beakkal hai to unhe akkal kiyun nehi dete? diya ja sakta hai.. agar bezuban janwar bebas hai apni bhuk se, lachari se. chhote bachche tadap te hai saririk kast se... aise mein in spiritual powers ka koi ouchitya hai bhi ya nehi? ek do chamatkari example se kuchh nehi hota.. agar 500 baba samasta jeev jagat ka kalyan nehi kar sakte to unka power, achievement ekmatra unka niji achievement hai... hamein to dharti par no cancer hospital, no anathalay, no jail, no asylum dekhna hai. tab manunga nehi to bas dadi amma ki kahani hai.
Your comment is truly worth addressing. 🙏
Imagine you’re writing a play, and everything in it is good-no evil, no conflict-just heroes without villains. Don’t you think it would be monotonous? A straight line without ups and downs. Who would want to watch such a story?
Similarly, when we dream, sometimes bad things happen in the dream. Do we complain? And even if we want to, to whom would we complain? After all, it’s our dream.
In the same way, life is like God’s dream. Since we are a part of God, this is the dream we collectively create. This is what we call Maya. Even if God wanted to keep everything good, it would be impossible because good cannot exist without bad. Pleasure is impossible without pain; happiness is impossible without sadness. They exist in contrast to one another, dependent and interwoven.
However, one can rise above this duality-the only way is through enlightenment. Realize your own divinity, your godliness. The Siddhas understand this profound truth, and that’s why they don’t interfere with God’s play. They can only guide someone who has realized it’s time to transcend.
I hope this explanation resonates with you.🙏❤️
@naavi99 this is the problem!! When asked about the roles of enlightened ones, God is referrred.. When asked about the role of God, Karma is referred. Now tell me.. you are not enlightened, I am not enlightened, a person suffering from cancer is not enlightened... Now why in the so called drama the other person is suffering?? Has he choosen the role by himself? Not at all.. then why the drama is written like that? And who the hell is going to enjoy such script?? Boring!! You are saying about boredom!! Why not all laugh, all music, all love?? Is not it sad observing some suffers!! Will you need such enertaining drama where your own family menbers suffer? Probably not.. So, those big big "Karishma" are useless unless they are erasing human sorrow and suffering..
You need to be spiritual in order to understand the mystery of this world.
@kumarrajesh555 then?? Will my understanding help to wipe out all problems I mentioned? Hopefully not, then what's the point of understnding or not? Main point is not my understanding, main point is do this spiritual powers do any good for mass?
@@bestofluck3079 best of luck
वहाँ प्रवेश होते ही मुझे सब बातों का ज्ञान होने लगा। प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों का ज्ञान होने लगा। जब थोड़ा आगे निकला तब वहाँ अनेकों योगिनियाँ देखीं, जो अपनी दिव्य मुद्राओं में स्थिर बैठी थीं। योगिनियों और सिद्धमहात्माओं को देखते हुए उस सिद्धलोक में बहुत समय तक फिरता रहा। उस लोक में वृत्ति बहुत रम गयी। कोई अन्य लोक इतना अच्छा नहीं लगा था। ऐसा लगा कि यहीं रहें तो अच्छा हो। उधर से बाहर जाने को मन ही नहीं होता था। फिर कमल का एक विशाल सरोवर देखा जिसमें स्वर्ण कमल खिले हुए थे। वहाँ से आते आते सप्त ऋषियों का समूह देखा। उनको देखते ही मन को सुख; शांति और प्रेम की अनुभूति हुईं। ऐसी दशा में ही फिरता रहा। न जाने कौन फिरा रहा था? फिर आगे एक और वन में प्रवेश किया जो बहुत सुन्दर था। वहाँ के वृक्ष किस जाति के थे इसका मुझे पता नहीं लगा। बहाँ सिद्धों को देखते देखते मेरी भी इच्छा हुई कि वहीं पद्मासन लगाकर ध्यान में बैठ जाऊँ। बैठते ही वह नील नक्षत्र आ गया। न जाने क्यों उसके अन्दर बैठना ही पड़ा। कैसे बैठा? कौन प्रेरणा कर रहा था? यह सब मैं नहीं जानता था। मेरे बैठते ही वह नक्षत्र फिर से बड़े वेग से मुझे ध्यान के स्थान पर ले आया। आते ही बह नील नक्षत्र मेरे अन्दर प्रविष्ठ होकर सहस्रार में पहुँचकर फट गया और सहस्रार के विशाल प्रदेश में फैल गया। अब सामने कोई नक्षत्र नहीं था। केवल एक श्वेत, मघुमय ज्योति थी। फिर तंद्रालोक में चला गया। वहाँ से तन्द्रालोक बहुत निकट है। तन्द्रालोक में आते ही सिद्धलोक के एक सिद्ध वहाँ प्रकट हुए। वे मेरे परिचय के नहीं थे। वे बोलें, “अभी तुमने जो देखा वह सिद्धलोक था।
वहाँ जीवन्मुक्त महापुरुष ही रहते हैं। वहाँ भूख नहीं, निद्रा नहीं, जागृति नहीं। वहाँ आनन्द ही खाना, आनन्द ही पीना, आनन्द ही रहना होता है। आनन्द ही भोग होता है। आनन्द ही वहाँ के सतब विषय हैं। जैसे मछली पानी में ही सोती, पानी में ही रहती, पानी में ही खाती, पानी में ही विहार करती है, वैसे ही सिद्धलोक के वासी आनन्द में ही विचरते हैं। वहाँ सिद्गक्रपा के बिना कोई जा नहीं सकता। जिसका साधन सिद्धमार्ग है, जो सिद्धपरम्परा का है और जिसे पूर्ण सिद्धत्व प्राप्त होगा, उसका ही वहाँ जाना होता है। तुमको नील नक्षत्र वाहन बनकर उधर ले गया था, वही उधर आने-जाने का साधन है। इतना ही नहीं, लोकलोकान्तरों में आनेजाने का भी साधन है। जब तक वह नक्षत्र फटता नहीं; आवागमन मिटता नहीं, कर्मबन्धन कटता नहीं, पाप-पुण्य का पर्दा फठता नहीं। उसके फटने से ही भेदद्रष्टि मिट जाती है।” इतना कहकर और मुझे आशीर्वाद देकर वे महापुरुष चले गये। स्वरण-कमल का सिर पर गिरना मैं तन्द्रालोक में बड़ी मस्ती में था। बड़ी स्फूर्ति भी थी।
इतने में ऊपर से मेरे सिर पर पुष्पव्रष्टि होने लगी। पुष्प गिरते ही मेरा ध्यान ऊपर की ओर गया। उस सिद्धमहात्मा ने सिद्धलोक के सरोवर से एक दो फुट व्यास का बड़ा स्वरण-कमल मेरे सिर पर बड़े ज़ोर से फेंक दिया। मैं उस कमल को नीचे आते देख रहा था। वह ॐ कार उद्गीय के गुनगुन नाद के साथ नीचे उतर रहा था। वह सद-सा शब्द करके ज़ोर से मेरे कपाल पर गिर पड़ा। शब्द सुनते ही मेरी आँखें खुल गयीं। मगर मैं रहा तन्द्रालोक में ही। ऐसा लग रहा था मानो किसी ने बड़े जोर से सिर पर थपड़ लगाया हो। तंद्रालोक में होने पर भी आँखें खोल कर देखा तो वह स्वर्ण-कमल मेरे सिर से प्रथ्वी पर आ गिरा था। क्या ही सुन्दर था! क्या ही अद्भुत उसकी रचना थी! क्या ही उसकी दिव्य सुगन्ध थी! मैं बढ़े आश्चर्य और कुतृहछ से उसको देखता रहा। अभी तक मेरे सामने पड़ा था। देखते हुए अपने भाग्य को भी सराह रहा था और कुण्डलिनी की महिमा की वाह वाह कर रहा था। फिर एकदम गुरुदेव की कृपा की याद आयी। झट से आँखें बन्द करके मन ही मन गुरुदेव को नमस्कार किया।---- पुस्तक चित शक्ति विलास से -- स्वामी मुक्तानन्द ।
Thank you for this wonderful knowledge. 🙏❤
Kya divya anubhav hai j❤ thank you aapka
तड़प होती है मन में बहुत कि काश एक अंश भी अनुभूति कर पाते ऐसे सिद्ध संतो महात्माओं किंतु हम माया के जंजाल में फंसे तुक्ष प्राणी है ...सिर्फ उनकी कहानी ही सुन कर नमन कर सकते है....
सभी संतो की जय हो ..🙏🙏.भारत भूमि को नमन है🙏🙏
अगर खुद को तुच्छ मानोगे तो तुच्छ ही रहजाओगे तुम्हारी मान्यता तुम्हारा जीवन बनजाती है
खुद को तुच्छ कभी मत समझे ,always remember God created himself within us.. और माया में रहते हुए इसे जानना और इससे जागना ही तो साधना है 🙏
हिन्दू स्टोरी टेलर होते हैं ये सब झूठ हैं बताने वाला भी कांफिएम नही बता पा रहा हैं इन स्टोरी से बेचारे का घर चलता हैं
Ek mahaan adhyatmik Guru Osho ❤🙏
सब संभव है और इतना मुश्किल भी नहीं 😊 बस एकांत मौन साधना समर्पण और विरक्ति चाहिए 👆🙏😊 आदेश
aap bilkul sahi kah rahe hai pr kahna jitna asan karna ustna hi mushkil
पहले में सोचा था ओशो महाराज बावला है लेकिन यह एक महान है आत्मा थे जय हो ऐसी वभूति ko प्रणाम है 🙏🙏🙏🙏🙏
Are bavle tu osho ko samza idhar hi tu bada ban gaya
आपका शोध और कड़ी मेहनत आपके वीडियो में दिखाई गई है इस कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद भैया 🎁
🌿
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे |
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ||
🌺🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌺
bahut hi sundar koshish ki hai aapne, sach me aanand aa gaya aisa content youtube par dekh kar. main sabke baare me jaanta hun or inke baare me maine khoob padha hai, inko jaana hai or apne jeevan ko dhnya kiya hai. aap ko bahut bahut aabhaar is video or jaankari ke liye. ye bilkul sach or pramaanik hai, isme koi sak nahi ye sab satya hai. jo na jaan paya vo daya ka paatra hai. OM NAMAH SHIVAY.
ओशो ओशो ओशो ❤❤❤❤❤❤❤
अकथ कहानी प्रेम ज्ञान कि
जैसे सुर संगम और श्रुतियों कि तान कि।
कुछ अजुबा रहस्य बोध बुद्धि से परे
देखता शुद्ध चेतना जैसे चौबीस कैरेट खरे।
खोजना मुश्किल है ऐसे स्थलों को पृथ्वी पर
यह तो पराविज्ञान है खड़े हैं चेतना के शुद्ध विज्ञान पर।❤❤❤
अत्यंत शोधपूर्ण आध्यत्मिक विडियो !👌👍
ye baho hi kimati adyatmic gyan deneke liye dhanyavad🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Bahot bahot dhanyawad 🙏🙏🙏🙏🙏
Bahu achha sirji
Aapne end me jo sookshma tatava, mahashakti, life purpose ke baare me bataya hai wo satya hai aur interesting bhi hai
Osho pranam 🎉
Thanks for this informative videos
🙏🙏🙏thanks for this valuable information❤
🙏🏻🌼Shree Sadgurudev Bhagwan Osho aapki Sadaa hee Jai ho🌼🙏🏻🙂
❤बहुत बहुत हृदय से ❤धन्यवाद ❤धन्यवाद ❤धन्यवाद ❤🕉️🙏🕉️🪔🔱🪷
बहुत ही शानदार प्रस्तुति
जो लोग योग् प्राणायाम कर रहे होंगे वह ज्यादा बेहतर समझ सकेंगे
बहुत बहुत धन्यवाद
Wow, wonderful amazing knowledge❤❤❤
Thank you ..great video 🕉🙏
Ati sunder
One of the best channel I found on UA-cam I randomly found it .
sambhoo....Ati sundar❤
Jay hos sir ❤❤❤❤
Excellent video as always❤ loved your work.
Can you please elaborate little about hiranya garbha as you mentioned in this video ❤. Lots of love and blessings
Good work. Very informative
I salute you Bhai .....I believe.....it is a fact.
Thank you for sharing this video; it will inspire many. In Buddhist teachings, Lord Buddha mentioned a place described in the suttas where 500 Pacceka Buddhas reside. This place, known as Gandhamādana Parvata, is a sacred and serene mountain often associated with divine fragrances and the dwelling of enlightened beings. It symbolizes spiritual tranquility and the presence of wisdom.
Thank you for sharing this valuable information.
सिद्ध भूमि की ओर से आपका हार्दिक अभिनन्दन धन्यवाद ज्ञापन (कालजयी श्यामा भैरवी) जय मायाज्ञान जय माता कामाख्या जी ❣️❣️❣️❣️❣️💐💐💐💐💐🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙋♀️
🙏
Too good n thanks 😊 🙏 ❤
Very knowledgeable video
Terath interconnects hai.. Narmda nadi ki upper bhi aisa kuch hai.. Unble to get through to it till now. 🎉🎉👍
Exactly , तीर्थ आध्यात्मिक सहायता के लिए हैं |
कामाख्या मे रहकर साधना करने से सिद्ध भूमि का फल प्राप्त होता है (त्रैलंग स्वामी आयु 300 वर्ष काशी) जय सिद्ध भूमि कामरूप कामाख्या जय माता कामाख्या जी ❣️❣️❣️❣️❣️❣️💐💐💐💐💐💐🔱🔱🔱🔱🔱🔱🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙋♀️
Waiting for next video
Working on it . . 🙏
Bahut sunder video
Wonderful video. Look forward to many such videos. Hungry to learn more about Gyaanganj and such other hidden places.
Very good
Great information given sir tku
Thank you very much for sharing Sir
Extraordinary
Proud of you bro
Manab Eihash laakho barsh purana h
Ensan y hi ab tak nahi jaan paya h. Bo es Dharti pr aaya kease ??????
Bhut badi Maya h y Duniya
Lakho aaye lakho gaye
Satya koe nahi bata paya❤
Love❤
sri aurobindo or integral yoga per video banaaiye
bahut hi accha laga good explanation best of luck dear
Thanks for sharing this wonderful information.
Thank you for sharing ❤
Thanx naavi❤
Thanks ❤
Bhai good content....keep it up.❤
धन्यवाद 🙏🙏जो खोज कर ऐसी बातों को जानकारी देते है । नहीं तो यूट्यूब पे view पाने के लिए अपनी मनगढ़ंत बातें और झूठी बातें बता के लोगों को उलझाए😇 रखते है।
Mai Bachpan se osho ko padh rahi hun, he was a great philosopher 🙏🙏
Accha
He is more than a philosopher.
Very Nice Video..❤
Great salute excellent analysis 👍👍👍
aaj pujya osho agar jivit raheto to bada acha guidance milta ajke yuvaoke liye .
Adbhut👍
So good, words express
thanks for this video
Boht khoob video ❤❤
Sir aap kuch spritual books par bhi video baniyee jise ki hum log parh paye aur jan pye
you can heal your life pdoo
bahut achhii h
Thank you for sharing this wisdom 🙏🙏
👏👏👏
Very important video thankyou bro🎉🎉🎉
You do the great...
Vipassana meditation pr ek video❤
❤❤❤ i love you brother ❤❤❤
Love you too Brother ❤️
हाँ मैं भी कई बार बहाँ गया हूँ बढ़िया जगह है । इस sunday को भी जाऊंगा किसी को चलना हो तो बताएँ
❤❤❤
Mai bhi CHLuga kripa kre
Absolutely fantastic video. The miracles in Autobiography of a Yogi was one of the reasons I turned to ancient Sanathan wisdom. There is so much to still learn and discover. Once I achieve out-of-body travel, I am planning to learn more. bas ye OBE ek baar ho jaye :)
OBE is a wonderful experience .. but it can not be forced .🙂
@naavi99 true. It happened only once for a few seconds when i was not trying. I have been practicing after that but not successful yet.
Very interesting
ज्ञानगंज के सिद्ध भैरवी सिद्धि के लिए नित्य रात्री काल में आकाश मार्ग से कामरूप कामाख्या आते हैं यह गुप्त सत्य है (कालजयी श्यामा भैरवी सिद्ध भूमि कामरूप) जय श्मशान डाकिनी जय चौसठ योगिनी जय आदि शक्ति महामाया माँ कामाख्या जी ❣️❣️❣️❣️❣️💐💐💐💐💐💐🔱🔱🔱🔱🔱🔱🙏🙏🙏🙏🙏🙋♀️
श्री एम जी ने भी अपनी किताब , हिमालय वासी गुरु के साए में, में भी हिमालय वाली बात का जिक्र किया है
BHAI JI 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🇮🇳🌹🙏🏻🙏🏻.
BHAI JI MAI PUNJAB INDIA SE HU AAUR EK BRAHMIN FAMILY SE BELONG KRTA HU.
BHAI JI PLEASE EK BAAT BATAO KI AGAR ITNEY KABIL BNDE HAI TO GANGA JI NADI ME JO NUCLEAR MATERIAL GUM GYA HAI USKI LOCATION PTA KRKE MATA GANGA JI 🙏🏻🙏🏻 KO POISON POLLUTE HONE SE BACHAYE.
Osho legend jindabad
legal
Exllent
Kya aap koi master ke bare me bata sakte hai jo is chakshushi vidya ke purn gyata hon
All this information brings new desires and creates the mind and the true spirituality has nothing to do with these things. live your present life joyfully peacefully meditatively .many living Masters are available like ekheart tolly ,darryl bailey Mooje, anant sri, & in past osho , j krishnamuthey, ramman maharishi are sharing their experience and and wisdom in daily life understand them and follow your own way because true master is within you.
Couldn't agree more ❤️. I'm living proof that this kind of information works and inspires to seek the ultimate truth. I've clarified this at the end of the video.
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प्रेम
Ab sun na bahut hua.. Ab kuch karna hai.. Kuch aisa btao jo hum follow karna suru kare.. Jiske karne k bad hum khud me badlaav la sake... Hope aap real life me exprince hum khud kar sake aisa kuch lekar aao... Chaho wo kuch bhi ho... 😊😊
Ashtavakra Gita by osho
Absolutely, this is what I want everyone to understand. Everything blaw blaw that I say is only to trigger people towards the Ultimate Truth. And if you want to start from ABC begin by practicing meditation with any method you like ,every morning and evening. I've already created a video on meditation to help you get started.🙏❤️
🙏🙏🙏
Till you learn only to be a witness.. sakshi bhav ... No interference
Pranam sir
🙏
Background music interrupt
अब समय आ गया है
इन महान तपस्वी संतों का भारत में आने के लिए सनातनी हिंदू धर्म की रक्षा करने के लिए 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
हर हर महादेव हर हर महादेव देवों के देव महादेव के चरणों में मेरा कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
education
क्यों छुपें बैठे है ये सब ज्ञान गंज में, जबकि हर जगह त्राहि-त्राहि मची है|
बुद्ध जैसे सब थोड़ी हो सकते हैं
तुम्हारा ठेका ले रखा है क्या इन्होंने ???
स्वार्थी नीच मनुष्य को यही चाहिए कि सब उसके लिए मरते खपते रहें...
तुम्हारे होने - न होने से उनको कुछ अन्तर नही पड़ेगा..
kisi ne kisi ko gyan prapti se roka nahin hai... unhe pta h insaan apne bure karmo ke fal se dukhi h... aur prakriti ke nyay ke anusaar ve unhe bhogne hi padenge... Bure karam kiye jao khud aur fal bhogne ke samay sara dosh santo ka
Because it’s about PLAYING the game rather COMING OUT of the game.
वो उपलब्ध हैं आज भी हर तरफ बस हम उपलब्ध नहीं हैं ढंग से 😊 🙏
गुरुदेव डा नारायण दत्त श्रीमाली जी जोधपुर वाले भी इसी प्रकार सिद्धाश्रम की कल्पना करते थे। और सशरीर रोज वहां जाने की बात अपने शिष्यों को बताते थे। किंतु ओशो के द्वारा तो कभी इस प्रकार की बांते कभी स्पष्ट रुप से नहीं बताई गई।
Bhai koi fairy tale nhi spiritual path me jo thora deeply hoga usko in sbke baare me aur surya vigyan ke bare me bhi pta hoga.
Humarey jallandhar waley Guru ji mai yeah sab powers hai UA-cam per search ker key dekh lo woh ek Yogi thai jo 2007 mai chola chhod ker gaye hai oonkey satsang iska example hai
To the extent u spoke correctly bt not enough n cant play any specific role bt some sensation n thrill.
I don't know ki koi ne notice Kiya ya nhi pt iss video mai beech mai ek background voice hai ek ladki ki. Use kuch bola pr kya bola wo samajh nhi aaya
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😮😮😮😮❤❤❤❤
Surya vigyanse e srushtika kabhibhi vinash nahi ho sakata?
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WATCH VIDEO OF SIDDHASHRAM BY DR NARAYAN SHRIMALI YOU WILL GAINED MORE INFORMATION