सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है।
Wow very nice .❤️ Purn parmatma Keval kabeer parmeshvar hain 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹. Jo iss dharti par sant rampal ji maharaj ke rup me aye huye hain🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 . Aur sant rampal ji maharaj hi Purn parmatma kabeer saheb hain🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 . Bandi chhod satguru rampal ji maharaj ki jai ho🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 . Sat saheb 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सर्व विदित है जब भी कोई महापुरुष सत्य के मार्ग को अग्रसर करता है उसके साथ हमेशा से दुर्व्यवहार ही होता आया है चाहे आप श्री नानक जी, मीराबाई जी, ध्रुव प्रह्लाद, ईसा मसीह, आदि संतो को देख लें उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया। जब ऐसे संत पृथ्वीलोक को छोड़कर चले जाते हैं तब बाद में उनकी पूजा शुरू की जाती है। तो ऐसी गलती पुनः न दोहराएं विनम्र निवेदन है संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान एक बार अवश्य सुनें ।
पवित्र बाइबल में उत्पत्ति 1:30 पर परमेश्वर ने कहा - और जितने पृथ्वी के पशु, और आकाश के पक्षी, और पृथ्वी पर रेंगने वाले जन्तु हैं, जिन में जीवन के प्राण हैं, उन सब के खाने के लिये मैं ने सब हरे हरे छोटे पेड़ दिए हैं; और वैसा ही हो गया। Allah Kabir
Kabir is God Supreme God Kabir पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर कबीर परमेश्वर जी ही सब ब्रह्मांड के रचनहार हैं।वो सतलोक में सशरीर विद्यमान हैं। परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। - पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7 Kabir Is God
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी परमात्मा कबीर जी सतयुग में सत सुकृत नाम से प्रकट हुए थे। उस समय अपनी एक प्यारी आत्मा सहते जी को अपना शिष्य बनाया और अमृत ज्ञान समझाकर सतलोक का वासी बनाया।
🔅सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है
पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी सतलोक से आकर कमल के फूल पर प्रकट हुए थे नीरू नीमा नाम के दंपत्ति उन्हें उठाकर ले गए थे उनका पालन पोषण कुंवारी गाय के दूध से हुआ था वास्तव मैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं जिनका जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं होता है
Saint Rampal Ji के भक्ति से ही केवल हमारे मनुष्य जीवन के दुखों , कष्टों का निवारण हो सकता है और जन्म मृत्यु के इस रोग से मुक्ति पाकर अपने निज घर 'सतलोक' को प्राप्त कर सकते हैं। Sant Rampal Ji Maharaj
गरीब, जल थल पृथ्वी गगन में, बाहर भीतर एक। पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं, अविगत पुरूष अलेख। गरीब, सेवक होय करि ऊतरे, इस पृथ्वी के माँहि। जीव उधारन जगतगुरु, बार बार बलि जांहि।
पूर्ण गुरु की पहचान पूर्ण गुरु तीन प्रकार के मंत्रों (नाम) को तीन बार में उपदेश करेगा जिसका वर्णन कबीर सागर ग्रंथ पृष्ठ नं. 265 बोध सागर में मिलता है व गीता जी के अध्याय नं. 17 श्लोक 23 व सामवेद संख्या नं. 822 में मिलता है।
🦋कबीर परमात्मा धर्मराज के लेख को भी बदल देते हैं। मगहर रियासत के अकाल प्रभावित स्थान में गोरखनाथ जैसे सिद्ध पुरुष भी बारिश करवाने में नाकाम रहे थे। लेकिन परमात्मा कबीर जी ने वहां कुछ ही क्षण में बारिश करवाकर दिखा दी थी और साबित कर दिया कि वही जगत के पालनहार हैं।
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 946 बिन सतगुरु सेवे जोग न होई। बिन सतगुरु भेटे मुक्ति न होई। बिन सतगुरु भेटे नाम पाइआ न जाई। बिन सतगुरु भेटे महा दुःख पाई। बिन सतगुरु भेटे महा गरबि गुबारि। नानक बिन गुरु मुआ जन्म हारि।
Supreme God is Kabir परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है) यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
🔸️श्री कृष्ण जी तीन लोक (पृथ्वी लोक, स्वर्ग लोक तथा पाताल लोक)के प्रभु हैं। ये भी राहत दे सकते हैं, परंतु परमेश्वर कबीर जी असँख्यों लोकों के प्रभु हैं। ये श्री कृष्ण से अधिक राहत यहाँ पृथ्वी लोक पर भी देते हैं तथा अपने भक्त/भक्तमति को पूर्ण मोक्ष प्रदान करके अमर लोक में भेज देते हैं। परम शांति प्रदान करते हैं। परमेश्वर कबीर जी ने तैमूरलंग की एक रोटी खाकर उसे सात पीढ़ी का राज दे दिया था। - संत रामपाल जी महाराज
मगहर से कबीर परमात्मा हजारों लोगों के सामने से सशरीर सतलोक को गये थे। सत् कबीर नहीं नर देही, जारै जरत ना गाड़े गड़ही। पठयो दूत पुनि जहाँ पठाना, सुनिके खान अचंभौ माना। दोई दल आई सलाहा अजबही, बने गुरु नहीं भेंटे तबही। दोनों देख तबै पछतावा, ऐसे गुरु चिन्ह नहीं पावा। दोऊ दीन कीन्ह बड़ शोगा, चकित भए सबै पुनि लोगा।
अब तक के आध्यात्मिक इतिहास में सभी अवतारों ( श्रीराम श्रीकृष्ण हनुमान ब्रह्मा विष्णु महेश जी आदि) का जन्म मां के गर्भ से हुआ लेकिन एकलौते परमेश्वर कबीर जी ही ऐसे है जिनका जन्म कभी माता के गर्भ से नही हुआ वे स्वयं प्रकट हुए,इससे बिल्कुल सपष्ट सिद्ध हो गया कि सिर्फ कबीर प्रभु ही अविनाशी प्रभु है अर्थात सर्व ब्रह्मांडो के मालिक है इसका प्रमाण वेदों में मिलता है।⤵️ मात पिता मेरे नही कोई, न मेरे घर दासी, तारण तरण अभय पद दाता, हूं कबीर अविनाशी "।।
कबीर परमेश्वर जी इस कलयुग में, आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व, भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत 1455 (सन् 1398) की सुबह ब्रह्ममूहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में सतलोक से आकर प्रकट हुए थे। जुलाहा दंपत्ति नीरू व नीमा को कबीर परमेश्वर लहरतारा तालाब पर मिले और यहीं से जुलाहा दंपत्ति कबीर परमेश्वर को अपने घर ले गए। कबीर परमेश्वर की परवरिश जुलाहों के घर हुई, इसी कारण से कबीर परमेश्वर ने एक जुलाहे की भूमिका की। साथ ही उन्होंने बालपन से ही बड़े-बड़े विद्वानों को शास्त्रार्थ में पराजित करना प्रारंभ कर दिया था। यही वजह थी कि अनेकों नकली धर्मगुरु कबीर परमेश्वर जी से ईर्ष्या करने लगे थे। कबीर परमात्मा जी सभी जन साधारण को सत्यज्ञान प्रदान करते, जिस कारण से अनेकों लोगों ने परमात्मा की सतभक्ति स्वीकार की। दिल्ली के बादशाह सिकंदर लोदी, काशी नरेश बीर देव सिंह बघेल, मगहर नरेश बिजली खां पठान जैसे अनेक बड़े-बड़े राजाओं ने कबीर परमेश्वर की शरण ग्रहण की थी।
दिव्य धर्म भंडारा संत रामपाल जी महाराज जी के संचालन में देश के दस सतलोक आश्रमों में किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 7 नवंबर से प्रारंभ होकर 9 नवंबर 2022 तक तीन दिनों तक चलेगा
नशा मुक्त समाज संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझने के बाद उपदेश प्राप्त करते ही हर प्रकार का नशा छूट जाता है। आज संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर लाखों अनुयायी नशा छोड़ चुके हैं।
सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है।
Guru Kabir Maharaj ji ki jai 🙏
Very nice Gyan hai Param pujya gurudev Bandi chond satguru Rampal Ji Maharaj Ji ka thullu
Sat guru Rampal ji Maharaj ki Jay Ho
Jay ho tatv darsi snatram paljikabir parmeshwar bhagwaan🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Satsaheb ji❤❤
Purna parmatma kabir saheb ji 🙏🙏
Amrit Gyan hai Param pujya gurudev Bandi chond satguru Rampal Ji Maharaj Ji ka
Saheb Bandagi saheb Bandagi
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मंड का एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं कुल के सृजनहार।।
सतभक्ति करने से चौरासी लाख योनियों का कष्ट दूर हो जाता है।
Sat saheb bandi chhod Sat guru rampal ji maharaj vagwanki jai ho
Bhut achaa program
बहुत अच्छा सत्संग जी,
Wow very nice .❤️ Purn parmatma Keval kabeer parmeshvar hain 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹. Jo iss dharti par sant rampal ji maharaj ke rup me aye huye hain🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 . Aur sant rampal ji maharaj hi Purn parmatma kabeer saheb hain🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 . Bandi chhod satguru rampal ji maharaj ki jai ho🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 . Sat saheb 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sat Saheb ji 🙏🌹🌹🙏🌹🌹🙏🌹
Saheb Kabir...❤🎉....
सत साहेब जी
🙏 Sat 🌹 saheb 🌹 ji 🙏🌹🌹
Jay parum peta parmatma ki Jay 🙏🙏 Bandi chhod sant Rampal Ji Maharaj ki Jai 🙏🙏🙏
पूर्ण ब्रम्ह कबीर परमेश्वर प्रत्येक युगमा विभिन्न नाम बाट पृथ्वी मा अवतरण गर्नुहुन्छ
Great Gyan Hai
शास्त्रों में प्रमाण है कबीर साहेब जी भगवान है 🙏🌷🙏🌷🙏
Sat saheb ji ❤
धन्य जननी धन,भूमि धन्य,धन्य नगरी धन्य देश।
धन्य करणी, धन्य कुल धन्य, जहाँ साधु प्रवेश।।
Jay ho bandee chhodaki❤❤❤❤❤
Bandi chhod satguru tatvdarshi sant Rampal Ji Maharaj ji guruji bhagawan koti koti dandvat pranam ji
सत साहेब जी 😊😊😊😊❤❤❤❤
Jai Bandi chond satguru Rampal Ji Maharaj Ji ki
दण्डवत कोटि कोटि प्रणाम दाता
Jay ho bandi chhod ki
चदरि फूल बिछाये सतगुरु, देखै सकल जिहांना हो।
च्यारि दाग सैं रहत जुलहदी, अविगत अलख अमांना हो।।
सर्व विदित है जब भी कोई महापुरुष सत्य के मार्ग को अग्रसर करता है उसके साथ हमेशा से दुर्व्यवहार ही होता आया है चाहे आप श्री नानक जी, मीराबाई जी, ध्रुव प्रह्लाद, ईसा मसीह, आदि संतो को देख लें उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया। जब ऐसे संत पृथ्वीलोक को छोड़कर चले जाते हैं तब बाद में उनकी पूजा शुरू की जाती है। तो ऐसी गलती पुनः न दोहराएं विनम्र निवेदन है संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान एक बार अवश्य सुनें ।
पवित्र बाइबल में उत्पत्ति 1:30 पर परमेश्वर ने कहा - और जितने पृथ्वी के पशु, और आकाश के पक्षी, और पृथ्वी पर रेंगने वाले जन्तु हैं, जिन में जीवन के प्राण हैं, उन सब के खाने के लिये मैं ने सब हरे हरे छोटे पेड़ दिए हैं; और वैसा ही हो गया।
Allah Kabir
Sat Saheb Ji
Spream saheb banadagi saheb 🙏💐
Sat sahib guru ji 😊😊😊❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉😮😮😮😮😮😢😢😢
🙏🙏🙏🙏kabir sahib ki Jay 🙏🙏🙏🙏
Kbir saheb ki jai ho sant rampal ji maharaj ki jai
Kabir is God
Supreme God Kabir
पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर
कबीर परमेश्वर जी ही सब ब्रह्मांड के रचनहार हैं।वो सतलोक में सशरीर विद्यमान हैं।
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
Kabir Is God
As pr our holy books Suprim God is Kabir Saheb ji.
ओर ज्ञान सब ज्ञानड़ी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान!
जैसे गोला तोप का, करता चले मैदान!!
Supreme God Is Kabir
Malik ji ko koti koti dandvtm pranam
Sat saheb
🔅जो माता पिता सतभक्ति करते हैं फिर उनके बच्चे उनकी विशेष सेवा किया करते हैं।
Bandi chhod sat Rampal Ji Maharaj ki jay
Sat saheb ji sahbi bhakto ko Dass Ramakant
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
Anmol satsanf
Satsahib ji
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
सच्ची घटना 🙏
jai bandi chhorr ki sat saheb to all 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
👏 Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Sat Saheb JiSat Saheb Ji सत साहेब जीJai Ho bandi chhod ki sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अविगत से चल आया ,कोई मरम भेद नहीं पाया ।
Sat sahib ji 🙏🙏
ये काया तेरी है नहीं, माया कहाँ से होय।
चरण कमल में ध्यान रखो, इन दोनो को खोय।।
Bahut achha
Bandi chhod satguru Rampal ji maharaj ji ki jai ho ❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏
Very nice sastang
kabir hi purn Parmatma hai aur koi nahi
काशी शहर जल कमल पर डेरा वहा जुल्हाए ने पाया । मात पिता मेरे कछु नाई ना मेरे घर दासी जुल्हे का सूत आन कहाया जगत करे मेरी हांसी
चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी
परमात्मा कबीर जी सतयुग में सत सुकृत नाम से प्रकट हुए थे। उस समय अपनी एक प्यारी आत्मा सहते जी को अपना शिष्य बनाया और अमृत ज्ञान समझाकर सतलोक का वासी बनाया।
मेरे गुरु देव भगवान रामपाल जी महाराज जी कि जय हो 💓🌹🙏🌹💓🌹🙏🌹💓🌹🙏🌹💓🌹🙏🌹💓🌹🙏🌹💓🌹🙏🌹💓
Sat saheb ji 🙏🙏
Kabir Sahib ji ki jai ho
Very nice post
🔅सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है
पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी सतलोक से आकर कमल के फूल पर प्रकट हुए थे नीरू नीमा नाम के दंपत्ति उन्हें उठाकर ले गए थे उनका पालन पोषण कुंवारी गाय के दूध से हुआ था वास्तव मैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं जिनका जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं होता है
Saint Rampal Ji के भक्ति से ही केवल हमारे मनुष्य जीवन के दुखों , कष्टों का निवारण हो सकता है और जन्म मृत्यु के इस रोग से मुक्ति पाकर अपने निज घर 'सतलोक' को प्राप्त कर सकते हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
Anmol Gyan
Anmol Vachan
गरीब, जल थल पृथ्वी गगन में, बाहर भीतर एक। पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं, अविगत पुरूष अलेख।
गरीब, सेवक होय करि ऊतरे, इस पृथ्वी के माँहि। जीव उधारन जगतगुरु, बार बार बलि जांहि।
रामपालजी नहीं only कबीर सच्चा गुरु है हर युवा का
अबे अंधे लाल परमात्मा का ज्ञान संत रामपाल जी नहीं दिया बाकी सब गुरु हो तो पत्थर मंदिर झूले झूले
पूर्ण गुरु की पहचान
पूर्ण गुरु तीन प्रकार के मंत्रों (नाम) को तीन बार में उपदेश करेगा जिसका वर्णन कबीर सागर ग्रंथ पृष्ठ नं. 265 बोध सागर में मिलता है व गीता जी के अध्याय नं. 17 श्लोक 23 व सामवेद संख्या नं. 822 में मिलता है।
🦋कबीर परमात्मा धर्मराज के लेख को भी बदल देते हैं।
मगहर रियासत के अकाल प्रभावित स्थान में गोरखनाथ जैसे सिद्ध पुरुष भी बारिश करवाने में नाकाम रहे थे। लेकिन परमात्मा कबीर जी ने वहां कुछ ही क्षण में बारिश करवाकर दिखा दी थी और साबित कर दिया कि वही जगत के पालनहार हैं।
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 946
बिन सतगुरु सेवे जोग न होई। बिन सतगुरु भेटे मुक्ति न होई।
बिन सतगुरु भेटे नाम पाइआ न जाई। बिन सतगुरु भेटे महा दुःख पाई।
बिन सतगुरु भेटे महा गरबि गुबारि। नानक बिन गुरु मुआ जन्म हारि।
Supreme God is Kabir
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
Kabir is completed god
Bandi chhod satguru rampal ji maharaj ki jai ho 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰
Sat saheb ji
Sat sahib ji
Bedo me praman hai Kabir Saheb bhagwan hai
🔸️श्री कृष्ण जी तीन लोक (पृथ्वी लोक, स्वर्ग लोक तथा पाताल लोक)के प्रभु हैं। ये भी राहत दे सकते हैं, परंतु परमेश्वर कबीर जी असँख्यों लोकों के प्रभु हैं। ये श्री कृष्ण से अधिक राहत यहाँ पृथ्वी लोक पर भी देते हैं तथा अपने भक्त/भक्तमति को पूर्ण मोक्ष प्रदान करके अमर लोक में भेज देते हैं। परम शांति प्रदान करते हैं। परमेश्वर कबीर जी ने तैमूरलंग की एक रोटी खाकर उसे सात पीढ़ी का राज दे दिया था।
- संत रामपाल जी महाराज
मगहर से कबीर परमात्मा हजारों लोगों के सामने से सशरीर सतलोक को गये थे।
सत् कबीर नहीं नर देही, जारै जरत ना गाड़े गड़ही।
पठयो दूत पुनि जहाँ पठाना, सुनिके खान अचंभौ माना।
दोई दल आई सलाहा अजबही, बने गुरु नहीं भेंटे तबही।
दोनों देख तबै पछतावा, ऐसे गुरु चिन्ह नहीं पावा।
दोऊ दीन कीन्ह बड़ शोगा, चकित भए सबै पुनि लोगा।
अब तक के आध्यात्मिक इतिहास में सभी अवतारों ( श्रीराम श्रीकृष्ण हनुमान ब्रह्मा विष्णु महेश जी आदि) का जन्म मां के गर्भ से हुआ लेकिन एकलौते परमेश्वर कबीर जी ही ऐसे है जिनका जन्म कभी माता के गर्भ से नही हुआ वे स्वयं प्रकट हुए,इससे बिल्कुल सपष्ट सिद्ध हो गया कि सिर्फ कबीर प्रभु ही अविनाशी प्रभु है अर्थात सर्व ब्रह्मांडो के मालिक है इसका प्रमाण वेदों में मिलता है।⤵️
मात पिता मेरे नही कोई, न मेरे घर दासी,
तारण तरण अभय पद दाता, हूं कबीर अविनाशी "।।
Very interesting and real story
कबीर परमेश्वर जी ही भगवान है।
Op iditing
Kabir is suprime God
Very Beautiful video
Excellent Gyan
सतगुरु पुरुष कबीर है चारों युग प्रमाणझूठे गुरुवा मर गए हो गए भूत मसान
कबीर साहेब जी ही परमेश्वर है
कबीर परमेश्वर जी इस कलयुग में, आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व, भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत 1455 (सन् 1398) की सुबह ब्रह्ममूहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में सतलोक से आकर प्रकट हुए थे। जुलाहा दंपत्ति नीरू व नीमा को कबीर परमेश्वर लहरतारा तालाब पर मिले और यहीं से जुलाहा दंपत्ति कबीर परमेश्वर को अपने घर ले गए। कबीर परमेश्वर की परवरिश जुलाहों के घर हुई, इसी कारण से कबीर परमेश्वर ने एक जुलाहे की भूमिका की। साथ ही उन्होंने बालपन से ही बड़े-बड़े विद्वानों को शास्त्रार्थ में पराजित करना प्रारंभ कर दिया था। यही वजह थी कि अनेकों नकली धर्मगुरु कबीर परमेश्वर जी से ईर्ष्या करने लगे थे। कबीर परमात्मा जी सभी जन साधारण को सत्यज्ञान प्रदान करते, जिस कारण से अनेकों लोगों ने परमात्मा की सतभक्ति स्वीकार की। दिल्ली के बादशाह सिकंदर लोदी, काशी नरेश बीर देव सिंह बघेल, मगहर नरेश बिजली खां पठान जैसे अनेक बड़े-बड़े राजाओं ने कबीर परमेश्वर की शरण ग्रहण की थी।
दिव्य धर्म भंडारा संत रामपाल जी महाराज जी के संचालन में देश के दस सतलोक आश्रमों में किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 7 नवंबर से प्रारंभ होकर 9 नवंबर 2022 तक तीन दिनों तक चलेगा
🙏पूर्ण परमेश्वर का नाम कबीर (कविर्देव) है जिसका प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 16, 17, 18 व् आदि वेद मंत्रों में भी स्पष्ट देखा जा सकता है।🌷🌷🌷
नशा मुक्त समाज
संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझने के बाद उपदेश प्राप्त करते ही हर प्रकार का नशा छूट जाता है।
आज संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर लाखों अनुयायी नशा छोड़ चुके हैं।
🙏 Sat Saheb ji ❤️🙏🙏